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    टी टाइम 160602(अनिल और नीलम)
    2016-06-01 19:43:54 cri

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः लीजिए दोस्तो, पोग्राम शुरू करते हैं

    अनिलः चीन के एक प्रांत ने बिना भाई-बहन वाले कर्मचारियों को वर्ष में 20 दिन वेतन सहित छुट्टी देने का फैसला किया है, ताकि वो अपने बुज़ुर्ग माता-पिता की देखभाल कर सकें। इस फैसले से चीन की एक बच्चे की नीति से पैदा हुई सामाजिक चुनौतियों से निबटने में मदद मिलेगी। देश की बुज़ुर्ग आबादी की देखभाल परिवारों और सरकार दोनों के लिए बड़ी समस्या बन गई थी।

    गौरतलब है कि चीन में तीस वर्ष तक जारी रही इस नीति की वजह से देश में लाखों ऐसे परिवार हैं जिनमें केवल एक बच्चा है और उसे बुज़ुर्ग माता-पिता दोनों की देखभाल करनी पड़ती है।

    हनान प्रांत की सरकार के इस फैसले के तहत वैसे कर्मचारियों को अतिरिक्त छुट्टियां दी जाएगी जिनके माता-पिता 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं और अस्पताल में हैं।

    हनान चीन का पहला ऐसा प्रांत जिसने इस तरह का फैसला लिया है। चीन ने पिछले वर्ष एक बच्चे की नीति को बदल दिया था ताकि तेज़ी से बुज़ुर्ग होती आबादी की उचित देखभाल हो सके। 2015 में चीन में साठ वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के बुज़ुर्गों की तादाद 22 करोड़ थी जो कि कुल आबादी का 16 फीसदी है।

    दोस्तो, प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हुए आपको दूसरी जानकारी से रूबरू करवाते हैं।

    भारतीय मूल के निकेश अरोड़ा लगातार दूसरे साल दुनिया में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले कार्यकारियों में से एक रहे। वे जापानी दूरसंचार कंपनी सॉफ्टबैंक के प्रेजिडेंट व सीओओ हैं और बीते वित्त वर्ष में लगभग 7.3 करोड़ डॉलर यानि करीब 500 करोड़ रुपये का वेतन पैकेज मिला।

    भारत में जन्मे अरोड़ा को 31 मार्च 2015 को समाप्त वित्त वर्ष में 7.3 करोड़ डॉलर का वेतन पैकेज मिला, जिसमें साफ्टबैंक की इन इकाइयों से मिला 1.41 करोड़ डॉलर यानी करीब 93.06 करोड़ रुपये का मुआवजा भी शामिल है।

    मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक साफ्टबैंक के एक बयान के हवाले से यह जानकारी दी गई है। इस वेतन के साथ अरोड़ा जापान के सबसे अधिक भुगतान पाने वाले कार्यकारी बन गए हैं। इनका वेतन पैकेज एपल के टिम कुक और वाल्ट डिज्नी के बॉब इगर के वेतन के करीब है। पूर्व वित्त वर्ष में अरोड़ा को 13.5 करोड़ डॉलर का वेतन पैकेज मिला था, जिसमें कंपनी से जुडऩे का बोनस शामिल था। अरोड़ा सर्च इंजन गूगल छोड़कर साफ्टबैंक में आए हैं।

    नीलमः सितंबर 2014 में वह एसबी ग्रुप यूएस (पूर्व में साफ्टबैंक इंटरनेट एंड मीडिया इंक) के सीईओ तथा साफ्टबैंक के वाइस चेयरमैन के रूप में इससे जुड़े। पिछले साल मई में उन्हें पदोन्नत कर अध्यक्ष व सीओओ बनाया गया। साफ्टबैंक के 35 साल के इतिहास में पहली बार किसी को अध्यक्ष का पदनाम दिया गया है। अरोड़ा को साफ्टबैंक के अरबपति संस्थापक मासायोशी सोन के उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जा रहा है।

