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    आप की पसंद 151128
    2015-11-26 16:43:30 cri

    पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

    चंद्रिमा – श्रोताओं को चंद्रिमा का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं, मित्रों कार्यक्रम का पहला पत्र हमारे पास आया है हमारे श्रोता प्रकाश चंद्र वर्मा और इनके परिजनों का आप सभी ने हमें पत्र लिखा है कापशी रोड, अकोला महाराष्ट्र से संतोषराव बाकड़े, श्रीमती ज्योतिताई बाकडे, कुमारी दिपाली बाकडे, पवन कुमार बाकडे और पूरे बाकडे परिवार ने आप सभी ने सुनना चाहा है प्यासा सावन (1981) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने संगीतकार हैं लक्ष्मीकांत प्यारेलाल औऱ गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 1. तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है .....

    पंकज - कीड़ा बढ़ा रहा है महिलाओं की प्रजनन क्षमता

    वैज्ञानिकों का कहना है कि एक ख़ास किस्म के परजीवी वर्म (कृमि) से महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है.

    बोलीविया में रहने वाली 986 महिलाओं पर किए गए एक शोध में पाया गया है कि एक ख़ास किस्म के गोलकृमि के मौजूद होने से दो बच्चे अधिक पैदा हुए.

    जर्नल साइंस में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि ये कृमि महिलाओं के इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) में बदलाव कर रहा है जिससे वो आसानी से गर्भवती हो जाती हैं.

    विशेषज्ञों का कहना है कि इस खोज से प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाली नई दवाओं के विकास में मदद मिल सकती है.

    बोलीविया की सिमाने जनजाति समूह की महिलाएं औसतन नौ बच्चे पैदा करती हैं. इनमें से 70 फ़ीसदी में ये ख़ास परजीवी कृमि पाए गए हैं.

    दुनिया की एक तिहाई आबादी में ऐसे इंफेक्शन पाए जाते हैं.

    जहां अस्कारिस लुमब्रिकाइडेस (ख़ास गोलकृमि का वैज्ञानिक नाम) प्रजनन क्षमता बढ़ाता है वहीं हुकवर्म प्रजनन क्षमता कम करते हैं.

    जिन महिलाओं में हुकवर्म पाए गए उनके औसतन तीन बच्चे कम हुए.

    चंद्रिमा – मित्रों ऐसी रहस्यम जानकारियां सुनकर बहुत अच्छा लगता है, हम बहुत कुछ नहीं जानते विज्ञान के बारे में धरती पर रहने वाली जनजातियों के बारे में और भी बहुत कुछ है जो हम जानना चाहते हैं, लेकिन जानकारियों के साथ अगर हमें गाना भी सुनने को मिल जाए तो मज़ा दुगुना हो जाता है। मित्रों हमें अगला पत्र लिख भेजा सदफ़ रेडियो क्लब के सदस्यों ने कलेर बिहार से मोहम्मद आसिफ़ ख़ान, बेगम निकहत परवीन, सदफ़ आरज़ू, साहिल अरमान, अज़फ़र हामिद, तहमीना मशकूर ने आप सभी ने सुनना चाहा है देशप्रेमी (1982) का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 2. जाओ जी जाओ .....

    पंकज - यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया सांता-बारबारा के प्रोफ़ेसर एरॉन ब्लैकवैल कहते हैं, "प्रभाव अप्रत्याशित रूप से बड़े हैं."

    उन्होंने कहा कि गर्भाधारण के दौरान महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलाव होता है इसलिए वो भ्रूण को नकारती नहीं हैं.

    प्रोफ़ेसर ब्लैकवैल कहते हैं, "हमें लगता है कि इन प्रभावों की वजह ये है कि ये कृमि महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलाव लाते हैं."

    वे कहते हैं कि परजीवी कृमि का इस्तेमाल प्रजनन दवाओं में करना एक दिलचस्प संभावना है.

    हालांकि उन्होंने कहा कि अभी इस दिशा में बहुत काम किया जाना बाक़ी है.

    यूनिवर्सिटी ऑफ़ शैफ़ील्ड में प्रजनन वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर एलन पेसी कहते हैं, "यह बहुत हैरान करने वाला है कि एक ख़ास क़िस्म का परजीवी गोलकृमि वास्तव में प्रजनन क्षमता बढ़ाता है."

    उन्होंने कहा कि आईवीएफ़ को बढ़ाने के लिए महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली को बदलने के लिए कई दवाओं का परीक्षण किया गया लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली है."

    उन्होंने कहा कि इस दिशा में अधिक शोध से नई प्रजनन दवा भी विकसित की जा सकती है.

