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    संडे की मस्ती 2016-01-24
    2016-01-24 17:05:29 cri

     


    हैलो दोस्तों...नमस्कार...नीहाओ...। आपका स्वागत है हमारे इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर।

    दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की.... इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।

    दोस्तों, आज कार्यक्रम को पेश करने में मेरा साथ देंगी मेरी सहयोगी वनिता जी...।

    वनिता- हैलो... दोस्तों, आप सभी को वनिता का प्यार भरा नमस्कार।

    अखिल- दोस्तों, इससे पहले हम अपना प्रोग्राम शुरू करें, चलिए हम सुनते हैं यह चीनी गीत।

    वनिता- इस चीनी गीत का नाम है....

    अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International

    वनिता- चलिए दोस्तों... आज हम आपको ले चलते हैं हमारे संडे स्पेशल की तरफ, जहां आज बताएंगे कि "पेइपेइ"नाम का पांडा अमेरिकी लोगों से मिला

    वनिता:श्रोता मित्रों, फिल्म"कोंगफ़ू पांडा"26 जनवरी को अमेरिका और चीन में रिलिज होने जा रही है। लेकिन अखिल जी, क्या आप जानते हैं कि कुछ दिन पहले "पेइपेइ"नाम का एक पांडा अमेरिका में अमेरिकी लोगों से मिला है। वाशिंगटन में राष्ट्रीय चड़ियाघर के पांडा भवन में पांडा देखने बहुत से लोग आए।

    अखिल:जी हां, वनिता जी, बिल्कुल सुना है। वास्तव में"पेइपेइ"एक नवजात पांडा है। मैं यह भी बता दूं कि उस पांडा के परिवार में मां-बाप और एक बड़ा भाई और एक बड़ी बहन भी है।

    वनिता:दोस्तों, यह आवाज़ वाशिंगटन के राष्ट्रीय ज़ू में"पेइपेइ"देखने आए दर्शकों की है। पांडा प्रेमी बर्बरा बर्रोन पांडा देखने के लिए बहुत ही उत्साहित है। उन्होंने कहा कि वह सुबह बहुत जल्दी उठकर पांडा देखने आ पहुंची है।

    अखिल:लिसा वशम को भी पांडा बेहद पसंद है। उन्होंने सर से पैर तक पांडा जैसे दिखने वाले कपड़े पहने हुए हैं। उनके स्कार्फ़, दस्तानें, टी-शर्ट, जूते- जुराब सब पांडा के डिज़ाइन के हैं। उनकी सबसे पसंदीदा चीज़ तो गले पर लगे पांडा डिज़ाइन का नेकलेस है।"पेइपेइ"को देखने के लिए लिसा खास तौर पर आयोवा राज्य से आई हैं। ज़ू सुबह आठ बजे खुलता है, लेकिन लिसा सुबह 6 बजे ही ज़ू आकर द्वार के सामने खड़ी हो गई।

    वनिता:"ये मेरा सोभाग्य है कि मैंने पेइपेइ को छोटे से बड़े होते हुए देखा है। उम्मीद है कि वह और बड़ा होकर चीन वापस लौटेगा। उसे एक मादा पांडा मिलेगी और बाद में उनका खुद का एक नन्हा बच्चा होगा। ताकि दर्लभ पांडा प्रजाति को बचाया जा सके।"

    अखिल:मित्रों, "पेइपेइ"का जन्म पिछले साल अगस्त में हुआ था। वह वाशिंगटन राष्ट्रीय ज़ू में पांडा परिवार में सबसे छोटा है। उसके पापा"थ्यानथ्यान"और मम्मी"मेइश्यांग"अमेरिका में रहने वाले पांडा हैं। इसके साथ ही"पेइपेइ"का बड़ा भाई"थाईशान"और बड़ी बहन"पाओपाओ" हैं। वर्ष 2011 में बड़ा भाई"थाईशान"मातृभूमि चीन वापस लौट गया था।

