Web  hindi.cri.cn
    संडी की मस्ती 2016-06-26
    2016-06-26 19:10:53 cri

    अखिल- हैलो दोस्तों...नमस्कार...नीहाओ...। आपका स्वागत है हमारे इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना

    अखिल- दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की.... इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।

    अखिल- चलिए दोस्तों, प्रोग्राम शुरू करने से पहले, हम सुनते हैं यह चीनी गीत।

    सपना- अब आप सुनिए चीनी गायक सुन हाओ द्वारा गाया गया एक लोक गीत।

    गीत के बोल कुछ इस प्रकार है:

    सुबह के झड़े फूलों को इकट्ठा कर रहा हूं शाम को

    शराब पी रहा हूँ फलों के साथ

    अकेला ही जी रहा हूँ मैं

    याद सता रही है तुम्हारी मुस्कुराहट

    उड़ रहे हैं आकाश में हंस

    समय बीत रहा है इतना तेज़ी से

    हरदम तुम्हार ख्याल आ रहा है

    लोगों की भीड़ में हो तुम

    दूर की ओर चल रही हो

    उत्तर और दक्षिण की ओर है रास्ता

    हज़ारों रास्ते पर आगे चल रही हो तुम

    पीछे की ओर नहीं देखो

    हवा में हो या वर्षा में हो तुम

    यांत्सी नदी का पानी बहता है स्वर्ग की ओर

    अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International

    अखिल- चलिए दोस्तों... आज हम आपको ले चलते हैं हमारे संडे स्पेशल की तरफ, जहां सपना जी पेश करेंगी एक संवेदनशील कहानी।

    युगोस्लाविया की संवेदनशील कहानी—एक सैनिक और काम आ गया, लेखक है इवान कंकर

    अखिल- दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए... अभी हम चलते हैं अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।

    अखिल- चलिए.. मैं आपको एक अजीबोगरीब बात बताता हूं कि कैसे सिर में 3cm तक घुसा चाकू, फिर भी बच गई ये 12 साल की लड़की!

    दोस्तों, चीन की रहने वाली 12 साल की Yao Huilin को क्या पता था कि खेल-खेल में ही उसकी जान पर बन आएगी। वह शाम को अपनी दोस्त के साथ पार्क में घूम रही थी कि तभी उसकी दोस्त की एक लड़के के साथ बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि लड़के ने Yao की दोस्त की ओर जोर से चाकू फेंका। लेकिन गलती से ये चाकू Yao के सिर में जा लगा और 3cm तक अंदर घुस गया।

    बच्ची को तुरंत Dongguang City Third People's Hospital में भर्ती करवाया गया, जहां के चीफ न्यूरोसर्जन Zeng Zhiming और उनकी टीम ने चाकू को Yao के सिर से बाहर निकाला। डॉक्टरों की माने, तो बच्ची बहुत भाग्यशाली है कि चाकू उसकी प्रमुख नसों और धमनियों में नहीं लगा था। अगर चाकू थोड़ा और गहराई में चला जाता, तो उसकी जान भी जा सकती थी।

    CT Scan में पता चला कि चाकू बच्ची की Parietal or Occipital Bones के बीच में अटक गया था। ये स्थान वयस्कों में नहीं होता, क्योंकि बच्ची का Skull पूरी तरह विकसित नहीं हुआ है इसलिए उसके सिर में गैप था। Yao के इलाज पर 8000 RMB यानिकी 837 पाउंड के बराबर खर्चा आया। लड़के को चेतावनी दे कर छोड़ दिया गया है, क्याेंकि उसकी उम्र सिर्फ 14 साल है और उसके ऊपर जानबूझ कर हमला करने के लिए चार्ज नहीं लगाया जा सकता है। Yao को अगले हफ्ते तक अस्पताल से छूट्टी दे दी जाएगी।

    सपना- चलिए, मैं बताती हूं कि कैसे देखते ही देखते ट्रैफिक के ऊपर से गुजर जाएगी ये बस

    दोस्तों, बढ़ती जनसंख्या के कारण सड़कों पर ट्रैफिक जाम अब आम बात हो गई है और ट्रैफिक जाम में फंसे व्यक्ति का हाल तो आप समझ ही सकते है। अक्सर देखने को मिलता है ट्रैफिक जाम में फंसे लोग इसका गुस्सा दूसरे व्यक्ति पर निकालने लगते है । लेकिन चीन ने इस मुश्किल से बाहर निकलने का हल निकाल लिया है ।

    दरअसल चीन के इंजीनियर्स ने नई एलिवेटेड बस का डिजाइन अंडरपास की तरह तैयार किया गया है जो जाम में फंसे बिना गाड़ियों के ऊपर से गुजर जाएगी । बस का ये मॉडल रोड पर बने फिक्स ट्रैक पर ही चलेगा । इस एलिवेटेड बस में 1,200 पैसेंजर्स बैठ सकेंगे । ऊधर इंजीनियर्स का मानना है कि ऐसी बस के चलने से सड़क पर रास्ता भी बचेगा और ट्रैफिक जाम की परेशानी से भी राहत मिलेगी । बाकी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के मुकाबले ये सबसे सस्ता रहेगा। बताया जा रहा है कि इस साल के आखिर तक इन बसों की शुरुआत हो जाएगी ।

    अखिल- चलिए मैं बताता हूं कि पढ़ाई के लिए जान दांव पर लगाते हैं मासूम, पार करते हैं 17 चट्टानें!

