20171216

2017-12-29 17:41:03 CRI

16 दिसम्बर आपकी पसंद

 

पंकज -  नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

 

अंजली श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है,  दौलत बाग, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से जाफ़र हुसैन, नईमा बेगम, कासिम अली, नदीम अली, जुनैद अब्बासी और इनके परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है डॉन (1978) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं अंजान और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं -----

 

सांग नंबर 1.  ई है बंबई नगरिया ...

 

पंकज -   40 लाख छात्रों को पढ़ा रहा है यह शख्‍स, 260 करोड़ है सालाना इनकम

नई दिल्ली. गांव में पढ़ाई शुरू करने वाले इस शख्स ने अपने टैलेंट के दम पर अच्छी नौकरी हासिल की। मोटी सैलरी की नौकरी छोड़ अपनी कोचिंग क्लास शुरू कर दी। आज यह कोचिंग इतनी बड़ी हो चुकी है कि छात्रों की संख्‍या 40 लाख पहुंच गई है। उसकी कोचिंग अब एक बड़ी कंपनी में तब्दील हो चुकी है और दुनिया में अपनी धाक जमा ली है। इस शख्‍स का नाम है बायजू रविंद्रन, जो ऑनलाइन एजुकेशन स्टार्टअप बायजू के फाउंडर हैं। आज कोचिंग के दम पर बायजू की सालाना कमाई 260 करोड़ रुपए पहुंच चुकी है।ऐसे शुरू हुआ सफर ।

 

अंजली श्रोता मित्रों जो लोग जीवन में रिस्क उठाते हैं कामयाबी उन्हें ही नसीब होती है, इसलिये मेरा भी यही मानना है कि जीवन में कुछ न कुछ नया करना चाहिए जिससे हमें भी कोई नई मंजिल मिल सके, इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है मुदाराबाद के ही महेशपुर खेम गांव से तौफीक अहमद सिद्दकी, अतीक अहमद सिद्दकी और मोहम्मद दानिश सिद्दकी ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म दुल्हन वही जो पिया मन भाए (1977) का गाना जिसे गाया है हेमलता ने गीतकार और संगीतकार रविन्द्र जैन हैं और गीत के बोल हैं ----

 

सांग नंबर 2. ले तो आए हो हमें सपनों की छांव में ....

पंकज -  बायजू रविंद्रन की शुरुआती शिक्षा उनके गांव अझीकोड से शुरू हुई जो कन्नूर जिले में हैं। कालीकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग पूरी कर शिपिंग कंपनी में नौकरी की। उसी दौरान अपने कुछ दोस्तों को एमबीए के एग्जाम की तैयारी में मदद करने की सोची और उनके लिए टीचिंग शुरू की। बेहतर रिजल्ट दिखा तो दोस्तों ने कोचिंग क्लास शुरू करने की सलाह दी। यहीं से बायजू के एक सफल बिजनेसमैन बनने का सफर शुरू हुआ।

 

2 लाख रुपए से शुरू की थी कोचिंग

बायजू ने महज 2 लाख रुपए से अपनी कोचिंग क्लास शुरू की थी। बाद में उन्हें ज्यादा लोगों को एजुकेशन प्रोवाइड करने के लिए एक खास आइडिया सूझा और उन्होंने 2011 में बायजू नाम से अपना स्टार्टअप तैयार कर लिया है। आज एजुकेशन प्रोवाइड कराने वाली इस कंपनी की सालाना कमाई 260 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।

 

अंजली कार्यक्रम में हमें अगला पत्र लिख भेजा है डॉक्टर हेमंत कुमार, जीवेश नंदन, नीलेश नंदन और देव नंदन ने पोस्ट गोराडीह, भागलपुर, बिहार से आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म तीसरी कसम (1966) का गाना जिसे गाया है मन्ना डे ने गीतकार हैं शैलेन्द्र और संगीत दिया है शंकर जयकिशन ने और गीत के बोल हैं ------

सांग नंबर 3.  चलत मुसाफिर ....

