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    टी टाइम 160505(अनिल और नीलम)
    2016-05-06 18:04:51 cri

    टी-टाइम-5 मई

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 25 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः दोस्तो, लीजिए, प्रोग्राम शुरू करते हैं।

    खगोल-वैज्ञानिकों ने घोषणा की है कि उन्होंने तीन ऐसे ग्रह खोज निकाले हैं जिनका वातावरण धरती के सौरमंडल की तरह है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इन तीन ग्रहों पर जीवन की संभावनाएं हो सकती हैं। उनतालीस प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित ये तीन ग्रह आकार में पृथ्वी और शुक्र ग्रह के समान हैं. ये शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है। बेल्जियम के शोधकर्ता माइकल गिलेन के मुताबिक ये ग्रह शुक्र, पृथ्वी और मंगल के स्तर पर हैं. इसका मतलब ये है कि उनकी सतह पर पानी तरल अवस्था में हो सकता है और जीवन की संभावना भी है। माइकल गिलेन के मुताबिक, अधिक रोचक बात ये है कि ये ग्रह मौजूदा तकनीक से अपनी वायुमंडलीय बनावट के अध्ययन के लिए उपयुक्त हैं।इसका मतलब ये है कि हम इन ग्रहों का वाकई अध्ययन कर सकते हैं और वहां जीवन की संभावना तलाश सकते हैं।

    इस शोध से जुड़े मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (एमआईटी) के वैज्ञानिक जुलियन डे विट के अनुसार, ये ग्रह बहुत करीब हैं। ये खलोग विज्ञान के लिए जैकपॉट की तरह हो सकते हैं।

    नीलम- अब आपको दूसरी जानकारी से रूबरू करवाते हैं।

    उम्र बढऩे की प्रक्रिया में जिन घटकों की अहम भूमिका होती है, उनमें से एक का पता चल गया है। दरअसल ये एक प्रोटीन है, जो मौत को पीछे धकेलेगा। प्रोटीन का अणु जीएसके-3 हमारी जिंदगी को कम करता है। हाल ही हुए एक नए अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि इन प्रोटीन्स पर काबू पाकर किसी की भी उम्र को बढ़ाया जा सकता है।

    इसे लेकर छोटी मक्खियों पर एक शोध किया गया, उनमें जीएसके-3 प्रोटीन पाया जाता है, जिसे लिथियम के लो लेवल का इस्तेमाल करके रोका गया। सामने आया कि इससे उनकी जिंदा रहने की अवधि में 16 फीसदी बढ़ गई। इसी से वैज्ञानिक यह उम्मीद जता रहे हैं कि लिथियम या इसी तरह की अन्य दवाओं को टैबलेट में बदला जा सकता है। इससे उम्र बढ़ेगी। दावा किया जा रहा है कि बिना साइड इफेक्ट ये टैबलट तैयार कर ली जाएगी।

    अनिलः उम्मीद की जा रही है कि इससे एल्जाइमर्स, डायबीटीज, कैंसर और पार्किंसंस जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव संभव हो सकेगा। यह खुलासा अध्ययनकर्ता डॉ. जॉर्ज इवान ने बताई। उनका कहना है कि प्रोटीन जीएसके-3 से संबंधित उम्र बढ़ाने वाली दवा के अभी कई सालों तक तैयार होने की उम्मीद नहीं की जा सकती। इसमें वक्त लगेगा, पर जब भी यह दवा उपलब्ध होगी, इंसान अपनी उम्र 10 साल और बढ़ा सकेगा, वह भी बिना किसी साइड इफेक्ट के।

    दूसरी जानकारी बताते हैं। तुर्की बिन अब्दुल्लाह सऊदी अरब के शहज़ादा हैं। शहजादे तुर्की बिन अब्दुल्लाह बीते दिनों तब चर्चा में आये जब उन्हें पहली बार लंदन की सड़कों पर अपने सोने की कारों के काफिले के साथ घूमते देखा गया था। उनकी गोल्डन कारों के काफिले में रॉल्स रॉयस फेंटम कूपे, मर्सिडीज, हमर और लम्बोर्गिनी एवेंटाडोर जैसे सुपर कार शामिल हैं, जिन्हें वो अक्सर एक साथ लेकर सड़कों पर दिखायी देतें हैं।

