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अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां, आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। तो जल्दी से हो जाइए तैयार।
अनिलः ब्रिटेन की रहने वाली एम्मा प्रेसकॉट की जिंदगी उस वक्त खुशी का सबसे बड़ा मौका आया, जब उसे पता चला कि वह गर्भवती है। अपने बच्चे जन्म को देने के 3 घंटे पहले ही पता चला कि वह गर्भवती है। हालांकि वो पॉलीसाइटिक ओवरीज सिंड्रोम से पीड़ित थीं। यानी वो कभी गर्भधारण नहीं कर सकती थीं।
वह शुरू से ही अपना परिवार पूरा करना चाहती थीं, लेकिन ऐसा नहीं कर पा रही थीं।
बीते दिनों मां बनने से पहले मिडिलसेक्स की रहने वाली एम्मा को इतना तेज दर्द हो रहा था कि वो बड़ी मुश्किल से चल पा रही थीं और पसीना उनके चेहरे पर फैला था। इसके बाद वह अस्पताल गईं।
वहां रेडियोग्राफर ने जो बात एम्मा को बताई, उसे सुनने के बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। जब रेडियोग्राफर ने कहा कि आपको किडनी का स्टोन नहीं है, तो उनके मन में ख्याल आया कि क्या वो कैंसर है। लेकिन नई खबर तो एम्मा की जिंदगी की सबसे अच्छी खबर बनने जा रही थी।
दरअसल, रेडियोग्राफर ने बताया कि उसे लेबर पेन हो रहा है, और वह मां बनने जा रही है। इस खबर के मिलने के तीन घंटे बाद उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। तीन साल पहले एम्मा ने वेट लॉस सर्जरी कराई थी। इस दौरान एम्मा प्रेसकॉट ने डॉक्टरों को बताया था कि उसके पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा है। उसने कहा कि वह उसके पेट दर्द का कारण पता करके उसे दूर करें।
नीलमः दोस्तो, इंसानों को अपना काम खुद करते हुए हम सभी देखते हैं। कुछ पशु-पक्षी भी ऐसे ही होते हैं जो अपना काम खुद करते हैं लेकिन कभी किसी पक्षी को इंसानों का काम करते हुए देखा है! अगर नहीं तो चलिए हम बताते हैं आपको एक ऐसे ही पक्षी कि दिलचस्प कहानी।
हम बात कर रहे हैं पेंगुइन की। ये कोई साधारण पेंगुइन नहीं है बल्कि इंसानों को मात देना वाला पेंगुइन है। जी हां, ये अपना सारा काम इंसानों की तरह करता है। लाला नाम का ये पेंगुइन मजे से जापान की सड़कों में घूमता नजर आता है। अपनी जरूरत की सभी चीजों कि शॉपिंग ये खुद करता है।
शॉपिंग करने के लिए ये अपने कंधे पर एक बैग टांग कर दुकान जाता है और अपनी मनपसंद मछलियां खरीद कर खाता है। 'लाला' एक मछुआरे को समुद्र किनारे जख्मी हालत में मिला था। वह इसे अपने घर ले आया और इसका इलाज करवाया।
जब यह ठीक हो गया तो वापस इसे छोड़ना चाहा लेकिन पेंगुइन नहीं गया और वहीं रुक गया। पेंगुइन ठंडे क्षेत्रों में रहने वाला पक्षी है लेकिन ये जापान के मौसम में भी मस्ती कर रहा है।
अनिलः उधर सीरिया में महिलाएं बिना किसी पुरुष के ही शादियां कर रही हैं। ये बात आपको थोड़ी अजीब ज़रूर लगेगी। साथ ही आपको ये भी लग सकता है कि यहां युवतियां ऐसा शौक से कर रही है। लेकिन ऐसा नहीं है। यहां के हालात ऐसे हो गए है कि युवतियां बिना दूल्हे के शादी करने पर मजबूर हो गई हैं। हर साल सीरिया को हजारों लोग छोड़ कर जा रहें है, इसके अलावा हजारों लोग हर साल लड़ाई में मारे जा रहें हैं। सीरिया में जबरन लोगों को सेना में काम करने के लिए बंधक बनाया जा रहा है, जिससे ये लोग देश की ओर से लड़ सकें और इस डर के चलते ही बहुत लोगों ने परमानेंटली इस देश को छोड़ दिया है।
ऐसे में लड़कों की भारी कमी हो गई हैं और शादी के लिए लड़के नहीं मिल पा रहें हैं, इन हालात में अब लड़कियां खुद ही अपनी की शादी कर रही हैं। वेंडिंग रिसेप्शन और सेरेमनी जैसे प्रोग्राम बिना दूल्हे के ही हो रहें हैं। ये सभी लड़कियां जो बिना किसी दूल्हे के अपनी वेडिंग सेरेमनी करती हैं, ये सब इस उम्मीद के साथ ऐसा करती हैं की आने वाले समय में इनका दूल्हा और ये साथ में होंगे।
