द हिंदू अखबार ने एक रिपोर्ट में कहा कि दोनों पक्ष शी चिनफिंग की यात्रा की तैयारी में जुटे हैं। भारतीय प्रधानमंत्री के विशेष दूत अजित डोभाल इस यात्रा के लिए इस समय पेइचिंग में हैं। डोभाल ने विश्वास जताया कि यह एक ऐतिहासिक यात्रा होगी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट संकेत दिया जाएगा।
भारत की सबसे बड़ी निजी न्यूज एजेंसी इंडो एशियन न्यूज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि आर्थिक सहयोग के बारे में भारत इस यात्रा के दौरान व्यापक समानताएं संपन्न करने की प्रतीक्षा कर रहा है , उदाहरण के लिए भारत में चीनी निवेश बढ़ाना भारत के लिये एक बेहतर अवसर के तौर पर देखा जा रहा है।
इक्नॉमिक टाइम्स ने बताया कि इस यात्रा से दोनों देश संभवत:रेल निर्माण में महत्वपूर्ण सहयोग बनाएंगे। चीन में विश्व का सबसे बड़ा बुलेट ट्रेन नेटवर्क है , जबकि आधुनिक यातायात संस्थापनों का निर्माण मोदी सरकार की प्राथमिकता है।
इंडियन इक्सप्रेस ने कहा कि चीनी पूंजी के आकर्षण के बारे में मोदी ने स्पष्ट संदेश दिया है। चीनी पक्ष के आर्थिक सहयोग के अनेक प्रस्तावों ,जैसे रेशम मार्ग आर्थिक पट्टी और 21वीं सदी के समुद्री रेशम मार्ग के निर्माण के प्रति मोदी द्वारा अधिक खुली नीति अपनाने की संभावना होगी।