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    टी टाइम 161103(अनिल और नीलम)
    2016-11-03 19:20:46 cri

    अनिलः दोस्तो, क्या आपको पता है, दुनिया का सबसे छोटा देश कौन है।

    दुनिया का सबसे छोटा देश है इंग्लैंड के पास स्थित है और इसका नाम है सीलैंड। यहां केवल 27 लोग रहते हैं।

    इंग्लैंड के सफोल्क समुद्री तट से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सीलैंड खंडहर हो चुके समुद्री किले पर स्थित है, जिसे दूसरे वर्ल्ड वॉर के दौरा ब्रिटेन ने बनाया था। हालांकि बाद में खाली कर दिया।

    माइक्रो नेशन कहे जाने वाले सीलैंड पर 9 अक्टूबर 2012 को रॉय बेट्स नाम के व्यक्ति ने खुद को प्रिंस घोषित कर कब्जा किया था। रॉय बेट्स की मौत के बाद इस पर उनके बेटे माइकल का शासन है। आपको बता दें माइक्रो नेशन वे छोटे देश होते हैं, जिन्हें इंटरनेशनल मान्यता नहीं मिली होती। सीलैंड का क्षेत्रफल 250 मीटर यानी कि करीब 0।25 किलोमीटर है। खंडहर हो चुके इस किले को सीलैंड के साथ साथ रफ फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है।

    सीलैंड का क्षेत्रफल होने के कारण इसके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है। ऐसे में जब पहली बार इंटरनेट के जरिए लोगों को इसके बारे में पता चला तो उन्होंने खूब डोनेशन दिए। इससे यहां रहने वाले लोगों को आर्थिक मदद मिली। गौरतलब है कि फेसबुक पर प्रिंसिपैलिटी ऑफ सीलैंड के नाम से इस छोटे देश का एक पेज भी बना हुआ है, वहीं अब इस छोटे देश की सैर पर अच्छे खासे टूरिस्ट भी पहुंच रहे हैं।

    सीलैंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिली है, इसलिए दुनिया का सबसे छोटा देश वेटिकन सिटी को माना जाता है। वेटिकन सिटी का क्षेत्रफल 0।44 वर्ग किलोमीटर है। यहां की जनसंख्या 800 है।

    नीलमः अब आपको दूसरी जानकारी बताते हैं। अंटार्कटिक महासागर के छह लाख वर्ग मील क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री पार्क बनाया जाएगा। यूरोपीय संघ और 24 देश शुक्रवार को इस पर सहमत हो गए। अंटार्कटिक समुद्री जीव संसाधनों के संरक्षण के लिए बने आयोग ने ऑस्ट्रेलिया के होबार्ट में हुई बैठक में कहा कि रॉस सागर समुद्री पार्क को 35 वर्षों के लिए मछली पकडऩे की व्यावसायिक गतिविधियों के लिए बंद किया जाएगा।

    रॉस सागर अंटार्कटिका के साथ लगा हुआ दक्षिण ध्रुवीय महासागर का एक सागर है। रॉस सागर को पारिस्थितिक रूप से विश्व के सबसे महत्वपूर्ण सागर के रूप में देखा जाता है। इस समुद्री पार्क में दक्षिणी सागर का 12 फीसदी से ज्यादा हिस्सा शामिल होगा, जो 10000 से ज्यादा प्रजातियों का घर हैं।

    इसमें पेंगुइन, व्हेल, समुद्री पक्षी और अंटार्कटिक टूथ फिश शामिल हैं। रॉस सागर के 4,25,000 स्क्वायर मील क्षेत्र में मछली पकडऩे पर पूर्ण प्रतिबंध होगा, जबकि शोध के लिए नामित इलाकों में व्हेल के खाए जाने वाली छोटी मछलियों 'क्रिल' और आरा मछली को पकडऩे की अनुमति दी जाएगी।

    वैज्ञानिकों और कार्यकर्ताओं ने समुद्री विविधता के संरक्षण के वैश्विक प्रयास में इस समझौते को मील का पत्थर बताया है। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा, इस समझौते से रॉस सागर क्षेत्र का सरंक्षण किया जाएगा जो समुद्री जैव विविधता और पेंगुइन, सील, व्हेल, समुद्री पक्षी और मछलियां जैसे संपन्न समुदाय का अद्वितीय घर है।

    वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समुद्री पार्क से जलवायु परिवर्तन के असर को व्यापक स्तर पर समझने में भी मदद मिलेगी। पूर्व में पांच बार समुद्री पार्क के संरक्षण के प्रस्तावों को खारिज करने के बाद रूस भी इस प्रस्ताव पर सहमत हो गया है। 25 सदस्यीय आयोग में रूस, चीन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल है।

    अनिलः दोस्तो, लड़की हो, अकेले घूमने कैसे जाओगी? अपने भाई को साथ ले जाओ, अपने पिता के साथ चली जाओ...! हमारे समाज में यह सवाल और परामर्श अक्सर सुनने को मिल जाते हैं।

    लेकिन, अमरीका की एक लड़की ने सिर्फ 15 महीने में 196 देश घुमकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इस यात्रा में 1.32 करोड़ खर्च हुए। 27 वर्षीय 'कैसी डि पिकोल' गर्व से कहती हैं, 'मैंने दुनिया घूमी है'। इस उम्र में भी अगर वो ऐसा कहती हैं तो वो सही कह रही हैं।

    सफर में कैसी जिन होटलों ठहरीं, उनकी तस्वीर इंस्टाग्राम पर भी डाली। कुछ इको-फ्रेंडली होटलों ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेस्डर घोषित करने की भी बात कही। कै छात्रों संग बांटेंगी।

    उन्होंने जुलाई 2015 से अपना सफर शुरू किया। इसके लिए उन्होंने 180 देशों के लिए हवाई टिकट बुक की, उन्हें 254 फ्लाइट्स पकडऩी पड़ी। हालांकि उन्होंने 45 दिन में दुनिया घूमने की ठानी थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। इस पूरे सफर में कैसी के 1.32 करोड़ रुपए खर्च हुए।

    अब आपको मोबाइल संबंधी जानकारी देते हैं। भारत में 2020 तक कुल एक अरब मोबाइल उपयोगकर्ता हो जाएंगे। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है। जीएसएमए ने बुधवार को अपने अध्ययन में यह बात कही।

    ग्रुप स्पेशल मोबाइल एसोशिएशन की 'द मोबाइल इकोनॉमी : इंडिया 2016'रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2016 के अंत में भारत में कुल 61.6 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ता थे।

    जीएसएम के महानिदेशक मैट्स ग्रेनरिड ने यहां संवाददाताओं से कहा, इस रिपोर्ट के सभी बिंदू भारतीय मोबाइल अर्थव्यवस्था में भारी बढ़ोतरी की ओर इशारा करते हैं, जो सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का समर्थन करेगा व उसे सक्षम बनाएगा, जिसका उद्देश्य सबको ब्रॉडबैंड की सुविधा उपलब्ध कराना है। देश में 4जी कनेक्शन में भी तेजी से बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है।

    नीलमः अब बात करते हैं हेल्थ टिप्स की।

    यूं तो स्मार्ट फोन के इस दौर में सेल्फी लेने में कोई किसी से पीछे नहीं रहना चाहता है, लेकिन ज्यादा सेल्फी लेने वालों के लिए बुरी खबर है। अगर आप सेल्फी के अत्यधिक दीवाने हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि यह आपके मनोविकार को दर्शाता है। मतलब आप सेल्फाइटिस के मरीज बन चुके हैं। अमरीकन साइकेट्रिक एसोसिएशन की शिकागो में हालिया बैठक में यह दावा किया गया है। इसके मुताबिक अगर आप दिन में 10 से 20 सेल्फी लेते हैं तो समझिए कि आप मनोरोगी हैं।

    मनोवैज्ञानिकों की बैठक में कहा गया है कि दिन में तीन से चार सेल्फी लेना सामान्य बात है, लेकिन दस से 20 सेल्फी लेने वाला 'सेल्फाइटिसÓ बीमारी से ग्रस्त हो सकता है। इसे 'सेल्फी सिंड्रोमÓ (कंजेनाइटिस बिहेवियर डिजिज) भी कहा गया है। बैठक में इंडियन साइकेट्रिक एसोसिएशन के सदस्य कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे। इसमें 'सेल्फाइटिसÓ के खतरों पर चर्चा की गई। बैठक में बात हुई कि सेल्फी की क्रेजीनेस कितनी खतरनाक हो सकती है।