    चंद्रिमा – मित्रों आप हमें ऐसे ही पत्र भेजते रहिये और हम आपको आपकी पसंद के गाने सुनवाते रहें, ये सिलसिला बस यूं ही चलता रहे, मित्रों आपके पत्रों को पाने के बाद हमें सही में बहुत खुशी होती है ऐसा लगता है कि हमारा कार्यक्रम बनाना सफल रहा, क्योंकि आप लोग जब हमें पत्र लिखते हैं तो उससे हमारा उत्साह बढता है और आपसे एक आग्रह है कि आप लोग अपने अपने शहर की कोई भी विशेषता हमें लिख भेजें जो हम अपने बाकी श्रोताओं के साथ भी साझा करें... इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिखा है शनिवार पेठ बीड शहर, महाराष्ट्र से पोपट कुलथे, हनुमंत कुलथे, समर्थ कुलथे, पी बी कुलथे और पूरा कुलथे परिवार, इनके साथ ही नारेगांव औरंगाबाद से दीपक आडाणे, श्याम आडाणे और समस्त आडाणे परिवार ने आप सभी ने सुनना चाहा है तोहफा (1984) फिल्म का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले और किशोर कुमार ने गीतकार हैं अंजान और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 3. गोरी तेरे अंग .....

    पंकज - ऐसे बदला जाता है इंसान का पूरा चेहरा...

    एक घर में लगी आग से एक महिला को बचाने की कोशिशों में अग्निशमन कर्मचारी पैट्रिक हार्डिसन का चेहरा बुरी तरह चल गया था.

    उनके कान, भौहें, सिर के बाल और रोशनी सभी कुछ छिन चुका था और वो पहचान में नहीं आ रहे थे.

    उनके दोस्त पैट्रिक को फ़ेस ट्रांसप्लांटेनशन (चेहरे का प्रत्यारोपण) के क्षेत्र में जाने पहचाने डॉक्टर अडवार्डो रॉडरिगेज के पास ले गए.

    पिछले अगस्त में उन्होंने दुनिया के अबतक के सबसे जटिल फ़ेस ट्रांसप्लांट सर्जरी को अंजाम दिया.

    अभी हार्डिसन की हालत में लगातार सुधार हो रहा है और नतीजे के बारे में आंकलन करना थोड़ी जल्दबाजी होगी लेकिन यह सुधार काफी चमत्कारिक है.

    लेकिन इस सफलता के पीछे दशकों के प्रयोग, बहादुरी और कड़ी मेहनत की बहुत बड़ी भूमिका रही है.

    साल 2005 में दुनिया का पहला फ़ेस ट्रांसप्लांट एक फ़्रांसीसी महिला इज़ाबेल डिनवॉर का हुआ था, एक कुत्ते के काटने के बाद उनका चेहरा विकृत हो गया था.

    इस घटना के बाद ट्रांसप्लांट सर्जरी के क्षेत्र में तकनीकी क्षमता और अनुभव में काफी वृद्धि हुई है.

    डिनवॉर की नाक, होंठ और ठोड़ी को हटाकर दाता के ऊतकों, त्वचा, मांसपेशियों, धमनियों, नसों को उनके चेहरे पर लगाया गया. यह सर्जरी 15 घंटे तक चली थी.

    ऐसा ऑपरेशन पहली बार हुआ था लेकिन सर्जरी की ऐसी विधियां बहुत पहले से इस्तेमाल हो रही थीं.

    द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सैकड़ों वायु सैनिक बुरी तरह जल गए थे और कुछ तो चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी के लिए 'गिनी पिग क्लब' के सदस्य हो गए.

    चिकित्सकों ने कई प्रयोग किए और रोगी के शरीर के दूसरे हिस्से की त्वचा को चेहरे पर लगाया.

    चंद्रिमा – मित्रों बहुत पहले मैंने हॉलीवुड की एक फिल्म देखी थी face off इस फिल्म को हिन्दी फिल्म डॉन जिसमें अमिताभ बच्चन ने काम किया था की तर्ज पर बनाया गया था फर्क सिर्फ इतना था कि निकोलस केज और जॉन ट्रेवोल्टा के चेहरे प्लास्टिक सर्जरी से बदल दिये गए थे जिसमें जॉन ट्रेवोल्टा निकोलस केज के गैंग में उसका चेहरा लगाकर चला जाता है और जब निकोलस केज को होश आता है तो वो जॉन ट्रेवोल्टा का चेहरा लगाकर पुलिस में जाकर मुखबिरी करने लगता है इस फिल्म में चेहरा बदलने का जो वैज्ञानिक तरीका दिखाया गया है कुछ वैसा ही तरीका आजकल सर्जन सही मायने में इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ भी कहिये विज्ञान हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है, इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है बहादुर गंज, गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश से आज़ाद अली अनवर, रिज़वाना परवीन, अब्दुल्लाह आज़ाद, अस्तुपुरा मऊनाथ भंजन से मज़हर अली अंसारी, रज़िया बेगम अंसारी, सादिक, साजिद, सारिम और शारिक ने आप सभी ने सुनना चाहा है हिम्मतवाला (1983) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने गीतकार हैं इंदेवर और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने और गीत के बोल हैं -------

    सांग नंबर 4. नयनों में सपना .....