    वनिता:वास्तव में"पेइपेइ"का नाम बहुत मशहूर है। सितंबर वर्ष 2015 में चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग की अमेरिका यात्रा के दौरान उनकी पत्नि फ़ंग लीयुआन और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा एक साथ राष्ट्रीय ज़ू जाकर नवजात नन्हे पांडा को"पेइपेइ"नाम दिया था।

    अखिल:वाशिंगटन राष्ट्रीय ज़ू के कर्मचारी ने परिचय देते हुए कहा कि 4 महीने में"पेइपेइ"का वज़न 11 किलो तक पहुंच गया है। वह एक बहुत स्वस्थ पांडा शावक है। आम तौर पर छह महीने में पांडा बांस खाने लगता है। लेकिन"पेइपेइ"4 महीने में ही कम मात्रा में बांस खाने लगा था।

    वनिता:लेकिन"पेइपेइ"एक बहुत स्नूज़ बेबी यानि हर समय सोता रहता है। एक दिन में 90 प्रतिशत समय वह सोता रहता है। जागने के समय वह अपनी मम्मी "मेइश्यांग" और बड़ी बहन "पाओपाओ"के साथ खेलता है। वाशिंगटन राष्ट्रीय ज़ू के कर्मचारी ने कहा कि लगता है कि"पेइपेइ"अपनी बड़ी बहन"पाओपाओ"से ज्यादा प्रेम करता है।

    अखिल:मित्रों, वाशिंगटन राष्ट्रीय ज़ू अमेरिका में सबसे पहले चीन से पांडा स्वीकार करने वाला ज़ू है। वर्ष 1972 में राष्ट्रपति निक्सन की चीन यात्रा के बाद दूसरे महीने में चीन सरकार द्वारा प्रदत्त दो पांडा इसी ज़ू में रहने लगे।

    वनिता:पिछले 30 से अधिक सालों में पांडा वाशिंगटन राष्ट्रीय ज़ू में सबसे मशहूर जानवर बन गया है। ह्यू शोल्त्स नाम का एक दर्शक ने कहा कि पांडा चीन-अमेरिका मैत्री का दूत है। उसने कहा:

    अखिल:"मुझे लगता है कि पांडा चीन और अमेरिका के बीच मैत्री का प्रतीक है। अतीत में चीन और अमेरिका ने मित्रवत संबंध कायम हुआ था। वर्तमान में हमारे दोनों देशों के बीच रिश्ता और अधिक घनिष्ठ हो रहा है।"

    वनिता- दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए... दोस्तों, अभी हम चलते हैं अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।

    अखिल- दोस्तों, योगा ने पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना रखा है। भारत ही नहीं अमरीका से लेकर चीन तक हर देश में लोगों को योगा करना पसंद है। लेकिन योगा के लिए लोगों की दीवानगी इस हद तक पहुंच जाएगी कि वह इतनी सर्दी में भी पानी में योगा करने के लिए तैयार हो जाएं, इस पर यकीन करना मुश्किल है, लेकिन सच तो सच ही है।

    जी हां, चीन में हेनान प्रांत के लूयांग में 100 से ज्यादा महिलाओं ने माइनस चार डिग्री की कंपकंपा देने वाली ठंड में योगा कर सबको चौंका दिया है। इन महिलाओं ने पानी में विभिन्न प्रकार के आसानों में भाग लिया। दरअसल, यहां हर साल इस मौसम में योगा कल्चर फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। इसके लिए एक विशेष प्रकार का वाटर पूल बनाकर इसमें गर्म पानी भर दिया जाता है। ताकि, कड़कड़ाती ठंड से बचा जा सके।

    बता दें कि हांगकांग में बीते शनिवार को 270 कुत्तों और उनके मालिकों ने 30 मिनट की योगा क्लास में हिस्सा लेकर वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले यह रिकॉर्ड 250 कुत्तों के साथ अमेरिका के सेन डिएगो में बनाया गया था।

    वनिता- मैं बताती हूं कि ये हैं दुनिया के 'BEST' पिता, बेटे के लिए शर्म छोड़ बन गए औरत!

