हांगकांग के लोकतंत्र को कौन नष्ट कर रहा है? "फाइव आईज एलायंस" से मिलेगा जवाब
अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड द्वारा गठित "फाइव आईज एलायंस" ने 20 दिसंबर को विदेश मंत्रियों का तथाकथित संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें चीन के हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में अभी-अभी सफलतापूर्वक संपन्न हुए सातवें विधान परिषद के चुनाव पर गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी की गई। इस बयान में "हांगकांग के अधिकारों, स्वतंत्रता और स्वायत्तता को कमजोर करने" के लिए चुनाव को बदनाम किया गया, और एक बार फिर से "चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा-पत्र" का उपयोग किया गया।
अब हांगकांग का लोकतंत्र एक नया रूप दिखा रहा है, लेकिन "फाइव आईज एलायंस" ने एक ऐसा असामयिक और दुर्भावनापूर्ण बयान जारी किया, जो कि साबित करता है कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे कुछ पश्चिमी देश हांगकांग के लोकतांत्रिक विकास को नष्ट करने वाला बाहरी "काले हाथ" हैं।
इस तथाकथित बयान के अनुसार, "लोकतंत्र" और "मानवाधिकार" के बैनर तले एक बार फिर पाखंड से भरपूर तमाशा खेलते हुए हांगकांग की नई चुनावी व्यवस्था पर गंदा पानी फेंका है। लेकिन तथ्यों ने उनके इस झूठ का पर्दाफाश कर दिया है।
मौजूदा चुनाव हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की चुनावी व्यवस्था में सुधार के बाद पहले विधान परिषद का चुनाव है। चुनाव नियमों के दृष्टिकोण से देखा जाए, तो सीटों की संख्या में वृद्धि की गई है, और सीटों के आवंटन की पद्धति को भी फिर से समायोजित किया गया है। इसका उद्देश्य हांगकांग समाज के समग्र हितों और सभी क्षेत्रों और वर्गों के हितों की प्रभावी ढंग से रक्षा करना है। प्रक्रिया के दृष्टिकोण से देखा जाए, तो मौजूदा चुनाव पूरी तरह से व्यापक प्रतिनिधित्व, राजनीतिक समावेश, संतुलित भागीदारी और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का प्रतीक है। 153 उम्मीदवारों में से 90 सदस्यों को चुना गया है, जो विविध,संतुलित और पेशेवर वाला वास्तविक लोकतंत्र दिखाया जाता है। जैसा कि हांगकांग क्वालिटी एंड टैलेंट माइग्रेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लुओ योंग ने कहा कि मौजूदा चुनाव में उम्मीदवार हांगकांग के विभिन्न क्षेत्रों, समुदायों, वर्गों से आते हैं और उनकी आयु भी अलग-अलग है, जो व्यापक प्रतिनिधित्व है।
हास्यास्पद बात यह है कि इस तथाकथित बयान ने एक बार फिर चीन से "चीन-ब्रिटेन संयुक्त घोषणा-पत्र" का पालन करने की मांग की। चीनी राज्य परिषद के न्यूज़ कार्यालय द्वारा 20 दिसंबर को जारी "एक देश, दो व्यवस्थाओं" के तहत हांगकांग का लोकतांत्रिक विकास शीर्षक श्वेत पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया कि "चीन-ब्रिटेन संयुक्त घोषणा-पत्र" का उद्देश्य चीन के पास हांगकांग को लौटने के लिए ब्रिटेन की समस्या को हल करना है, न कि मातृभूमि में हांगकांग की वापसी के बाद चुनावी प्रणाली सहित राजनीतिक व्यवस्था को लागू करने जैसी समस्या को हल करना।
वास्तव में, जब लोकतंत्र और मानवाधिकारों की बात आती है, तो "फाइव आइज़ एलायंस" को जो सबसे अधिक करना चाहिए, यानी कि उन्हें आईना लेकर महामारी के खिलाफ़ विफलता, राजनीतिक ध्रुवीकरण और नस्लीय भेदभाव आदि घरेलू समस्याओं पर अच्छी नज़र डालनी चाहिए। कुछ पश्चिमी देश, जो "हांगकांग के मानवाधिकारों और स्वतंत्रता का सम्मान" कहते रहते हैं, वे हांगकांग के लोकतांत्रिक विकास में बाधक और विध्वंसक ही हैं।
(श्याओ थांग)