वेडिंग सेरेमनी के बाद ये महिलाएं अपने दूल्हे के पास उस देश में चली जाती हैं, जहां वर्तमान में वो रहता है। इस प्रकार से ये 2 लोग एक साथ हो पाते हैं। सिवार नाम की एक महिला ने पिछले वर्ष सितंबर में इस प्रकार से ही बिना दूल्हे के शादी की थी और इसके बाद में वो अपने पति के नीदरलैंड में सैटल होने के बाद में ही उनसे मिली। दमिश्क में रहने वाली ओउला जिस कंपनी में काम करती हैं, वहां हैंडीक्राफ्ट्स का काम होता है। इस ऑफिस में 83 कर्मचारियों के बीच सिर्फ 3 पुरुष हैं।
अब बात करते हैं बिजनेस की।
फेसबुक ने ऑनलाइन कारोबार, खासकर भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए दो नए पेज सेक्शन की घोषणा की। भारत में फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले 57 फीसदी उपयोगकर्ता किसी न किसी कारोबार से भी जुड़े हुए हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर 'सर्विसेज' और 'शॉप' दो नए सेक्शन जोड़े गए हैं।
शॉप सेक्शन के तहत कारोबार जगत को अपने पेज पर विक्रय के लिए प्रदर्शित उत्पादों को पहले से बेहतर तरीके से प्रदर्शित करने की सुविधा मुहैया करवाई गई है। फेसबुक ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि यह दो नए पेज सेक्शन लोगों को मैसेजिंग के जरिए अपना पसंदीदा उत्पाद खोजने, तलाशने और बेहतर ऑफर्स का पता लगाने की सहूलियत देता है।
नीलमः वहीं सर्विसेज सेक्शन में सेवा से जुड़े कारोबार जगत को अपनी सेवाओं को अपने पेज पर बेहतर तरीके से सूचीबद्ध करने की सुविधा मुहैया कराएगा। अगर हम भारत में छोटे और मध्यम श्रेणी के कारोबार पर नजर डालें तो पूरे देश में कारोबार जगत और अन्य उपभोक्ताओं के बीच 1.99 अरब संदेशों का आदान-प्रदान होता है।
फेसबुक पर पिछले वर्ष अक्टूबर तक भारत में छोटे और मध्यम दर्जे के कारोबार से संबंधित 20 लाख पेज मौजूद थे। फेसबुक के उत्पाद विपणन प्रबंधक एड्रियान नाम ने कहा, 'फेसबुक पेज में बढ़ाए गए ये शॉप्स एवं सर्विसेज सेक्शन पूरी दुनिया में कारोबार जगत को अपने उत्पाद और सेवाओं को पहले से बेहतर तरीके से प्रदर्शन करने में मददगार साबित होंगे।'
फेसबुक ने ये पेज उद्योग जगत को फेसबुक पर अपने कारोबार को प्रचारित-प्रसारित करने की निशुल्क सुविधा देने और उपभोक्ताओं को अपने इच्छित उत्पादों एवं सेवाओं की निशुल्क पड़ताल करने की सुविधा देने के उद्देश्य से शुरू किए हैं।
अनिलः अब लीजिए पेश हैं, हेल्थ टिप्स
मल्टीपल स्क्लेरोसिस तंत्रिका तंत्र की बीमारी है जो ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड को प्रभावित करता है। इस बीमारी के शुरुआती लक्ष्णों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर यह बीमारी लंबे समय तक बनी रहती है तो प्रभावित व्यक्ति को स्थायी विकलांगता तक का शिकार होना पड़ सकता है। इस बीमारी के होनेवाले कारणों के बारे में अब तक पता नहीं लग पाया है।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस तंत्रिका तंत्र की बीमारी है जो ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड को प्रभावित करता है। इस बीमारी के शुरुआती लक्ष्णों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर यह बीमारी लंबे समय तक बनी रहती है तो प्रभावित व्यक्ति को स्थायी विकलांगता तक का शिकार होना पड़ सकता है।
इस बीमारी के होनेवाले कारणों के बारे में अब तक पता नहीं लग पाया है। हालांकि जानकारी के मुताबिक यह शरीर के इम्यून सिस्टम के कमजोर होने और माइलिन उत्पादक कोशिकाओं का बनना बंद होने से होती है। यह बीमारी आनुवांशिक और पर्यावरणीय कारकों से भी हो सकती है।
