अफगानिस्तान में तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने 10 अगस्त को सोशल मीडिया पर कहा कि तालिबान ने फराह प्रांत की राजधानी फराह पर कब्जा कर लिया है। अब तक अफ़गान सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की है।
फराह प्रांत के सांसद ने सिन्हुआ समाचार एजेंसी के संवाददाता को बताया कि नागरिक हताहतों से बचने के लिए सरकारी बल फराह शहर से हट गई और 10 अगस्त की दोपहर को एक सैन्य अड्डे पर पहुंची।
उधर, तालिबान के उग्र आक्रमण का सामना करते हुए, अफगान राष्ट्रपति मुहम्मद अशरफ गनी ने 9 अगस्त को विभिन्न गुटों के नेताओं की एक बैठक बुलाई और विभिन्न क्षेत्रों में मिलिशिया आंदोलित करने को मजबूत करने, उनके उपकरण और समर्थन को बढ़ाने और तालिबान से लड़ने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के मिलिशिया का समर्थन करने का निर्णय लिया।
इसके अलावा, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने 9 अगस्त को कहा कि शर्त के अनुकूल अमेरिकी सेना अफगान सरकारी बलों का समर्थन करना जारी रखेगी। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी सेना अपने अधिकार के अनुसार "संभव स्थानों और समय" पर अफगान सरकारी बलों को हवाई हमले और अन्य सहायता प्रदान करेगी। पर उन्होंने स्वीकार किया कि अफगानिस्तान में वर्तमान में उपलब्ध अमेरिकी सैन्य शक्ति वापसी से पहले की तुलना में कम है। किर्बी ने और भी कहा कि अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति सही दिशा में विकसित नहीं हो रही है। अफगान सरकारी सेना की लड़ाकू क्षमता में तालिबान से बेहतर हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान सरकार को अपने राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व का प्रयोग करना चाहिए।
(आलिया)