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    टी टाइम 160707(अनिल और नीलम)
    2016-07-07 18:49:19 cri

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः लीजिए दोस्तो, पोग्राम शुरू करते हैं, आज के प्रोग्राम में हम आपको जानकारी देने के अलावा खुनमिंग एक्सपो संबंधित इंटरव्यू भी सुनाएंगे।

    अनिलः दोस्तो, ये तो आप जानते हैं कि दिन के बाद रात और रात के बाद दिन यह क्रम चलता रहता है, लेकिन अगर कई महीनों तक अगर रात नहीं हो और केवल दिन ही रहे और रात न हो तो कैसा रहेगा। रात नहीं हो तो आपको पता भी नहीं चलेगा कि सोना कब है और उठना कब है।

    यह बात भले ही चौंकाने वाली हो, लेकिन लेकिन यह सच है कि दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां कई दिनों तक सूर्य अस्त नहीं होता। इन देशों में सूर्य की रोशनी कई दिनों तक खिली रहती है और रात का अहसास तक नहीं होता।

    यहां हम आपको बता रहे हैं दुनिया के कुछ एेसे ही रोमांचक देशों के बारे में-

    नॉर्वे-

    इस देश को मध्य रात्रि का देश भी कहा जाता है। यहां मई से जुलाई के बीच करीब 76 दिनों तक यहां सूरज अस्त नहीं होता। यानी 76 दिन तक यहां सूर्य की रोशनी खिली रहती है। अगर इस देश में घूमने का कभी मौका मिले तो इसे मिस मत करना। कई दिनों तक रात न होने का अनूठा रोमांच आप यहां अनुभव कर सकते हैं।

    आइसलैंड-

    ग्रेट ब्रिटेन के बाद यह यूरोप का सबसे बड़ा आईलैंड है। यहां आप रात में भी सूरज की रोशनी का आनंद ले सकते हैं। यहां 10 मई से जुलाई के अंत तक सूरज नहीं डूबता। यहां की सैर आपको जीवनभर याद रहेगी।

    अब लीजिए पेश है, खुनमिंग मेले में प्रदर्शक के रूप में पहुंचे विकास के साथ बातचीत।

    बातचीत..

    अनिलः दोस्तो बातचीत का सिलसिला जारी है, और हम आपको बता रहे हैं, विभिन्न देशों के बारे में, जहां सूर्य अस्त नहीं होता।

    अब बात करते हैं कनाडा की

    यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है जो अर्से तक बर्फ से ढका रहता है। हालांकि यहां के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में गर्मी के दिनों में 50 दिनों तक सूरज लगातार चमकता रहता है।

    जबकि अलास्का में मई से जुलाई के बीच में सूरज नहीं डूबता है। अलास्का अपने खूबसूरत ग्लेशियर के लिए जाना जाता है। मई से लेकर जुलाई के महीने में बर्फ को रात में चमकते देखना बड़ा ही रोमांचक और यादगार समय रहता है। इस समय यहां की खूबसूरती कई गुना निखर जाती है।

    फिनलैंड-

    हजारों झीलों और आइलैंड्स से सजा हुआ यह देश काफी सुंदर और आकर्षक है। गर्मी के मौसम में यहां करीब 73 दिनों तक सूरज अपनी रोशनी बिखेरता रहता है।

    स्‍वीडन-

    स्‍वीडन में मई से अगस्‍त तक सूरज नहीं डूबता। सूरज आधी रात को डूबता है, लेकिन सुबह 4.30 बजे फिर से उदय हो जाता है।

    अब लीजिए पेश है....खुनमिंग एक्सपो में पहुंची शैफ़ाली के साथ चर्चा।

    नीलमः । दोस्तो, आप टीवी के बारे में तो जानते ही हैं।

    टीवी घर में मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन है, और अगर यह टीवी आपके मनोरंजन के साथ-साथ मच्छरों की समस्या से भी निजात दी लाए तो फिर क्या कहने। जी हां, अब आपको मच्छर भागने के लिए किसी मॉस्किटो कोल नहीं बस टीवी ऑन कीजिए और मच्छर दूर भाग जाएंगे। दक्षिण कोरियाई कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी एलजी ने एक ऐसा ही टीवी लॉन्‍च किया है जो मनोरंजन के साथ-साथ मच्छर दूर करने का भी काम करता है।

