चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस के बाद कॉमरेड शी चिनफिंग से केंद्रित सीपीसी की केंद्रीय कमेटी ने पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण को एक उल्लेखनीय स्थान पर रखा, व्यापक रूप से इस का निर्माण किया, सिलसिलेवार बुनियादी, रचनात्मक व दीर्घकालीन काम किये हैं। चीन के पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण में ऐतिहासिक व व्यापक बदलाव हुआ है। मानव व प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सहअस्तित्व का सुन्दर चीनी नया युग शुरू हुआ है।
चीन के हुपेइ प्रांत के सैहंबा में सैकड़ों स्वयंसेवकों ने पहाड़ पर वृक्षारोपण किया। इस वर्ष सैहंबा वन फार्म में 3700 मू (एक मू लगभग 666.67 वर्ग मीटर है) का वनरोपण किया गया है।
चच्यांग प्रांत के हूचो में मजदूरों ने नदी व झील में तरह-तरह जलमग्न पौधे डाले। जिससे पानी के नीचे एक जंगल तैयार होगा, और साइनोबैक्टीरीया की रोकथाम की जा सकेगी।
छिंगहाई प्रांत की तीन नदियों के स्रोत में हर वर्ष के तिब्बती मृग प्रवास व्यापक रूप से शुरू हो गया है। कई सालों के संरक्षण से तिब्बती मृगों की संख्या पिछली शताब्दी के 80वें दशक में 20 हजार से बढ़कर वर्तमान के 60 हजार से अधिक पहुंच चुकी है।
शी चिनफिंग ने कहा कि पारिस्थितिक पर्यावरण चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के कर्तव्य से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण राजनीतिक मामला है। वह जन-जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण सामाजिक विषय भी है।
चंद्रिमा