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    आप की पसंद 160109
    2016-01-08 17:19:47 cri

    पंकज – नव वर्ष की ढेर सारी शुभ कामानओं और मंगल कामनाओं के साथ आपका मित्र पंकज श्रीवास्तव करता है आप सभी को नमस्कार, मित्रों हम ये कामना करते हैं कि नव वर्ष में आप सभी बहुत तरक्की करें, बहुत खुश रहें और आप सभी का स्वास्थ्य भी पहले से बेहतर रहे, इसी के साथ अब हम करते हैं वर्ष 2016 के अपने सबसे पहले कार्यक्रम की शुरुआत।

    चंद्रिमा – नए साल की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ श्रोताओं को चंद्रिमा का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं आपके प्यार के कारण ही दिनों दिन हमारे श्रोताओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और हम चाहते हैं कि आप हमारे कार्यक्रम में अपने कुछ सुझाव भी भेजें जिससे हम अपने इस कार्यक्रम को नए रूप में ढालें तो वो आपके अनुरूप हो, जिससे आप अपने इस चहेते और प्यारे कार्यक्रम को सुनने के लिये और भी अधिक उत्सुकता दिखाएं, हमारा उद्देश्य है आपको ढेर सारी जानकारी देना साथ ही हम आपको आपकी पसंद के फिल्मी गाने भी सुनवाते हैं तो चलिये करते हैं आज के कार्यक्रम की शुरुआत। मित्रों हमारे पहले श्रोता हैं मुबारकपुर ऊंची तकिया आज़मगढ़ से दिलशाद हुसैन, फातेमा सोगरा, वकार हैदर, और हसीना दिलशाद और आप सभी ने सुनना चाहा है दोस्ती (1964) फिल्म का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी ने गीतकार हैं मजरूह सुल्तानपुरी ने और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं ------

    सांग नंबर 1. चाहूंगा मैं तुम्हें शाम सवेरे .....

    श्रीलंका के रत्न विशेषज्ञों का दावा है कि उनकी खान में सबसे बड़ा नीलम पाया गया है.

    राजधानी कोलंबो में रत्नों पर शोध करने वाली ने इसकी पुष्टि की है. नीलम का वज़न 1404.49 कैरेट है.

    नीलम की कीमत कम से कम 10 करोड़ डॉलर यानी लगभग 6 अरब रुपए आंकी गई है. एक अनुमान के अनुसार ये नीलामी में 10.75 करोड़ डॉलर में बिक सकता है.

    श्रीलंका के रत्न उद्योग, जो मुख्य रूप से नीलम का निर्यात करता है, का सलाना कारोबार 7 करोड़ डॉलर है.

    इस नीलम को 'ब्लू स्टार नीलम' नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसके केंद्र में एक विशेष निशान है.

    नाम नहीं बताने की शर्त पर इस नीलम के खरीदार ने बीबीसी को बताया कि जिस क्षण मैंने इसे देखा तुरंत खरीदने का निर्णय ले लिया.

    वे कहते हैं, "जब यह रत्न को मेरे पास लाया गया तभी मुझे अंदाजा हुआ कि यह दुनिया का सबसे बड़ा रत्न नीलम है. मैंने एक जोखिम उठाया और इसे खरीद लिया."

    ये दक्षिण श्रीलंका के रतनपुरा खान में मिला है. रतनपुरा खान को 'रत्नों के शहर' के नाम से जाना जाता है.

    मौजूदा मालिक ने इस रत्न का नाम 'स्टार ऑफ एडम' रखा है.

    श्रीलंका के एक बड़े आभूषण डीलर आरमिल समून ने बीबीसी को बताया कि यह दुनिया का सबसे बड़ा नीलम रत्न है.

    चंद्रिमा – जैसे इतना बड़ा नीलम मिला है वैसे ही बड़े बड़े हीरे मिलने की खबरें भी अखबार की सुर्खियां बटोरती रहती हैं और इन बेशकीमती पत्थरों के खरीदार अक्सर ऊंची बोली लगाकर इनके मालिक बन जाते हैं, वाकई बहुत हैरत भरी खबर है और इससे बड़ी हैरत की बात ये है कि इतना ज्यादा पैसा लोग नीलम, हीरे और माणिक्य को खरीदने में लगा देते हैं, इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है मऊनाथ भंजन उत्तर प्रदेश से मोहम्मद इरशाद, शमशाद अहमद, गुफ़रान अहमद, नेयाज़ अहमद, इरशाद अहमद अंसारी, अब्दुल वासे अंसारी, रईस अहमद, शादाब अहमद शारिक अनवर, और दिलकशां अनवर ने आप सभी ने सुनना चाहा है कटी पतंग फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुलदेव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 2. ये शाम मस्तानी .....

