20170812

2017-09-11 09:35:05 CRI

 

पंकज -  नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं। 

अंजली श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है, मऊनाथ भंजन, उत्तर प्रदेश से मोहम्मद इरशाद, शमशाद अहमद, गुफ़रान अहमद, नेयाज़ अहमद, इरशाद अहमद अंसारी, रईस अहमद, शादाब अहमद, शारिक अनवर, दिलकशां अनवर ने आप सभी ने सुनना चाहा है खेल खेल में (1975) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

 

सांग नंबर 1. एक मैं और एक तू ..... 

पंकज -  काउंसलर और स्थानीय लोगों की पहल से बचाया गया तालाब

कोलकाता 
दमदम इलाके की एक काउंसलर ने सूखे पड़ चुके तालाब को बचाने के लिए खास पहल की। इलाके के प्रमोटर्स ने दमदम के बेदियापारा इलाके में सूख चुके तालाब के ऊपर बिल्डिंग बनाने का फैसला कर लिया था। पिछले एक साल से इस तालाब में बिल्कुल भी पानी नहीं था। 
इलाके के निवासी मंटू मंडल ने बताया, 'प्रमोटर्स तालाब को भरवाकर उस पर एक बिल्डिंग बनवाना चाहते थे। हमारे क्लब और कॉलोनी कमिटी ने इस बारे में काउंसलर गोपा पांडेय को बताया। वॉर्ड नंबर 11 की काउंसलर गोपा ने इसी साल 11 फरवरी को इस बारे में बात करने के लिए खास बैठक भी की। उसी मीटिंग में आपसी सहमति से तालाब को रेनोवेट करने का फैसला किया गया।'

काउंसलर गोपा पांडेय ने 1 लाख 22 हजार रुपए अपने काउंसलर फंड से निकालकर तालाब का नवीकरण करवाया। तालाब के रख-रखाव की जिम्मेदारी क्लब और कॉलोनी कमिटी को सौंपा गया। वॉर्ड काउसंलर गोपा की इलाके में रहने वाले गरीब लोगों के लिए तालाब में मछली पालन की व्यवस्था भी करवाई है।  

अंजली – मित्रों हमारे अगले श्रोता हैं युनिवर्स यूथ क्लब बाजितपुर, चंग्वारा, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, रंजू मुखिया, अमित कुमार, अजीत कुमार आलोक, अर्चना आलोक, दीपू कुमार मुखिया, महावीर मुखिया, लाल किशोर मुखिया, कल्पना आलोक, अपर्णा आलोक, शिव शंकर मंडल, मेराज आलम, विश्वनाथ मुखिया, अनिल कुमार गुप्ता और नरेश कुमार गुप्ता आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म एक राज़ (1963) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं मजरूह सुल्तानपुरी और संगीत दिया है चित्रगुप्त ने गीत के बोल हैं ------

सांग नंबर 2.  अगर सुन ले तू इक नगमा ....

पंकज -  गोपा अपनी इस मुहिम के बारे में कहती हैं, 'प्रमोटर्स तालाब को भरवाकर इस पर बिल्डिंग बनाना चाहते हैं। हमने आपसी सहयोग से फिर से इसे रेनोवेट कर लिया।' गोपा ने बताया कि पिछले सप्ताह मछली पालन के जरिए मिलने वाले फायदे को 32 परिवारों में बांटा गया। वहीं, 26 जरूरतमंद छात्रों की मदद की गई। मछली पालन की कमाई में से एक हिस्सा मिलने पर खुश एक बुजुर्ग ने कहा, 'कई बार अर्जी लगाने के बाद भी मुझे वृद्धों को मिलने वाला लाभ नहीं मिला था। मछली पालन से मिले पैसे से अपना इलाज करवा सकूंगा।'

अंजली – मित्रों कार्यक्रम में अगला पत्र हमें लिख भेजा है फुलिया, चतकातला, नदिया, पश्चिम बंगाल से धीरेन बसाक, अनिता बसाक, नंदिता बसाक, दिशा बसाक, भजन बसाक और इनके ढेर सारे मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म मेरा साया (1966) का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं राजा मेहंदी अली खान और संगीत दिया है मदन मोहन ने गीत के बोल हैं -----

सांग नंबर 3. मेरा साया साथ होगा ....

