पूर्वी चीन के नान चिंग शहर में वेवुर जाति के प्रवासी मजदूर दोहिहुनजान
50 वर्षीय दोहिहुनजान पूर्वी चीन के नान चिंग शहर में काम करने वाले वेवुर जाति के प्रवासी मजदूर हैं ।उन के कारखाने में शिन च्यांग से आये 40 से अधिक वेवुर जाति के प्रवासी मजदूर हैं ।उन लोगों में दोहिहुनजान की आयु सब से अधिक है ।इसलिए वे बड़े भाई की तरह अपने साथियों का ख्याल रखते हैं ।
रविवार छुट्टी का दिन होता है, पर सुबह दोहिहुनजान आराम नहीं करते ।वे अपने साथियों के लिए शिनच्यांग में सब से लोकप्रिय खाना नान बनाते हैं ।वेवुर जाति के लोग नाश्ते में मिल्क टी और नान बहुत पसंद करते हैं ।कारखाने में नान सेंकने का एक पिट है ।इसलिए वेवुर जाति के प्रवासी मजदूर बहुत खुश हैं ।
19 साल पहले दोहिहुनजान अपने घर से रवाना होकर दूसरी जगह मजदूरी करने लगे ।गृहस्थल में कारखाने बहुत कम हैं और वेतन भी कम है ।पहले वहां के कारखाने आम तौर पर गर्मी में 6 महीने तक चलते थे और सर्दी में बंद होते थे ।इस तरह दोहिहुनजान को नौकरी ढूंढने के लिए बाहर जाना पड़ा ।
इधर कुछ साल बाहर काम करने से प्राप्त पैसे पर निर्भर होकर दोहिहुनजान ने अपने बच्चों को कालेज में पहुंचाया ।अब उन के बेटे और बेटी कालेज में पढ़ते हैं ।उन के समर्थन के लिए दोहिहुनजान बाहर में काम जारी रखना चाहते हैं ।जब बच्चे कालेज की शिक्षा पूरे करें ,तो वे आराम कर सकेंगे ।
अपने बच्चों के भविष्य के प्रति दोहिहुनजान का विचार है कि अगर वे अच्छी तरह सीखते हैं , दक्ष होते हैं और राष्ट्रीय नीतियों का पालन करते हैं ,तो वे हर जगह अपना स्थान खोज सकेंगे।