    दोस्तों, चीन के एक गांव सिचुआन प्रॉविन्स के झाओजू काउंटी में बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने पर मजबूर हैं। 2,624 फीट की ऊंचाई पर मौजूद इस गांव का नाम एतुलेर है। यह गांव बाहरी दुनिया से कटा हुआ होने के कारण बच्चों को स्कूल जाने के लिए दो घंटे का कठिन सफर तय करना पड़ता है। स्कूल जाते इन बच्चों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। इन्हें 14-15 मई को खींचा गया था।

    तस्वीरों में 6 से 15 साल के बच्चे स्कूल जाने के लिए 2 घंटे पैदल चलते हैं और 17 सीधी चट्टानें पार करते हैं। इस दौरान इनकी पीठ पर हैवी स्कूल बैग्स भी होते हैं। इस गांव में सिर्फ 72 परिवार ही रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर गुजारे के लिए मिर्च की खेती करते हैं। एक बार स्कूल आने के बाद बच्चे वहां दो हफ्ते तक रुकते हैं। फिर कुछ दिन के लिए अपने घरों को लौट जाते हैं। स्कूल लाने-जाने के वक्त उनके माता-पिता भी साथ होते हैं।

    सेफ्टी के लिए बच्चों की कमर पर रस्सी बांधी जाती हैं, ताकि पैर फिसलने पर उन्हें बचाया जा सके। बरसात और बर्फबारी के दौरान यहां हालात इतने खराब हो जाते हैं कि स्कूल जा पाना मुश्किल हो जाता है। इन चट्टानों से गिरकर अब तक कई लोग मारे जा चुके हैं। यहां सड़क बनवाने के लिए लोग कई बार सरकार से निवेदन कर चुके हैं, लेकिन कम आबादी और अधिक खर्चे के कारण अब तक ऐसा नहीं हो पाया है।

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...

    (हिन्दी गीत का मज़ा)

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है अच्छे व्यवहार का रहस्य

    अखिल- दोस्तों, एक बार की बात है संत तुकाराम अपने आश्रम में बैठे हुए थे। तभी उनका एक शिष्य, जो स्वाभाव से थोड़ा क्रोधी था उनके समक्ष आया और बोला, "गुरूजी, आप कैसे अपना व्यवहार इतना मधुर बनाये रहते हैं, ना आप किसी पे क्रोध करते हैं और ना ही किसी को कुछ भला-बुरा कहते हैं?" कृपया अपने इस अच्छे व्यवहार का रहस्य बताइए। संत बोले," मुझे अपने रहस्य के बारे में तो नहीं पता, पर मैं तुम्हारा रहस्य जानता हूँ !" "मेरा रहस्य! वह क्या है गुरु जी?", शिष्य ने आश्चर्य से पूछा।

    "तुम अगले एक हफ्ते में मरने वाले हो!", संत तुकाराम दुखी होते हुए बोले। कोई और कहता तो शिष्य ये बात मजाक में टाल सकता था, पर स्वयं संत तुकाराम के मुख से निकली बात को कोई कैसे काट सकता था? शिष्य उदास हो गया और गुरु का आशीर्वाद ले वहां से चला गया।

    उस समय से शिष्य का स्वाभाव बिलकुल बदल सा गया। वह हर किसी से प्रेम से मिलता और कभी किसी पे क्रोध न करता, अपना ज्यादातर समय ध्यान और पूजा में लगाता। वह उनके पास भी जाता जिससे उसने कभी गलत व्यवहार किया हो और उनसे माफ़ी मांगता।

    देखते-देखते संत की भविष्यवाणी को एक हफ्ते पूरे होने को आये। शिष्य ने सोचा चलो एक आखिरी बार गुरु के दर्शन कर आशीर्वाद ले लेते हैं। वह उनके समक्ष पहुंचा और बोला, "गुरु जी, मेरा समय पूरा होने वाला है, कृपया मुझे आशीर्वाद दीजिये!" मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है पुत्र। अच्छा, ये बताओ कि पिछले सात दिन कैसे बीते? क्या तुम पहले की तरह ही लोगों से नाराज हुए, उन्हें अपशब्द कहे?", संत तुकाराम ने प्रश्न किया।

    "नहीं-नहीं, बिलकुल नहीं। मेरे पास जीने के लिए सिर्फ सात दिन थे, मैं इसे बेकार की बातों में कैसे गँवा सकता था? मैं तो सबसे प्रेम से मिला, और जिन लोगों का कभी दिल दुखाया था उनसे क्षमा भी मांगी।", शिष्य तत्परता से बोला।