    बीते दिनों जब वो ब्रिटेन घूमने आए तो उन्होंने अपनी सोने की सुपर कार लेम्बोर्गिनी एवेंटाडोर को लंदन के मेफेयर स्ट्रीट पर गलत तरीके से पार्क कर दिया था। इस पर पुलिस ने उन्हें तीन करोड़ रुपए जुर्माने का गोल्डन टिकट थमा दिया। ये कोई पहला मामला नहीं, जिसमें बिन अब्दुल्लाह ने इतना बड़ा जुर्माना दिया हो, वो अक्सर ऐसे जुर्माने भरते रहते हैं।

    नीलमः शहजादे तुर्की बिन अब्दुल्लाह की गाड़ियों की तस्वीरें और वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर शेयर हुए हैं। राजकुमार तुर्की बिन अब्दुल्लाह के इंस्टाग्राम अकाउंट को 73 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। अपने अकाउंट पर इन्होंने अब तक 180 से ज्यादा वीडियो और तस्वीरें शेयर की हैं। अधिकतर वीडियो और तस्वीरों में उनकी गाड़ियां ही नजर आ रही हैं।

    वहीं अब खबर एपल के बारे में है।

    एपल के जनवरी से मार्च के तिमाही नतीजों में निराशाजनक आंकड़े सामने आने के बाद से उसके लिए लगातार बुरी खबरें सामने आ रही हैं। सोमवार को लगातार आठवें दिन दिग्गज टेक कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिली।

    जुलाई, 1998 के बाद यह पहला मौका है, जब कंपनी को इतना बुरा दौर देखना पड़ा है। 26 अप्रैल के बाद से ऐपल के स्टॉक में 11 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इसी दिन कंपनी ने अपने तिमाही नतीजे पेश किए थे, जिसमें 13 साल बाद राजस्व में कमी आने का आंकड़ा सामने आया था। यही नहीं आईफोन की लॉन्चिंग के बाद जनवरी-मार्च के दौरान पहली तिमाही थी, जब कंपनी की सेल में कमी देखी गई। आईफोन की सेल में गिरावट के चलते ऐपल के निवेशकों का मूड भी बदला है।

    दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी चीन में एपल की सेल में 26 फीसदी की गिरावट आई है। चीन की इकॉनमी में लगातार जारी मंदी और ग्राहकों के सामने नए विकल्पों की मौजूदगी के चलते एपल को इस संकट का सामना करना पड़ा है।

    अनिलः एपल के अरबपति निवेशक कार्ल इकहान की ओर से 28 अप्रैल को अपने सारे शेयरों को बेचने के ऐलान के बाद से कंपनी के शेयरों में और तेज गिरावट देखने को मिली। कार्ल ने कंपनी में लगे अपने सभी शेयरों को बेच दिया है।

    कार्ल ने चीन में जारी हालात को कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण करार देते हुए अपने शेयरों को बेचने का फैसला लिया। पिछले एक साल में ऐपल के शेयरों में 27 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।

    एपल के बारे में जानकारी के बाद वक्त हो गया, अगली जानकारी का।

    दोस्तो, पंखे-कूलर से निकलने वाली हवा का उपयोग कर आप राहत की सांस लेते होंगे, लेकिन क्या आपको लगता है कि इस हवा का भी कोई इस्तेमाल हो सकता है? शहर के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने इस सवाल का आसान-सा, लेकिन रोचक जवाब दिया है। स्टूडेंट्स ने इस हवा का उपयोग कर बिजली बनाकर दिखाई है। दरअसल, पंखे-कूलर से निकलने वाली ज्यादातर हवा इंसान के उपयोग के बाद वेस्ट हो जाती है।

    हालांकि यह पूरे कमरे में घूमती है, लेकिन यदि इसके कुछ हिस्से का इस्तेमाल कर लिया जाए, तो यह काफी मात्रा में बिजली पैदा कर सकती है। हवा को विंड एनर्जी के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे लंबे समय तक के लिए बिजली का उत्पादन हो सकता है। स्टूडेंट्स का यह आइडिया ऑफिसों और घरों में घंटों तक चलने वाले पंखों से बिजली बनाने में कारगर साबित हो सकता है। वीआईटी में आयोजित प्रोजेक्ट एग्जीबिशन में स्टूडेंट्स ने रिन्युएबल एनर्जी के अल्टीमेट आइडिया प्रजेंट किए और लाइव डेमोंस्ट्रेशन करके दिखाया।

    नीलमः छात्र मधुर गोदारा, मुकेश कुमार, रवीश कुमार और विनोद चौधरी के अनुसार, यदि पंखे के नीचे छोटे विंग्स वाला पंखा लिटाकर रख दिया जाएे ताकि यह पंखे से आने वाली सीधी हवा को एब्जॉर्ब कर स्पीड पकड़ सके। साथ ही इसके पीछे डायोड लगाकर इसे रिचार्जेबल बैटरी या जनरेटर से जोड़ दिया जाए, तो यह एक घंटे में इतनी बिजली बना सकता है कि इससे पूरा मोबाइल चार्ज किया जा सकता है।

