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    टी टाइम 160526(अनिल और नीलम)
    2016-05-27 13:33:25 cri

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो हो जाइए तैयार।

    अनिलः प्रोग्राम सुनने वाले सभी दोस्तों का फिर से एक बार स्वागत है।

    दोस्तो, शहरों में रहने वाले लगभग हर घर में बाज़ार की ब्रेड का इस्तेमाल किया जाता है। ब्रेड का इस्तेमाल नाश्ते आदि के तौर पर किया जाता है। लेकिन ऐसा करने वालों के लिए खतरे की घंटी बज गयी है। जी हां, आपने सही सुना, ब्रेड आपके लिए जानलेवा भी हो सकती है। क्योंकि ब्रेड के साथ लोग जानलेवा रसायन भी खा रहे हैं। इंडिया में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) के शोध में यह खुलासा हुआ है।

    जब सीएसई के जरिए ब्रेड की जांच की गई तो सामने आया कि इनमें खतरनाक पोटैशियम ब्रोमेट और पोटैशियम आयोडेट का इस्तेमाल किया जा रहा है। सीएसई की पॉल्यूशन मॉनिटरिंग लैब में इसका पता चला है।

    गौरतलब है कि दुनिया के कई देशों में पोटैशियम ब्रोमेट और पोटैशियम आयोडेट पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। लेकिन भारत में इन पर अब तक प्रतिबंध नहीं लगा है। नतीजन इस खतरनाक रसायन का ब्रेड बनाने में धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है।

    शोध में पता चला है कि इनमें एक से कैंसर होने का खतरा होता है, जबकि दूसरे से थायराइड संबंधित बीमारी हो सकती है। सीएसई के उपमहानिदेशक चंद्रभूषण ने बताया कि दिल्ली में ब्रांडेड ब्रेड के नमूने लिए गए थे। 84 प्रतिशत नमूनों में पोटैशियम ब्रोमेट या पोटैशियम आयोडेट पाया गया, जिनसे कैंसर होने का खतरा है।

    तो दोस्तो, अगर अपने नाश्ते में ब्रेड रोल बनाने या अन्य चीज़ों में आप भी ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं।

    इस ख़बर को सुनने के बाद आपके मन में भी कोई विचार आ रहा है या कोई सुझाव है तो हमारे साथ साझा कर सकते हैं। धन्यवाद।

    नीलमः लीजिए अब दूसरी जानकारी से आप लोगों को रूबरू करवाते हैं। अब तक रूस के कजान शहर की मस्जिद में रखी हुई कुरान को सबसे बड़ा माना गया है। इसी को गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स का सर्टिफिकेट भी मिला हुआ है। लेकिन गुजरात के वडोदरा की जुम्मा मस्जिद की मानें तो वहां मौजूद कुरान दुनिया की सबसे बड़ी कुरान है। इस कुरान की लंबाई 75 इंच और ऊंचाई 41 इंच बताई जा रही है। हालांकि इस कुरान को गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिलेगी या नहीं, ये अभी साफ नहीं है। बडोदरा की जुम्मा मस्जिद की पहली मंजिल पर एक कमरे में कुरान को संभाल कर रखा गया है। लेकिन साल में शब-ए-रात पर इस कुरान को कमरे से बाहर निकाला जाता है। वडोदरा की जुम्मा मस्जिद की कुरान में लिखने के लिए सुरमे और मोर के पंख का इस्तेमाल किया गया है। इसके बॉर्डर को सोने की कोटिंग से सजाया गया है। स्कॉटलैंड से लाए गए पन्नों की इस कुरान में 632 पन्ने हैं वजन 800 किलो है।

    आपको बता दें कि वडोदरा की जुम्मा मस्जिद को क्रिकेटर बंधुओं- इरफ़ान पठान और यूसुफ़ पठान की वजह से भी जाना जाता है। इस कुरान और जामा मस्जिद की खिदमत इरफान और युसूफ पठान के पुरखों ने की थी। फिलहाल इसकी देखरेख इरफ़ान और यूसुफ़ के चाचा माजिद खान पठान कर रहे हैं

    अनिलः वहीं चीन के रहने वाले एक बच्चे येंग येंग को जन्‍म दोष के कारण 6 इंच लंबी पूंछ थी, जिसे देखकर लोग उसे प्‍यार से 'लिटिल मंकी' कहकर बुलाने लग लगे थे। जन्‍म के समय येंग येंग की 15 सेमी लंबी पूंछ थी। अब येंग येंग की उम्र 11 साल है़ और आखिरकार सफल सर्जरी कर उसकी पूंछ को हटा दिया गया है। हालांकि पहले सर्जरी के लिए उनका परिवार तैयार नहीं था।