    पंकज- नीलम जड़ित 17 किलो के पत्थर की खोज 2013 में हुई थी लेकिन उसके भीतर के रत्न के असली वजन का अब तक पता नहीं चल पाया है।

    श्रीलंका के रत्न और आभूषण एसोसिएशन ने 2011 में जानकारी दी थी कि एक नीलम का खनन 1970 के दशक में किया गया था. वेल्स की राजकुमारी डायना इसकी मालकिन थी.

    पंकज - कालिंजर के किले में छिपा है खजाने का रहस्य, सैकड़ों साल से पहाड़ों से रिस रहा है पानी

    झांसी. बुंदेलखंड के ऐतिहासिक किले कालिंजर को कालजयी कहा जाए, तो गलत नहीं होगा। प्रागैतिहासिक काल के पेबुल (ये एक पत्थर होता है) यहां मिल चुके हैं। इस किले का वेदों में भी जिक्र किया गया है। कई पौराणिक घटनाएं इस दुर्ग से जुड़ी हुई हैं। इस किले में नीलकंठ मंदिर स्थित है, जहां खजाने का रहस्य छिपा हुआ है। कहा जाता है कि महादेव ने यहीं पर विषपान कर काल की गति को मात दी थी।

    मंदिर के ठीक पीछे की तरफ पहाड़ काटकर पानी का कुंड बनाया गया है। इसमें बने मोटे-मोटे स्तंभों और दीवारों पर प्रतिलिपि लिखी हुई है। माना जाता है कि इस प्राचीनतम किले में मौजूद खजाने का रहस्य भी इसी प्रतिलिपि में है, लेकिन आज तक कोई इसका पता नहीं लगा सका है। इस मंदिर के ऊपर पहाड़ है, जहां से पानी रिसता रहता है। बुंदेलखंड सूखे के कारण जाना जाता है, लेकिन कितना भी सूखा पड़ जाए, इस पहाड़ से पानी रिसना बंद नहीं होता है। कहा जाता है कि सैकड़ों साल से पहाड़ से ऐसे पानी निकल रहा है, ये सभी इतिहासकारों के लिए अबूझ पहेली की तरह है।

    चंद्रिमा - बहुत अच्छी जानकारी है, इससे भारत की ऐतिहासिक इमारतों के बारे में मेरी जानकारी भी बढ़ रही है। विभिन्न कला और संस्कृति वाले देश भारत की ये एक अनोखी जानकारी है। मित्रों हमारे अगले श्रोता हैं कहारवाड़ी, राजपुर, मध्यप्रदेश से धीसू दिलवारे, लक्ष्मी दिलवारे, माधुरी दिलवारे, कुणाल दिलवारे और सोनाली दिलवारे, आप सभी ने सुनना चाहा है राम बलराम (1980) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और मोहम्मद रफ़ी ने संगीतकार हैं लक्ष्मीकांत प्यारेलाल और गीत के बोल हैं ....

    सांग नंबर 3. इक रस्ता दो राही ....

    पंकज - शिव ने यहां काल की गति को दी थी मात...

    कालिंजर का पौराणिक महत्व महादेव के विषपान से है। समुद्र मंथन में मिले कालकूट विष को पीने के बाद शिव ने इसी दुर्ग में आराम करके काल की गति को मात दी थी। महाभारत के युद्ध के बाद युधिष्ठिर ने यहां कोटतीर्थ में स्नान किया था। वेदों में इसे सूर्य का निवास माना गया है। पद्म पुराण में इसकी गिनती सात पवित्र स्थलों में की गई है। मत्स्य पुराण में इसे उज्जैन और अमरकटंक के साथ अविमुक्त क्षेत्र कहा गया है। जैन ग्रंथों और बौद्ध जातकों में इसे कालगिरी कहा जाता था। वेदों में उल्लेख के आधार पर ही इसे दुनिया का सबसे प्राचीन किला माना गया है।

    नागों ने कराया था नीलकंठ मंदिर का निर्माण...

