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    टी टाइम 160609(अनिल और नीलम)
    2016-06-09 18:50:23 cri

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः लीजिए दोस्तो, पोग्राम शुरू करते हैं

    दोस्तो, आपको बॉक्सिंग स्टार और चैंपियन मोहम्मद अली के नाम से तो वाकिफ होंगे ही।

    तीन बार के हैवीवेट चैंपियन और महान मुक्केबाज मोहम्मद अली का पिछले दिनों अमेरिका में निधन हो गया। वह 74 साल के थे।

    मोहम्मद अली को सांस लेने में तकलीफ के कारण एक दिन पहले एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह पार्किन्सन की बीमारी से जूझ रहे थे।

    74 वर्षीय अली के प्रवक्ता बाब गुनेल ने बताया था कि पूर्व हैवीवेट चैंपियन मुक्केबाज को सांस लेने में तकलीफ थी। उन्हें कुछ समय अस्पताल में बिताना पड़ेगा। इससे पहले उन्हें 2015 में पेशाब संबंधी परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।

    दुनिया के सबसे लोकप्रिय और महान मुक्केबाज के रुप में आंके गए मोहम्मद अली ने 1981 में पेशेवर बॉक्सिंग से उस समय संन्यास ले लिया था जब उन्हें अपने 61वें मुकाबले में ट्रेवर बेरविक के हाथों मात मिली थी।

    ठीक इससे पहले, अली के बारे में डॉक्टर्स कहने लगे कि 1970 की शुरुआत से उनके शरीर में सुस्ती और तंत्रिका तंत्र में नुकसान होने के लक्षण दिखने लगे थे और तभी से उनमें पार्किन्सन की बीमारी का इलाज शुरू कर दिया गया था।

    मोहम्मद अली की कुछ बातें.

    वह जो जोखिम उठाने का साहस नहीं रखता अपने जीवन में कुछ हासिल नहीं कर सकता।

    मैं ट्रैनिंग के हर एक मिनट से नफरत करता था, लेकिन मैंने कहा, हार मत मानो। अभी सह लो और अपनी बाकी की जिन्दगी एक चैंपियन की तरह जियो।

    जो आदमी पचास की उम्र में दुनिया को उसी तरह देखता है जैसा कि वो बीस में देखा करता था, उसने अपने जीवन के तीस साल बर्वाद कर दिए हैं।

    दृढ़ वचनो की पुनरावृत्ति विश्वास पैदा करती है। और एक बार जब वो विश्वास गहरी आस्था में बदल जाता है तो चीजें होने लगती हैं।

    दिन मत गिनो, दिन को अर्थपूर्ण बनाओ।

    जिस व्यक्ति के पास कल्पना नहीं है उसके पास पंख नहीं हैं।

    नीलमः भारत के पहले मिस्टर यूनिवर्स और जाने-माने बॉडी बिल्डर मनोहर आइच का रविवार को कोलकाता में निधन हो गया। कुछ समय से बीमार चल रहे आइच 104 साल के थे. आइच की पत्नी का निधन पहले ही हो चुका है। उनके परिवार में दो बेटे और दो बेटियां हैं। उन्होंने कोलकाता के बागुईहाटी स्थित अपने आवास में ही अंतिम सांस ली।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा खेल जगत की तमाम जानी-मानी हस्तियों ने आइच के निधन पर शोक जताया।अविभाजित भारत के कोमिल्ला जिले (अब बांग्लादेश में) जन्मे मनोहर वर्ष 1942 में रॉयल इंडियन एअर फोर्स में शामिल हुए थे।एक ब्रितानी अधिकारी आर मार्टिन के प्रोत्साहन पर उन्होंने बॉडी बिल्डिंग पर ध्यान देना शुरू किया. वर्ष 1950 में 36 साल की उम्र में उन्होंने मिस्टर हरक्यूलस प्रतियोगिता जीती थी। उसके अगले ही साल वो मिस्टर यूनिवर्स प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रहे थे. लेकिन वर्ष 1952 में उन्होंने यह ख़िताब जीत लिया।अपने चार फीट 11 इंच लंबे क़द की वजह से लंदन के लोगों ने उनको 'पाकेट हरक्यूलस' नाम दिया था। उनका कहना था कि अगर आप रोज़ाना कसरत करें तो कभी बीमार नहीं पड़ सकते.आइच ने वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. तब उनको 1.63 लाख वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

