20180203

2018-02-06 15:03:46 CRI

03 फ़रवरी 2018 आपकी पसंद 

पंकज -  नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, हर बार की तरह आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं आश्चर्यजनक, ज्ञानवर्धक और हैतरअंगेज़ जानकारियां, साथ में आपको सुनवाएंगे आपकी पसंद के फिल्मी गाने तो शुरु करते हैं आपकी पसंद। 

अंजली श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है, ग्राम और पोस्ट गोराडीह, भागलपुर, बिहार से हमारे श्रोता डॉक्टर हेमंत कुमार, जिवेश नंदन, नीलेश नंदर और देव नंदन ने आप सभी ने सुनना चाहा है धर्मात्मा (1975) फिल्म का गाना जिसे गाया है मुकेश और कंचन ने गीतकार हैं इंदेवर और संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने गीत के बोल हैं -------- 

सांग नंबर 1. तुमने किसी से कभी प्यार किया है...... 

पंकज -  भूल जाएं 4G, आने वाली है सुपरफास्ट इंटरनेट वाली लाई-फाई तकनीक

नई दिल्ली

सोचिए कि आपके घर में लगा एलईडी बल्ब बिना किसी वाई-फाई या ब्रॉडबैंड के हाई-स्पीड इंटरनेट डेटा देने लगे। यह किसी साइंस-फिक्शन मूवी की कल्पना नहीं बल्कि वास्तविकता है और भारत सरकार इस तकनीक पर टेस्ट भी कर रही है। हाल में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत इन्फर्मेशन ऐंड टेक्नॉलजी मिनिस्ट्री ने इस तकनीक का सफल टेस्ट किया है।इस नई तकनीक को लाई-फाई (लाइट फिडेलिटी) का नाम दिया गया है जिसमें एलईडी बल्ब और लाइट स्पेक्ट्रम के जरिए 10 GB प्रति सेकंड की स्पीड से 1 किलोमीटर के एरिया में हाई स्पीट डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है। सरकार का मानना है कि देश के ऐसे इलाके जहां बिजली तो है लेकिन फाइबर ऑप्टिक्स नहीं है, वहां इसके जरिए इंटरनेट पहुंचाना संभव हो सकता है।  

अंजली  -  मित्रों कार्यक्रम में हमारे अगले श्रोता हैं रंजू मुखिया, ललिता देवी, पूनम देवी, सुधा देवी, सरिता देवी, रामदाना देवी, सुनूता देवी और रंजन आपने हमें पत्र लिखा है बाजिदपुर चंगवारा, पोस्ट लहदो, दरभंगा बिहार से और आप सभी ने सुनना चाहा है मुद्दत (1986) फिल्म का गाना जिसे गाया है मोहम्मद अज़ीज़ और आशा भोंसले ने गीतकार हैं इंदेवर और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने और गीत के बोल हैं --------

सांग नंबर 2. प्यार हमारा अमर रहेगा याद करेगा जहाँ .....

पंकज -   इस पायलट प्रोजेक्ट को चला रही मंत्रालय की स्वतंत्र साइंटिफिक सोसायटी एजुकेशन ऐेंड रिसर्च नेटवर्क (ERNET) की डायरेक्टर जनरल नीना पहुजा ने कहा, 'देश में भविष्य में बनने वाले स्मार्ट सिटीज में लाई-फाई तकनीक काफी काम की होगी क्योंकि यहां मॉडर्न सिटी मैनेजमेंट में इंटरनेट काफी जरूरी होगा और इसमें कनेक्टेड रहने के लिए एलईडी बल्ब का प्रयोग किया जाएगा।
इस पायलट प्रोजेक्ट पर आईआईटी मद्रास के साथ काम किया जा रहा है जिसमें एलईडी बल्ब बनाने वाली कंपनी फिलिप्स भी सहयोगी है। ERNET अब इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु के साथ इस तकनीक का प्रयोग शहरों में करना चाहता है। फिलिप्स लाइटिंग इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर सुमित जोशी ने कहा, 'हम नई तकनीकों को लाए जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस क्षेत्र में नई तकनीकों पर काम करते रहेंगे।बता दें कि लाई-फाई तकनीक की खोज 2 साल पहले यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग में मोबाइल कम्युनिकेशन के प्रफेसर हैरल्ड हास ने की थी। उसके बाद गूगल और नासा जैसी संस्थाएं भी इस तकनीक पर काम कर रही हैं।

अंजली – कार्यक्रम में हमें अगला पत्र लिखा है ग्राम महेशपुर खेम, ज़िला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से तौफ़ीक अहमद सिद्दीकी, अतीक अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद दानिश सिद्दीकी और इनके साथियों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म दहलीज़ (1986) का गाना जिसे गाया है महेन्द्र कपूर ने गीतकार हैं हसन कमाल और संगीत दिया है रवि ने और गीत के बोल हैं -------

सांग नंबर 3. दिल बेकरार ....