    नीलकंठ मंदिर को कालिंजर के प्रांगण में सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण और पूजनीय माना गया है। इसका निर्माण नागों ने कराया था। इस मंदिर का जिक्र पुराणों में है। मंदिर में शिवलिंग स्थापित है, जिसे बेहद प्राचीनतम माना गया है। नीलकंठ मंदिर से काल भैरव की प्रतिमा के बगल में चट्टान काटकर जलाशय बनाया गया है। इसे 'स्वर्गारोहण जलाशय' कहा जाता है। कहा जाता है कि इसी जलाशय में स्नान करने से कीर्तिवर्मन का कुष्ठ रोग खत्म हुआ था। ये जलाशय पहाड़ से पूरी तरह से ढका हुआ है।

    चंद्रिमा -- मित्रों ऐसा लगता है कि कालिंजर का किला और ये जगह धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों ही तरह के महत्व को खुद में समेटे हुए है। मित्रों हमारे अगले श्रोता हैं मालवा रेडियो श्रोता संघ प्रमिलागंज, आलोट से बलवंत कुमार वर्मा, राजुबाई माया वर्मा, शोभा वर्मा, राहुल, ज्योति और अतुल आप सभी ने सुनना चाहा है परिन्दा (1989) फिल्म का गाना जिसे गाया है सुरेश वाडेकर और आशा भोंसले ने गीतकार हैं खुर्शीद हल्लौरी और संगीत दिया है राहुलदेव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 4. प्यार के मोड़ पे .....

    पंकज - सीता का विश्राम स्थल भी है यहां

    कालिंजर फोर्ट के अंदर ही पाषाण द्वारा निर्मित एक शैय्या (बेड) और तकिया (पिलो) है। इसे सीता सेज कहते हैं। कथाओं के अनुसार, इसे सीता का विश्राम स्थल कहा जाता है। यहां पर तीर्थ यात्रियों के आलेख हैं। एक जलकुंड है, जो सीताकुंड कहलाता है। इस दुर्ग में दो बड़े जलकुंड बने हुए हैं। इसका जल चर्म रोगों को दूर करने के लिए लाभकारी माना जाता है। यहां नहाने से कुष्टरोग दूर हो जाता है।

    हर युग में इस किले के थे अलग नाम

    बुंदेलखंड के बांदा जिले से करीब 55 किमी दूर कालिंजर में बना ये फोर्ट कई किलोमीटर तक फैला हुआ है। इस फोर्ट पर लंबे समय तक चंदेल शासकों का राज रहा। इसका निर्माण कब हुआ, इसके प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं मिलते हैं। कालिंजर को सतयुग का हिस्सा बताया जाता है। इसे अलग-अलग काल में कई नामों से पुकारा जाता रहा है। सतयुग में इसे कीर्तिनगर, त्रेतायुग में मध्यगढ़ और द्वापर युग में सिंहलगढ़ के नाम से जाना जाता था। वहीं, कलयुग में इसे कालिंजर के नाम से पुकारा जाता है।

    चंदेल राजाओं ने यहां 600 साल तक किया शासन

    इसके साथ ही अनेक पौराणिक और ऐतिहासिक प्रसंग कालिंजर फोर्ट से जुड़े हैं। 9वीं शताब्दी में ये किला चंदेल साम्राज्य के अधीन हो गया। यहीं से कालिंजर का ऐतिहासिक काल शुरू हुआ। 15वीं शताब्दी तक इस किले पर चंदेल राजाओं का शासन रहा। माना जाता है कि कालिंजर में चंदेल राजाओं ने सबसे ज्यादा 600 साल तक शासन किया। विंध्याचल की पहाड़ी पर 800 फीट की ऊंचाई पर स्थित ये किला इतिहास के उतार-चढ़ावों का प्रत्यक्ष गवाह है।

    चंद्रिमा - श्रोता मित्रों हमें आपके पत्र पढ़कर और आपको आपकी पसंद के गीत सुनवाकर जो खुशी मिलती है उसे मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकती, आपके पत्र पढ़ते समय ऐसा लगता है जैसे मैं आपसे सीधे रूप से बातें कर रही हूं, आपका हमें पत्र लिखने का सिलसिला और हमारा आपको गीत सुनवाने का क्रम यूं ही बना रहे मैं ऐसी आशा करती हूं। मित्रों इसी के साथ मैं उठा रही हूं एक और पत्र जिसे हमें लिख भेजा है कुरसेला तिनधरिया से ललन कुमार सिंह, श्रीमती प्रभा देवी, कुमार केतु, मनीष कुमार मोनू, गौतम कुमार, स्नेहलता कुमारी, मीरा कुमारी, कुमारी मधु और एल के सिंह ने आप सभी ने सुनना चाहा है शोर (1972) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने संगीतकार हैं लक्ष्मीकांत प्यारेलाल और गीत के बोल हैं ------

    सांग नंबर 5. इक प्यार का नगमा है ......