    एलजी ने अपनी नई रेंज "मॉस्किटो अवे टीवी" की शुरुआती कीमत भारतीय बाजार में 26,900 रुपये तय की है जो 47,500 रुपये तक है। कंपनी ने कहा कि मॉस्किटो अवे टीवी 31.4 इंच की कीमत 26,900 रुपये जबकि 42.5 इंच की कीमत 47,500 रुपये है। ये टीवी चुनिंदा एलजी ब्रांड स्टोर पर उपलब्ध होंगे।

    एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का कहना है कि एलजी मॉस्किटो अवे टीवी भारतीय ग्राहकों को ध्यान में रखकर विकसित गया है। इसमें अल्ट्रा सोनिक डिवाइस का इस्तेमाल किया गया है जो एक बार एक्टिवेट होने के बाद मच्छरों को दूर भागाने का काम करती है।

    इसमें साउंड वेब्ज तकनीक के जरिए यह बिना किसी हानिकारक रेडिएशन के मच्छरों को दूर करती है।

    अनिलः चीन के हुनान प्रांत के झांगजियाजी शहर में निर्मित विश्व के सबसे लंबे और ऊंचे कांच के पुल की क्षमता परखने के लिए दो टन भार के एक ट्रक को पुल के ऊपर चलाया गया।

    इस पुल का उद्घाटन जुलाई में किया जाएगा। यह 430 मीटर लंबा पुल दो चट्टानों के बीच जमीन से 300 मीटर की ऊंचाई पर है। यह पुल टेंपर्ड कांच की तीन परतों से बना है। इसमें 4.5 मीटर लंबे और 15 मिलीमीटर मोटे 99 कांच के डुकड़ों का इस्तेमाल हुआ है। क्षतिग्रस्त होने पर कांच के टुकड़ों को आसानी से हटाया और बदला जा सकता है।

    अब आपको हेल्थ संबंधी जानकारी देते हैं। च्युइंगम चबाना आमतौर पर सभी को पसंद होता है, लेकिन कई बार च्युइंगम गलती से पेट में चली जाती है। जानिए फिर क्या होता है।

    न्यूयॉर्क के लेंगोन मेडिकल सेंटर की गेस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट डॉक्टर लिजा गांझू ने बताया कि जब हम च्युइंगम निगल लेते हैं तो यह भी खाने की तरह पच जाती है लेकिन थोड़ा वक्त लगता है।

    लिजा ने बताया हमारे पाचन तंत्र में एसिड और एनजाइम्स होते हैं जो च्युइंगम पचाने में मदद करते हैं। लेकिन खाने की तरह च्युइंगम पूरी तरह जल्दी नहीं पचती। अच्छी बात यह है कि थोड़ी वक्त बाद यह पूरी तरह पच जाती है।डाक्टर का कहना है च्युइंगम निगलने के बाद यह अन्य किसी भी खाने की तरह बाहर जरूर निकलती है।

    प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है.... अब समय हो गया है श्रोताओं की टिप्पणी शामिल करने का।

    पहला पत्र हमें आया है केसिंगा ओड़िशा से सुरेश अग्रवाल का। वे लिखते हैं कि कार्यक्रम "टी टाइम" के अन्तर्गत पिछले दिनों दक्षिण पश्चिम चीन के खुनमिंग शहर में आयोजित चीन-दक्षिण एशिया एक्सपो के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी और उससे संबंधित इंटरव्यू सुनवाया जाना काफी महत्वपूर्ण लगा। जी हाँ, गत 12 से 17 जून तक खुनमिंग में आयोजित चीन-दक्षिण एशिया एक्सपो, जिसमें भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका समेत कई देशों के प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया, के प्रति आम लोगों ने भी बहुत रुचि दिखाई। हमें यह जान कर ख़ास तौर पर ख़ुशी हुई कि भारतीय वस्तुओं को लेकर चीनी लोगों में काफी उत्साह देखा गया। इस परिप्रेक्ष्य में फ़ेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइज़ेशन यानी फियो के उपाध्यक्ष, रमेश अग्रवाल, जो कि भारतीय दल के साथ खुनमिंग पहुंचे थे, के साथ की गई बातचीत काफी महत्वपूर्ण लगी। विशेषकर, उन्होंने भारत और चीन के बीच व्यापार में संतुलन कायम करने पर जो विचार व्यक्त किया, काफी अहम लगा।