    नीचे रखे जाने वाले पंखे का वजन हल्का होना चाहिए ताकि यह ऊपर से आने वाली हवा के फैलाव के बावजूद स्पीड से चल सके। वहीं कूलर की हवा के लिए इसे सामने रखा जा सकता है।

    एक कमरे में लगभग 600 राउंड पर मिनट (आरपीएम) की गति से एक पंखा घूमता है। जबकि नीचे रखे जाने वाले पंखे की गति 120-140 आरपीएम होती है। प्रो. वाई.के. विजय के अनुसार, यह एनर्जी प्रोडक्शन जनरेटर की ताकत और बैटरी की कैपिसिटी पर निर्भर करेगा।

    यदि आधा घंटे में एक एम्पीयर बिजली जनरेट करता है तो यह एक घंटे में पूरे मोबाइल को चार्ज कर देगा। स्टूडेंट्स सोलर और विंड के कॉम्बिनेशन से हाइब्रिड एनर्जी बनाने पर भी रिसर्च कर रहे हैं। प्रो. विजय के अनुसार, ऑफिसों और घरों में घंटों पंखे चलते हैं, यदि इनकी हवा का इस्तेमाल किया जाए, तो यह रिन्युएबल एनर्जी की दिशा में अहम कदम होगा।

    अनिलः वहीं झूले से भी बिजली बन सकती है।

    छात्र अभिषेक, प्रसून, शेर मोहम्मद और रजत ने झूले से बिजली बनाने का कारनामा किया है। स्टूडेंट्स के अनुसार, यदि एक झूले से यूनीडायरेक्शनल बियरिंग से फ्लाय व्हील और डायनेमो अटैच कर दिए जाएं, तो यह जब-जब रोटेट होगा तब-तब इससे मैकेनिकल एनर्जी जनरेट होगी। यानी जब झूले पर कोई झूल रहा होगा तो यह बिजली पैदा कर रहा होगा। इससे प्रोड्यूस होने वाली एक घंटे में एनर्जी लगभग 14 मिनट तक एलईडी लाइट्स को जला सकती है। जो किसी पार्क या गार्डन के लिए कारगर साबित हो सकती है।

    अब समय हो गया है खेल की खबरों का.

    बैडमिंटन में चीन के दबदबे के बीच भारतीय खिलाड़ी पिछले कुछ सालों से लाजवाब प्रदर्शन कर रहे हैं और इस बार रियो ओलंपिक में पहली बार 7 खिलाड़ी बैडमिंटन में पदक के लिए दावेदारी ठोंकेंगे।

    रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफिकेशन राउंड पिछले हफ्ते चीन में हुए एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप के साथ ही खत्म हो गए हैं। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन ने अभी इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन 7 भारतीय शटलर रियो जाने के लिए चयनित हो चुके हैं।

    ये 7 खिलाड़ी हैं साइना नेहवाल, पीवी सिंधू, कादांबी श्रीकांत, ज्वाला गट्टा, अश्विनी पोनप्पा, सुमीत रेड्डी और माना अत्री। इन खिलाड़ियों ने ओलंपिक आर्हता के लिए निर्धारित रैंकिंग हासिल कर ली है। अंतरराष्ट्रीय संघ की ओर से ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों के बारे में ऐलान 5 मई को की जाएगी।

    नीलमः भारत की ओर से साइना और सिंधू एकल वर्ग के स्पार्धओं में शिरकत करेंगी। ऐसा पहली बार होगा जब भारत की 2 महिला खिलाड़ी एकल वर्ग में हिस्सा लेंगी। इन दोनों ने खुद को शीर्ष 16 खिलाड़ियों की सूची में बनाए रखा जिससे उन्हें अपने आप ही ओलंपिक में एंट्री मिल गई।

