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    संडे की मस्ती 2016-05-29
    2016-05-29 19:11:08 cri

    अखिल- हैलो दोस्तों...नमस्कार...नीहाओ...। आपका स्वागत है हमारे इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना

    अखिल- दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की.... इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।

    अखिल- चलिए दोस्तों, प्रोग्राम शुरू करने से पहले, हम सुनते हैं यह चीनी गीत।

    सपना- इस चीनी गीत का नाम है:चाइनिंस कूंगफ़ू , इसे गाया है मशहूर चीनी गायिक थू होंगकांग ने

    अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International

    अखिल- चलिए दोस्तों... आज हम आपको ले चलते हैं हमारे संडे स्पेशल की तरफ, जहां आज सपना जी पेश करेंगी पिछले अंक की विशेष रिपोर्ट का आखिरी भाग

    रिपोर्ट:मुंह में दुनिया (दूसरा भाग)

    अखिल- दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए... दोस्तों, अभी हम चलते हैं अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।

    अखिल- दोस्तों, जल्द पैराशूट के जरिए आप भी जा सकेंगे अंतरिक्ष में, वो कैसे, मैं आपको बताता हूं।

    दोस्तों, चीन का पहला अंतरिक्ष पैराशूट सूट विकसित करने वाली एक चीनी कंपनी ने हाई-टेक बैलून की सहायता से अमेजन को 77 हजार डालर में अंतरिक्ष में भेजने और पैराशूट के सहारे लोगों को पृथ्वी पर वापस लाने की योजना बनाई है। बीजिंग आधारित चीनी कंपनी, जेएचवाई स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड की मदद से जल्द ही अंतरिक्ष की यात्रा करना और फिर पैराशूट की मदद से पृथ्वी पर वापस आना संभव हो जाएगा। कंपनी ने देश का पहला पैराशूटिंग सूट पेश किया है।

    अगले कुछ महीनों में कंपनी संबंधित उपकरणों का परीक्षण करेगी और प्रशिक्षित करने के लिए अधिक से अधिक पैराशूटिंग वालंटियर की भर्ती करेगी। खबर के अनुसार, इस तरह की यात्रा करने वाले पहले तीन चैलेंजर्स में एक उद्यमी, एक चैंपियन महिला पैराशूटिस्ट और एक विमान इंजीनियर हैं।

    चैलेंजर्स एक हाई टेक बैलून की सहायता से समताप-मंडल तक जाएंगे और एक पैराशूट में धरती पर वापस आएंगे। विशेष रूप से बनाए गए सूट में एक रेडार, धरती आधारित निगरानी सुविधा, अंतरिक्ष-धरती संचार और एक इमेज ट्रांसमिशन सिस्टम होंगी। स्पेस विजन के संस्थापक और अध्यक्ष जियांग फेंग ने कहा, ''हम अंतरिक्ष पैराशूटिंग की शुरआत द्वारा देश के कमर्शियल एरोस्पेस सेक्टर के विकास में नेतृत्व करने की और अंतरिक्ष की यात्रा के लिए लोगों के लिए धीरे-धीरे एक रास्ता स्थापित करने की उमीद करते हैं।'' जियांग ने इस अंतरिक्ष यात्रा में करीब 500,000 युआन के खर्च का अंदाजा लगाया है।

    सपना- दोस्तों, मैं आपको बताती हूं कि चीन की इस कंपनी में कर्मचारी दिन के समय भी ले सकते है झपकी

    जी हां दोस्तों, चीन में टेक कर्मी लगातार काम के बोझ तले दबे रहते हैं, जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। पर नए निर्देशों के मुताबिक अब टेक कर्मी ऑफिस में ही गहरी नींद ले सकेंगे। इसके लिए बस उन्हें उनके बॉस की परमिशन चाहिए होगी। ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि किसी भी कर्मचारी के काम की गुणवत्ता प्रभावित न हो।