    दरअसल, गर्भ में ही येंग येंग की पूंछ विकसित हो गई थी, जो कि न्‍यूरल ट्यूब विकृति का परिणाम थी। जीवन के पहले माह में भ्रूण की एक संचरना बढ़ती है, जिसे न्‍यूरल ट्यूब कहा जाता है। जो कि रीढ़ की हड्डी और तंत्रिका तंत्र को बनाता है। माना जाता है कि इस प्रक्रिया में कुछ गलत हुआ था और येंग येंग की रीढ़ की हड्डी ठीक से विकसित नहीं हुई। उसके पीठ में कशेरूकाओं और रीढ़ की हड्डी की रक्षा करने वाली झ‍िल्‍ली में छेद जिसने मेनिगोसेले बना दिया जो कि 'पूंछ' की तरह वृद्धि करता है।

    नीलमः येंग येंग की मां के मुताबिक जब वह अपने चेकअप के लिए डॉक्‍टर्स के पास गई तो उन्‍होंने नहीं बताया कि बच्‍चे के साथ कुछ गलत है। इसलिए जब सिजेरियन से येंग येंग हुआ तब उसकी पूंछ देखकर सभी दंग रह गए। वहीं बच्‍चे की दादी को लगा कि यह अच्‍छ बात है, क्‍योंकि इसका मतलब है कि वह जब बड़ा होगा तो बहुत पैसा कमाएगा।

    उसकी मां कहती हैं कि शुरुआत में बड़ी समस्‍या नहीं थी, क्‍योंकि जब मुझे नैपी बदलने की जरूरत होती थी, तो उसे उठाकर यह काम कर देती थी। लेकिन कई महीनों बाद जब येंग येंग ने बार-बार टॉयलेट जाना शुरू किया तो मां ने देखा कि उसके पैर की किक उतनी स्‍ट्रांग नहीं थी और उन्‍हें कुछ गलत होने का अंदेशा हुआ।

    डॉक्टर्स को जब इस बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा गया कि उन्‍हें सर्जरी के लिए इंतजार करना होगा, क्‍योंकि अभी बच्‍चा बहुत छोटा है। येंग येंग की चीन के सर्जरी साउथवेस्‍ट हॉस्‍पिटल में हुई ।येंग येंग का ऑपरेशन करने वाले फ‍िजिशन लिन जिआंगकई के मुताबिक इस पूंछ के होने का कारण यही है कि मां ने गर्भावस्‍था के दौरान पर्याप्‍त फॉलिक एसिड नहीं लिया। पूंछ को सफल सर्जरी के दौरान हटा दिया गया। डॉक्‍टर के मुताबिक अगर ऐसा नहीं किया जाता तो बच्‍चे के‍ निचले अंगों में समस्‍याएं हो जाती।

    अनिलः चीन में डॉक्टरों द्वारा एक बच्चे की पूछ हटाए जाने संबंधी समाचार के बाद दूसरी जानकारी से आपको रूबरू करवाते हैं। वह भी चीन से ही है।

    चीन में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें प्रेमिका को मनाने के लिए एक युवक को उसके पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाना तक पड़ गया। मामला पूर्वी चीन की हुईन शहर का है। यहां एक युवक का अपनी प्रेमिका के पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाता रहा है, लेकिन प्रेमिका उससे पीछा छुड़ाने की पूरी कोशिश करती रही है। ख़बरों के मुताबिक प्रेमी-प्रेमिका में किसी बात पर झगड़ा हुआ और प्रेमिका ने ब्रैकअप कर लिया। युवक ने उसे मनाने के लिए ये तरीका अपनाया, जो उसे और भी पसंद नहीं आया। युवती पूरे मामले को खत्‍म कर जाना चाहती थी और लगातार कह रही थी कि मुझे जाने दो, युवक उसके पैरों को पकड़कर सड़क पर लोट लगाता दिख रहा था।

    इस दौरान युवक लगातार अपनी प्रेमिका को मना रहा था कि वो उसे छोड़कर ना जाए। प्रेमिका ने प्रेमी को कई तमाचे में लगाए, लेकिन प्रेमी को तमाचे से ज्यादा दर्द उससे जुदाई का हो रहा था। इस पूरी घटना को वहां मौजूद कुछ लोगों ने कैमरे में कैद कर लिया। दोनों का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

