शी चिनफिंग की भारत यात्रा पर श्रोताओं का स्वागत
2014-09-18 09:31:01 cri
चीनी मेहमानों का हार्दिक स्वागत है ! आशा है,राष्ट्रपति शीचिनपिंग व प्रधानमंत्री मोदी, दोनों देशों के भावी संबंधों के विकास की योजना बनाएंगे और चीन भारत संबंधों का नया अध्याय जोडेंगे ।
भारतीय समाचार पत्रों में प्रकाशित चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग जी का लेख दोनों देशों की जनता के लिए काफी उत्साहवर्धक है l हम उनकी मौजूदा भारत यात्रा और विचारों का स्वागत करते हैं l साथ ही आशा करते हैं कि दोनों देशों के नेताओं की वार्ता से चीन भारत के रिश्ते और मजबूत होंगे l चीन व भारत विकास के ऐतिहासिक दौर में हैं। चीन और भारत को एशियाई अर्थव्यवस्था के दो इंजन होने के कारण आर्थिक विकास में परस्पर साझेदारी बढ़ेगी । निश्चित रूप से चीनी ऊर्जा और भारतीय बुद्धिमत्ता के मिलन से बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है।हम भारतीय दोनों देशों के बीच रिश्तों पर गहन आदान-प्रदान की प्रतीक्षा में हैं । हमें भी विश्वास है कि अगर चीन व भारत एकजुट होकर सहयोग करते रहे तो एक समृद्ध व पुनर्जीवित एशिया की सदी अवश्य ही जल्द साकार होगी।
चुन्नीलाल कैवर्त(अध्यक्ष)
ग्रीन पीस डी-एक्स क्लब सोनपुरी,
पोस्ट टेंगनमाड़ा,जिला बिलासपुर
(छत्तीसगढ़) 495116 INDIA
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज अहमदाबाद में दक्षिण एशिया के यात्रा के अन्तिम पड़ाव पर आ चुके हैं। भारत में आज के दिन की प्रतीक्षा काफी समय पहले से की जा रही थी। पहली बात तो ये की चीन भारत का बड़ा साझेदार और अच्छा पड़ोसी भी है, और दूसरी बात व्यवसायिक हितों की दृष्टि से चीन से भारत को बड़ी अपेक्षाएँ। प्रधानमन्त्री जी के साथ उनका आज विशिष्ट पारम्परिक गुजराती भोजन के साथ रात का डिनर है। हमें उम्मीद है कि चीन जिसके पास न केवल सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भण्डार है बल्कि तकनीकी ज्ञान भी उच्च मूल्यांकित है। भारत में अपने निवेश को बढ़ाएगा। अगले तीन दिनों तक चीनी राष्ट्राध्यक्ष भारत रहेंगे हमें पूरी उम्मीद है िक इस बीच हमारे देशों के बीच मित्रता की नींव और भी मजबूत करने संबंधी समझौते होंगे।
रवि श्रीवास्तव, इण्टरनेशनल फ्रेण्डस क्लब, इलाहाबाद।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज 17 सितंबर से तीन दिन की भारत यात्रा पर आ रहे हैं। सीआरआई के हिन्दी विभाग के एक पुराना श्रोता होने के नाते मुझे आशा है कि इस यात्रा से भारत और चीन के बीच पिछले 60 साल के द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत होंगे।
AMANAT ULLAH KHAN
KHAN RADIO LISTENERS CLUB
PHAPHUND-206247
DISTT-AURAIYA (U.P.) INDIA
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग १७ सितंबर को अपने तीन दिवसीय भारत दौरे पर अहमदाबाद पहुँचे जहाँ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया और ग़ज़ब की गरमजोशी देखी गई एवं दोनों नेताओं ने स्नेहपूर्ण तरीके से एक दूसरे से हाथ मिलाया और उसके बाद साबरमती आश्रम गये। दोनों शीर्ष नेताओं ने साबरमती के रिवरफ्रंट का दौरा भी किया। शी चिनफिंग के स्वागत में मोदी ने कहा, "शी चिनफिंग की भारत यात्रा की शुरूआत मेरे गृहभूमि