क्या 2022 में दुनिया अच्छी बनेगी ?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 15 दिसंबर को ताजा आंकड़े जारी कर कहा कि दुनिया भर में कोरोना वायरस के पुष्ट मरीजों की कुल संख्या 27 करोड़ से अधिक पहुंच चुकी है , जबकि 53 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गयी है। कोरोना वायरस का डेल्टा वेरियंट अभी हल्का भी नहीं हुआ कि ओमिक्रॉन खतरनाक रूप से आ रहा है। अब तक पूरी दुनिया में 77 देशों और क्षेत्रों ने ओमिक्रॉन के संक्रमित मरीजों की पुष्टि की है। सभी देश इस वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के प्रभाव में हैं। साथ ही सभी लोगों का जीवन बदल गया है। लोगों की राय में 2022 में क्या महामारी खत्म हो जाएगी? क्या नये साल में दुनिया अच्छी बनेगी? सीएमजी के संवाददाता के साथ इंटरव्यू में चीनी विशेषज्ञों और विद्वानों ने अपनी अपेक्षा प्रकट की।
नवाचार और विकास रणनीति के लिए चीनी संस्थान के शिक्षा अनुसंधान केंद्र की कार्यकारी निदेशक वांग यीहोंग ने कहा कि महामारी ने वास्तव में लोगों को घर में कैद कर दिया है। ऐसे में लोगों के बीच घूमना और संवाद कायम करना मुश्किल हो गया है और इसने बहुत चिंता भी पैदा कर दी है। महामारी के प्रकोप के दो सालों में लोगों के दिल मजबूत हुए हैं। महामारी के दौरान लोग अपने स्वास्थ्य देखभाल और महामारी की रोकथाम व नियंत्रण पर अधिक ध्यान देते हैं। लोगों ने स्थ जीवन शैली अपनाने पर जोर देना शुरु किया है। उन्हें लगता है कि अगर सभी देश खासकर सभी देशों के नेता महामारी का राजनीतिकरण करने के बजाय एक साथ होकर महामारी से लड़ने के लिये हर संभव प्रयास करेंगे, तो अंत में लोग महामारी को दूर कर सकते हैं।
छिंह्वा विश्वविद्यालय के ऊर्जा, पर्यावरण और अर्थशास्त्र संस्थान के प्रभारी प्रोफ़ेसर चांग शील्यांग ने कहा कि वर्तमान दृष्टिकोण से वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में महामारी की रोकथाम व नियंत्रण की स्थिति और अधिक मजबूत होगी। उन्हें विश्वास है कि वर्ष 2022 में दुनिया बेहतर होगी।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए शांगहाई विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर फ़ान छोंगचुन ने संवाददाता को बताया कि सबसे पहले हमें चिकित्सा विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं को और ज्यादा समय और स्थान देना चाहिये। वास्तव में पूरी दुनिया में सभी देशों और विभिन्न विषयों ने चिकित्सा के विकास के लिये सबसे बड़ा समर्थन दिया है। उन्हें विश्वास है कि कुछ समय देने पर भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय महामारी को हरा पाएगा।
चीनी सामाजिक विज्ञान चीनी अकादमी की शिक्षाविद समिति की सदस्य और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विभाग की प्रभारी चोउ होंग ने कहा कि महामारी के सामने दुनिया में इन देशों और संगठनों ने आपसी सहायता और वैक्सीन के अनुसंधान व विकास, दान एवं उचित वितरण के माध्यम से बड़ा योगदान किया, जो शांति व न्याय से प्रेम करते हैं, आम विकास की कामना करते हैं और दुनिया भर के सभी लोगों के बेहतर जीवन की अपेक्षा करते हैं। आगे बढ़ने के दौरान मुश्किलें और रुकावटें आती हैं, लेकिन इतिहास आगे बढ़ रहा है और कठिनाइयों को दूर करने व आम प्रयास करने की शक्ति निश्चित रूप से प्रबल होगी। महामारी-रोधी वैश्विक सहयोग के लिये संयुक्त प्रयास एक अभिव्यक्ति है।
पेइचिंग नॉर्मल विश्वविद्यालय के चीन शिक्षा नवाचार अनुसंधान संस्थान के प्रभारी प्रोफ़ेसर ल्यू च्यान ने कहा कि विश्वास एक बहुत महत्वपूर्ण बात है। उन्हें पक्का विश्वास है कि जब लोग आदर्श व विश्वास से भरे होते हैं और उनके दिल में दृढ़ संकल्प होता है, तो भविष्य में दुनिया जरूर बेहतर बनेगी।
(हैया)