20180811

2018-08-13 20:00:20 CRI

11 अगस्त 2018 आपकी पसंद

 

पंकज -  नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, हर बार की तरह आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं आश्चर्यजनक, ज्ञानवर्धक और हैतरअंगेज़ जानकारियां, साथ में आपको सुनवाएंगे आपकी पसंद के फिल्मी गाने तो शुरु करते हैं आपकी पसंद।

 

अंजली श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है, मित्रा पारा रोड, पोस्ट नैहटी, ज़िला चौबीस परगना, पश्चिम बंगाल से माधव चंद्र सागौर, मानिक, शिवचंद्र, शिवानी, अंजू और आदित्य ने इनके साथ ही हमें ग्राम बलिया, पोस्ट अफजला, दरभंगा बिहार से पत्र लिखा है मोहम्मद मेराज आलम, समर, सदफ़, तोहफ़ा, शबनम, नेमत और अरशद ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म सूरज(1966) का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी ने गीतकार हैं हसरत जयपुरी, संगीत दिया है शंकर जयकिशन ने गीत के बोल हैं ------

सांग नंबर 1. बहारों फूल बरसाओ ....

 

पंकज-  पत्नी ने आलू रखने के लिए बेसमेंट बनाने को कहा, पति ने 23 साल में जमीन के नीचे बना दिया महल

आर्मेनिया में लेवोन अरकेल्यान नाम के आदमी ने 1985 में जमीन खोदना शुरू किया और एक महल बना दिया

येरेवान.   आर्मेनिया के अरिंज गांव में एक महिला तोस्या घारीबिन ने अपने पति लेवोन अरकेल्यान से आलू रखने के लिए बेसमेंट में एक कमरा बनाने को कहा। लेवोन ने 23 साल में जमीन के अंदर एक महल तैयार कर दिया। 2008 में लेवोन दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनका बनाया महल पर्यटकों को खूब लुभा रहा है।

जमीन के अंदर बने महलनुमा घर को मध्ययुगीन इमारत की शक्ल दी गई है। महल में गुफाएं और नहरें भी बनाई गईं हैं। दरवाजों को मेहराब की शक्ल दी गई है। दीवारों पर बड़े-बड़े आले उकेरे गए हैं। तोस्या यहां आने वाले पर्यटकों को अपने इस महल के सातों कमरे दिखाती हैं। वे इसे प्यार की निशानी करार देती हैं।  

अंजली – श्रोता मित्रों हमें अगला पत्र लिख भेजा है पोस्ट गोराडीह, जिला भागलपुर, बिहार से डॉक्टर हेमंत कुमार, जीवेश नंदन और नीलेश नंदन ने, इनके साथ हमें पत्र लिखा है बुलंद दरवाज़ा करियर शरीफ़ से इस्लाम साहिल, असलम साहिल, इकराम राजा, नसीमा साहिल ने आप सभी ने सुनना चाहा है  रन (2004) फिल्म का गाना जिसे गाया है उदित नारायण और अलका याग्निक ने गीतकार हैं समीर और संगीत दिया है हिमेश रेशमिया ने गीत के बोल हैं -------

सांग नंबर 2. सरकी चुनरिया रे ज़रा ज़रा .....

पंकज - 1985 में शुरू हुआ था काम : तोस्या बताती हैं, "लेवोन ने जब एक बार खुदाई शुरू की तो फिर उसके बाद वे नहीं रुके। 1985 में उन्होंने काम शुरू किया। मैंने उन्हें कई बार रोकना चाहा, लेकिन वे अपनी योजना पर अडिग रहे। उन्होंने घर बनाने का प्रशिक्षण लिया था। इस काम के लिए वे रोज 18 घंटे काम करते थे। काम के दौरान वे कुछ देर की झपकी लेते, उसके बाद फिर गुफा खोदने में जुट जाते। उन्हें भरोसा था कि ईश्वर उनकी मदद कर रहा है। 20 साल से ज्यादा समय में लेवोन ने जमीन के अंदर सामान्य औजारों से तीन हजार वर्गफुट हिस्सा खोद लिया।'' लेवोन की 44 साल की बेटी अरक्स्या बताती हैं, "बचपन में जमीन के अंदर से खुदाई की काफी आवाजें आती थीं। शुरुआत में जमीन खोदने में उन्हें काफी मेहनत लगी क्योंकि जमीन के नीचे बेसाल्ट पत्थर था।'' 

अंजली – हमारे कार्यक्रम में अगला पत्र आया है श्रीमती रानी बाई श्रीवास और इनके परिजनों का आपने हमें पत्र लिखा है ग्राम लहंगाबाथा, पोस्ट बेलगहना, ज़िला बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से और आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म हम दिल दे चुके सनम (1999) का गाना जिसे गाया है कविता कृष्णमूर्ति और कुमार शानू ने गीतकार हैं महबूब और संगीत दिया है इस्माइल दरबार ने गीत के बोल हैं -------

सांग 3. आँखों की गुस्ताख़ियां माफ़ हों .....