    नीलमः दोस्तो अब प्रोग्राम में वक्त हो गया, श्रोताओं के पत्र शामिल करने का।

    पहला पत्र हमें आया है केसिंगा उड़ीसा से। वे लिखते हैं कि कार्यक्रम "टी टाइम" के अन्तर्गत ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर सर एंड्रयू वाइल्स ने 300 साल पुराने गणित के एक रहस्य को सुलझाने के लिए पांच लाख पाउंड (4.8 करोड़ रुपए) का पुरस्कार जीता है और इस हल को शिक्षा के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। यह समाचार शिक्षा से सरोकार रखने वाले हर व्यक्ति के लिये गर्व की बात है। सर एंड्रयू वाइल्स को नॉर्वे की एकेडमी ऑफ साइंस एंड लैटर्स की ओर से अबेल प्राइज दिया जा रहा है। प्रोफेसर ने वर्ष 1994 में फर्मेट के लास्ट थ्योरम पर अपना साक्ष्य प्रकाशित किया था और उन्हें इसी के लिए पुरस्कृत किया जा रहा है। वहीं कार्यक्रम में आगे यह जानकारी भी काफी अहम लगी कि अमरीका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा इस बात को लेकर चर्चा में हैं कि राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है और एक समय था जब उन्होंने बराक को डेटिंग से मना कर दिया था। मिशेल और ओबामा की प्रेम कहानी कैसे शुरू हुई, इस पर भी अच्छी जानकारी प्रदान की गई। 1989 में शिकागो लॉ फर्म में बराक ओबामा और मिशेल ओबामा की पहली मुलाकात हुई थी। पहली ही नजर में मिशेल के दीवाने हो गए थे ओबामा।

    अनिलः यह जान कर हैरत हुई कि एक दौर था जब इनके शादी टूटने की खबरें आई थीं। यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि बराक को मिशेल पसंद आ गई थीं, बावज़ूद इसके कि मिशेल के रूखे व्यवहार के बाद भी वे पीछे पड़े रहे। उन्होंने मिशेल को उनकी तारीफ भरे खत भेजने शुरू किए। फूल दिए। फोन किया। पर कुछ नहीं हुआ। अन्ततोगत्वा मिशेल ने बराक ओबामा के उस समारोह में आने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया जहां ओबामा अश्वेत युवकों की मुश्किलों पर भाषण देने वाले थे। बस, उस स्पीच का मिशेल पर जादू चल गया। अमेरिका की इस प्रथम जोड़ी को हमारी शुभकामनाएं। कार्यक्रम में चेन्नई के 'कैदी किचन' रेस्टोरेंट पर दी गई जानकारी भी बेहद हैरान करने वाली लगी। अपने ज़माने के मशहूर बॉलीवुड अभिनेता शशि कपूर की लवस्टोरी पर दी गई जानकारी भी अत्यन्त रोचक लगी। वहीं हेल्थ टिप्स में उस अध्ययन का ज़िक्र किया जाना महत्वपूर्ण लगा कि भारत में 19 साल से कम उम्र के करीब 23 फीसदी बच्चों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक पाया गया। ऐतिहात के तौर पर जरूरी है कि बच्चों की पहली जांच 2 वर्ष की आयु में करा लेनी चाहिए।जंकफूड, अधिक तली-भुनी चीजें, सॉफ्ट ड्रिंक्स और आउटडोर एक्टिविटी की कमी के कारण बच्चों में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हाल ही अमरीकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक दिल्ली में 19 साल से कम उम्र के करीब 23 फीसदी बच्चों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक पाया गया। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह हाल सिर्फ दिल्ली का नहीं बल्कि देशभर के शहरी इलाकों में 20 साल तक के बच्चों में एलडीएल का स्तर ज्यादा होने की आशंका है। यदि समय रहते इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो भविष्य में इससे कम उम्र में हृदय रोग व अन्य गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं।

    कार्यक्रम में आज पेश तीनों जोक्स काफी उम्दा लगे। धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    नीलमः वहीं अगला पत्र भेजा है, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू ने। लिखते हैं कि 28 अप्रैल 2016 के टी-टाइम में बराक ओबामा और मिशेल ओबामा के जीवन की चटपटी बातें - दोनों एक आइडल दंपति के तौर पर जाने जाते हैं और ये जोड़ी रोमांटिक जोड़ी में शुमार है । 1989 में शिकागो लॉ फर्म में बराक ओबामा और मिशेल ओबामा की पहली मुलाकात हुई थी । पहली ही नजर में मिशेल के दीवाने हो गए थे ओबामा । मिशेल की हंसी उन्हें लुभा गई । शिकागो के हायड पार्क स्थित बेस्कीन-रॉबिंस स्टोर में गए थे । बराक और मिशेल की पहली डेट को लेकर यहां स्मृति चिन्ह बना हुआ है । दोनों ने 1992 में शादी की ली । यह जानकर हैरानी होती है कि आम दंपति की तरह ये भी झगड़ते हैं । एक दौर था जब इनके शादी टूटने की खबरें आई थीं । चर्चा काफी अच्छा लगा !