    अनिलः वहीं चिली में सौर ऊर्जा उद्योग इतना फैल गया है कि लोगों को मुफ्त में बिजली बांटी पड़ रहा है। चिली सेंट्रल ग्रीड ऑपरेटर के मुताबिक इस साल अप्रैल तक 113 दिन मुफ्त बिजली दी जा चुकी है, जबकि पिछले पूरे साल यह आंकड़ा कुल 192 दिन था।

    मुफ्त बिजली मिलना ग्राहकों के लिए निश्तित तौर पर अच्छी खबर है,लेकिन कंपनियां मायूस हैं। जिन कंपनियों ने विशालकाय सोलर प्लांट लगाए हैं, वे कमाई नहीं कर पा रही है। चिली में कुल 29 सोलर फॉर्म हैं। 15 अन्य स्थापित किए जा रहे हैं। चिली में ऊर्जा खपत लगातार बढ़ रही है। इसके पीछे आर्थिक विकास और खासतौर पर तेजी से बढ़ता माइनिंग प्रॉडक्शन है।

    दरअसल, सूर्य की अक्षय उर्जा के सही उपयोग के लिए दुनियाभर में काम भी हो रहा है। इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने एक ऐसी सीमेंट भी बनाने का दावा किया है जो रात में चमकेगी। मैक्सिको के यूनिवर्सिटी ऑफ सेन निकोलस हिंडाल्‍गो के वैज्ञानिकों ने सोलर सीमेंट बनाने में सफलता प्राप्‍त की है।

    बताया जा रहा है कि यह सीमेंट सूर्य की रोशनी को सोख लेगी और इससे बनी सड़कें अंधेरे में चमकने लगेंगी। शोधकर्ताओं के मुताबिक आज के समय में सर्वाधिक फ्लोरोसेंट मटेरियल को प्‍लास्टिक से बनाया जाता है और यह तीन साल तक टिक सकता है।उनका दावा है कि यह सीमेंट सैकड़ों साल तक चल सकती है और इससे निकलने वाली लाइट को भी कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों को दिक्‍कत ना हो। यह सीमेंट नीले और हरे रंग की रोशनी देती है।

    नीलमः वहीं ब्रिटेन ने व्‍यस्‍त सड़कों पर साइकिल सवार के काफी करीब से वाहन निकालने वाले चालकों के खिलाफ भारी जुर्माना लगाया जाएगा।

    ब्रिटेन में पहली बार डिपार्टमेंट फॉर ट्रांसपोर्ट कारों और साइकिलों के बीच न्‍यू‍नतम दूरी तय करने की संभावनाओं पर काम कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि साइकिल सवार के काफी करीब से वाहन को ओवरटेक करने पर पांच हजार पाउंड (करीब पांच लाख रुपए) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

    वर्तमान में सड़क पर वाहनचालकों को साइकिल सवारों को पर्याप्‍त जगह चलने के लिए देनी होती है। मगर, अब इस न्‍यूनतम दूरी को एक मीटर तक करने की योजना है। यह नियम ऑस्‍ट्रेलिया सहित कई अन्‍य देशों में पहले से मौजूद है।

    साइकिल सुपर हाईवे बनाने के बावजूद भी शहर की आतंरिक सड़कों पर खतरनाक ड्राइविंग के कारण साइकिल चलाने वालों की संख्‍या में कमी आई है। इसे देखते हुए नया नियम बनाया गया है।

    अनिलः स्पोर्ट्स सेक्शन

    वर्ष 2022 में कतर में होने वाले फीफा वर्ल्ड कप में 1.50 लाख भारतीयों को नौकरी मिलने की संभावना हैं। वर्ल्ड की तैयारियों को लेकर बड़े पैमाने पर होने वाले निर्माण कार्य के लिए लगभग डेढ़ लाख भारतीय कुशल श्रमिकों का रास्ता खुलने वाला है।

    पिछले कुछ वर्षों में कतर ईंधन और गैस के व्यापार के साथ भारत के लिए सामरिक लिहाज से भी अति महत्वपूर्ण देश बनकर उभरा है। वर्ल्ड कप के लिए कई भारतीय कंपनियां पहले से कतर में काम कर रही हैं। मगर कुशल मजदूरों की आपूर्ति के लिए बांग्लादेश पहले से जुगत में लगा रहा है।

    बताया जाता है कि कतर में फिलहाल लगभग तीन लाख कुशल मजदूरों की मांग है। भारत चाहता है कि इसमें से आधे मजदूरों की आपूर्ति यहां से हो। गौरतलब है कि कतर में सिर्फ चार लाख मूल नागरिक हैं, लेकिन वहां की जनसंख्या लगभग 25 लाख है।