    दोस्तों, चीन में एक पिता ने कैंसर से जूझ रहे अपने बेटे के इलाज के लिए अपनी पहचान दांव पर लगा दी है। ये पिता बेटे के इलाज के लिए पैसे जुटाने के लिए महिलाओं के वेश में स्टेशन पर फूल बेच रहा है। इस शख्स को बीजिंग के अंडरग्राउंड स्टेशन पर विग और महिलाओं के कपड़ों में फूल बेचते देखा जा सकता है। दोंग अपने लुक को लेकर जरा भी शर्मिंदगी महसूस नहीं करते। उन्हें अपने बेटे के लिए ये काम करने पर गर्व है।

    जानकारी के मुताबिक, दोंग दाजुन को पांच साल के बेटे की बीमारी का पिछले साल अक्टूबर में ही पता चला। इसके बाद वह इलाज के लिए शानदोंग से बीजिंग आ गए। उन्हें अपनी फैक्ट्री की नौकरी छोडऩी पड़ी। पत्नी का भी खेती का काम छूट गया। अधिक पैसे के लिए उसने साइड वर्क के तौर पर फूल बेचना शुरू किया, पर ज्यादा फायदा नहीं हुआ। ज्यादा लोगों को अट्रैक्ट करने के लिए उन्होंने महिलाओं का वेश ले लिया और प्लान काम कर गया। अब उनकी एक दिन में 300 फूलों की बिक्री होने लगी।

    बीजिंग के चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल में तीन बार की कीमोथैरेपी में साढ़े 21 लाख रुपए (210,000 युआन) खर्च हो गए। आगे के आठ राउंड के ट्रीटमेंट के लिए उसने अपनी फैमिली और फ्रेंड्स से साढ़े 14 लाख रुपए (140,000 युआन) उधार लिए। हुई की सेहत में अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

    अखिल- दोस्तों, मैं आपको बताता हूं कि बेटे-बहू से नाराज पिता ने टुकड़ो में काट दिए लाखों रुपए

    दोस्तों, चीन के सिचुआन प्रांत में एक पिता बेटे के व्यवहार से इस कदर गुस्सा हुए कि उसने अपनी संपत्ति के 1.40 लाख युआन (14.22 लाख रुपए) को छोटे-छोटे टुकड़ो में काट दिया। जानकारी के मुताबिक, 85 वर्षीय चेन को लगा कि बुढ़ापे में उनके बेटे और बहू उनका सम्मान नहीं करते हैं।

    इसलिए वे अपने बेटे और बहू को अपनी संपत्ति का कोई भी हिस्सा नहीं देना चाहते थे। इसलिए उन्होंनेे इन पैसों को नष्ट कर दिया। जब पिता द्धारा टुकड़े किए गए रुपयों को लेकर बेटा लुओ रुपयों के टुकड़ों को लेकर बैंक में बदलने के लिए गया, लेकिन जहां बैंक स्टॉफ ने उसे बताया कि बैंक की ओर से कट-फटे नोट लेने का नियम तो है पर वह इस तरह से छोटे टुकड़ों में बंटे नोट को नहीं ले सकते। अगर वो इन रुपयों को सही से जोड़कर लाए तो बैंक उन्हें पूरे पैसे लौटा देगा।

    उसके बाद लुओ और उनकी पत्नी ने मिलकर पूरे तीन महीने में 1,180 नोटों को आपस में जोड़ा, जिसेक बाद बैंक ने उन्हें रुपए लौटाए। दोनों ने एक दिन में लगभग 19 घंटे टुकड़ों को आपस में जोडऩे में लगाए। पिता चेन को अपना पुराना घर बेचकर 2 लाख युआन ( 20.57 लाख रु.) मिले थे, जिसमें से कुछ उसने फाड़ दिए और अब बेटे को डर है कि कहीं वह बाकी पैसे भी नष्ट ना कर दें।

    वनिता- दोस्तों, आपको मैं बताने जा रही हूं विमान में परिचारिका ने की उद्घोषणा, 'हम मरना नहीं चाहते', यात्रियों का चढ़ गया पारा