    देश में सेल्फाइटिस के बढ़ते

    मरीजों को देखते हुए दिल्ली के

    एम्स अस्पताल में ऐसे मरीजों का इलाज करने के लिए पहली बार ओपीडी लगाई जाएगी। मनोचिकित्सा विभाग द्वारा शुरू की गई यह ओपीडी हर शनिवार को लगेगी।

    सेल्फाइटिस के मरीज सेल्फी लेने के लिए अपनी जान को भी खतरे में डाल देते हैं। ये दिनभर में 10 से ज्यादाबार अपनी सेल्फी लेते हैं। इसे सोशल मीडिया पोस्टकर बार-बार चेक करते हैं। कमेंट्स व लाइक्स नहीं मिलने पर निराश हो जाते हैं।

    सेल्फी लक्षण

    03 बार सामान्य

    10-15 गंभीर सेल्फाइटिस

    15-20 अति गंभीर सेल्फाइटिस

    मनोचिकित्सक ओपीडी में सेल्फाइटिस के कई मरीज आते थे, जिसे देखते हुए इनके लिए अलग से ओपीडी शुरू करने का फैसला लिया गया है।

    अनिलः अब दूसरी हेल्थ संबंधी जानकारी देते हैं। हम सभी के घर में किसी न किसी रूप में तो एल्युमिनियम का इस्तेमाल होता है. लेकिन इसका इस्तेमाल कितना नुकसान पहुंचाता है, इस बात से कम लोग ही वाकिफ होते हैं।

    एल्युमिनियम फॉयल में रखा खाना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। इसकी वजह है जब हम किसी गर्म चीज को इसमें लपेटते हैं, तो एल्युमिनियम गर्म हो जाता है और इसमें प्रतिक्रिया शुरू हो जाती है। जिसके चलते एल्युमिनियम के कुछ अंश खाने में भी मिल जाते हैं। एल्युमिनियम का बहुत अधि‍क इस्तेमाल हड्डि‍यों को कमजोर बना सकता है। ऐसे में एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल करते वक्त इन बातों का ध्यान रखें:

    फॉयल पेपर में बहुत गर्म खाना रैप नहीं करें। ऐसे में एल्युमिनियम पिघलकर खाने में मिल जाएगा। जिससे अल्जाइमर और डिमेंशिया होने का खतरा भी बढ़ सकता है। इसके साथ ही ये भी जरूरी है कि आप अच्छी क्वालिटी के फॉयल पेपर का इस्तेमाल करें।

    फॉयल के अंदर कभी टमाटर और मसालेदार खाने का पैक नहीं करें।

    अब बारी है स्पोर्ट्स सेक्शन की।

    भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में भारत ने पाकिस्तान को 3-2 से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया है।

    फाइनल मे भारत ने शुरू से ही बढ़िया खेल का नजारा दिखाया। रुपिंदर पाल सिंह ने 18 वें मिनट में पहला और अफनान यूसुफ ने 23 वें मिनट में दूसरा गोल कर भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी। पाकिस्तान की ओर से अलीम बिलाल ने 26 वें मिनट में गोल कर स्कोर 2-1 कर दिया। पहले हाफ तक भारत 2-1 से आगे रहा।

    एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के इतिहास पर एक नजर डालें, तो भारतीय टीम ने 2011 में पाकिस्तान को पेनाल्टी शूटआउट में मात देकर खिताबी जीत हासिल की थी। हालांकि, पाकिस्तान की टीम इस खिताब को दो बार अपने नाम कर चुकी है।

    कतर की राजधानी दोहा में 2012 में आयोजित हुए इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान ने अपना बदला पूरा करते हुए भारत को हराकर खिताबी जीत हासिल की थी और 2013 में मेजबान देश जापान को हराकर दूसरी बार खिताब जीता था।