गुजरात से हो रही है। इस पर गुजरात की जनता को गर्व महसूस हो रहा हैं। भारत व चीन दो शरीर एक भावना है। मेरे द्वारा प्रस्तुत यह वाक्य भारत में बहुत प्रचलित है। भारत व चीन के अंग्रेजी नाम के पहले दो अक्षरों को मिलाने से अंग्रेजी में "इंच" बनता है।" मोदी ने इंडिया-चाइना को "इंच" और "मिलेनियम ऑफ एक्सेप्शनल सिनर्जी" (माइल्स यानी जबर्दस्त समन्वय की सदी) की संज्ञा दी है। इसके बाद मुलाकात में शी चिनफिंग ने कहा, "चीन व भारत दोनों महत्वपूर्ण पड़ोसी देश और प्राचीन सभ्यता वाले देश हैं। इसके अलावा दोनों बड़े विकासशील देश भी हैं। दोनों को एक दूसरे का सम्मान करके एक दूसरे से सीखना चाहिए और हाथ मिलाकर आगे बढ़ना चाहिए जो खुला संदेश है कि भविष्य के सितारे उज्जवल हैं उन्होंने जब यह कहा मेरी इस बार की यात्रा मैत्रीपूर्ण और सहयोग की यात्रा है तो इसका स्वागत देश १३० करोड़ जनता ने ताली बजाकर किया । आगे उनका यह कहना कि हमें वास्तविक राह पर चलकर चीन-भारत संबंध को आगे बढ़ाना चाहिए। मैं आपके साथ इस मिशन को पूरा करने को तैयार हूं विशेषकर पश्चिमी देशों की आँख मे चुभन पैदा किया होगा । और जब भारत और चीन के बीच तीन समझौते हुए। चीन के क्वांगतुंग प्रांत और गुजरात में समझौता, गुजरात में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का समझौता, और क्वांगचो एवं अहमदबाद के बीच 'सिस्टर सिटी' बनाने का समझौता तो आशा की द्वीप प्रज्वलित हुई और दोनों देशों की जनता एवं समूचे विश्व को यह संदेश पहुंचा कि अब दोनों देश अंधकार से दूर निकलने वाले हैं मैं एक श्राेता की हैसियत से इसे शीघ्र पू्र्ण होने की कामना करता हूं ।
धन्यवाद
प्रेषक
मुहम्मद सादिक आज़मी
सऊदी अरब
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भारतीय समाचार पत्रों में प्रकाशित चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग जी का लेख दोनों देशों की जनता के लिए काफी उत्साहवर्धक है l हम उनकी मौजूदा भारत यात्रा और विचारों का स्वागत करते हैं l साथ ही आशा करते हैं कि दोनों देशों के नेताओं की वार्ता से चीन भारत के रिश्ते और मजबूत होंगे l चीन व भारत विकास के ऐतिहासिक दौर में हैं। चीन और भारत को एशियाई अर्थव्यवस्था के दो इंजन होने के कारण आर्थिक विकास में परस्पर साझेदारी बढ़ेगी । निश्चित रूप से चीनी ऊर्जा और भारतीय बुद्धिमत्ता के मिलन से बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है।हम भारतीय दोनों देशों के बीच रिश्तों पर गहन आदान-प्रदान की प्रतीक्षा में हैं । हमें भी विश्वास है कि अगर चीन व भारत एकजुट होकर सहयोग करते रहे तो एक समृद्ध व पुनर्जीवित एशिया की सदी अवश्य ही जल्द साकार होगी।
चुन्नीलाल कैवर्त(अध्यक्ष)
ग्रीन पीस डी-एक्स क्लब सोनपुरी,
पोस्ट टेंगनमाड़ा,जिला बिलासपुर
(छत्तीसगढ़) 495116 INDIA
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज अहमदाबाद में दक्षिण एशिया के यात्रा के अन्तिम पड़ाव पर आ चुके हैं। भारत में आज के दिन की प्रतीक्षा काफी समय पहले से की जा रही थी। पहली बात तो ये की चीन भारत का बड़ा साझेदार और अच्छा पड़ोसी भी है, और दूसरी बात व्यवसायिक हितों की दृष्टि से चीन से भारत को बड़ी अपेक्षाएँ। प्रधानमन्त्री जी के साथ उनका आज विशिष्ट पारम्परिक गुजराती भोजन के साथ रात का डिनर है। हमें उम्मीद है कि चीन जिसके पास न केवल सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भण्डार है बल्कि तकनीकी ज्ञान भी उच्च मूल्यांकित है। भारत में अपने निवेश को बढ़ाएगा। अगले तीन दिनों तक चीनी राष्ट्राध्यक्ष भारत रहेंगे हमें पूरी उम्मीद है िक इस बीच हमारे देशों के बीच मित्रता की नींव और भी मजबूत करने संबंधी समझौते होंगे।
