अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने काबुल में हुए विस्फोटों की कड़ी निंदा की
26 अगस्त को काबुल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास दो विस्फोट हुए, जिनसे 63 अफगान नागरिक और 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 76 व्यक्तियों की मौत हुई। विस्फोट में कम से कम 163 लोग घायल हुए हैं।
अफगान तालिबान के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर आम नागरिकों के खिलाफ हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि हमले अमेरिकी सेना के जिम्मेदार सुरक्षा रक्षा कार्य स्थल में हुए हैं।
अमेरिकी व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन प्साकी ने कहा कि हालांकि काबुल में बम विस्फोट हुए, फिर भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 31 अगस्त से पहले अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिकों को हटाने की समय तिथि को बदलने पर विचार नहीं किया। हाल में अमेरिका अफगानिस्तान से हटने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सिलसिलेवार कदम उठा रहा है।
जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल ने हमले में मृतकों, घायलों और उनके परिजनों के प्रति शोक प्रकट किया। साथ ही उन्होंने घायलों को चिकित्सा सहायता देने की अपील भी की।
संयुक्त अरब अमीरात के विदेश और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय ने वक्तव्य जारी कर काबुल में हमलों की कड़ी निंदा की और कहा कि संयुक्त अरब अमीरात किसी भी धर्म और मानवीय मूल्यों का उल्लंघन करने वाली हिंसक कार्रवाइयों का विरोध करता है।
उधर संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनिओ गुटरेस ने अपने प्रवक्ता के जरिए विस्फोटों की निंदा की और पीड़ितों के प्रति शोक जताया।
तुर्की, ईरान और जॉर्डन ने भी बयान जारी कर विस्फोट घटना की कड़ी निंदा की है।
(श्याओयांग)