डॉ. ए. दीदार सिंह बोआओ एशिया मंच में अपने विचार व्यक्त करते हुए
अखिल- चलिए दोस्तों। आज हम आपको ले चलते हैं हमारे संडे स्पेशल की तरफ, जहां आज सपना जी पेश करेंगी एक खास इन्टरव्यू
सपना- भारत के फ़िक्की महासचिव डॉ. ए. दीदार सिंह से बातचीत हुई
अखिल- दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए। दोस्तों, अभी हम चलते हैं अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।
(Music)
अखिल- चलिए, अजीबोगरीब बातों के इस सेगमेंट में मैं आपको बताता हूं यह शख्स जूते पॉलिश करके हर माह कमाता है 18 लाख रुपए
दोस्तों, अमरिका के मैनहट्टन शहर में डॉन वार्ड नामक शख्स का कहना है कि वह लोगों के जूते पॉलिश कर महीने का करीब 18 लाख रुपया कमा रहा है। डॉन वार्ड रोज अपनी ओपन दुकान के सामने से गुजरने वाले लोगों को उनके गंदे जूतों के लिए शर्मिंदा करते हैं और लोग उनके पास अपने जूते साफ करवाने पहुंच जाते हैं। वार्ड वार्ड एक दिन में करीब 9000 डॉलर कमा लेते हैं, जो कि भारतीय मुद्रा में 60,000 रुपए होते हैं, यानि हर माह 18 लाख रुपए।
सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों के इस क्रम में मैं आपको एक ऐसे ही अजीबोगरीब बात बताती हूं।
दोस्तों, आपने वैसे तो सभी को गले मिलते देखा होगा और कई दोस्तों को गले लगाया भी होगा। लेकिन मैं आपको एक ऐसी दोस्ती की बात बता रही हूं जहां एक दूसरे को गले लगाते ही पसलियां टूट गईं। जी हां, दो डॉक्टर दोस्त जब कई सालों बाद एक दिन अचानक मिले। तो वह अपना आवेश रोक नहीं पाये और एक दूसरे से इतनी जोर से गले लग गये कि उनमें से एक की तीन पसलियां टूट गईं।
फोर्ट के सेंट जॉर्ज अस्पताल के अधीक्षक डॉ मधुकर गायकवाड़ से मिलने जब उनके कॉलेज के मित्र डॉ अमित बड़ई आए तो उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि आगे क्या होने वाला है। अमित को अचानक देखकर मधुकर हैरान रह गए। अमित ने उन्हें इतनी जोर से गले लगाया कि इस मिलन में उनकी तीन पसलियां टूट गईं।
डॉ मधुकर गायकवाड़ ने बताया कि 'जब अमित आया, तब मैं अपने केबिन में बैठा था। वह मेरी तरफ आया और उसने मुझे टाइट से गले लगा लिया। इस वजह से सारा प्रेशर मेरी छाती पर पड़ा। अभी डॉक्टर फिलहाल 15 दिन के लिए छुट्टी पर हैं।
अखिल- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब बातों के इस क्रम को आगे जारी रखते हुए बताता हूं कि भारत में 19 करोड़ साल पहले थे 20 तरह के डायनासोर
जी हां दोस्तों, भारत में करीब 19 करोड़ साल पहले 20 तरह के डायनासोर पाए जाते थे। भारतीय जीवाश्म वैज्ञानिकों द्वारा पिछले 57 साल में खोजे गए डायनासोर के जीवाश्म से इस बात की पुष्टि होती है। यह देश के पश्चिमी भाग से लेकर दक्षिणी हिस्से तक में स्थित थे। शोधकर्ताओं ने जीवाश्म के क्षेत्र के आधार पर इन्हें भारतीय पहचान भी दी है। जैसे नर्मदा क्षेत्र में रहे डायनासोर की प्रजाति 'टायरेनोसौरस रेक्स' का नाम है राजासौरस नर्मदेनसिस।
जानकारों के मुताबिक अहमदाबाद के आस-पास पाए जाने वाले डायनासोर मांसाहारी थे। 1400 प्रकार के डायनासोर पाए गए हैं दुनियाभर में, जिनमें 59 डायनासोर अकेले चीन में थे। विशेषज्ञों के मुताबिक, भारतीय डायनासोर ऑस्ट्रेलिया, मेडागास्कर और दक्षिणी अमेरिका में पाई जाने वाली प्रजातियों से आकार में थोड़े छोटे रहे होंगे।
जीवाश्म विज्ञानी शाहनी के मुताबिक, 1828 में जबलपुर में एशिया का पहला डायनासोर पाया गया। यह इंग्लैंड में साइंटिफिक जर्नल में डायनासोर को प्रजाति का दर्जा मिलने के चार साल बाद का समय था। मध्य भारत में डायनासोर के लगभग 1000 से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के अंडे पाए गए। यह दुनियाभर में किसी एक जगह पर पाए गए अंडों के मुकाबले सबसे अधिक हो सकता है।
पंख वाले डायनासोर पक्षियों से भी पहले उड़ना सीख सकते थे। वैज्ञानिकों ने कहा, चीन में आसाधारण लंबे पंखों वाले एक डायनासोर के जीवाश्म का खोज किया गया है जो की डायनासोर के उड़ान के बारे में रोमांचक जानकरी प्रदान करता है। चांग्युरप्टर यांगी नाम का 125 मिलियन वर्ष पुराना डायनासोर का यह जीवाश्म पूर्वात्तर चीन के लिओनिंग प्रांत में पाया गया। डायनासोर के जीवाश्म के पास एक लंबे पंखों का जोड़ा है जिसके बारे में वैज्ञानिकों का मानना है कि यह उड़ान की गति को कम करने और जमीन पर सुरक्षित उतरने में मददगार रहा होगा। चांग्युरप्टर के पास अतिरिक्त लंबी पूंछ सहित बहुत बड़े पंख है जो कि इसके पुरे शरीर को ढ़के हुए है।
सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों का यह सेगमेंट यहीं समाप्त होता है, चलिए... अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना...उसके बाद हम आपको ले चलेंगे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ
(Hindi Song)
अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।
सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना....
