क्या भारत महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार है?

2021-08-20 16:44:06

जून से भारत में कोविड-19 के मामलों के पुष्ट मामलों में कटौती आयी है, भारत सरकार ने जुलाई की शुरूआत में महामारी-रोधी कदम को शैथिल्य लाने की घोषणा की। लेकिन विद्वानों का अनुमान है कि लॉकडाउन में ढील देने के कारण लोगों की आवाजाही से अगस्त के अंत में भारत में तीसरी लहर आ सकती है। लेकिन दूसरी लहर की तुलना में नुकसान इतना गंभीर नहीं होगा।

हाल में भारत में रोजाना नए पुष्ट मामलों की संख्या 30 से 40 हजार के बीच है, और रोजाना मृत मामलों की संख्या करीब 500 है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी रफ अग्रवाल ने हाल में आयोजित एक न्यूज ब्रीफिंग में जोर दिया कि महामारी-रोधी नियमों का पालन करने को एक साधारण स्थिति रहनी चाहिए। भारत में महामारी की दूसरी लहर ने अपेक्षाकृत सक्रिय परिणाम लाया है, यानी भारत में कुछ लोगों के शरीर में कोविड-19 के एंटीबॉडी बने हैं। अगर तीसरी लहर में और मजबूत संक्रमित उत्परिवर्ती वायरस पैदा नहीं होगा, तो रोजाना पुष्ट मामले 70 हजार से कम ही रह सकेंगे।

गौरतलब है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा जुलाई को जारी एक जांच से जाहिर हुआ है कि भारत में 6 साल से अधिक उम्र वाले लोगों में करीब 67.6 प्रतिशत लोगों के शरीर में एंटीबॉडी पायी गई है। इसलिए कई विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया कि यदि डेल्टा वायरस के अलावा नया वायरस नहीं पैदा होगा, तो भारत की तीसरी लहर में नए पुष्ट मामलों की संख्या में धीमी गति से बढ़ोतरी होगी और दूसरी लहर के दौरान जैसा बड़ा नुकसान नहीं पहुंचेगा। लेकिन भारतीय अर्थशास्त्री निशेल शर्मा ने हाल में एक साक्षात्कार में कहा कि भारत में अभी भी करीब 40 करोड़ लोगों के शरीर में एंटीबॉडी नहीं है। उन्हें संक्रमण का अधिक खतरा हो सकता है।

कोविड-19 महामारी के फैलाव से रोकने के लिए भारत सरकार टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ा रही है। भारत सरकार से मिली खबर के मुताबिक टीकाकरण शुरू होने के पिछले 7 महीनों में भारत में कुल टीकों की 56.6 करोड़ खुराकें लगायी गयी हैं, जिनमें करीब 12.4 करोड़ लोगों ने टीकों की दो खुराकें पूरी की हैं, इसलिए यह पर्याप्त नहीं है।

महामारी की तीसरी लहर का निपटारा करने के लिए भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते स्थानीय राज्यों को 97.1 करोड़ यूएस डॉलर की आपात पूंजी दी, जो देश में अस्पतालों, ऑक्सीजन संयंत्रों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का निर्माण करने में प्रयोग की जाएगी।

(श्याओयांग)

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