    पिछले ही महीने सोन ने अरोड़ा में अपने भरोसे को दोहराते हुए कहा था कि निकेश में मेरा पूरा भरोसा है और उनमें 1000 प्रतिशत विश्वास है और मैं जानता हूं कि वे भविष्य में भी साफ्टबैंक के लिए बड़ी चीजें करते रहेंगे।' अरोड़ा की अगुवाई में साफ्टबैंक ने भारत में स्नैपडील, ओला कैब्स, हाउसिंग डाट काम, ओयो रूम्स और ग्रोफर्स जैसी कंपनियों में निवेश किया है।

    अब बात करते हैं तकनीक की।

    मार्केट में आए दिन नए-नए ब्रांड और फीचर्स के साथ स्मार्टफोन लॉन्च हो रहे हैं। यदि आप भी नया स्मार्टफोन खरीदने जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें।

    आजकल ऐप्स और वीडियोज बड़ी स्क्रीन के हिसाब से बनाए जाते हैं। ऐसे में छोटी स्क्रीन पर वीडियो अच्छी क्वालिटी में दिखाई नहीं देता। इसके अलावा छोटी स्क्रीन गेमिंग के लिए भी ठीक नहीं है। अगर आपको बहुत ज्यादा बड़ी स्क्रीन वाला स्मार्टफोन पसंद नहीं है तो 4.5 से 5 इंच तक के स्मार्टफोन ले सकते हैं। ये पकड़ने में आसान होते हैं और डिस्प्ले क्वालिटी भी सही दिखाई देती है। अगर बजट कम होने के कारण आप छोटी डिस्प्ले वाला फोन ले रहे हैं तो आपको बता दें कि आपको 4 से 5 हजार रुपए की रेंज में 5 इंच डिस्प्ले वाला बढ़िया फोन मिल जाएगा।

    .फोन खरीदने से पहले बॉक्स पर दिए गए फोन के फीचर्स को अच्छे से पढ़ें। अगर 3G नेटवर्क पर फोन की बैटरी लाइफ 11-12 घंटे की नहीं है तो ये फोन न खरीदें। मार्केट में ऐसे हजारों स्मार्टफोन्स हैं जो अच्छी बैटरी बैकअप तो देते ही हैं साथ ही बैटरी सेविंग फीचर और क्विक चार्ज सपोर्ट के साथ आते हैं।

    अनिलः वहीं पुराने स्मार्टफोन खरीदने पर आपको वो सारे फीचर्स नहीं मिलेंगे जो लेटेस्ट में मिलते हैं। 2016 में 2015 का लॉन्च हुआ प्रीमियम स्मार्टफोन खरीदना रिस्की हो सकता है। हर साल कंपनियां अपने नए फ्लैगशिप लॉन्च करती हैं। ऐसे में अगर आप प्रीमियम स्मार्टफोन खरीद रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि वो लेटेस्ट हो। इसमें कई ऐसे फीचर्स मिलेंगे जो 2015 में लॉन्च हुए स्मार्टफोन में ना हो।. 5 या उससे कम मेगापिक्सल रियर कैमरा वाले स्मार्टफोन सिर्फ 2592x1944 रेजोल्यूशन सपोर्ट करते हैं। इसका मतलब हुआ 72 पिक्सल्स पर इंच जो कि फोटो के लिए काफी कम है। आजकल बजट फोन में भी 8 और 13 मेगापिक्सल वाले रियर कैमरा आते हैं। इसलिए 5 या उससे कम रियर कैमरा वाला फोन काफी ओल्ड फैशन होगा। अगर आप सेल्फी लवर हैं तो 5 मेगापिक्सल से कम फ्रंट कैमरा वाला फोन न खरीदें।

    6.इंडिया में 4G नेटवर्क बड़े शहरों में अवेलेबल हो गया है। कुछ गावों और कस्बों को छोड़ दिया जाए तो 3G नेटवर्क लगभग सब जगह है। इसका मतलब है कि आपको अपने शहर के हिसाब से सही हैंडसेट खरीदना कितना जरूरी है। अगर आप छोटे कस्बों में अपना फोन यूज नहीं करने वाले तो आपको 2G फोन खरीदने की जरूरत नहीं है। ऐसे में 3G और 4G हैंडसेट लेना ही ठीक होगा।