    संत तुकाराम मुस्कुराए और बोले, "बस यही तो मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है। मैं जानता हूँ कि मैं कभी भी मर सकता हूँ, इसलिए मैं हर किसी से प्रेमपूर्ण व्यवहार करता हूँ, और यही मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है।

    शिष्य समझ गया कि संत तुकाराम ने उसे जीवन का यह पाठ पढ़ाने के लिए ही मृत्यु का भय दिखाया था, उसने मन ही मन इस पाठ को याद रखने का प्रण किया और गुरु के दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ गया।

    सपना- तो दोस्तों, ये थी अखिल जी द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी। शीर्षक था"अच्छे व्यवहार का रहस्य। उम्मीद करते हैं कि आपको जरूर पसंद आयी होगी। चलिए दोस्तों, हर बार की तरह इस बार भी हम आपको नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताएंगे और फिल्म का प्रोमो भी सुनवाएंगे। हम आपको बताते हैं कि इस शुक्रवार रिलिज हुई है फिल्म 'रमन राघव 2.0'  

    अखिल- दोस्तों, मुंबई के कुख्यात सीरियल किलर रमन राघव पर आधारित फिल्म नवाजुद्दीन सिद्दीकी के अभिनय से सजी फिल्म 'रमन राघव 2.0' इस शुक्रवार को रिलिज हुई है। इस फिल्म में 1960 के दशक में मुंबई के फुटपाथ पर सोने वाले गरीबों के लिए मौत बने साइको किलर रमन राघव की कहानी दिखाई गई है। अनुराग कश्यप की फिल्‍म 'रमन राघव 2.0' में नवाजुद्दीन ने मनोरोगी राघव के किरदार की जीवंत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। नवाजुद्दीन ने इसे अब का अपना सबसे मुश्किल रोल बताया है। आइए.. हम आपको इस फिल्म का ट्रेलर सुनवाते हैं...

    (फिल्म रमन राघव 2.0 का ट्रेलर)

    सपना- दोस्तों, यह था फिल्म रमन राघव 2.0 का ट्रेलर, चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    अखिल- 1. एक बुज़ुर्ग ऑपरेशन टेबल पर लेटे थे। मेजर ऑपरेशन होने वाला था और ऑपरेशन उनका दामाद करने वाला था। जब दामाद सर्जन OT में आया तो बुज़ुर्ग ने बड़े प्यार से उसका हाथ पकड़ के कहा कि, "बेटा मैं जानता हूँ तुम मुझे कुछ नहीं होने दोगे, पर अगर मुझे कुछ अनहोनी हो गयी, तो तुम्हारी सास तुम्हारे साथ ही रहेगी उसका ध्यान रखना।" फिर क्या था... ऑपरेशन बेहद सफल रहा

    2. एक दिन भगवान विष्णु नरक के औचक भ्रमण पर नीकले। वहां 51 डिग्री की गर्मी से लोग झुलस रहे थे और पसीने में तरबतर अपने पूरे मनोयोग से काम में लगे हुये थे। लेकिन कुछ लोग काम धाम छोडकर आराम से कूलर और एसी में गप्पे हाँक रहे थे। भगवान ने बड़े ही हैरानी से पूछा:- 'यमराज जी, ये महान आत्माऐं कौन है जो इस भयँकर और प्रचँड ताप में भी अपने काम में लगे हुऐ है?'

    यमराज:- 'भगवन ये लोग भारत के सरकारी कर्मचारी है। जो 51 डीग्री तापमान मे बिना कूलर पॅखे के भी काम करते हैं।

    भगवान:- 'यमराज जी आप इनको स्वर्ग मे ले लो।'

    यमराज:- 'भगवन इन्हें स्वर्ग की कोई इच्छा नहीं है। इन्हें तो बस आप सांतवा वेतन आयोग दिलवा दो।'

    3. तीन बच्चों वाली एक विधवा औरत ने 3 बच्चों वाले एक आदमी से शादी कर ली। शादी के बाद दोनों के फिर 3 बच्चे हो गये। 1 दिन घर में बच्चों की ज़बरदस्त लड़ाई हो गयी। पत्नी ने पति को फोन लगाया और बोली, "सुनते हो जी, जल्दी घर आ जाओ... आपके बच्चे और मेरे बच्चे मिल कर, हमारे बच्चों को मार रहे हैं...।" 

    4. बीबी- चलो ना आज कही घूमने चलते है, और हा ड्राइविंग में करुँगी....!

    पति- वाओ...! मतलब जायेंगे कार में, और आएंगे कल के अख़बार में....!!!!

    अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सुरेश अग्रवाल जी, हमें इतना मजेदार जोक्स भेजने के लिए। दोस्तों, आप भी हमारे साथ जोक्स या हंसी-मजाक की बातें शेयर कर सकते हैं। चलिए... अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और सपना को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040