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    संडे की मस्ती 2017-07-23
    2017-07-23 19:58:45 cri
     

    अखिल- तो दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए, अभी हम आपको ले चलते हैं हमारी अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, अजीबोगरीब बातों के इस सेगमेंट में मैं आपको बताता हूं कि ये आदमी रोजाना उड़कर पहुंचता है ऑफिस

    दोस्तों, आप रोजाना अपने ऑफिस आने जाने के दौरान कितनी दूरी तय करते हैं। 100 या 200 किमी से ज्‍यादा दूरी तो नहीं हीं होगी, लेकिन ये जनाब तो ऑफिस जाने के लिए रोज ही 1250 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। जाहिर है इतनी दूरी अगर ट्रेन या कार से करेंगे तो पूरे ऑफिस ऑवर तो रास्‍ते में ही निकल जाएंगे, फिर? तभी तो ये आदमी रोज प्‍लेन से ऑफिस आते जाते हैं। जी हां, अमेरिकी शहर लॉस एंजिल्‍स में रहने वाले 'कर्ट वोन बडिन्स्की' पेशे से एक मैकेनेकिल इंजीनियर हैं और सैन फ्रांसिस्‍को में स्‍थित एक कंपनी के मालिक हैं। दुनिया की सबसे फेमस जगहों में से एक लॉस एंजिल्‍स्‍ में रहने वाला कोई भी अपना घर क्‍यों बदलना या छोड़ना चाहेगा, लेकिन कंपनी चलानी है तो ऑफिस भी जाना पड़ेगा।

    कर्ट वोन का हाल भी यही है वो रोज अपने ऑफिस फ्लाइट से ही आते जाते हैं। अपने ऑफिस के इस सफर के लिए कर्ट वोन को रोज सुबह 5.30 बजे उठना होता है। इसके बाद वो तैयार होकर घर से 20 किलोमीटर दूर बॉब होप बर्रबैंक एयरपोर्ट अपनी कार से पहुंचते हैं। कार को पार्क करके वो यहां से ऑकलैंड की फ्लाइट पकड़ते हैं। जिसमें उन्‍हें 90 मिनट काटने होते हैं। ऑकलैंड एयरपोर्ट पर उतरते ही उनका ऑफिस नहीं आ जाता है। यहां पहले से खड़ी अपनी दूसरी कार में बैठकर वो 32 किलोमीटर दूर अपने ऑफिस तक ड्राइव करते हैं। हां जी अब आ गया उनका ऑफिस। इस तरह से कर्ट वोन का ऑफिस का यह डेली सफर दो कारों और 1 फ्लाइट की मदद से पूरा होता है। सुबह के भागम भाग वाले इस सफर के बाद कर्ट वोन करीब साढ़े आठ बजे ऑफिस पहुंच जाते हैं।

    सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों के इस क्रम में मैं आपको बताती हूं कि रहस्यमयी है यह मंदिर, अंग्रेजों के लिए भी मिस्ट्री ही बना रहा

    दोस्तों, 16वीं सदी में बना लेपाक्षी मंदिर हवा में झूलते पिलर की वजह से दुनिया भर में मशहूर है। इस मंदिर में बहुत सारे स्तंभ है, लेकिन उनमें से एक स्तंभ ऐसा भी है जो हवा में लटका हुआ है। यह स्तंभ जमीन को नहीं छूता और बिना किसी सहारे के खड़ा है। लोग इस बात की पुष्टि करने के लिए इस स्तंभ के नीचे से कपड़ा व अन्य चीजें निकालते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है है कि ऐसा करना शुभ माना गया है।

    कहा जाता है कि वनवास के दौरान भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता यहां आए थे। जब रावण माता सीता का अपहरण करके अपने साथ लंका ले जा रहा था, तभी गिद्धराज जटायु ने रावण के साथ युद्ध किया। युद्ध के दौरान घायल होकर जटायु इसी स्थान पर गिर गए थे और जब माता सीता की तलाश में श्रीराम यहां पहुंचे तो उन्होंने ले पाक्षी कहते हुए जटायु को अपने गले से लगा लिया। संभवतः इसी कारण तब से इस स्थान का नाम लेपाक्षी पड़ा। मुख्यरूप से "ले पाक्षी" एक तेलुगू शब्द है जिसका अर्थ उठो पक्षी है।

    अखिल- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों के इस क्रम को जारी रखते हुए बताता हूं कि ट्रेन ड्राइवर ने महिला को बचाने के लिए कटवाया लिया अपना पैर

