शिक्षाशास्त्री थाओ शिंग जी की भारत यात्राएं शीर्षक रिपोर्ट पर श्रोताओं की राय
2014-09-16 09:25:09 cri
15 सितम्बर चीन -भारत मैत्री पुल का निर्माता की शृंखला मेँ सुप्रसिद्ध बिद्वान शिक्षाशास्त्री थाओ शिंग जी की भारत यात्राएं शीर्षक रिपोर्ट बहुत अच्छा लगी । थाओ शिंग जी चीन के सुप्रसिद्ध लोकशिक्षा शास्ती और सामाजिक कार्य कर्ता थे । उन्होने भारत की यात्रा की । महात्मा गांधी , रबीन्द्रनाथ ठाकुर और सुबाशचंद्र बोस से मुलाकात की इच्छा ब्यक्त करके उन तीनोको अलग अलग पत्र लिखी । सौभाग्य की बात है कि तीन जनॉ के साथ उनकी मुलाकात हुयी । भारत के बारे मेँ जानने की उत्सुकता जापानी आक्रमन बिरोधी युद्ध मेँ चीनी जनता से बेहद हमदर्दी देखाने के लिए भारत की जनताऑ के प्रति कृतज्ञ रही । थाओ शिंग जी ने साचमुच भारत चीन मैत्री की पुल निर्माता थे । उनके प्रति हमारि सश्रद्ध नमस्कार ।
बिधान चंद्र सान्याल , अध्यक्ष - अल इंडिया सी आर आई लिसनार्स एसोसियेशन , पश्चिम बंगाल , भारत ।
दिनांक 15 सितम्बर को विशेष श्रृंखला क्रम में "चीन-भारत मैत्री पुल के निर्माता" की आठवीं कड़ी के तहत महान चीनी विद्वान एवं शिक्षाविद थाओशिंग चे के भारत-प्रेम के बारे में जान कर मन गदगद हो उठा। प्रोफ़ेसर के पद को त्याग लोकशिक्षा में अहम भूमिका निभाने वाले श्री थाओशिंग चे ने महात्मा गांधी, रवीन्द्रनाथ ठाकुर एवं सुभाषचन्द्र बोस जैसे महान नेताओं से भारत आकर भेंट की और अपने देश के लिये भारतीय जनता का समर्थन माँगा। मैं चीन-भारत के बीच संदेशवाहक बने थाओशिंग चे के प्रति अपना सम्मान प्रदर्शित करते हुये गर्व महसूस करता हूँ।
सुरेश अग्रवाल
केसिंगा (ओड़िशा)