आम अमेरिकियों के लिए इस कठिन क्रिसमस की जिम्मेदारी कौन लेगा?
अमेरिकी क्रिसमस पेड़ संघ का अनुमान है कि इस साल क्रिसमस पेड़ की कीमतों में 10 प्रतिशत से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह आम अमेरिकियों के जीवन खपत में निरंतर इजाफा होने का एक लघुचित्र है।
नवंबर में अमेरिकी मुद्रा स्फीति दर 6.8 प्रतिशत पर जा पहुंची, जो 39 साल में सबसे ऊंची है। खाद्य, ऊर्जा, कार और मकान किराये की कीमतों में स्पष्ट वृद्धि देखी गयी। पर अमेरिकी श्रम मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार इस नवंबर में मुद्रा स्फीति के तत्व को छोड़कर आम अमेरिकियों का प्रति घंटा वेतन पिछले साल की समान अवधि से 1.9 प्रतिशत घट गया है।
विडंबना है कि अमेरिकी स्टॉक मार्केट के सूचकांक और मकानों के दाम बड़े पैमाने तौर पर बढ़ गये हैं। इससे अमीर लोग अधिक धनी हो गये हैं। महामारी में अमेरिका में अमीरों और गरीबों का फासला तेजी से बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण है कि महामारी से आये आर्थिक संकट के निपटारे के लिए अमेरिकी सरकार ने कैश फ्लाडिंग की नीति अपनायी है।
अमेरिकियों के लिए त्योहार का माहौल किरकिरा होने के मुख्य कारण न सिर्फ मुद्रा स्फीति है, बल्कि कोविड-19 महामारी भी है। अब ओमिक्रोन वेरिएंट वायरस अमेरिका के सभी 50 राज्यों में फैल चुके हैं और कई दिनों तक दैनिक मामलों की संख्या 2 लाख से अधिक बनी हुई है।
मुद्रा स्फीति की तेजी और गंभीर महामारी के पीछे अमेरिकी राजनीतिज्ञों की गैर-जिम्मेदारी वित्तीय व मौद्रिक नीतियां और कोरोना के मुकाबले में अक्षमता है। स्वार्थों में जुटे हुए वाशिंटन के राजनीतिज्ञों को आम अमेरिकियों के कठिन क्रिसमस की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। (वेइतुंग)