    भारत के चेन्नई के मायलापोर में बने ऐसे रेस्टॉरेंट में पुलिस ऑर्डर लेते हुए दिखती है और कैदी खाना खिलाते हुए दिखते हैं । लेकिन हकीकत में दोनों में कोई पुलिसकर्म या कैदीन नहीं होता है । शानदार प्रोग्राम पेश करने के लिए आपकी पूरी टीम को धन्यवाद !

    अनिलः अगला पत्र हमें आया है, बाजिदपुर, दरभंगा बिहार से रंजू मुखिया का।

    उन्होंने लिखा है 28 अप्रैल के टी-टाइम में शशि कपूर और जेनिफर केंडल के जीवन की चटपटी बातें - शशि की लवस्टोरी अपने में ही खास और प्यारी है । बात 1956 की है जब शशि कलकत्ता में पृथ्वीराज कपूर के पृथ्वी थिएटर में प्ले किया करते थे । इसी दौरान वे लगातार कई दिनों से एक खूबसूरत लड़की को हॉल की आगे वाली लाइन में सीट पर बैठे देख रहे थे । शशि को वो लड़की पहली नजर में ही भा गई । पता लगाया तो मालूम पड़ा कि वो जेनिफर केंडल है, शेक्सपियराना कंपनी के मालिक की बेटी । शशि की उस वक्त तक एक भी गर्लफ्रेंड नहीं थी । घबराए से शशि जेनिफर से मिले । लेकिन जेनिफर की प्रतिक्रिया बहुत साधारण थी, जैसे कि शशि उनके लिए कुछ हो ही न ! पहली मुलाकात में तो कुछ ऐसा नहीं हुआ जिससे बात आगे बढ़े । धीरे धीरे जेनिफर अपने ग्रुप के साथ शशि के दूसरे प्ले देखने भी आने लगीं और इनकी मुलाकातें बढ़ने लगीं । बस फिर क्या था, हो गया दोनों में प्यार । वे कपूर खानदान के इकलौते सदस्य हैं जिन्होंने विदेशी महिला से शादी की चर्चा काफी अच्छा लगा !

    शानदार प्रोग्राम पेश करने के लिए फिर से धन्यवाद ।

    दोस्तो, प्रोग्राम में श्रोताओं के पत्र यही संपन्न होते हैं। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अब वक्त हो गया है जोक्स यानी हंसगुल्लों का।

    पहला जोक

    पुलिस - तुम्हारा दोस्त कैसे मरा?

    व्यक्ति - पता नहीं साहब, वो कह रहा था मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं तो मैंने उसे चूहे मारने की दावा खिला दी बस..

    दूसरा जोक-

    छोटे - वो लड़की कितनी सुन्दर है!

    बड़े - मुझे उसका नाम पता है... छोटे - क्या नाम है उसका? बड़े - वो बैंक में काम करती है उसके काउंटर के ऊपर उसका नाम लिखा था चालू खाता!!!

    अब लीजिए पेश है तीसरा और अंतिम जोक

    भिखारी - साहब एक रुपये दे दो.. साहब - कल आना कल भिखारी - साला इस कल-कल के चक्कर में इस कॉलोनी मेरे लाखों रुपये फंसे हुए हैं!!!

    दोस्तो, आपको जोक्स कैसे लगे, हमें जरूर बताइएगा।

    अब समय हो गया है सवाल जवाब का।

    पिछले हफ्ते दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवालः ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने क्या काम किया है।

    सही जवाब है- ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने 300 साल पुराने गणित के एक रहस्य को सुलझाने के लिए पांच लाख पाउंड (4.8 करोड़ रुपए) का पुरस्कार जीता है।

    दूसरा सवालः भारत के चेन्नई में किस तरह का रेस्टोरेंट है।

    सही जवाब है- चेन्नई के मायलापोर में बने रेस्टॉरेंट में पुलिस ऑर्डर लेते हुए दिखती है और कैदी खाना खिलाते हुए दिखते हैं। लेकिन हकीकत में दोनों में कोई पुलिसकर्मी या कैदी नहीं होते।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु, देबाशीष गोप और भावनगर गुजरात से मकवाना विशाल कुमार धीरूभाई आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अब लीजिए सुनिये आज के सवाल।

    पहला सवालः खगोल वैज्ञानिकों ने क्या घोषणा की है

    दूसरा सवालः एपल कंपनी के बारे में क्या खबर है।

    सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक के लिए नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाय च्यान।

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