    दोस्तों, विमान की उड़ान में करीब 8 घंटे की देरी हो चुकी थी। सभी यात्री परेशान थे कि आखिर ये विमान कब उड़ेगा और वे कब अपने गंतब्य तक पहुंचेंगे। इस बीच विमान परिचारिका ने ऐसी उद्घोषणा की, जिससे यात्रियों का पारा और चढ़ गया।

    विमान परिचारिका ने विमान की उड़ान में देरी का कारण बताते हुए उद्घोषणा की, 'विमान के पंखों पर बर्फ जमी हुई है और ऐसी हालत में कैप्टन विमान नहीं उड़ा सकते। हम मरना नहीं चाहते हैं।'

    इस दौरान एक यात्री ने इस उद्घोषणा व यात्रियों की प्रतिक्रिया को रिकॉर्ड कर लिया और फेसबुक पर अपलोड कर दिया। फिर क्या था, बजट एयरलाइन 'रयान एयर' की परिचारिका की उद्घोषणा वाला यह वीडियो वायरल हो गया।

    बता दें कि रयान एयर का यह विमान स्कॉटलैंड में ग्लास्गो से डबलिंग की ओर जाने वाला था। बाद में रयान एयर की तरफ से इस मामले में कहा गया कि हम क्रू सदस्यों से बात करेंगे और इस तरह की उद्घोषणा के लिए माफी भी मांगी गई।

    इस वीडियो को शूट करने वाले यात्री के अनुसार विमान की उड़ान में देरी के कारण यात्री पहले से ही नाराज थे और इस उद्घोषणा के बाद उनका पारा और चढ़ गया।

    अखिल- चलिए अब बढ़ते हैं आखिरी अजीबोगरीब खबर की तरफ जहां मैं बताने जा रहा हूं कि यह गाय ऱोजाना देती है 66.7 लीटर दूध

    जी हां दोस्तों, पंजाब में एक गाय ने दूध देने के मामले में नया रेकॉर्ड कायम किया है यह गाय एक दिन में 66.7 लीटर दूध देती है.

    पंजाब में मोगा जिले के एक गांव की गाय ने दूध देने के मामले में नया रेकॉर्ड कायम किया है, मोगा के डेयरी फार्मर की होस्टाइन फ्रीजन नस्ल की गाय एक दिन में 66.7 लीटर दूध देती है.

    डेयरी फार्म चलाने वाले हरप्रीत सिंह हुंदाल की गाय ने पंजाब के ही लुधियाना जिले के सरदारपुरा गांव का रेकॉर्ड तोड़ा है, सरदारपुरा गांव के दलजीत सिंह की गाय 61.8 लीटर दूध प्रतिदिन देती है, मोगा के नूरपुर हाकिमा गांव में हुंदाल डेयरी फार्म चलाते हैं, वह अपनी 140 गायों से प्रतिदिन 2,000 लीटर दूध का उत्पादन करते हैं.

    दूध उत्पादन का राष्ट्रीय रेकॉर्ड स्थापित कर हुंदाल ने 1.5 लाख रुपये का इनाम जीता है, इसके अलावा उनकी ही एक और गाय ने दूसरा स्थान हासिल किया है, ह्यूमैनिटीज में ग्रैजुएट हुंदाल पिछले 10 सालों से डेयरी फार्मिंग के कारोबार में हैं, पुरस्कार हासिल करने के बाद हुंदाल ने कहा, 'मैं गायों के न्यूट्रिशन का पूरा ख्याल रखता हूं, मैं उन्हें निश्चित समय पर भोजन देता हूं, इस मंत्र के चलते मेरी गायें अधिक दूध देती हैं,' पुरस्कार जीतने वाली उनकी गाय हर दिन 15 किलो चारा खाती है.

    हरप्रीत ने कहा कि उन्होंने 305 दिनों मे 17,000 लीटर दूध के उत्पादन का रेकॉर्ड बनाया है, हालांकि जर्सी गायों के मामले में मोरिंडा के वरिंद्र मोहन शर्मा की गाय को पहला स्थान मिला है, उनकी गाय 39.3 लीटर दूध प्रतिदिन देती है.