    दोस्तों, चीन के एक ट्रेन ड्राइवर झू छिनकाई ने ट्रैक पर फंसी एक महिला की जान अपना पैर गंवाकर बचाई है। लोग झू की इस बहादुरी को सलाम कर रहे हैं और उसे हीरो बता रहे हैं। वहीं, बुजुर्ग महिला भी उसे शुक्रिया करने अस्पताल पहुंची। ट्रेन चला रहे 29 साल के झू ने देखा कि दूसरे ट्रैक पर महिला का पैर फंसा है। वो ट्रेन रोककर उसे बचाने की कोशिश में जुट गए।

    झू ब्रेक लगाकर तुरंत ट्रेन से कूदे और महिला का पैर निकालने लगे। तभी उस ट्रैक पर दूसरी ट्रेन करीब आ गई, लेकिन उन्होंने महिला को नहीं छोड़ा। आखिरकार वो महिला का पैर निकालने में कामयाब रहे और उसकी जान बचा ली। हालांकि, इस दौरान झू का दायां पैर ट्रेन की चपेट में आ गया और बुरी तरह जख्मी हो गया। इस घटना के बाद झू को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स को उसका पैर काटना पड़ा। झू ने कहा कि भले मैंने अपना पैर गंवा दिया हो, लेकिन मैंने एक जिंदगी बचाई है। अगर आगे ऐसा मौका मिला तो मैं आगे भी ये करूंगा।

    सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों के इस क्रम में मैं आपको बताती हूं कि चीन में खोजी गई 1700 साल पुरानी सर्वश्रेष्ठ संरक्षित ममी

    दोस्तों, पश्चिमोत्तर चीन के छिंगहाई प्रांत में एक व्यक्ति के संरक्षित अवशेष (ममी) खोजे गए और माना जा रहा है कि ये अवशेष करीब 1700 साल पुराने हैं। 1.62 मीटर लंबे शव की त्वचा और बाल पूरी तरह से संरक्षित हैं। माना जा रहा है कि इस व्यक्ति की मौत के समय इसकी उम्र करीब 40 वर्ष रही होगी। यह ममी चीन में मांगाई कस्बे में छिंगहाई तिब्बत पठार के किनारे प्राचीन रेशम मार्ग के कम आवागमन वाले क्षेत्र में एक निर्माण स्थल पर मिली। इसका चेहरा शांत दिख रहा है और दोनों हाथ पेट के ऊपर रखे हुए हैं । शांक्सी प्रांत का संग्रहालय इसकी निगरानी कर रहा है।

    संग्रहालय के निदेशक शिन फेंग ने कहा कि यह अच्छे रूप में है, छिंगहाई तिब्बत पठार पर यह शायद सबसे पुरानी और सर्वश्रेष्ठ तरीके से संरक्षित ममी है। उन्होंने कहा कि पुरातत्व विशेषज्ञ व्यक्ति के समुदाय और पहचान का पता करने के लिए संभवत: डीएनए परीक्षण करेंगे।

    सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों का यह सेगमेंट यहीं समाप्त होता है, चलिए... अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना...उसके बाद हम आपको ले चलेंगे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ

    (Hindi Song)

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल पाराशर।

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना....

    (Music)

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है दो पत्थरों की कहानी!

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, नदी पहाड़ों की कठिन व लम्बी यात्रा के बाद तराई में पहुंची। उसके दोनों ही किनारों पर गोलाकार, अण्डाकार व बिना किसी निश्चित आकार के असंख्य पत्थरों का ढेर सा लगा हुआ था। इनमें से दो पत्थरों के बीच आपस में परिचय बढ़ने लगा। दोनों एक दूसरे से अपने मन की बातें कहने-सुनने लगे। इनमें से एक पत्थर एकदम गोल-मटोल, चिकना व अत्यंत आकर्षक था जबकि दूसरा पत्थर बिना किसी निश्चित आकार के, खुरदरा व अनाकर्षक था।

    एक दिन इनमें से बेडौल, खुरदरे पत्थर ने चिकने पत्थर से पूछा, ''हम दोनों ही दूर ऊंचे पर्वतों से बहकर आए हैं फिर तुम इतने गोल-मटोल, चिकने व आकर्षक क्यों हो जबकि मैं नहीं?''