    40 साल के ताइ शियांग ने एक इंजिनियर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी जिसमें वह एक मशीनरी कंपनी की 72 घंटे की शिफ्ट में फर्श पर सो भी जाया करते थे। इसके बाद वह टेक इंडस्ट्री में चले गए जहां उन्होंने 15 साल बिताए और कभी डेस्क, कभी फर्श पर थोड़ी झपकी ले लिया करते थे। अब दाइ ने खुद एक बैशन क्लाउड नाम से क्लाउड कम्प्यूटिंग फर्म खोली है। जब इस कंपनी को अपना पहली बिजनस ऑर्डर मिला तो उसने ऑफिस के शांत हिस्से में 12 बैड लगवाए।

    इस संबंधी ताइ का कहना है कि टेक्नॉलजी के लिए बहुत दिमागी मेहनत की जरूरत होती है, कर्मचारियों को प्रेरणास्रोत ढूंढने के लिए वक्त चाहिए होता है। चीन में ऑफिस वर्कर्स का नौकरी के दौरान सोना अब आम है क्योंकि वहां बहुत सी इंडस्ट्री में सस्ते और अक्षम मजदूरों की भरमार है लेकिन चीन का टेक्नॉलजी सैक्टर अब तक इससे अछूता था। चीन में इस सैक्टर में तेजी है और कंपनियां नए स्टाफ भर्ती कर रही है। कंपनी प्रोग्रामर हर दिन ओवरटाइम करते हैं इसीलिए उनको लंचटाइम और रात में 9 बजे के बाद अपने डेस्क या सोफे-बीनबैग पर सोने की इजाजत है।

    अखिल- दोस्तों, आपको जो खबर मैं बताने जा रहा हूं, उस पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल होगा। खबर यह है कि चीन में 6 इंच की पूंछ के साथ जन्मा ये बच्‍चा।

    चीन से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है । यहां गर्भ में पल रहे बच्चे की पूंछ विकसित हो गई थी जो कि न्‍यूरल ट्यूब विकृति का परिणाम थी । 11 महीने की उम्र के इस बच्‍चे की जन्‍म के समय 15 सेमी पूंछ थी । पूंछ होने के कारण येंग येंग नाम के बच्चे को उसके परिवार वाले प्यार से 'लिटिल मंकी' के नाम से पुकारने लगे । इस बच्‍चे को जन्‍म दोष के कारण 6 इंच लंबी पूंछ थी जिसे सफल सर्जरी कर हटा दिया गया है हालांकि उसका परिवार पहले सर्जरी के लिए तैयार नहीं था लेकिन डॉक्‍टरों द्वारा कहे जाने पर उसकी सर्जरी करवानी पड़ी ।

    येंग येंग की मां का कहना है कि जब वह अपने चेकअप के लिए डॉक्‍टरों के पास जाती थी तब भी डॉक्‍टरों ने उन्हें बच्‍चे की एेसी हालत के बारे में कुछ नहीं बताया । इसलिए जब सिजेरियन से येंग येंग का जन्म हुआ तब उसकी पूंछ देखकर सभी दंग रह गए। येंग येंग का ऑपरेशन करने वाले फिजिशन लिन जिआंगकई ने कहा कि इस पूंछ के होने का कारण उसकी मां द्वारा गर्भावस्‍था के दौरान पर्याप्‍त फॉलिक एसिड नहीं लिया । डॉक्‍टर के मुताबिक अगर बच्चे की पूंछ सर्जरी कर नहीं हटाई जाती तो बच्‍चे के‍ निचले अंगों में समस्‍याएं पैदा हो सकती थी ।

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है मूर्ख राजा और चतुर मंत्री

    अखिल- दोस्तों, एक समय की बात है दियत्स नाम की नगरी एक नदी किनारे बसी हुई थी। वहां का राजा बहुत ही मूर्ख और सनकी था। एक दिन राजा अपने मंत्री के साथ संध्या के समय नदी के किनारे टहल रहा था। तभी उसने मंत्री से पूछा, "मंत्री बताओ यह नदी किस दिशा की ओर और कहाँ बहकर जाती है?"