    यानी तेल और गैस से काफी धन इकट्ठा कर चुके इस देश में दुनियाभर के लगभग 21 लाख लोग काम करते हैं। इनमें से तकरीबन सात लाख लोग अकेले भारत से हैं।

    कतर में भारत के लोगों में लगभग 90 फीसदी केरल के नागरिक हैं। सरकार की योजना है कि कतर में कुशल श्रमिकों की आपूर्ति भारत के अन्य क्षेत्रों से भी हो।

    ...प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है।

    अब वक्त हो गया है, श्रोताओं की टिप्पणी का।

    नीलमः पहला पत्र हमें भेजा है, अल्मोड़ा उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता ने। वह लिखते हैं, नीहाउ, आपके प्रोग्राम में बहुत सारी जानकारी हासिल होती है। पिछला प्रोग्राम भी बहुत अच्छा लगा। चीन के हनान प्रांत में परिवार के इकलौते बच्चे के लिए साल में 20 दिनों की छुट्टी की योजना अच्छी लगी। यह प्रयोग बहुत अच्छा है। इसके साथ ही दूसरा समाचार भी गौरवान्वित करने वाला था, जिसमें जापानी कंपनी के प्रेजिडेंट निकेश अरोड़ा के वेतन के बारे में बताया गया। मुझे कुछ समय पहले आपकी पत्रिका प्राप्त हो गयी है। धन्यवाद।

    धन्यवाद वीरेंद्र जी, हमें पत्र लिखने के लिए।

    अनिलः अगला ईमेल आया है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का। कार्यक्रम "टी टाइम" में चीन के एक प्रांत द्वाराबिना भाई-बहन वाले कर्मचारियों को वर्ष में 20 दिन वेतन सहित छुट्टी देने का फैसला काफी महत्वपूर्ण लगा, ताकि एकल कर्मचारी अपने बुज़ुर्ग माता-पिता की देखभाल कर सकें। इस फैसले से चीन की एक बच्चे की नीति से पैदा हुई सामाजिक चुनौतियों से निबटने में भी मदद मिलेगी। निश्चित तौर पर परिवारों और सरकार दोनों के लिए बड़ी समस्या बनी बुज़ुर्ग आबादी की देखभाल का इससे कुछ तो समाधान होगा। जानकारियों के क्रम में भारतीय मूल के निकेश अरोड़ा का लगातार दूसरे साल दुनिया में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले कार्यकारियों में से एक होना हम भारतीयों के लिये गर्व का विषय है। जापानी दूरसंचार कंपनी सॉफ्टबैंक के प्रेजिडेंट व सीओओ निकेश को बीते वित्त वर्ष में लगभग 7.3 करोड़ डॉलर यानि करीब 500 करोड़ रुपये का वेतन पैकेज मिला। पिछले साल मई में उन्हें पदोन्नत कर अध्यक्ष व सीओओ बनाया गया। साफ्टबैंक के 35 साल के इतिहास में पहली बार किसी को अध्यक्ष का पदनाम दिया गया है। अरोड़ा को साफ्टबैंक के अरबपति संस्थापक मासायोशी सोन के उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जा रहा है।

    नीलमः वहीं नया स्मार्टफोन खरीदते समय ध्यान रखने योग्य ज़रूरी बातों का ज़िक्र किया जाना अत्यन्त महत्वपूर्ण लगा। विशेषकर, कम बज़ट में अच्छा फ़ोन ख़रीदने सम्बन्धी टिप्स काफी प्रशंसनीय लगे, क्यों कि आजकल ऐप्स और वीडियोज बड़ी स्क्रीन के हिसाब से बनाए जाते हैं। ऐसे में छोटी स्क्रीन पर वीडियो अच्छी क्वालिटी में दिखाई नहीं देता। इसके अलावा छोटी स्क्रीन गेमिंग के लिए भी ठीक नहीं है।

    फ़िल्म सम्बन्धी जानकारी में बॉलीवुड एक्टर रितिक रोशन के उस बयान का ज़िक्र किया गया, जिसमें उन्होंने कहा है कि - उनकी आने वाली फिल्म 'मोहनजोदड़ो' उनकी बेहतरीन फिल्म साबित होगी। रितिक इन दिनों आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन में बन रही फिल्म 'मोहनजोदड़ो' में काम कर रहे हैं

    खेल की ख़बरों में - आईपीएल-9 का खिताब सनराजर्स हैदराबाद के नाम रहा। हैदराबाद ने बैंगलोर चैंलेंजर्स को आठ रनों से हराकर खिताब पर कब्जा किया।