    प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है।

    अब लीजिए पेश करते हैं आज के प्रोग्राम के लिए श्रोताओं द्वारा भेजी गयी टिप्पणी।

    नीलमः पहला पत्र हमें भेजा है।

    केसिंगा उड़ीसा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल ने।

    वे लिखते हैं कि कार्यक्रम "टी टाइम" में आज भारतीय योग की चर्चा छायी रही। भारत से चीन पधारे सुप्रसिद्ध योगगुरु ओ.पी.तिवारी के साथ की गई बातचीत तो विरल थी। तिवारी जी द्वारा योग सम्बन्धी जो जानकारियां दी गईं, उनका ज़िक्र आम तौर पर योग की क़िताबों में नहीं मिलता। उन्होंने वर्ष 1924 में पुणे में स्थापित पहले योग-केन्द्र द्वारा अब तक किये गये रिसर्च पर भी महती जानकारी प्रदान की। मुझे उनका यह कहना सर्वथा उचित जान पड़ा कि योग विज्ञान और परम्परा का संगम है। चौरासी वर्षीय योगगुरु द्वारा पॉस्चर और एक्सरसाइज का अन्तर भी बखूबी समझाया गया। इस बातचीत ने कार्यक्रम की उपादेयता काफी बढ़ा दी। कार्यक्रम में आगे एक अमेरिकी कम्पनी द्वारा विकसित वक़ीलों को क़ानूनी जानकारी प्रदान करने वाले रॉस नामक रोबोट तथा इलेक्ट्रॉनिक के बादशाह सैमसंग द्वारा बनाई गयी अब तक की सबसे आधुनिक स्मार्ट वॉच पर दी गई जानकारी भी काफी सूचनाप्रद थी। आज के जोक्स में -'नुमाइश में भीड़' वाला जोक अव्वल लगा। धन्यवाद फिर एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    धन्यवाद सुरेश जी, अपनी टिप्पणी हम तक पहुंचाने के लिए।

    अनिलः अगला पत्र हमें आया है, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु जी का। वह लिखते हैं कि

    "टी टाइम" प्रोग्राम में हाल ही में चीन दौरे पर गए भारत के जाने माने योगगुरू 84 वर्षीय ओ.पी. तिवारी के साथ अनिल जी की बातचीत के मुख्य अंश हमें सुनने को मिले। साक्षात्कार सुनकर मुझे पता चला कि महात्मा गांधी, देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु से लेकर इंदिरा गांधी और हाल के समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके अच्छे रिश्ते रहे हैं। सुना है कि योग नरेंद्र मोदी के जीवन का हिस्सा ऐसे बना कि आज भी वो हर रोज योग करते हैं। उन्होंने कहा कि योग ने मोदी को अंदर से बदल दिया है।मोदी जी की ही पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया है।

    वहीं आपने बताया कि एक अमरीकी कंपनी ने दुनिया के पहले कृत्रिम बुद्धि के रोबोट वकील को नौकरी पर रखा है और जानी मानी कंपनी सैमसंग ने बनाई अब तक की सबसे अनोखी स्मार्टवाच जो यूजर के हाथ पर बड़ी साइज की इमेज प्रोजेक्ट करती है। धन्यवाद ।

    बसु जी हम तक अपनी राय पहुंचाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

    नीलमः लीजिए अब पेश है, प्रोग्राम का अगला लैटर, जिसे हमें भेजा है, अल्मोड़ा उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता ने। उन्होंने लिखा है कि योग गुरू ओ.पी. तिवारी जी के साथ अनिल पांडेय जी बातचीत बहुत अच्छी लगी। मैं उनकी कही सभी बातों को अपने जीवन में उतारने का पूरा प्रयास करूंगा। फिर से एक बार अनिल जी का शुक्रिया। आज का प्रोग्राम विशेष लगा। आपके द्वारा पेश जोक्स व जानकारी भी मुझे पसंद आयी। धन्यवाद।

    वीरेंद्र जी धन्यवाद। उम्मीद करते हैं अगली बार से आप और अधिक विस्तृत टिप्पणी लिखकर हम तक पहुंचाएंगे।

    शुक्रिया।

    अगला पत्र भेजा है, दक्षिण दिनाजपुर पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप ने। .....उन्होंने भी टी-टाइम प्रोग्राम में पेश योग गुरू के इंटरव्यू और जानकारियों की तारीफ की है।