    वनिता- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

    अखिल- दोस्तों, आज मैं आपको बताने जा रहा हूं कि आख़िर क्या होता है नेट न्यूट्रैलिटी ?

    दोस्तों, नेट न्यूट्रैलिटी का मतलब होता है "इन्टरनेट तटस्थता, नेटवर्क तटस्थता". Net Neutrality एक ऐसा सिधांत हैं जिसके अनुसार इन्टरनेट सेवा प्रदाता कम्पनी को सभी इन्टरनेट सेवाए बिना किसी भेदभाव के उपलब्ध करानी होती हैं या कह सकते हैं की सभी वेबसाइटों या वेब एप्प को विजिट करने का ग्राहकों को एक सामान डाटा चार्ज लिया जाये. चाहे वो व्हाट्स एप्प, फेसबुक, ट्वीटर, अमेज़न, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, या अन्य कोई वेबसाइट. साथ ही किसी भी वेबसाइट की ब्राउज़िंग स्पीड को घटाया और बढ़ाया नहीं जाये. किसी भी वेबसाइट को यूज़ करने के लिए अलग से कोई शुल्क भी नहीं लगाया जाना चाहिए.

    भारत में इन्टरनेट सेवा प्रदान कराने वाली कम्पनियों में मोबाइल सेवा प्रदाता कम्पनियों की अहम् भूमिका हैं. हाल ही में एयरटेल कंपनी के द्वारा एयरटेल जीरो प्लान की घोषणा की गयी हैं. इस प्लान के अंतर्गत एयरटेल यूजर कुछ वेबसाइटों को फ्री में विजिट कर सकते हैं यानि की कुछ वेबसाइटों को विजिट करने पर ग्राहक से कोई भी चार्ज नहीं लिया जायेगा. इसका भुगतान वो वेबसाइट ही करेगी जिसको की विजिट किया हैं. इस प्लान में भारत की प्रमुख ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने भी एयरटेल से समझोता करने का निर्णय लिया था. हालांकि Net Neutrality के विवादों में आ जाने के कारण फ्लिपकार्ट ने इस सम्बन्ध में आगे बढ़ने से मना कर दिया हैं। एयरटेल ने ही घोषणा की थी वो इन्टरनेट से होने वाली कॉल्स के लिए अलग से चार्ज लेगी. हालांकि इस एलान को कम्पनी ने वापिस ले लिया।

    आईये जानते हैं की अगर नेट न्यूट्रैलिटी खत्म हो गयी तो आप पर क्या असर पड़ेगा

    1. आपके फ़ोन का बिल बढ़ जायेगा क्योकि कुछ सेवाओ को यूज़ लेने की लिए आपको अलग से चार्ज देना होगा.

    2. आपको अलग-अलग वेबसाइट की अलग अलग स्पीड मिलेगी.

    3. कुछ वेबसाइट जिनका टेलिकॉम कंपनी के साथ करार होगा उनको आप फ्री में ब्राउज कर पाएंगे .

    नेट न्यूट्रैलिटी खत्म करने के पक्ष में टेलिकॉम कंपनियों के तर्क

    1. कम्पनीयो का मानना हैं की व्हाटस एप्प जैसी सर्विस आने से sms और mms जैसी सेवाये ग्राहकों के द्वारा बहुत कम काम में ली जा रही हैं जिससे की कंपनियों की आय में भारी कमी आयी हैं।

    2. इसके अलावा कंपनियों का मानना हैं की स्काइप जैसी सेवायो से लम्बी दुरी की कॉल भी इन्टरनेट के माध्यम से की जा सकती हैं जिससे भी उनके राजस्व में कामे आई हैं।

    कंपनियों का कहना हैं की उनको लाइसेंस प्राप्त करने की लिए करोड़ों रूपये खर्च करने पड़ते हैं साथ ही इसके बाद नेटवर्किंग में उन्हें बहुत पैसे खर्च करने पड़ते हैं।

    वनिता- चलिए दोस्तों, अभी हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है संतों की परीक्षा