    नई कंपनियों के सर्विस सेंटर कम ही होते हैं। फोन में दिक्कत आने पर आफ्टर सेल सर्विस न मिलना या सर्विस सेंटर ही न होना काफी इरिटेटिंग होता है। ऐसे में यूजर उस ब्रांड का स्मार्टफोन दोबारा नहीं खरीदेगा। नए ब्रांड के स्मार्टफोन खरीदने से पहले इसके सर्विस सेंटर के बारे में छोड़ी जानकारी ले लें। हो सकता है कि ये एकदम आपके आप-पास न हो लेकिन आपके शहर में उस कंपनी के कुछ सर्विस सेंटर तो हों। जो फोन में दिक्कत आने पर सही सर्विस दे सकें।

    नीलमः अब बात करते हैं फ़िल्म की। बॉलीवुड एक्टर रितिक रोशन ने कहा है कि उनकी आने वाली फिल्म 'मोहनजोदड़ो' उनकी बेहतरीन फिल्म साबित होगी। रितिक इन दिनों आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन में बन रही फिल्म 'मोहनजोदड़ो' में काम कर रहे हैं।

    फिल्म 'मोहनजोदड़ो' सिंधु घाटी सभ्यता युगीन शहर मोहनजोदड़ो की पृष्ठभूमि पर आधारित है। इससे पहले रितिक ने उनके साथ 2008 में 'जोधा अकबर' में साथ काम किया था।

    रितिक ने कहा इस फिल्म में काम का मेरा अनुभव बेहतरीन रहा। मेरा मानना है कि यह मेरी सबसे अच्छी फिल्मों में से एक होगी और मुझे उम्मीद है कि जब दर्शक मुझे फिल्म में देखेंगे तो वे भी इससे सहमत होंगे। यह फिल्म अगस्त में रिलीज होगी।

    अनिलः अब बात स्पोर्ट्स की करते हैं।

    पहले क्रिकेट... आईपीएल-9 का खिताब सनराजर्स हैदराबाद के नाम रहा। हैदराबाद ने बैंगलोर चैंलेंजर्स को आठ रनों से हराकर खिताब पर कब्जा किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए सनराजर्स ने आरसीबी को 209 रन का टारगेट दिया था। जिसका पीछा करते हुए बैंगलोर 20 ओवरों में 7 विकेट पर 200 बनाकर सिमट गया।

    कप्तान डेविड वार्नर (69) और युवराज सिंह (38) की उपयोगी पारियों से सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल-9 के खिताबी मुकाबले में बेंगलूरु रॉयल चैलेंजर्स के सामने जीत के लिए 209 रन का लक्ष्य रखा। फाइनल में टॉस जीतकर हैदराबाद के कप्तान वार्नर ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 208 रन का स्कोर खड़ा किया।

    नीलमः दोस्तो, जीका का खौफ अब तक खत्म नहीं हुआ है, रियो डी जेनेरियो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में इस खौफ साफ नजर आ रहा है। जीका वायरस से जुड़ी चिंताओं के बीच 150 अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सकों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर करके ओलंपिक खेलों के आयोजन को किसी और जगह करवाने या फिलहाल के लिए टाल दिए जाने की मांग की है।

    इस पत्र में कहा गया है कि ब्राजील में जीका संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर रियो में खेल करवाने का दबाव बनाना गैरजिम्मेदाराना और अनैतिक होगा। पत्र में कहा गया कि हमारी बड़ी चिंता वैश्विक स्वास्थ्य को लेकर है।

    जीका वायरस ने स्वास्थ्य को इस तरह से नुकसान पहुंचाया है जिसे विज्ञान ने पहले कभी देखा नहीं है। इस पत्र पर अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, नॉर्वे, फिलीपीन, जापान, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और लेबनान समेत कई देशों के विशेषज्ञों ने हस्ताक्षर किए हैं।