    देबाशीष जी आपका भी बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अनिलः अगला ई-मेल हमें आया है, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू का। वे लिखते हैं कि टी-टाइम में भारत से चीन पहुंचे और जाने माने योग गुरू ओ.पी. तिवारी के साथ हुई बातचीत और रॉस नाम वाले रोबोट दुनिया के पहले कृत्रिम बुद्धि के वकील पर जानकारी अच्छी लगी।

    इलैक्ट्रोनिक्स के क्षेत्र में दुनिया की प्रमुख कंपनी सैमसंग ने एक और धमाका किया है । हाल ही में सैमसंग ने ऐसी स्मार्टवाच का पेटेंट हासिल किया है जो यूजर के हाथ पर बड़ी साइज की इमेज प्रोजेक्ट करती है, इतना ही नहीं यह स्मार्टवाच हाथ के अलावा बड़े क्षेत्रफल जैसे कि दीवार पर भी इमेज को प्रोजेक्ट औैर कंट्रोल करने में सक्षम है। शानदार प्रोग्राम पेश करने के लिए शुक्रिया।

    शंभू जी आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद।

    अब पेश है आज के प्रोग्राम का अंतिम पत्र, जिसे भेजा है, दरभंगा बिहार से ही रंजू मुखिया ने। उन्होंने भी प्रोग्राम के बारे में टिप्पणी की है। विशेषकर योग गुरू के साथ साक्षात्कार, रोबोट वकील व सैमसंग द्वारा पेश स्मार्ट वाच के बारे में। समय की कमी के कारण हम उनकी पूरी टिप्पणी पेश नहीं कर पा रहे हैं। फिर भी आपका धन्यवाद।

    दोस्तो, इसी के साथ आज के प्रोग्राम में पेश श्रोताओं की टिप्पणी यह संपन्न होती है।

    अब लीजिए प्रस्तुत करते हैं, हंसगुल्ले यानी जोक्स। हर बार की तरह आज भी हम लेकर आए हैं तीन जोक्स।

    पहला जोक

    बच्चा - पापा-पापा, मुझे पेंसिल नहीं पेन दिलाओ ना | पिता - लेकिन तुम्हें मेम पेंसिल से लिखने को बोलती है | बच्चा - हां, पर बच्चों को मारते वक्त पेंसिल की नोंक हमेशा टूट जाती है |

    दूसरा जोक

    कसाई बकरे को लेकर काटने जा रहा था बकरा मैं-मैं चिल्ला रहा था तभी एक बच्चे ने पूछा- आपका बकरा क्यों चिल्ला रहा है ? कसाई - मैं इसे काटने ले जा रहा हूं, इसलिए। बच्चा - मैंने सोचा स्कूल ले जा रहे होंगे।

    तीसरा और अंतिम जोक

    बच्चे ने डॉक्टर से कहा - डॉक्टर साहब! कल आप हमारे यहां दावत में नहीं आए। डॉक्टर - नहीं आया तो अच्छा ही रहा। बच्चे ने पूछा - क्यों? डॉक्टर - दावत खाकर लौटने वाले मरीजों को कौन देखता।

    इसी के साथ हंसगुल्ले खत्म होते हैं। आपको आज के प्रोग्राम में पेश जोक्स कैसे लगे, हमें जरूर बताइएगा। अगर आपके पास भी कोई हंसगुल्ला या जोक हो तो हमारे साथ शेयर कर सकते हैं।

    जोक्स के बाद बारी है, सवाल-जवाब सेक्शन की।

    पिछले हफ्ते दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवालः अमेरिकी कंपनी ने क्या काम किया है।

    सही जवाब है- दुनिया के पहले कृत्रिम बुद्धि के वकील को अमरीकी कंपनी ने नौकरी पर रखा है। यह रोबोट वकील लीगल रिसर्च में कंपनी की टीमों को मदद करेगा।

    दूसरा सवाल- जानी मानी कंपनी सैमसंग ने क्या किया है।

    सही जवाब है- सैमसंग ने ऐसी स्मार्टवाच का पेटेंट हासिल किया है जो यूजर के हाथ पर बड़ी साइज की इमेज प्रोजेक्ट करती है।

    सैमसंग ने ऐसी स्मार्टवाच का पेटेंट हासिल किया है जो यूजर के हाथ पर बड़ी साइज की इमेज प्रोजेक्ट करती है।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, अल्मोड़ा उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, रंजू मुखिया, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप और रविशंकर बसु आदि ने। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अब लीजिए सुनिये आज के सवाल।

    पहला सवालः ब्रेड खाने से क्या ख़तरा होता है।

    दूसरा सवालः चीन के डॉक्टरों ने क्या कर दिखाया है

    .सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।

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