    अखिल- दोस्तों, महाराष्ट्र के तीन संत- ज्ञानेश्वर, नामदेव और मुक्ताबाई एक बार तीर्थाटन पर निकले। यात्रा के दौरान ये तीनों प्रसिद्ध संत गोरा के यहां पहुंचे। गोरा ने तीनों महान संतों को अपने निवास पर पाकर उनका आत्मीय स्वागत किया। जलपान के बाद संत समागम में धर्म और दर्शन के गूढ़ संदर्भों पर चर्चा चली। गोरा कुम्हार थे तो उनके घर में एक डंडा रखा था। मुक्ताबाई ने डंडे को देखा, तो उसके उपयोग के बारे में पूछा।

    गोरा ने उत्तर दिया- मैं जब घड़े बनाता हूं तो इस डंडे की चोट से यह पता लगाता हूं कि घड़े पक्के हैं या कच्चे रह गए हैं। उनकी बात सुनकर मुक्ताबाई ने मुस्कराते हुए पूछा- हम भी तो मिट्टी के घड़े ही हैं, क्या इस डंडे से हमारी भी परीक्षा हो सकती है। गोरा ने कहा- बिलकुल, क्यों नहीं हो सकती। तीनों आगंतुक संतों की सहमति से गोरा ने डंडा लेकर उनका परीक्षण शुरू किया। पहले उन्होंने ज्ञानेश्वर के सिर पर हल्के से डंडा मारा, फिर मुक्ताबाई के सिर पर। दोनों मुस्कुरा दिए। फिर नामदेव की बारी आई।

    गोरा ने डंडा उठाया और जैसे ही उनके मस्तक पर स्पर्श किया, देखा नामदेव के चेहरे पर क्रोध की एक झलक नजर आने लगी। गोरा ने उसी पल परीक्षण का निष्कर्ष बताया। नामदेव की ओर संकेत कर कहा, यह घड़ा कच्चा है। एक पल के लिए सन्नाटा छा गया। नामदेव को भी कुछ अटपटा लगा। तभी गोरा ने नामदेव से कहा- क्षमा करें, डंडे से अब तक तो मजाक किया जा रहा था, उसमें जब आपके सिर पर डंडे का स्पर्श किया गया, तो चेहरे पर गुस्से की झलक आई। इसका अर्थ है, कुछ अहंकार बाकी है। जब तक अहंकार का यह सर्प मरेगा नहीं, डंडे से मुस्कान पैदा नहीं होगी। नामदेव को बोध हुआ और उन्होंने संत विठोबा से दीक्षा लेकर अपने अहंकार को सदा के लिए समाप्त कर दिया।

    वनिता- तो दोस्तों, ये थी एक प्रेरक कहानी.. उम्मीद करते हैं कि आपको जरूर पसंद आयी होगी। चलिए... अब हम आपको बताते हैं एक जीवन मंत्र के बारे में, जो हमारे आने वाले कार्यक्रम में भी जारी रहेगा।

    अखिल- आजका जीवन मंत्र है... खुद पर हो भरोसा तो मुश्किल काम में भी मिलती है सफलता

    दोस्तों, यदि किसी व्यक्ति को कोई मुश्किल काम सौंपा जाता है तो उस काम का परिणाम उसी समय तय हो जाता है। यदि व्यक्ति आत्मविश्वास के साथ काम करने को राजी होता है तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। जबकि, व्यक्ति अगर उस काम से डर जाता है तो सफलता मिलने में संदेह रहता है। किसी भी काम में सफल होने के लिए यहां बताई जा रही बातों का भी ध्यान रखना चाहिए...