 

पंकज -  600 ट्रक मिट्टी निकाली : लेवोन की मेहनत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने खुदाई में 600 ट्रक मिट्टी और पत्थर निकाले। 2008 में महल की एक दीवार टूट गई। इसके चलते लेवोन को हार्टअटैक आया और 67 साल में उनकी मौत हो गई। तोस्या ने अपने पति की याद में एक म्यूजियम भी बनाया है।

पंकज -  सारणी: राख डैम के पास मिला दुर्लभ प्रजाति का सफेद कोबरा, वन विहार भोपाल लाने की तैयारी

सतपुड़ा पावर प्लांट के राख डैम के पास मिला दुर्लभ प्रजाति का सफेद कोबरा


सारणी (बैतूल). सतपुड़ा पावर प्लांट के राख डैम के पास मंगलवार को दुर्लभ प्रजाति का सफेद कोबरा सांप पकड़ा गया।

अंजली – मित्रों हमारे पास अगला पत्र आया है लालूचक, भागलपुर बिहार से विष्णु कुमार चौधरी, श्रीमती गायत्री देवी, आरती कुमारी, सागर और बादल ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म याराना (1981) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं अंजान और संगीत से सजाया है राजेश रौशन ने गीत के बोल हैं --------

सांग 4. तेरे जैसा यार कहां ......

 

 पंकज -  कम लंबाई का यह सांप बेहद जहरीले सांपों की श्रेणी में आता है। इसकी लंबाई करीब 9 इंच है। जानकारी के मुताबिक, धसेड़ गांव के पास डैम का निर्माण चल रहा है। इसी दौरान वहां मजदूरों को यह कोबरा सांप नजर आया। मजदूरों ने इसे पकड़ने की कोशिश की तो यह फन फैला लिया और फुंफकार मारने लगा। यह देखकर सभी मजदूर डर गए। लेकिन बाद में हिम्मत दिखाते हुए इस कोबरा सांप को एक बोतल में बंद कर लिया। इसके बाद वन विभाग को इसकी जानकारी दी गई। वन्यजीव विशेषज्ञ आदिल खान ने बताया कि इस कोबरा सांप काे एल्बिनो (व्हाइट) कहते हैं। ये बेहद तेज भागता है। सफेद रंग और लाल आंखों वाला यह कोबरा अन्य सामान्य सांपों की तुलना में बेहद जहरीला होता है।

अंजली – मित्रों ये अगला पत्र मैं उठा रही हूं निशा शावेज, बेटी तय्यबा खान, और इनके मम्मी पापा का इन्होंने हमें पत्र लिखा है कस्बा नींदरू चूना भट्टी, धामपुर, ज़िला बिजनौर उत्तर प्रदेश से इनके साथ ही हमें पत्र लिखा है कहारवाड़ी, राजपुर, मध्यप्रदेश से धीसू दिलवारे, लक्ष्मी दिलवारे, माधुरी दिलवारे, कुनाल दिलवारे और सोनाली दिलवारे ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म हमशक्ल (1974) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने गीत के बोल हैं ----

सांग 5. रस्ता देखे तेरा व्याकुल मन मेरा ....

 

पंकज -  दुनिया के 10 सबसे दुर्लभ एनिमल्स में होती है गिनती :वेटनरी डॉ. पंकज माहोरे ने बताया सांप का सफेद रंग जैनेटिक डिसऑर्डर होता है। यह काफी दुर्लभ होते हैं। गुजरात के सांपों के एक्सपर्ट रंजीत ठाकुर ने नाग की फोटो देखकर बताया कि सारणी में मिला यह सांप विशुद्ध एल्बिनो है। इस सांप को वन विभाग की मदद से वन विहार भोपाल भिजवाने जा रहा है। इस एल्बिनो को दुनिया के 10 सबसे दुर्लभ एनिमल्स में गिना जाता है।

अंजली – और कार्यक्रम में हमें अगला पत्र लिखा है ज़िला मुरादाबाद, ग्राम महेशपुर खेम, उत्तर प्रदेश से तौफ़ीक अहमद सिद्दीकी, अतीक अहमद सिद्दीकी और मोहम्मद दानिश ने आप सभी ने सुनना चाहा है Mr. X in Bomby (1964) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने गीत के बोल हैं --------

सांग 6. मेरे महबूब कयामत होगी ........

पंकज -  तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

अंजली - नमस्कार। 

 

 

 

 

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