रवि श्रीवास्तव, इण्टरनेशनल फ्रेण्डस क्लब, इलाहाबाद।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग आज 17 सितंबर से तीन दिन की भारत यात्रा पर आ रहे हैं। सीआरआई के हिन्दी विभाग के एक पुराना श्रोता होने के नाते मुझे आशा है कि इस यात्रा से भारत और चीन के बीच पिछले 60 साल के द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत होंगे।
AMANAT ULLAH KHAN
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PHAPHUND-206247
DISTT-AURAIYA (U.P.) INDIA
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग १७ सितंबर को अपने तीन दिवसीय भारत दौरे पर अहमदाबाद पहुँचे जहाँ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया और ग़ज़ब की गरमजोशी देखी गई एवं दोनों नेताओं ने स्नेहपूर्ण तरीके से एक दूसरे से हाथ मिलाया और उसके बाद साबरमती आश्रम गये। दोनों शीर्ष नेताओं ने साबरमती के रिवरफ्रंट का दौरा भी किया। शी चिनफिंग के स्वागत में मोदी ने कहा, "शी चिनफिंग की भारत यात्रा की शुरूआत मेरे गृहभूमि गुजरात से हो रही है। इस पर गुजरात की जनता को गर्व महसूस हो रहा हैं। भारत व चीन दो शरीर एक भावना है। मेरे द्वारा प्रस्तुत यह वाक्य भारत में बहुत प्रचलित है। भारत व चीन के अंग्रेजी नाम के पहले दो अक्षरों को मिलाने से अंग्रेजी में "इंच" बनता है।" मोदी ने इंडिया-चाइना को "इंच" और "मिलेनियम ऑफ एक्सेप्शनल सिनर्जी" (माइल्स यानी जबर्दस्त समन्वय की सदी) की संज्ञा दी है। इसके बाद मुलाकात में शी चिनफिंग ने कहा, "चीन व भारत दोनों महत्वपूर्ण पड़ोसी देश और प्राचीन सभ्यता वाले देश हैं। इसके अलावा दोनों बड़े विकासशील देश भी हैं। दोनों को एक दूसरे का सम्मान करके एक दूसरे से सीखना चाहिए और हाथ मिलाकर आगे बढ़ना चाहिए जो खुला संदेश है कि भविष्य के सितारे उज्जवल हैं उन्होंने जब यह कहा मेरी इस बार की यात्रा मैत्रीपूर्ण और सहयोग की यात्रा है तो इसका स्वागत देश १३० करोड़ जनता ने ताली बजाकर किया । आगे उनका यह कहना कि हमें वास्तविक राह पर चलकर चीन-भारत संबंध को आगे बढ़ाना चाहिए। मैं आपके साथ इस मिशन को पूरा करने को तैयार हूं विशेषकर पश्चिमी देशों की आँख मे चुभन पैदा किया होगा । और जब भारत और चीन के बीच तीन समझौते हुए। चीन के क्वांगतुंग प्रांत और गुजरात में समझौता, गुजरात में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का समझौता, और क्वांगचो एवं अहमदबाद के बीच 'सिस्टर सिटी' बनाने का समझौता तो आशा की द्वीप प्रज्वलित हुई और दोनों देशों की जनता एवं समूचे विश्व को यह संदेश पहुंचा कि अब दोनों देश अंधकार से दूर निकलने वाले हैं मैं एक श्राेता की हैसियत से इसे शीघ्र पू्र्ण होने की कामना करता हूं ।
धन्यवाद
प्रेषक
मुहम्मद सादिक आज़मी
सऊदी अरब
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