    1. स्वयं की प्रशंसा न करें।

    2. विपरीत परिस्थिति आए तो भी आत्मविश्वास बनाएं रखें।

    3. जितना आवश्यक हो, उतना ही काम करें।

    4. अत्यधिक आत्मविश्वास में कोई काम न करें।

    5. मन में किसी प्रकार की शंका न रखें।

    वनिता- दोस्तों, हमारे कार्यक्रम संडे की मस्ती में नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताया जाता है और प्रोमो भी सुनवाया जाता है। हम आपको बताते हैं कि इस शुक्रवार रिलिज हुई है अक्षय कुमार की फिल्म एयरलिफ्ट

    अखिल- दोस्तों, इस शुक्रवार यानि 22 जनवरी को अक्षय कुमार की फिल्म एयरलिफ्ट रिलिज हो गई है। इस फिल्म का निर्देशन राजा कृष्णा मेनन ने किया है। इसमें निमरत कौर और पूरब कोहली भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।

    आपको बता दें कि एयरलिफ्ट' की कहानी 1990 में इराक-कुवैत के बीच हुए युद्ध के बाद वहां मौजूद भारतीयों के वहां से बाहर निकलने के मिशन पर आधारित है। यह फिल्म कुवैत के एक व्यवसायी पर आधारित है, जो युद्ध के दौरान लाख से अधिक लोगों के साथ फंस जाता है। आइए... हम आपको सुनवाते हैं इस फिल्म का ट्रेलर...

    वनिता- दोस्तों, ये था 'एयरलिफ्ट'फिल्म का ट्रेलर, चलिए हंसी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए कुछ मजेदार जोक्स लेकर आए, जिन्हें सुनकर आप लोट पोट हो जाएंगे... आइए.. सुनते हैं कुछ मजेदार जोक्स

    अखिल- 1. पप्पू मृत्युशैया पर पड़े चाइनीज दोस्त से मिलने हॉस्पिटल पहुंचा। वह जैसे ही उसके बेड के पास पहुंचा, उसका दोस्त "चिन यू वान" कहते हुए कराहा और देह त्याग दी। पप्पू को चाइनीज नहीं आती थी तो उसने सोचा - आखिरकार मरते वक्त उसने क्या कहा? कहीं किसी खजाने या रहस्य की सूचना तो नहीं दी, यह सोचकर पप्पू अगली फ्लाइट पकड़कर चीन में उसके घर गया। पप्पू को उन आखिरी शब्दों का जो अर्थ मालूम पड़ा, वो था - हटो, तुम मेरी ऑक्सीजन की नली पर खड़े हो।

    2. कोर्ट के बाहर बंता को पुलिस हथकड़ी बांध कर ले जा रही थी। यह देख कर संता बोला: "क्या हुआ दोस्त?' बंता ने जबाव दिया: " बीबी का खून किया था।" संता बोला: "अरे तो कितनी सज़ा मिली?'

    बंता बोला: " छह हफ्ते....." यह सुन कर संता ने झटके से साथ चल रहे पुलिस इन्स्पेक्टर की पिस्तौल छिनी और अपनी पत्नी को गोली मार दी फिर पुलिस वालों से बोला:" चलो मुझे भी ले चलो छह हफ़्तों की ही तो बात है! बंता माथा ठोक कर बोला: " अरे यार पूरी बात तो सुन लेता, मुझे छह हफ़्तों बाद फांसी लगने वाली है!"

    3. डॉक्टर: "तुम्हारा कान कैसे जला?" संता:" मैं कपड़े प्रेस कर रहा था तभी अचानक फोन बज उठा और मैंने गलती से फोन की जगह प्रेस को कान से लगा लिया!" डॉक्टर: "अरे मगर ये दूसरा कान कैसे जला?" संता:" डॉक्टर साहब एम्बुलेंस को भी तो फोन करना था ना!"

    4. मदीन ससुराल गया तो उसके ससुराल वालों ने 4 दिनों तक उसे पालक, मैथी, मूली, चौलाई की भाजी और इसी तरह की हरी पौष्टिक चीजें खिलाईं। पांचवे दिन भी औपचारिकतावश सास ने उससे पूछा- क्या खाओगे दामाद जी? रामदीन बोला - खाना क्या है मां जी, आपको नाहक तकलीफ होती है। आप तो मुझे खेत का रास्ता दिखा दो - मैं खुद ही चर आऊंगा।

    अखिल- दोस्तों, अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और वनिता को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।

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