    यह सुनकर चिकना पत्थर बोला, "पता है शुरुआत में मैं भी बिलकुल तुम्हारी तरह ही था लेकिन उसके बाद मैं निरंतर कई सालों तक बहता और लगातार टूटता व घिसता रहा हूं… ना जाने मैंने कितने तूफानों का सामना किया है… कितनी ही बार नदी के तेज थपेड़ों ने मुझे चट्टानों पर पटका है…तो कभी अपनी धार से मेरे शरीर को कटा है… तब कहीं जाकर मैंने ये रूप पाया है। जानते हो, मेरे पास हेमशा ये विकल्प था कि मैं इन कठनाइयों से बच जाऊं और आराम से एक किनारे पड़ा रहूँ…पर क्या ऐसे जीना भी कोई जीना है? नहीं, मेरी नज़रों में तो ये मौत से भी बदतर है! तुम भी अपने इस रूप से निराश मत हो… तुम्हें अभी और संघर्ष करना है और निरंतर संघर्ष करते रहे तो एक दिन तुम मुझसे भी अधिक सुंदर, गोल-मटोल, चिकने व आकर्षक बन जाओगे। मत स्वीकारो उस रूप को जो तुम्हारे अनुरूप ना हो… तुम आज वही हो जो मैं कल था…. कल तुम वही होगे जो मैं आज हूँ… या शायद उससे भी बेहतर!", चिकने पत्थर ने अपनी बात पूरी की।

    दोस्तों, संघर्ष में इतनी ताकत होती है कि वो इंसान के जीवन को बदल कर रख देता है। आज आप चाहे कितनी ही विषम पारिस्थति में क्यों न हों… संघर्ष करना मत छोड़िये…. अपने प्रयास बंद मत करिए. आपको बहुत बार लगेगा कि आपके प्रयत्नों का कोई फल नहीं मिल रहा लेकिन फिर भी प्रयत्न करना मत छोडिये। और जब आप ऐसा करेंगे तो दुनिया की कोई ताकत नहीं जो आपको सफल होने से रोक पाएगी।

    सपना- तो दोस्तों, ये थी अखिल जी द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी जिसका शीर्षक था दो पत्थरों की कहानी । चलिए दोस्तों, हर बार की तरह इस बार भी हम आपको नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताएंगे और फिल्म का प्रोमो भी सुनवाएंगे। हम आपको बताते हैं कि इस शुक्रवार रिलिज हुई है फिल्म 'मुन्ना माइकल'

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, इस शुक्रवार को सब्बीर खान के निर्देशन में बनी फिल्म मुन्ना माइकल रिलिज हुई है। इस फिल्म में टाईगर श्रॉफ के साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी अहम भूमिका में हैं। टाईगर के साथ इस फिल्म से निधि अग्रवाल ने अपना डेब्यू किया है। आपको बता दे कि फिल्म मुन्ना माइकल में टागर श्रॉफ एक डांसर की भूमिका निभा रहे है जो इंटरनेशनल पॉप स्टार माइकल जैक्सन का फैन है, फिल्म में टाइगर जंहा अपने डांसिंग आइकॉन माइकल जैक्सन को ट्रिब्यूट दे रहे है वहीं वे फिल्म में मुन्ना नामक किरदार भी निभा रहे है जो टाइगर के पिता जैकी श्रॉफ ने 80 के दशक में अपनी फिल्म हीरो में फेमस किया था। आइए... आपको सुनवाते हैं मुन्ना माइकल का प्रोमो...

    (Trailor- Munna Michael)

    सपना- तो दोस्तों, यह था फिल्म 'मुन्ना माइकल' का ट्रेलर, चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    (Music)

    1. रामू: आधे घंटे से वहां बैठा-बैठा क्या कर रहा है? श्यामू: वक्त से बदला ले रहा हूं।

    रामू: वो कैसे?

    श्यामू: वक्त ने मुझे बर्बाद किया है। अब मैं वक्त को बर्बाद कर रहा हूं।

    2. बीवी बादाम खा रही थी तो पति बोला मुझे भी टेस्ट कराओ! बीवी ने एक बादाम अपने पति को दे दिया। इस पर पति बोला: बस एक ही ?

    बीवी: हाँ, बाकी सबका भी ऐसा ही टेस्ट है।

    3. लड़का : रो क्यों रही हो..??

    लड़की : मेरे मार्क्स बहुत कम आये है…

    लड़का : बता कितने आये है..??

    लड़की : सिर्फ 88% ..

    लड़का : भगवान से डर ..इतने में तो दो लड़के पास हो जाते है…!

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और सपना जी को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।


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