    पंकज - भरत ने कराया था कालिंजर का निर्माण

    कालिंजर के किले पर जिन राजवंशों ने शासन किया, उसमें दुष्यंत-शकुंतला के बेटे भरत का नाम सबसे पहले आता है। इतिहासकारों के मुताबिक, भरत ने चार किले बनवाए थे, जिसमें से कालिंजर का सबसे ज्यादा महत्व है। 1249 ई. में यहां हैह्य वंशी कृष्णराज का शासन था तो चौथी सदी में ये नागों के अधीन रहा। इसके बाद सत्ता गुप्तों के हाथों में पहुंच गई। फिर यहां चंदेल राजाओं का शासन रहा। इसका अंत 1545 ई. में हुआ।

    800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है किला

    मुगल काल में ये किला बीरबल का जागीर था। इतिहासकार कहते हैं कि इसके बाद कालिंजर किला राजा छत्रसाल के अधीन हो गया और फिर इस पर पन्ना के राजा हरदेव शाह ने शासन किया। 1800 ई. के बाद ये किला अंग्रेजों ने अपने नियंत्रण में ले लिया। 800 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस फोर्ट को घूमने में करीब दो दिन लग जाता है। बाहर से देखने पर ये किला एक पहाड़ लगता है, लेकिन ऊपर जाने पर इसकी विशालता हैरान कर देती है।

    कभी इस किले में थे चार प्रवेश द्वार

    एक समय था, जब कालिंजर चारों ओर से ऊंची दीवार से घिरा था और इसमें चार प्रवेश द्वार थे। इस वक्त कामता द्वार, पन्ना द्वार और रीवा द्वार नाम के सिर्फ तीन गेट ही बचे हैं। किले में आलमगीर दरवाजा, गणेश द्वार, चौबुरजी दरवाजा, बुद्ध भद्र दरवाजा, हनुमान द्वार, लाल दरवाजा और बारा दरवाजा नाम के सात द्वारों से अंदर जा सकते हैं। किले के अंदर राजा और रानी के नाम से शानदार महल बने हुए हैं।

    कुछ समय पहले मिले थे कई प्राचीन शिलालेख

    कालिंजर विकास संस्थान के संयोजक बीडी गुप्ता ने बताया कि कुछ समय पहले यहां कई प्राचीन शिलालेख मिले थे। इन शिलालेखों के बारे में उन्होंने बताया कि मई, 1545 को शेर शाह की मृत्यु के बाद उनके बेटे इस्लाम शाह की दिल्ली के सिंहासन पर विधिवत ताजपोशी हुई थी। इसके बाद यहां किले के अंदर बने कोटि तीर्थ परिसर के मंदिरों को तोड़कर उनके सुंदर नक्काशीदार स्तंभों को मस्जिद बनाए जाने में इस्तेमाल किया गया था।

    चंद्रिमा – मित्रों ये बहुत अनोखी और अचरज भरी जानकारी थी, वैसे चीन में भी कुछ ऐसी ही जगहें हैं जहां पर कहा जाता है कि इतिहास और मिथक का मिला जुला रूप सुनने को मिलता है और अक्सर छोटे बच्चों को यहां पर उनके बड़े बुज़ुर्ग कहानियां सुनाया करते हैं। मित्रों हमारे अगले श्रोता हैं कलेर बिहार से आसिफ़ ख़ान बेगम निकहत परवीन, सदफ़ आरज़ू, बाबू अरमान आसिफ़ इनके साथ मदरसा रोड कोआथ से हाशिम आज़ाद, दुर्गेश दीवाना, डॉक्टर हेमन्त कुमार, पिंटू यादव और बाबू साजिद आप सभी ने सुनना चाहा है शहंशाह (1988) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर और मोहम्मद अज़ीज़ ने संगीत दिया है अमर बिस्वास और उत्पल बिस्वास ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 6. होगा थानेदार तू .... .

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    चंद्रिमा – नमस्कार।

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