(Music)
सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम आपको भारत के जाने माने मोटिवेशनल गुरू संदीप महेश्वरी की एक प्रेरक कहानी का ओडियो सुनवाते हैं। सुनिए यह कहानी
(Audio-1)
सपना- तो दोस्तों, ये था एक प्रेरक कहानी का ओडियो, उम्मीद करते हैं कि आपको पसंद आयी होगी। चलिए दोस्तों, हर बार की तरह इस बार भी हम आपको नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताएंगे और फिल्म का प्रोमो भी सुनवाएंगे। हम आपको बताते हैं कि इस शुक्रवार रिलिज हुई है फिल्म "नाम शबाना"
(Music)
अखिल- दोस्तों, इस शुक्रवार को तापसी पन्नू की फिल्म 'नाम शबाना' रिलीज हुई है। 'नाम शबाना' साल 2015 में आई फिल्म 'बेबी' का प्रीक्वल है। इस फिल्म में तापसी पन्नू ताबड़तोड़ एक्शन करती दिख रही हैं। फिल्म में उनका किरदार बहुत मजबूत है और बहुत से एक्शन सीन्स करते हुए दिखाई दे रही हैं। इस फिल्म में अक्षय और तापसी के अलावा अनुपम खेर, मनोज वाजपेयी का भी अहम रोल हैं। आइए... हम आपको सुनवाते हैं इस फिल्म का ट्रेलर
(Trailor- Naam Shabana)
सपना- तो दोस्तों, यह था फिल्म 'नाम शबाना' का ट्रेलर, चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स
(Music)
अखिल- दोस्तों, आज जो जोक्स पेश होने जा रहे हैं, उन्हें भेजा है केसिंगा (ओड़िशा) से भाई सुरेश अग्रवाल जी ने। हम उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
लडकी : '''पापा जी।।। आपसे एक महत्वपूर्ण बात करनी है।।।"
पिता : " बोलो बेटा ।।।।।"
लडकी : "पिताजी, मैं एक लड़के से प्यार करती हूँ और वह अमेरिका में रहता है ।
पिता : "लेकिन बेटा।।। तुम इससे कहाँ मिली।।।? "
लड़की : "WEBSITE पर हमारी जान पहचान हुई।।। FACEBOOK पर हम दोनों दोस्त बने।।। SKYPE पर उसने मुझे propose किया और WHATSAPP पर हमने दो महीने तक
प्यार की बाते की।।।"
पिता : " ओह !! Really।।।।? तो अब TWITTER पर शादी कर लो। FLIPKART से बच्चे मंगवालो।।। GMAIL से रिसीव कर लो।।। और finally अगर पति पसंद नहीं आया तो।।।
OLX पे बेच डालो''
एक क्लास में एक लड़की को सब बुआ-बुआ कहते थे। एक दिन इसकी शिकायत उसने अपने टीचर से कर दी। टीचर ने सब लडको से कहा- जो लड़के इसको बुआ कहते है वो सभी खडे हो जाए। एक लड़के को छोड के सभी खडे हो गये। टीचर ने पुछा- क्या तुम इसको बुआ नहीं कहते हो। लड़का बोला- मैम, मैं तो फूफाजी हूँ।
छोटू: यार लड़की को प्रपोस करने के लिये सेफ जगह बता
मोटू: मंदिर,
छोटू: क्यों ?
मोटू: वहां लड़की के पाँव में चप्पल नहीं होती।
(Music)
अखिल- दोस्तों, अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और सपना जी को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।