    भारत इस टूर्नामेंट में अपना एक भी मुकाबला नहीं हारा है। पहले मुकाबले में जापान को 10-2 की करारी शिकस्त देकर भारत ने एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के चौथे संस्करण का विजयी आगाज किया था, वहीं दूसरे मैच में उसने दक्षिण कोरिया को 1-1 से बराबरी पर रोका था।

    भारतीय टीम ने तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान को हराने के बाद चीन के खिलाफ चौथे मैच में 9-0 से जीत हासिल की थी। सेमीफाइनल में उसने दक्षिण कोरिया को हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया।

    पाकिस्तान की टीम को इस टूर्नामेंट में दो बार हार का सामना करना पड़ा है, वहीं उसने बाकी तीन मुकाबलों में जीत हासिल की।

    नीलमः लीजिए, दोस्तो, प्रोग्राम में समय हो गया है, श्रोताओं के पत्र शामिल करने का।

    पहला पत्र हमें आया है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का। वह लिखते हैं, कार्यक्रम में पाकिस्तान के फैसलाबाद के एक छोटे से कस्बे रोडाला में रहने वाले मुनव्वर शकील नामक मोची का किस्सा काफी दिलचस्प लगा। यह जान कर हैरत हुई कि जीवनयापन करने के लिए सुबह अखबार बांटने और दिनभर सड़कों के किनारे लोगों के जूते सिलने का काम करने वाले शक़ील को लिखने का इतना शौक है कि उसने 5 ऐसी किताबें लिख डाली हैं, जो लोगों के लिए प्रेरणा बन रही हैं। किसी ने सच ही कहा है कि -मन में कुछ करने की लगन और हौसला हो तो सफलता खुद-ब-खुद कदमों को चूम लेने पर मजबूर हो जाती है। अधिक हैरानी की बात तो यह है कि इनकी लिखी 5 किताबों के लिए इन्हें पुरस्कार भी मिल चुके हैं। लेकिन 5 किताबें लिखने वाले इस मोची ने कभी स्कूली शिक्षा नहीं ली है। बचपन मे ही पिता का साया उनके ऊपर से उठ जाने के कारण मुनव्वर ने कभी स्कूल का मुंह तक नहीं देखा। लेकिन पढ़ने-लिखने के शौकिन मुनव्वर ने 13 साल की ही उम्र में अपनी पहली कविता लिख डाली और इस कविता के प्रकाशन के लिए वो रोज 10 रुपए जोड़ने लगे। कभी मौक़ा मिला तो उनकी कविताएं अवश्य पढ़ना चाहूँगा।

    वहीं आपने बताया कि पैस्ले के माता पिता मॉरिसन-जॉनसन के घर में जब एक बेटी पैदा हुई तो वह दुखी थे इसलिए नहीं कि उनके घर में एक बेटी पैदा हुई थी, बल्कि इसलिए उनकी बेटी की जीभ काफी बड़ी थी। जिसकी वजह से उनकी बेटी को भी घुटन सी महसूस होती थी, का किस्सा तो सुनाया, परन्तु यह नहीं बतलाया कि किस्सा किस जगह का है। सुरेश जी, ध्यान दिलाने के लिए धन्यवाद। दरअसल बच्ची की बड़ी जीभ होने का मामला अमेरिका के साउथ डकोटा का है। वहीं मनोरंजन सेगमेंट में दी गई जानकारी भी अच्छी लगी।

    वहीं हेल्थ टिप्स में आजकल मोबाइल फ़ोन के बिना हमारा कोई काम नहीं चलता। यहां तक कि अब तो बच्चे भी मोबाइल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के दीवाने हो चुके हैं। लेकिन यह सेहत के लिये कितना नुकसानदेह है, इस पर काफी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में आगे बालों का असमय सफेद होना वर्तमान समय में एक बड़ी समस्या है और अक्रसर हमारे दिमाग में यह सवाल घूम ही जाता है कि ये बाल सफेद होते क्यों हैं, पर भी अच्छी जानकारी प्रदान की गई। सुन कर जाना कि दरअसल बालों का काला रंग मेलानिन पिगमेंट की वजह से होता है। जो हमारी त्वचा के पिगमेंट में होता है। जिनके बालों का रंग हल्का काला होता है उनमें मेलानिन की कमी होती है।