    "महाराज, यह पूर्व दिशा की ओर बहती है और पूर्व की ओर स्थित देशो में बहकर समुन्द्र में मिल जाती है।", मंत्री ने उत्तर दिया। यह सुनकर राजा बोला, "यह नदी हमारी है, और इसका पानी भी हमारा है, क्या पूर्व में स्थित देश इस नदी के पानी का उपयोग करते हैं।"

    "जी, महाराज, जब नदी उधर बहती है तो करते ही होंगे।", मंत्री ने उत्तर दिया। इस पर राजा बोला, "जाओ नदी पर दीवार बनवा दो, और सारा का सारा पानी रोक दो, हम नहीं चाहते है की पूर्व दिशा में स्थित देशों को पानी दिया जाये।"

    "लेकिन, महाराज इससे हमे ही नुकसान होगा।", मंत्री ने उत्तर दिया। "नुकसान! कैसा नुकसान? नुकसान तो हमारा हो रहा है, हमारा पानी पूरब के देश मुफ्त में ले रहे हैं। और तुम कहते हो की नुक्सान हमारा ही होगा? मेरी आज्ञा का शीघ्र से शीघ्र पालन करो।", राजा गुस्से में बोला।

    मंत्री तुरंत कारीगरों को बुला लाया और नदी पर दीवार बनाने के काम शुरू करवा दिया। कुछ ही दिनों में दीवार बन कर तैयार हो गयी। राजा बहुत खुश हुआ। पर उसकी मूर्खता की वजह से कुछ समय बाद नदी का पानी शहर के घरों में घुसने लगा। लोग अपनी परेशानी लेकर मंत्री के पास आये। मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया की वह सब कुछ ठीक कर देगा।

    मंत्री ने एक योज़ना बनाई । महल में एक घंटा बजाने वाला आदमी रहता था। वह हर घंटे पर समय के अनुसार घंटा बजा देता था, जिससे सभी को समय का पता चल जाता था। मंत्री ने उस आदमी को आदेश दिया की वह आज रात को जितना समय हो उसका दोगुना घंटा बजाये। आदमी ने ऐसा ही किया; जब रात के तीन बजे तो उसने 6 बार घंटा बजाया, जिसका अर्थ था कि सुबह के 6 बज गए हैं।

    घंटा बजते ही सभी लोग उठ गए। राजा भी उठ गया और बाहर आ गया। वहा पर मंत्री मौजूद था, राजा ने मंत्री से पूछा, "मंत्री अभी तक सुबह नहीं हुई है क्या? और सूरज अभी तक निकला क्यों नहीं है?" मंत्री ने उत्तर दिया, "महाराज सुबह तो हो चुकी है,परन्तु सूरज नहीं निकला है, क्योंकि सूरज पूरब की ओर से निकलता है, शायद पूरब के देशों ने सूरज को रोक दिया है क्योंकि हमने उनका पानी रोक दिया था, इसीलिए अब हमारे राज्य में कभी सूरज नहीं निकलेगा।"

    राजा बहुत चिंतित हुआ और बोला, "क्या अब कभी भी हमारे देश में सूरज नहीं निकलेगा? हम सब अन्धकार में कैसे रहेंगे? इसका उपाय बताओ मंत्री?" "महाराज, यदि आप नदी का पानी छोड़ दें, तो शायद वे भी सूरज छोड़ देंगे।", मंत्री ने उत्तर दिया।

    राजा ने तुरंत मंत्री को हुक्म दिया की वह नदी पर बनाई गयी दीवार को तुड़वाए। मंत्री ने राजा की आज्ञा का पालन किया और कारीगरों को आदेश दिया कि दीवार को तोड़ दिया जाये। कारीगरों ने दीवार तोड़ दी। और जैसे ही दिवार टूटी सचमुच सूर्योदय का समय हो चुका था, और दिव्यमान सूरज चारों तरफ अपनी लालिमा बिखेर रहा था!