    रियो ओलम्पिक्स की ख़बरों में -जीका का खौफ अब तक खत्म नहीं हुआ है, रियो डी जेनेरियो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में इस खौफ साफ नजर आ रहा है।

    आज के कार्यक्रम में पेश तीनों जोक्स में -"मां मैं इतना बड़ा कब हो जाऊंगा की आप से बिना पूछे कहीं भी जा सकूं ..... जोक काफी उम्दा लगा। धन्यवाद फिर एक अच्छी प्रस्तुति हेतु।

    धन्यवाद।

    अनिलः

    अगला ई-मेल आया है, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु का। उन्होंने लिखा है, चीन के हनान प्रांत की सरकार ने वृद्ध माता-पिता की देखभाल करने के लिए बिना भाई-बहन वाले कर्मचारियों को वर्ष में 20 दिन वेतन सहित छुट्टी देने का फैसला लिया है।यह सच है कि आजकल भागदौड़ भरी व्यस्त ज़िंदगी के कारण लोगों को अपने माता-पिता को सही से मिलने और बात करने का समय नही मिलता फिर भी हनान प्रांत की सरकार के इस फैसले के तहत आशा की जा सकती है कि बूढ़े मां-बाप को अपने बच्चों को सेवा मिलेगी ।

    वहीं भारतीय मूल के सॉफ्टबैंक के सीओओ निकेश अरोड़ा का सालाना पैकेज 500 करोड़ संबंधी समाचार भी सूचनाप्रद और चमत्कारिक लगा। स्मार्टफोन फोन खरीदते समय किस फीचर्स और बातों पर हमें ध्यान देना जरूरत है ,इस बारे में आप द्वारा दी गई जानकारी महत्वपूर्ण लगी। वहीं जीका वायरस के संक्रमण के कारण ओलंपिक को ब्राजील से शिफ्ट करने की जो मांग 150 से अधिक प्रमुख डॉक्टर्स और प्रोफेसर्स ने किया मेरे विचार में वह सही कदम नहीं है । निसंदेह जीका एक समस्या है, लेकिन यह ओलंपिक खेलों के लिए नहीं है । मुझे आशा है कि अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक के समय मच्छरों की वृद्धि और जीका वायरस के मामलों में भी गिरावट आएगी। वहीं प्रोग्राम में पेश जोक्स भी पसंद आए, आज सब कुछ मिलाकर एक सुंदर प्रस्तुति हमें देने के लिए अनिल जी और नीलम जी को धन्यवाद।

    श्रोताओं की टिप्पणी यही संपन्न होती है। धन्यवाद।

    अब समय हो गया है, जोक्स का।

    पहला जोक

    लड़का - सुनो जरा.. लड़की - चुप रहो, खाते टाइम बात नहीं करते। खाने के बाद... लड़की - अब बोलो.. लड़का - तेरी प्लेट में मच्छर था। ले...और बन हीरोइन

    दूसरा जोक

    मोबाइल की ऐसी आदत हो गई है कि ठीक कराने के लिए दुकानदार को दिया जाए तो,

    ऐसा लगता है कि रिश्तेदार आईसीयू में है।

    तीसरा जोक

    पति को बाजार जाते हुए देख पत्नी ने पैसे देकर कहा... कुछ ऐसी चीज लाना जिससे मैं सुन्दर दिखूं... पति खुद के लिए व्हिस्की की दो बोतल ले आया

    जोक्स के बाद बारी है, सवाल-जवाब सेक्शन की।

    पिछले हफ्ते दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवालः भारतीय मूल के व्यक्ति किस कंपनी में काम करते हैं, जिनका वेतन सबसे अधिक पैसा पाने वालों की सूची में है।

    सही जवाब- निकेश अरोड़ा, जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक के प्रेजिडेंट और सीओओ हैं।

    दूसरा सवाल- अमेरिका में डॉक्टर्स ने ऐसा क्या कर दिखाया है, जिसे बहुत सफल माना जा रहा है।

    सही जवाब है- अमेरिका में पहली बार डॉक्टर्स ने खोपड़ी और स्कैल्प फ्लैप (सिर के ऊपरी हिस्से की त्वचा) को किडनी और पैंक्रियाज के साथ सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया है।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, अल्मोड़ा उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप और रविशंकर बसु आदि ने। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अब लीजिए सुनिये आज के सवाल।

    पहला सवालः हाल में किस बॉक्सिंग चैंपियन का निधन हुआ।

    दूसरा सवालः ब्रिटेन में कौन सा नियम लागू होने वाला है

    .सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।

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