 

पंकज -   शुरू किया ऑनलाइन टीचिंग प्रोग्राम

रविंद्रन फुल टाइम कोचिंग क्लास चलाने लगे। वे कई और शहरों में जाकर भी कोचिंग क्लास लेते थे। बाद में उन्होंने सोचा कि क्यों न एक ही जगह रहकर अपने सभी छात्रों तक पहुंचा जा सके। यहीं उन्होंने पहली बार 2009 में CAT के लिए ऑनलाइन वीडियो बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम शुरू किया। यह ऐसा आइडिया था, जिसके बाद से उनका एक नया सफर हुआ।

 

2011 में अपनी कंपनी शुरू की

 

रविंद्रन ने बायजू नाम से 2011 में अपनी कंपनी शुरू की। कंपनी का फोकस CAT के अलावा चौथी से 12वीं क्लास के छात्रों को ऑनलाइन कोचिंग प्रोवाइड करने पर था। उनकी कोचिंग में छात्रों की संख्‍या बढ़ने लगी। 2015 में उन्होंने अपना फ्लैगशिप प्रोडक्ट BYJU’s- द लर्निंग एप लॉन्च किया। यह उनके लिए गेमचेंजर साबित हुआ। स्मार्टफोन की बढ़ती लोकप्रियता के बीच उनका यह एप भी पॉपुलर होता गया।

अंजली हमारे कार्यक्रम में आपका अगला पत्र आया है अनामदर्शी मसीह और इनके साथियों का जो बुद्ध रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष हैं आपने हमें पत्र लिखा है आम्बेडकर कॉलोनी, पोस्ट उमरी, ज़िला भिण्ड, मध्यप्रदेश से, आप सुनना चाहते हैं फिल्म आया सावन झूमके (1969) का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने गीत के बोल हैं ----

सांग नंबर 4. आया सावन झूम के .......

 

पंकज -  40 लाख छात्र बायजू से जुड़े

कंपनी ऑनलाइल कंटेंट उपलब्ध करवाती है। कुछ कंटेंट तो फ्री हैं, लेकिन एडवांस लेवल के लिए फीस देनी होती है। मौजूदा समय में 40 लाख छात्र बायजू से जुड़े हैं। इसमें से करीब 7 लाख पेड सब्सक्राइबर्स हैं। मौजूदा समय में बायजू के साथ 1000 कर्मचारी जुड़े हुए हैं।

 

260 करोड़ सालाना रेवेन्यू

रविंद्रन ने जब कोचिंग क्लास शुरू की थी तो सिर्फ 2 लाख रुपए निवेश किया था। कंपनी बनने के बाद2011-12 में उनकी कंपनी का रेवेन्यू 4 करोड़ रुपए था, जो 2012-13 में बढ़कर 12 करोड़, 2013-14 में बढ़कर 20 करोड़, 2014-15 में बढ़कर 48 करोड़ और 2015-16 में बढ़कर 120 करोड़ रुपए हो गया। यह 2016-17 में बढ़कर 260 करोड़ रुपए हो गया।

 

अंजली हमारे अगले श्रोता हैं शनिवार पेठ, बीड शहर महाराष्ट्र से पोपट कुलथे, हनुमंत कुलथे, समर्थ कुलथे, पी बी कुलथे और पूरा कुलथे परिवार, इनके साथ ही हमें पत्र लिखा है नारेगांव, औरंगाबाद से दीपक आडाणे, श्याम आडाणे और इनके मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म टार्जन (1985) का गाना जिसे गाया है अलिशा चिनाए ने और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने गीत के बोल हैं -------

सांग नंबर 5. टार्जन माई टार्जन .....

 

पंकज -  अब विदेश में जमाएंगे धाक

 

- बायजू ने हाल ही में ऑनलाइन ट्यूटरिंग ब्रॉन्ड ट्यूटर विस्ता और एड्यूराइट को खरीदा है। ये दोनों स्टार्टअप भी विदेशों में ऑनलाइन एजुकेशन से जुड़ी हैं। इसके साथ ही बायजू ने अमेरिका और इंग्लैंड जैसे देशों में भी अपने कदम मजबूती के साथ जमाने शुरू कर दिए हैं।

 

 - BYJU’s- द लर्निंग एप से कुल रेवेन्यू का 90 फीसदी हिस्सा आ रहा है। वहीं ओवरसीज यूजर्स से आने वाले रेवेन्यू का हिस्सा 15 फीसदी है।

 

अंजली अगला पत्र हमारे पास आया है मंदार श्रोता संघ, बांका, बिहार से कुमोद नारायण सिंह, बाबू, गीतांजली, सनातन, अभय प्रताप गोलू और कृष भूटानी का आपने सुनना चाहा है फिल्म मिस्टर इंडिया (1987) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और कविता कृष्णमूर्ति ने गीतकार हैं जावेद अख्तर और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने गीत के बोल हैं -------

 

सांग नंबर 6. करते हैं हम प्यार मिस्टर इंडिया से .....

 

पंकज तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

अंजली - नमस्कार। 

 

 

 

 

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