पंकज -  वहीं, कक्षा 11 में पढ़ने वाले दीप्तन दास ने कहा, 'इस पैसे का प्रयोग मैं प्राइवेट ट्यूशन के लिए कर सकूंगा।' जल्द ही वहां पर फिशिंग की भी शुरुआत की जा सकेगी, जिसके लिए लोगों को टिकट लेना होगा। इससे होने वाली कमाई भी गरीबों को दी जाएगी। पर्यावरणविद् सुभाष दत्ता ने कहा, 'पर्यावरण संतुलन के लिहाज से यह काफी अच्छा कदम है। सरकारों को भी इस तरह के कदम उठाने चाहिए।' 

अंजली – श्रोता मित्रों हमें आपके मिलने वाले पत्रों की बढ़ती संख्या से पता चलता है कि आपकी पसंद कार्यक्रम को आप लोगों का कितना प्यार मिल रहा है, और हमें भी आपका पत्र पढ़ने में बहुत अच्छा लगता है, ऐसा लगता है मानो हम आपसे बातें कर रहे हों, तो चलिये इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है बुद्ध रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष अनामदर्शी मसीह और इनके परिजनों ने आपने हमें पत्र लिखा है भिंड, मध्यप्रदेश से आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म तेरी मेहरबानियां (1985) का गाना शब्बीर कुमार ने गीतकार हैं एस एच बिहारी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं ------

सांग नंबर 4. तेरी मेहरबानियां ...... 

पंकज -   वैज्ञानिकों ने तैयार किया बिजली पैदा करने वाला कपड़ा

न्यू यॉर्क 
अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मेटल फ्री इलेक्ट्रोड का इस्तेमाल करके एक ऐसा कपड़ा तैयार किया है, जिससे ऊर्जा पैदा करके छोटे उपकरण चलाए जा सकेंगे। ये कपड़े हल्के और आरामदायक होंगे। 'अडवांस फंक्शनल मटीरियल' जर्नल में छपी स्टडी के अनुसार, इस कपड़े को वेपर डिपोजिशन मेथड और कंडक्टिंग पॉलिमर की मदद से बनाया गया है, जिसकी वजह से यह कपड़ा धुलने, रगड़ने, प्रेस करने, पसीने और अन्य चीजों से भी सुरक्षित है। इसकी मोटाई तकरीबन 500 नैनोमीटर है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैसचूसिट्स की तृषा एंड्रयू ने बताया, 'हमारे लेख में उस पदार्थ के बारे में बताया गया है, जिसकी आज विज्ञान को जरूरत है। हमने यह भी दिखाया है कि यह कपड़ा धुलने, रगड़ने, पसीने और अन्य चीजों से सुरक्षित है। 

अंजली – तो चलिये मित्रों अभी वक्त हो चला है संगीत ब्रेक लेने का और मैं उठा रही हूं आपका भेजा हुआ अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है ग्राम महेशपुर खेम, ज़िला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से तौफ़ीक अहमद सिद्दीकी, अतीक अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद दानिश सिद्दीकी और इनके मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म अंधा कानून (1983) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल गीत के बोल हैं ------

सांग नंबर 5. रोते रोते हंसना सीखो ... 

पंकज -  कोटिंग के बाद भी इस कपड़े को छूने पर कुछ पता नहीं चलता। दो कंडक्टिंग इलेक्ट्रोड के बीच में अलग-अलग पदार्थों को रखकर घर्षण और गति की वजह से कुछ वॉट बिजली पैदा हो सकती है। इन कपड़ों को पहनने वाले के शरीर में गति की वजह से ऊर्जा पैदा होती है, जिसे बिजली में बदला जा सकता है। इस तरह के कपड़े हेल्थ और टेक्नॉलजी के नजरिए से सेना के जवानों और हेल्थकेयर इंडस्ट्री के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।' ऐंड्रयू ने आगे कहा कि इसके लिए हमें ग्राहकों को मनाना नहीं पड़ेगा, इसके लॉन्च होते ही सब इस पर टूट पड़ेंगे। शोधकर्ताओं का कहना है कि हमारी इस खोज ने बिजली बनाने वाली चीजों को पहन पाने से संबंधित दिक्कत को खत्म कर दिया है।  

अंजली -  मित्रों ये अगला पत्र हमारे पास आया है ग्राम सगोरिया, तहसील शामगढ़, ज़िला मंदसौर, मध्यप्रदेश से श्याम मेहर, निकिता मेहर, आयुष, संगीता, ललिता, दुर्गाबाई और पूरा मेहर परिवार आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म रेशमा और शेरा (1971) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं उद्धव कुमार और संगीत दिया है जयदेव ने गीत के बोल हैं ----

सांग नंबर 6. मैं आज पवन में पाऊं .... 

पंकज तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

अंजली - नमस्कार।  

 

 


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