    पत्र में कहा गया कि दुनियाभर के देशों से खेलों में शिरकत करने के लिए जब 5 लाख विदेशी पर्यटक आएंगे तो ऐसे समय पर एक गैरजरूरी खतरा बना रहेगा कि वे इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं और अपने इस वायरस को अपने साथ अपने देश ले जा सकते हैं, जहां जाकर यह एक महामारी का रूप ले सकता है।

    ब्राजील में पिछले साल मच्छरजनित जीका फैलने के बाद से अब तक लगभग 1,300 बच्चों में इसके लक्षण दिख चुके हैं जिसे ठीक नहीं किया जा सकता। खेलों को एक ऐसे स्थान पर स्थानांतरित कर देना शामिल है, जहां जीका मौजूद नहीं है।

    इसके अलावा यह विकल्प भी है कि जीका पर काबू पा लिए जाने तक खेलों को स्थगित कर दिया जाए या फिर इन्हें रद्द ही कर दिया जाए।

    अनिलः वहीं.

    अमेरिका में पहली बार डॉक्टर्स ने खोपड़ी और स्कैल्प फ्लैप (सिर के ऊपरी हिस्से की त्वचा) को किडनी और पैंक्रियाज के साथ सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया है। अपने तरह की अनूठा सर्जरी साबित हुई है। सभी अंग एक ही व्यक्ति से लेकर दूसरे में ट्रांसप्लांट किए गए। वैज्ञानिकों के मुताबिक पीड़ित स्कैल्प की असाध्य बीमारी से पीड़ित था। उसका किडनी और पैंक्रियाज की क्षमता भी दिन-ब-दिन कम होती जा रही थी।

    वीसीए विधि के तहत विभिन्न प्रकार के ऊत्तकों जैसे त्वचा, मांसपेशी, रक्त धमनियां, नर्व और हड्डियों को एक साथ ट्रांसप्लांट किया जाता है। चेहरे और हाथ का ट्रांसप्लांट वीसीए विधि के उदाहरण हैं। हालांकि, इसके तहत इम्यूनोसप्रेसिव दवा का सहारा लेना पड़ता है, जिससे ट्रांसप्लांट कराने वाले का इम्यून सिस्टम प्रत्यारोपित अंगों को स्वीकार कर सके।

    यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के जेस्सी क्रीड सेल्बर ने रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी (उपचार या कॉस्मेटिक सर्जरी) के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की उम्मीद जताई है। उन्होंने बताया कि इससे वस्कुलराइज्ड कंपोजिट एलोट्रांसप्लांटेशन (वीसीए) के साथ अंग प्रत्यारोपण को जोड़ने की पद्धति विकसित करने का रास्ता खुल सकता है।

    दोस्तो, प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है,

    नीलमः अब बारी है, श्रोताओं की टिप्पणी शामिल करने की। पहला पत्र हमें आया है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का।

    कार्यक्रम "टी टाइम" के अन्तर्गत रोज़मर्रा के जीवन में इस्तेमाल में आने वाली ब्रेड अथवा डबलरोटी में पाये गये ख़तरनाक रसायनों से कैंसर और थायरॉयड जैसी घातक बीमारी हो सकती है, यह जानकर मन में घबराहट सी होने लगी। आख़िर, क्यों करती हैं ब्रेड बनाने वाली येब्राण्डेड कम्पनियाँ मनुष्य के जीवन से ऐसा खिलवाड़ ? मेरी राय में साबित होने पर ऐसा करने वालों के लिये कम से कम सज़ा मृत्युदण्ड होनीचाहिये ।! जानकारियों के क्रम में आगे भारत के वड़ोदरा की ज़ुमा मस्ज़िद में दुनिया की सब से बड़ी क़ुरान शरीफ़ पुस्तक होने की बात हमें गौरवान्वित कर गयी। फिर भले ही गिनीज़ बुक में रूस की मस्ज़िद में रखी क़ुरआन का ज़िक्र क्यों न हो ! चीन में यिंग-यिंग नामक बालक की जन्म के समय निकली पन्द्रह सेन्टीमीटर लम्बी पूँछ और चिकित्सकों द्वारा सफल ऑपरेशन कर उसका हटाया जाना चमत्कारिक लगा। चीन ही में एक प्रेमी द्वारा प्रेमिका के पैरों में पड़ कर गिड़गिड़ाने सम्बन्धी वीडियो का वायरल होना तो स्वाभाविक ही था। आज के कार्यक्रम के पेश तीनों जोक्स औसत दर्ज़े के कहे जायेंगे। सवाल जवाब को सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में बदलने की मांग करते हैं।

