महासचिव के नेतृत्व में जनयुद्ध: वैज्ञानिक माध्यम से महामारी का मुकाबला
नये कोरोनावयरस के प्रकोप के बाद चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव शी चिनफिंग ने महामारी की रोकथाम व नियंत्रण में वैज्ञानिक रोकथाम और अनुसंधान की अहम भूमिका पर बहुत ध्यान दिया। उन्होंने कई बार अहम आदेश दिये। उनका कहना है कि बीमारी के खिलाफ मानव जाति का सबसे शक्तिशाली हथियार विज्ञान और प्रौद्योगिकी है। मानव जाति का प्रमुख आपदाओं को जीतना वैज्ञानिक विकास और तकनीकी नवाचार से अलग नहीं हो पाता।
शी चिनफिंग ने कहा कि वैज्ञानिक सटीक उपचार को बढ़ाते हुए सबसे बड़ी हद तक ठीक होने की दर को उन्नत करना और मृत्यु दर को कम करना चाहिए। चीनी और पश्चिमी चिकित्सा के संयुक्त उपयोग और ठीक होने वाले बीमारों की रक्त प्लाज्मा उपचार महामारी की रोकथाम और उपचार में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
शी चिनफिंग ने टीके के नैदानिक परीक्षण और बाजार में उतारने को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने की मांग की। वर्तमान में चीन ने टीके के अनुसंधान में अहम प्रगति हासिल की।
शी चिनफिंग ने बल देते हुए कहा कि वायरस के स्रोत और फैलने के तरीकों पर अनुसंधान बढ़ाना चाहिए और इस बात को स्पष्ट किया जाना चाहिए कि वायरस कहां से आया और कहां जा रहा है।
शी चिनफिंग ने रणनीतिक ऊंचाई पर योजना बनायी और जैव सुरक्षा को समग्र राष्ट्रीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महामारी की रोकथाम व नियंत्रण और सार्वजनिक स्वास्थ्य वैज्ञानिक अनुसंधान प्रणाली का निर्माण बढ़ाना चाहिए।