    गौरतलब है कि चीन में चौथी बार चीन-दक्षिण एशिया एक्सपो का आयोजन किया गया। इस बार भारतीय दल का नेतृत्व इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स और फ़ेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइज़ेशन ने संयुक्त रूप से किया। जिसमें दो सौ से अधिक प्रदर्शकों ने अपने उत्पादों को एक्सपो के माध्यम से चीन में लोकप्रिय बनाने का पूरा प्रयास किया। कार्यक्रम सुन कर पता चला कि अनिलजी आपको सबसे अधिक जिन स्टाल्स ने अपनी ओर आकर्षित किया, उनमें परंपरागत आयुर्वेदिक औषधि संबंधी स्टाल, भारतीय फर्नीचर और भारतीय परिधान आदि प्रमुख हैं।

    यह जानकारी भी अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी कि एक्सपो के दौरान भारत और चीन के बीच शिक्षा आदि क्षेत्र में सहयोग समझौते भी हुए हैं। वैसे भी खुनमिंग शहर, भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, थाइलैंड आदि देशों के बहुत नजदीक स्थित है। ऐसे में इसे गेटवे शहर भी कहा जा सकता है। हाल के वर्षों में खुनमिंग का तेज विकास हुआ है। खुनमिंग में दक्षिण एशियाई देशों, विशेषकर भारत के छात्र बड़ी संख्या में मेडिकल आदि की पढ़ाई करते हैं। इस विषय में अधिक जानकारी हेतु की गई मणिपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर इबोहल मेइटी के साथ बातचीत काफी उपादेय कही जा सकती है। उन्होंने चीन की शिक्षा प्रणाली की विशेषताओं के साथ भारत में शिक्षा के विकास पर अपने महत्वपूर्ण विचार रखे।

    कार्यक्रम सुन कर यह भी ज्ञात हुआ कि खुनमिंग एक्सपो में वियतनाम और मालदीव ने अतिथि देश के रूप में हिस्सा लिया और तमाम देशों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में 12 जून को चीन के उप प्रधानमंत्री वांग यांग ने भाषण दिया। जबकि युन्नान प्रांत के गवर्नर छन हाव के अलावा श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान, मालदीव, वियतनाम आदि देशों के नेताओं ने भी इस मौके पर भाषण देकर चीन द्वारा की गयी पहल की सराहना की। इस दौरान भारत सरकार के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। जिसमें क्वांगचो में मौजूद काउंसल जनरल साइलस थंगल भी शामिल थे।अपने विचार व्यक्त करते हुये साइलस ने वर्तमान एक्सपो को भारत और चीन दोनों के लिए शानदार मंच बताया और कहा कि इसके ज़रिए दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ने के साथ-साथ सांस्कृतिक संबंध भी बेहतर होंगे। इन तमाम साक्षात्कारों के ज़रिये खुनमिंग एक्सपो की सम्पूर्ण झलक पेश करने हेतु आपका हार्दिक धन्यवाद।

    धन्यवाद सुरेश जी।

    दूसरा पत्र हमें भेजा है झालावार, राजस्थान से राजेश कुमार वर्मा का। वे लिखते हैं कि आदरणीय महोदय,नमस्कार! आज दिनांक 30 जून का टी टाइम प्रोग्राम सुना, जिसमें मणिपुर विश्वविधालय के प्रोफेसर के साथ हुई बातचीत सुनवाई, बहुत अच्छी लगी।

    धन्यवाद

    श्रोताओं की टिप्पणी यही संपन्न होती है।

    लीजिए अब पेश है, हंसगुल्ले, जी हां, आपको हंसगुल्लों यानी जोक्स का बड़ा इंतजार रहता है।

    तो आज भी हम लेकर आए हैं, तीन जोक्स

    1. ट्रैफिक पुलिस- सर मुझे आपका चालान काटना पड़ेगा, आप 100 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से चल रहे हैं। संता- क्या बकवास है...100 किमी. प्रति घंटा...अरे अभी कार में बैठे हुए मुझे 10 मिनट भी नही हुए।

    2. संता: तेरा भाई आजकल क्या कर रहा है???

    बंता: एक दुकान खोली थी, पर अब जेल में है! संता: वो क्यों??? बंता: दुकान हथोड़े से खोली थी!..

    3. मास्टर जी ने स्टूडेंट का लंच बॉक्स खा लिया और बोले बेटा घर जाकर मेरा नाम तो नही लोगे ना? छात्र- मासूमियत से बोला जी मैं कह दूंगा, कुत्ता खा गया था।

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    जोक्स यहीं संपन्न होते हैं।

    दोस्तो, आपको आज का प्रोग्राम कैसा है। हमें जरूर बताइएगा। हमें आपके सुझावों और टिप्पणी का इंतजार रहेगा। हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.......

    अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।

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