ट्रंप बनाम टिक-टॉक

2020-08-08 17:19:22 CRI

टिक-टॉक पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बैन को लेकर चाइना ग्लोबल टीवी नेटवर्क (सीजीटीएन) की मशहूर संवाददाता ल्यू शिन ने एक टिप्पणी जारी की, जिसका शीर्षक ट्रंप बनाम टिक-टॉक है ।इस में कहा गया कि टिक-टॉक पर बैन से जाहिर है कि एक तरफ अमेरिका ने अपनी परंपरागत वैल्यू को ठुकरा दिया है ,जिसने अमेरिका को महान बनाया ।दूसरी तरफ इस घटना से जाहिर है कि सृजन में अब अमेरिका का एकाधिकार खत्म हो गया है।

टिप्पणी में कहा गया कि यह सच है कि टिक-टॉक के जरिये कई प्रतिभावान अमेरिकियों ने बहुत कम समय में बड़ी संख्या मेंदर्शकों को आकर्षित किया ,जबकि परंपरागत माध्यम से उन को ऐसा मौका नहीं मिल सकता ।इस नये प्लेटफार्म से उन्होंने आय के नए तरीके खोजे हैं। लेकिन अब राष्ट्रपति ट्रंप इस मौके को उनके हाथों से छीन लेना चाहते हैं ।क्योंकि ट्रंप ने कहा कि टिक-टॉक के विरोध का कारण है उनके चीन के साथ संबंध हैं ।उनके व्यापार सलाहकार ने बताया कि टिक-टॉक व्यक्तिगत डेटा की चोरी कर रहा है और उसे चीन सरकार के साथ साझा करता है ।

पर टिक-टॉक पर लगाये गये आरोपों का कोई ठोस प्रमाण नहीं है ।वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में कहा कि टिक-टॉक यूजर्स का जो डेटा लेता है ,वह फेसबुक से ज्यादा नहीं है और चीन के साथ डेटा को साझा करने का प्रमाण भी नहीं है ।टेक मैग्जीन वायरड ने भी ऐसा ही संदेह व्यक्त किया है।

टिप्पणी में यह भी कहा गया है कि टिक-टॉक की आर्म ट्विस्टिंग करने से कुछ अमेरिकी राजनीतिज्ञों को मानना पड़ा है कि सृजन पर अमेरिका का एकदम एकाधिकार मौजूद नहीं है ।चीन के पास अच्छे विचार भी हैं ।

टिप्पणी के अंत में कहा गया है कि कुछ लोग कहते हैं कि टिक-टॉक को धमकी देने से ट्रंप ने इस सवाल का समाधान किया है कि युवाओं को कैसे बाहर निकालकर वोट डालने दिया जाए ,पर मैंने कुछ लोगों की चिल्लाहट सुनी है कि मुझे टिक-टॉक दो या मुझे मार डालो ।(वेइतुंग)

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