    सूरज को उगता देख राजा बहुत खुश हुआ और मंत्री को इनाम दिया और कहा, "तुम्हारी वजह से आज हम फिर सूरज को देख पाये है। अब हमारे राज्य में कभी अँधेरा नहीं रहेगा।"मंत्री ने मासूम सा मुँह बनाकर जवाब दिया, "महाराज, यह तो मेरा फ़र्ज़ था।"

    सपना- तो दोस्तों, ये थी अखिल द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी। शीर्षक है"मूर्ख राजा और चतुर मंत्री"। उम्मीद करते हैं कि आपको जरूर पसंद आयी होगी। चलिए दोस्तों, हर बार की तरह इस बार भी हम आपको नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताएंगे और फिल्म का प्रोमो भी सुनवाएंगे। हम आपको बताते हैं कि इस शुक्रवार रिलिज हुई है फिल्म 'वीरप्पन'

    अखिल- इस शुक्रवार यानि 27 मई को राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'वीरप्पन' रिलिज हुई है। यह फिल्म कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन के जीवन पर आधारित है। यह फिल्म हिंदी के अलावा कन्नड़, तेलुगु और तमिल भाषा में भी रिलीज हुई है। फिल्म में वीरप्पन का किरदार संदीप भारद्वाज ने निभाया है। फिल्म का निर्देशन रामगोपाल वर्मा ने किया है और प्रोड्यूसर सचिन जोशी हैं।

    इस फिल्म में लीज़ा रे, सचिन जोशी और वीरप्पन की पत्नी के किरदार में उषा जाधव हैं। फिल्म के दृश्य और हेलिकॉप्टर शॉट्स जानदार हैं और ऐसा लगता है कि वाकई वीरप्पन को पर्दे पर उतार दिया गया है। फिल्म का ट्रेलर सन्नाटे के बीच बिना किसी डायलॉग के खून खराबे से लैस है। आइए.. हम आपको सुनवाते हैं फिल्म वीरप्पन का ट्रेलर

    ट्रेलर- वीरप्पन

    सपना- दोस्तों, यह था फिल्म वीरप्पन का ट्रेलर, चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    अखिल- दोस्तों, मैं आपको बताना चाहता हूं कि केसिंगा, ओडिशा से भाई सुरेश अग्रवाल जी ने हमें कुछ जोक भेजे हैं। आइए हम आपको सुनवाते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    1. बाप ने देखा कि बेटा जीन्स के पेंट पर बटन सील रहा था। बेटे से बोला- "बेटा, हमने तुम्हारा विवाह कराया, बहू घर आई, फिर भी तुम अपनी पेंट पर खुद ही बटन टांक रहे हो?"

    बेटा: "पिताजी, आप गलत सोच रहे हैं। यह जीन्स उसी की है।" पिता बेहोश...

    2. एक जाट के कोए बालक ना था। उसने खूब मन्नतें मांगी, नंगे पैर तीर्थ यात्रा पर गया, धरती पै सोया, सारे देवी देवताओं के दर्शन करै, घणै दिन तक ब्रत करया, और आखरी में कठिन निर्जला व्रत शुरू कर दिया। फैर भगवान् खुद प्रकट होए और हाथ जोड़ कै बोले.. "पहले ब्याह तो कर ले खसम"

    3. बीवी ने पेंटर से अपनी पेंटिंग बनवाई। फिर कुछ सोच कर पेंटर को कहा- "गले में नौलखा हार भी बना दो।"

    पेंटिंग बनने के बाद पेंटर ने पूछा- "आपने ऐसा क्यों किया।"

    बीवी बोली- "कभी मैं मर गयी तो ये दूसरी शादी कर लेंगे... नई वाली आएगी तो ये हार ढूंढेगी और मिलेगा नहीं तो झगड़ा होगा.... तब मेरी आत्मा को सच्चा सुकून मिलेगा।"

    अखिल- बहुत-बहुत धन्यवाद सुरेश अग्रवाल जी.. हमें ये मजेदार जोक्स भेजने के लिए। दोस्तों, हमें अगला जोक भेजा है आरा, बिहार से भाई राम कुमार नीरज जी ने। आइए... सुनवाते हैं आपको यह मजेदार जोक

    4. पत्नी: कोई नया शेर सुनाओ?

    पति: संगमरमर से तराशा, खुदा ने तेरे बदन को..

    पत्नी (ख़ुशी से): आगे?

    पति: बाकी बचा पत्थर उसने तेरी अक्ल पे रख दिया।

    अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सुरेश अग्रवाल जी, हमें इतना मजेदार जोक्स भेजने के लिए। दोस्तों, आप भी हमारे साथ जोक्स या हंसी-मजाक की बातें शेयर कर सकते हैं। चलिए... अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और सपना को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।

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