पंकज -   लाई-फाई तकनीक की यह खासियत है कि इसके लिए किसी भी तरह के मोबाइल स्पेक्ट्रम की जरूरत नहीं है लेकिन इसमें चुनौतियां भी कम नहीं हैं। पहुजा ने बताया कि यह तकनीक के लिए क्लियर लाइन ऑफ साइट की जरूरत होगी और अगर बीच में कोई दीवार जैसी ठोस सतह आ जाती है तो इसमें रुकावट आ सकती है। इसके लिए लाइट्स का ऐसा जाल बिछाए जाने की जरूरत है कि कही भी सिग्नलों में रुकावट न आए। 

अंजली – हमारे अगले श्रोता पुराने और चिर परिचित श्रोता हैं और हमें नियमित रूप से पत्र लिखते रहते हैं, आप हैं मालवा रेडियो श्रोता संघ प्रमिलागंज, आलोट से बलवंत कुमार वरमा, राजुबाई माया वर्मा, शोभा वर्मा, राहुल, ज्योति, अतुल और अन्य परिजन आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म हत्या (1988) का गाना जिसे गाया है मोहम्मद अज़ीज़ और सपना मुखर्जी ने गीतकार हैं इंदेवर और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने गीत के बोल हैं --------- 

सांग नंबर 4. मैं प्यार की पुजारन .... 

पंकज -   हिंदू धर्म से प्रभावित वकील ने बेटे-बेटियों के हिंदू नाम रखे

बस्ती, उत्तर प्रदेश
रामायण और गीता का पाठ कंठस्थ कर चर्चा में आए बदीउज्जमा सिद्दीकी को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है। मुस्लिम होने के बावजूद बदीउज्जमा हिंदू संस्कृति से इतने प्रभावित हैं कि उन्होंने अपने बच्चों के नाम हिंदू बच्चों के नाम पर रखा है। धार्मिक एकता की इसी सद्भावना को देखकर इलाके के हिंदू बदीउज्जमा को इज्जत देने के लिए प्रणाम और मुस्लिम सलाम करना नहीं भूलते।पेशे से वकील बदीउज्जमा पिछले 40 साल से रामायण और गीता का पाठ कर रहे हैं। पांच वक्त की नमाज के साथ ही हिंदू धर्म ग्रंथों को सुनना उनकी दिनचर्या में शामिल है। कुरान की आयतों और गीता के श्लोकों और रामायण की चौपाइयों पर उनकी अच्छी पकड़ है। संयुक्त परिवार का मुखिया होने के कारण उन्होंने अपने भाइयों के बच्चों का नाम भी नीरज, अनूप, अनिल और आलोक रख दिया है।

 

अंजल – कार्यक्रम में हमें अगला पत्र लिख भेजा है चंदा चौक अंधराठाढ़ी, ज़िला, मधुबनी बिहार से भाई शोभीकांत झा सज्जन, मुखियाजी हेमलता सज्जन और इनके परिजनों ने इनके साथ ही हमें पत्र लिखा है मेन रोड मधेपुर, ज़िला मधुबनी से ही प्रमोद कुमार सुमन, रेनू सुमन और इनके मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म दबंग (2010) का गाना जिसे गाया है राहत फतेह अली खान ने गीतकार हैं फ़ैज़ अनवर और संगीत दिया है ललित पंडित और साजिद-वाजिद ने और गीत के बोल हैं -------

सांग नंबर 5. तेरे मस्त मस्त दो नैन ....

 

पंकज -  बदीउज्जमा के बेटे पंकज का कहना है कि जब वह जाॅब के लिए कहीं इंटरव्यू देने जाते हैं तो उनका नाम सुनकर ही लोग दंग रह जाते हैं। इस पर बदीउज्जमा कहते हैं कि 'धारयति इति धर्मः' यानी जो धारण किया जाए वही धर्म है। 

दुबौलिया ब्लॉक के मुस्लिम बहुल बैरागल गांव के 65 साल के बदीउज्जमा धर्म के नाम पर दिलों की दूरी पैदा करने वालों के लिए नजीर बन गए हैं। यह उनके बच्चों के नाम से साफ झलकता है। बदीउज्जमा ने अपने बड़े बेटे का नाम पंकज और बेटी का नाम पलक रखा है। 

अंजली -  मित्रों हमारे पास अगला पत्र आया है मल्थोने, ज़िला सागर, मध्यप्रदेश से धर्मेन्द्र सिंह और इनके साथियों का आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म इल्ज़ाम (1986) का गाना जिसे गाया है नाज़िया हसन और जुहैब हसन ने गीतकार अंजान और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने और गीत के बोल हैं --------

सांग नंबर 6. मैं आया तेरे लिये .....

 

पंकज तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

अंजली - नमस्कार। 

 

 

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