वायरस ट्रेसबिलिटी के लिए ठोस वैज्ञानिक प्रमाण की आवश्यकता है : अफगान मंत्री
अमेरिका समेत पश्चिमी देशों द्वारा वायरस ट्रेसबिलिटी को राजनीतिक रंग दिये जाने के चलते अफगान सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के कार्यवाहक मंत्री वाहिद मजरूही ने हाल ही में मीडिया से कहा कि कोविड-19 वायरस ट्रेसबिलिटी के लिये ठोस वैज्ञानिक प्रमाण की आवश्यकता है, और कई क्षेत्रों में यह काम किया जाना चाहिये। केवल एक क्षेत्र में जांच करने से व्यापक निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकेगा।
मजरूही ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी के रूप में हमें वैज्ञानिक सबूत का विश्वास करना चाहिये। कोई भी निर्णय वैज्ञानिक प्रमाणों पर ही आधारित होने चाहिये। हमें सोशल मीडिया या अन्य स्रोतों से उड़ी अफवाहों का समर्थन नहीं करना चाहिये।
मजरूही के अनुसार सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में खास तौर पर महामारी से जुड़े मामलों पर बहुत-सी अफवाहें फैल रही हैं। लेकिन हमें विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 30 मार्च को जारी “चीन-विश्व स्वास्थ्य संगठन की संयुक्त अध्ययन रिपोर्ट” पर विश्वास करना चाहिये, क्योंकि यह रिपोर्ट वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर लिखा हुआ है। स्वास्थ्य प्रणाली और वैज्ञानिकों को इस रिपोर्ट के अनुसार वायरस ट्रेसबिलिटी ढूंढना चाहिये।
मजरूही ने यह भी कहा कि वायरस ट्रेसबिलिटी के मामले पर चीन हमेशा खुला व पारदर्शी रुख अपनाता है। चीन ने सक्रिय रूप से वैश्विक वायरस ट्रेसबिलिटी सहयोग में भाग लिया है।
चंद्रिमा