यह बीमारी ज्यादातर 20 से 50 साल के लोगों में होती है लेकिन इसका शिकार बच्चे और प्रौढ़ भी हो सकते हैं। इसलिए इसके लक्ष्णों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस की शुरूआत में शारीरिक संतुलन में दिक्कत,मूत्राशय और आंत की समस्याएं,शरीर के किसी हिस्से में दर्द, शरीर में कंपन होना, सांस लेने में समस्या आदि लक्षण हो सकते है।
नीलमः वहीं लाइफस्टाइल और फूड हैबिट्स की गलत आदतों से चलते मोटापे और शराब के सेवन के कारण इंडियन पर अब फूड पाइप के कैंसर का खतरा बढ़ गया है। मोटापे से प्रभावित लोगों की संख्या तो बढ़ ही रही है, शराब के ज्यादा सेवन किए जाने के कारण स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ गई है।
डॉक्टरों की मानें तो मोटापे का संबंध विभिन्न किस्म के कैंसरों के बढ़े हुए खतरों से है। भारत में मोटापा वैश्विक महामारी के रूप में फैल रहा है। भारतीय ज्यादा मोटे हो रहे हैं और सबसे ज्यादा पेट का मोटापा पाया जा रहा है। डॉक्टरों की मानें तो मोटे उतकों से ओस्ट्रोजन बनता है और इसके उच्च स्तर से स्तन और अंतरगर्भाशय कला कैंसरों का खतरा बढ़ सकता है।
मोटे लोगों में पाए जाने वाले बढ़े हुए इंसुलिन या इंसुलिन जैसे वृद्धि कारक लेप्टिन जैसी ट्यूमर की कई किस्मों को बढ़ावा दे सकती है। अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च की ओर से हाल ही में किए गए शोध में सामने आया है कि ज्यादा वजन वाले लोगों में आहार नली के कैंसर की सबसे सामान्य किस्म का खतरा पाया जाता है, जबकि शराब पीने वालों में इसी कैंसर की दूसरी सबसे बड़ी किस्म का खतरा रहता है।
डॉक्टरों का मानना है कि एल्कोहल वाले पेय पदार्थों को सीमित करने से ज्यादा फल-सब्जियां, सेम और अन्य वनस्पति पदार्थ खाने से और चलने-फिरने के लिए समय निकालने जैसी शारीरिक क्रियाएं कर कैंसर के खतरे से बचा जा सकता है।
अनिलः दोस्तो, आज के प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यहीं संपन्न होता है। अब समय हो गया है, श्रोताओं की टिप्पणी शामिल करने का। पहला पत्र हमें आया है, उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का। वह लिखते हैं कि प्रोग्राम के अन्तर्गत कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचन्द की 136 वीं जयंती पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर रोशनी डालते हुये उनका स्मरण किये जाने का शुक्रिया। कार्यक्रम में आगे बतलाया गया कि कैसे एक छोटी सी ग़लती हमारी जान ले सकती है। राजस्थान में शांकभरी के समीप नागकुंड में गहरे पानी में उतरने पर फार्मासिस्ट महेश सैनी की डूबने से हुई मौत का समाचार इसका स्पष्ट उदाहरण कहा जा सकता है। जानकारियों के क्रम में शांगहाई में रहने वाली 39 साल की वांग की कहानी सुन कर पता चला कि कम्पनियाँ अब अफ़ेयर्स के मामले भी सुलझाने लगी हैं। वांग को पता चलता है कि उसके पति का ऑफिस में किसी के साथ प्रेम संबंध हैं। उसे इस बात से झटका लगता है, वह रोती रहती है पर कुछ कर नहीं पाती। वांग कहती है कि मैं पूरी रात सो नहीं पाती थी, बस अपने पति के बारे में सोच कर ही दुखी रहती थी। इस मामले में वह अपने पति से भी बात नहीं कर पा रही थी। तभी उसे पता चलता है कि कई कंपनियां इन मामलों में मदद करती हैं। न्यूयार्क टाइम्स की खबर के अनुसार, वांग ने पति से बात करने की जगह 'प्रेमिका को दूर करने' के बारे में ऑनलाइन मदद ली। वांग ने कहा कि जब मैने कंपनी से बात की तो मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं उस कंपनी पर विश्वास करूं या ना करूं पर मुझे लगा कि इसके अलावा मैं कर भी क्या सकती हूं। मुझे उस पर विश्वास करना पड़ा।
