टोक्यो पैरालंपिक गेम्स 2020 में भी जेवेलिन में स्वर्ण की उम्मीद

2021-08-14 16:53:34

ओलंपिक गेम्स के बाद अब टोक्यो में पैरालंपिक गेम्स 2020 की शुरुआत 24 अगस्त से होने जा रही है। 24 अगस्त से 5 सितंबर तक चलने वाले 16 वें ग्रीष्मकालीन पैरालंपिक खेलों में कुल 54 भारतीय खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में कुल 22 खेलों को शामिल किया गया है जिसमें से कुल 9 खेलों में भारतीय खिलाड़ी दावेदारी पेश करेंगे।

इस बार ओलंपिक गेम्स  में जिस तरह नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता उसी तरह पैरालंपिक में जेवेलिन थ्रोअर देवेन्द्र झाझरिया से भी उम्मीद की जा रही है। इस ईवेंट में देवेंद्र लगातार तीसरा स्वर्ण जीतने का प्रयास करेंगे। इसके पहले वे रियो 2016  और एथेंस 2004 के पैरालंपिक गेम्स में जेवेलिन थ्रो में दो स्वर्ण पदक जीत चुके हैं । इनके अलावा हाई जंप में मरियप्पन थंगवेलु से भी काफी उम्मीदें लगाई जा रही है । 2016 के रियो पैरालंपिक गेम्स में मरियप्पन ने ऊंची कूद का स्वर्ण पदक जीता थ। जबकि उसी श्रेणी में वरुण सिंह को कांस्य पदक मिला था। 2016 में ही दीपा मलिक पैरालंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थी,  उन्होंने महिला शॉट पुट में रजत पदक जीता था।

पैरालंपिक गेम्स में भारत के प्रदर्शन पर नजर दौड़ाएं तो अब तक चार स्वर्ण, चार रजत और चार कांस्य मिलाकर कुल 12 पदक जीते हैं। पहली बार 1968 के तेल अवीव ओलंपिक में शुरुआती दल ने हिस्सा लिया था लेकिन पहला पदक 1972 के हैडेलबर्ग पैरालंपिक गेम्स में जीता था। पुरुषों की 50 मीटर फ्रीस्टाइल में मुरलीकांत पेटकर ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। 1984 के लॉस एंजिलिस पैरालंपिक गेम्स में दो रजत और दो कांस्य पदक जीते। जबकि एथेंस 2004 में एक स्वर्म और एक कांस्य पदक जीता था। लंदन 2012 पैरालंपिक खेलों में एक रजत पदक हाईजंप में मिला था। लेकिन अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन रियो 2016 पैरालंपिक खेलों में आया तब दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था।

पैरालंपिक गेम्स की शुरुआत 1960 में रोम से की गई थी लेकिन 1988 के सिओल ओलंपिक गेम्स से ओलंपिक और पैरालंपिक गेम्स की मेजबानी एक ही शहर में होने लगी । इसके साथ ही ग्रीष्मकालीन और  शीतकालीन पैरालंपिक खेलों की आयोजन की परंपरा भी शुरु हो गई थी।

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