    अनिलः अगला पत्र हमें भेजा है, अल्मोड़ा, उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता ने, वे लिखते हैं कि आज का प्रोग्राम भी बहुत अच्छा और रोचक लगा। चीन के बारे में प्रेमी युवक की दास्तां सुनी। आमतौर पर युवकों में ऐसा व्यवहार देखा जाता है। प्यार में प्रेमी बहुत कुछ कर जाता है। देखिए वीरेंद्र जी, प्यार पर किसी का वश नहीं चलता है। लेकिन हमें दूसरे की भावनाओं की कद्र भी करनी होगी। एकतरफा प्यार में पागल होने का कोई औचित्य नहीं है।

    हमें पत्र भेजने के लिए शुक्रिया।

    अब लीजिए पेश है, दक्षिण दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप का पत्र।

    उन्होंने लिखा है, नी हाउ, मैं नियमित रूप से टी-टाइम प्रोग्राम सुनता हूं। इसमें मुझे तमाम जानकारियां हासिल होती हैं। 26 मई का प्रोग्राम भी ध्यान से सुना। जिसमें आपने ब्रेड खाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया। ब्रेड में खतरनाक रसायन पोटेशियम ब्रोमेट और आयोडेट होते हैं। यह वाकई में बहुत चौकाने वाली जानकारी है। क्योंकि हम आजकल रोज ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं। हमें आगाह करने के लिए धन्यवाद। वहीं चीन में एक बच्चे की छह इंच लंबी पूंछ को अलग करने वाले डॉक्टरों को बहुत-बहुत बधाई।

    ......

    श्रोताओं की टिप्पणी यही संपन्न होती है।

    अब समय हो गया है, जोक्स का।

    पहला जोक

    एक पुलिसवाला अपने बेटे से- तुम्हारा रिजल्ट अच्छा नही आया?? आज से तुम्हारा खेलना और टीवी देखना बंद... बेटा- यह 100 रुपय पकड़ो और इस बात को यही दबा दो।

    दूसरा जोक

    Santa क्लास में हंस रहा था...

    1 लड़का बोला : स्टैंड अप, कौन है तू...

    Santa : तू कौन है???

    लड़का: मैं मॉनिटर हूँ...

    Santa : तो फिर मैं CPU हूँ!!!

    तीसरा जोक

    एक छोटे बच्चे ने अपनी मां से कहा -

    मां मैं इतना बड़ा कब हो जाऊंगा की आप से बिना पूछे कहीं भी जा सकूं मां ने दिल को छू जाए ऐसा जवाब दिया.... बेटा इतना बड़े तो तेरा पापा भी नहीं हुए....

    जोक्स के बाद बारी है, सवाल-जवाब सेक्शन की।

    पिछले हफ्ते दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवालः ब्रेड खाने से क्या ख़तरा होता है।

    सही जवाब है- ब्रेड में खतरनाक पोटैशियम ब्रोमेट और पोटैशियम आयोडेट का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे कैंसर और थॉयराड रोग होने का खतरा रहता है।

    दूसरा सवाल- चीन के डॉक्टरों ने क्या कर दिखाया है

    सही जवाब है- एक बच्चे की 6 इंच लंबी पूंछ को सफलता से अलग किया।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, अल्मोड़ा उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, रंजू मुखिया, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप और रविशंकर बसु आदि ने। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अब लीजिए सुनिये आज के सवाल।

    पहला सवालः

    दूसरा सवालः

    .सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।

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