अगली जानकारी तो और भी चौंकाने वाली रही कि -अदर वर्ल्ड किंगडम की मूल नागरिक सिर्फ महिलाएं हैं और पुरुषों को जानवर समझा जाता है, इससे अधिक वो कुछ भी नहीं हैं। अदर वर्ल्ड किंगडम उस देश का नाम है, जहाँ महिलाएं करती हैं राज और पुरुष करते हैं उनकी गुलामी। सबसे खास बात ये कि यहां की मूल नागरिक सिर्फ महिलाएं हैं और पुरुषों को जानवर समझा जाता है, इससे ऊपर वो कुछ भी नहीं हैं।
यह जानकारी तो और भी हैरान करने वाली लगी कि -अन्य देशों से आने वाले पुरुषों को यहां रानी के बैठने के लिए सोफा बनना पड़ता है ।
नीलमः तकनीकी जानकारी क्रम में -भारत के असम से जुड़ी ख़बर काफी उत्साहवर्द्धक लगी। असम के धेमाजी जिले में रहने वाले सागर प्रसाद शर्मा ने अजब कारनामा कर दिखाया है। उन्होंने ऐसा कुछ किया है, जिसकी चर्चा पूरे देश और दुनिया में हो रही है। दरअसल, उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक हेलिकॉप्टर तैयार किया है, जिसकी पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है।
खेल की ख़बरों में -डोपिंग के आरोपों से लड़ रहे पहलवान नरसिंह यादव को क्लीनचिट मिलने का समाचार काफी सुखद है। जोक्स के क्रम में आज का यह जोक कि -'सभी मर्द बहादुर होते है कोई हॉरर मूवी उन्हे डरा नही पाती.. लेकिन वाइफ़ की 11 मिस्ड कॉल्स पूरी तरह से डरा देती है' बहुत उम्दा लगा। धन्यवाद् एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।
वहीं अगला पत्र हमें आया है, जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा का। वह लिखते हैं कि चार अगस्त का टी टाइम प्रोग्राम सुनकर बहुत जानकारी हासिल हुई। कार्यक्रम में महिला किंगड्म के विषय में बताया गया। वहां केवल महिलाओं की चलती है। महिला ही परिवार की मुखिया होती है। पुरुष यहाँ गुलाम की भाति रहते और जीते हैं। बिना महिला के आदेश के पुरुष कुछ भी नही कर सकते हैं। जब कभी पुरुष को शराब पीनी होती है तो सबसे पहले महिला से आदेश लिया जाता है। सचमुच गजब की संस्कृति है। आज के तीनो जोक्स मजेदार और मनोरंजक लगे । धन्यवाद।
अनिलः जबकि अगला पत्र झालावाड़ राजस्थान से राजेश कुमार मेहरा का आया है। उन्होंने लिखा है, टी-टाइम के पिछले अंक में मुंशी प्रेमचंद के बारे में बताया गया। वास्तव में प्रेमचंद का हिंदी साहित्य में बहुत बड़ा योगदान है। उनकी एक कहानी ईदगाह, जिसमें कहानी का नायक एक मासूम सा छोटा बच्चा हामिद जो मेले से खिलौने की जगह अपनी मां के लिए चिमटा खरीद लाता है। वाकई दिल को छू जाता है।
धन्यवाद कलम के सिपाही को याद करने के लिए।
आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।
श्रोताओं की टिप्पणी यही संपन्न होती है।
अब समय हो गया है, जोक्स यानी हंसगुल्लों का।
पहला जोक...
इंस्पेक्टर : क्या प्रॉब्लम है तुम्हारी ? पप्पू : सर मुझे मेरी गर्लफ्रेंड नहीं मिल रही इंस्पेक्टर : कब से ? पप्पू : बचपन से !
दूसरा जोक
महिला : डॉक्टर साहब, मेरे पति ने नींद मे बातें करना शुरू कर दिया है, क्या करूं ? डॉक्टर : उन्हें दिन में बोलना का मौका दीजिए।
तीसरा और अंतिम जोक
संता: कल मेरी शादी है और, लड़कीवालों ने कम लोगों को बुलाया है बंता : तो इसमें प्रॉब्लम क्या है ? संता पता नहीं पापा मुझे ले जाएंगे या नहीं
जोक्स यहीं संपन्न होते हैं।
दोस्तो, आपको आज का प्रोग्राम कैसा लगा। हमें जरूर बताइएगा। हमें आपके सुझावों और टिप्पणी का इंतजार रहेगा। हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.......
अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।