    अनिलः आहार सम्बन्धी जानकारी के तहत मूंगफली के विभिन्न फायदे और उसकी पौष्टिकता पर भी महती जानकारी हासिल हुई। जाना कि मूंगफली के दानों में सिर्फ स्वाद ही नहीं, विटामिन, मिनरल्स, न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जिससे शरीर की सेहत संवरती है। मूंगफली शरीर में बेड कॉलेस्ट्रोल कम करती है और अच्छे कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है। इसमें मोनो-अनसचुरेटेड फैटी एसिड खासतौर पर ऑलइक एसिड भी पाया जाता है, जो दिल संबंधी बीमारियों को दूर करने में फायदेमंद है। इसके अलावा प्रोटीन से भरपूर मूंगफली में अमीनो एसिड भी पाया जाता है, जो शरीर की ग्रोथ के लिए अच्छा होता है। बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने के लिए भी मूंगफली खा सकते हैं। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के लक्षणों जैसे बारीक रेखाएं और झुर्रियों को बनने से रोकता है। बादाम की तरह ही मूंगफली में भी विटामिन प्रचुर मात्रा में होता है। सुंदर त्वचा और बाल चाहिए तो मूंगफली खाना शुरू करें।वहीं खेल की ख़बर भी रोचक ली। जानकारी उत्साहवर्द्धक लगी।कार्यक्रम के अन्त में पेश तीनों जोक्स भी ठीक-ठीक थे। धन्यवाद्।

    सुरेश जी धन्यवाद।

    दोस्तो, अब लीजिए पेश है, दूसरा पत्र, जो आया है, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है, 27 अक्टूबर को "टी टाइम" प्रोग्राम सुना ।

    आज के कार्यक्रम की शुरुआत में सुना है पाकिस्तान के फैसलाबाद के सड़कों के किनारे लोगों के जूते सिलने वाले मुनव्वर शकील नाम के एक व्यक्ति ने 5 ऐसी किताबें लिख डाली हैं, जो लोगों के लिए प्रेरणा बन रही हैं। मैं उनकी "वाल्मीकि प्रतिभा" को सलाम करता हूं। बड़ी जीभ के साथ पैदा हुई एक बच्ची की खबर आश्चर्यजनक लेकिन दुखद लगी। वहीं आज आपने बताया कि अमेरिकी बाल रोग अकादमी के दिशा-निर्देश अनुसार,छोटे बच्चों के विकास और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए डिजिटल मीडिया उपकरण का इस्तेमाल बेहद खतरनाक हैं । कम उम्र में बालों का सफेद होने का कारण तथा मूंगफली के फायदे के बारे में आपका चर्चा सूचनाप्रद लगी । एशियन चैंपियंस ट्रोफी में भारत ने अपने चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 3-2 से हरा दिया। इसके लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम को मुबारकबाद ।

    दोस्तो, श्रोताओं की टिप्पणी यही संपन्न होती है।

    जोक्स ....

    पहला जोक—

    संता को वोडाफोन मे ओपरेटर की जांब,मिली!!

    .

    मगर संता को पहले ही दिन बहुत मार पङी, ओर निकाल दिया गया।

    .

    क्योकि, पहला कांलरः सर मेरी वोडाफोन की सिम,खराब हो गई।,

    .

    संताः तो पागल Jio की ले ले!!

    दूसरा जोक...

    एक औरत मंदिर में बैठी रो रही थी,

    .

    पुजारी - क्या हुआ बेटी ?

    .

    औरत - बाबा कल रात मेरे पति गुजर गए,

    .

    पुजारी - ओहो बहुत बुरा हुआ, ......उन्होंने मरते वक्त कुछ कहा क्या बेटी?

    .औरत - हां, कह रहे थे, मेरा गला छोड़ दे डायन। पुजारी बेहोश।

    तीसरा और अंतिम जोक...

    टीचर (पप्पू से): कॉपी छुपा लो पीछे वाला देख रहा है।

    पप्पू: देखने दो, सर - मैं अकेला क्लास मे फ़ेल नहीं होना चाहता

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