शी चिनफिंग गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतों का रखते हैं ख्याल

2020-06-13 18:30:58 CRI

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 27 मार्च साल 2014 को संयुक्त राष्ट्र यूनेस्को के मुख्यालय में भाषण देते हुए कहा कि चीन की सभ्यता का 5 हज़ार वर्ष पुराना इतिहास है, जिसमें चीनी राष्ट्र की गहरी आध्यात्मिक इच्छा जाहिर होती है। यह चीनी राष्ट्र के खास आध्यात्मिक द्योतक का प्रतिनिधित्व है।

गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत नागरिकों के जीवन से घनिष्ठ संबंध रहा है, यह पीढ़ी दर पीढ़ी का उत्तराधिकार है।

राष्ट्रपति शी चिनफिंग हमेशा गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतों का ख्याल रखते हैं। पूर्वोत्तर चीन में हेलोंगच्यांग प्रांत, पूर्वी चीन में च्यांगसू प्रांत, दक्षिण पश्चिमी चीन में सछ्वान प्रांत, दक्षिण चीन के क्वांगतोंग प्रांत, उत्तरी चीन में भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश, मध्य चीन में हनान प्रांत और पूर्वी चीन में चच्यांग प्रांत आदि स्थलों का निरीक्षण करने के दौरान शी चिनफिंग कई बार गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतों के प्रशंसक बने।

हर वर्ष जून महीने के दूसरे शनिवार को चीन में“सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत दिवस”मनाया जाता है। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र युनेस्को द्वारा जारी गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की नाम सूची में चीनी गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतों की संख्या सबसे ज्यादा है। चीन में राष्ट्रीय स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत 1372 हैं। पारंपरिक कला का आधुनिक जमाने में उत्तराधिकार किए जाने के साथ नवाचार किया जाता है। चीनी संस्कृति सारी दुनिया के सामने अपनी सुन्दरता और रंग दिखा रही है।

(श्याओ थांग)

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