    पंकज - लेकिन दाता अंगों को इस्तेमाल करने की बात सर्जन तब तक नहीं सोच सके जबतक दशकों बाद ताक़तवर एंटी रिजेक्शन ड्रग्स नहीं आ गईं.

    साल 2010 में एक स्पैनिश सर्जन ने दुनिया का पहला सम्पूर्ण फ़ेस ट्रांसप्लांट किया.

    इस सर्जरी में ऑस्कर नाम के व्यक्ति पर जबड़ा, नाक, गाल की हड्डियां, मांसपेशियां, दांत और भौंहें समेत पूरा चेहरा ही लगाया गया.

    इसके दो साल बाद डॉ रॉडरिगेज एक क़दम और आगे बढ़े और बंदूक से हुई दुर्घटना में घायल अमरीका के वर्जीनिया के रिचर्ड नोरिस का फ़ेस ट्रांसप्लांट करने के लिए 36 घंटे लंबा ऑपरेशन किया.

    नोरिस के चेहरे के बीच का हिस्सा लगभग ख़त्म हो गया था और उन्हें नई नाक, होंठ, दोनों जबड़े और जीभ के एक हिस्से की ज़रूरत थी.

    इस प्रत्यारोपण में चेहरे के समूचे ऊतकों की ज़रूरत थी यहां तक कि त्वचा के नीचे की मांसपेशियों की भी, जो कि चेहरे के भाव पैदा करती हैं.

    इसके अलवा संवेदना ले जाने लाने वाली नसों को भी प्रत्यारोपित किया गया ताकि संवेदना पता चल सके और उसके अनुरूप मांशपेशियां काम कर सकें.

    डॉ रॉडरिगेस ने उस समय कहा था, "हमारा लक्ष्य है चेहरे को फिर से पहले की तरह काम करने वाला बनाना और साथ ही सौंदर्यबोध के मुताबिक़ अच्छे नतीजे हासिल करना."

    चंद्रिमा – मित्रों अभी वक्त हो चला है अगले गाने का जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है मेहर रेडियो श्रोता क्लब सगोरिया, ज़िला मंदसौर, मध्यप्रदेश से श्याम मेहर, निकिता मेहर, आयुष, संगीता, ललिता, दुर्गाबाई और पूरे मेहर परिवार ने आप सभी ने सुनना चाहा है एक मैं और एक तू (2011) फिल्म का गाना जिसे गाया है ऐश किंग, बिनाका गोम्स, न्यूमैन पिंटो, फियोनास पिंटो और पियूष कपूर ने गीतकार हैं अमिताभ भट्टाचार्या और संगीत दिया है अमित त्रिवेदी ने और गीत के बोल हैं -------

    सांग नंबर 5. आंटी जी .....

    पंकज - और ऐसा करने में उन्होंने आखिरकार सफलता पाई. चेहरे की मांसपेशियों में नसों के प्रत्यारोपण के बाद नोरिस फिर से बोलने और त्वचा में संवेदनाओं को महसूस करने में कामयाब रहे.

    इस सफलता से उत्साहित डॉ रॉडरिगेज ऐसे मरीज़ तलाशने लगे जिसकी वो मदद कर सकते थे और जब वो हार्डिसन से मिले तो उन्होंने अब तक की सबसे बड़ी फ़ेस ट्रांसप्लांट सर्जरी करने का फैसला किया.

    इस ऑपरेशन में अंगदाता के सिर की पूरी त्वचा, माथा, चेहरा, भौंहें और कानों के साथ त्वचा के नीचे की कुछ मांसपेशियों, नसों और खून ले जाने वाली नलिकाओं को लिया गया.

    इस प्रक्रिया में सबसे अहम था, चेहरे की प्रमुख हड्डियों- नाक को जोड़ने वाली हड्डियों, ठोड़ी का सिरा, और गाल की कुछ हड्डियों को प्रत्यारोपित करना.

    इसका मतलब ये कि चेहरे की बनावट के लिए बेहतर ढांचे की ज़रूरत होती ताकि उन्हें सही खांचे में लगाया जा सके.

    ऊपरी और निचली भौहों को मरीज़ की आंखों पर चढ़ा दिया गया और नाक और मुंह की अंदरूनी त्वचा को भी सिल दिया गया.

    इस तरह से हार्डिसन और अंगदाता डेविड रोडेनबॉग का 'हाब्रिड' तैयार हुआ.

    अंगदाता डेविड रोडेनबॉग एक साइकिल दुर्घटना में घायल हो गए थे.

    सर्जरी के अंत तक सफलता के संकेत मिलने लगे थे.

    हार्डिसन के नए चेहरे में होंठ और कान का रंग इस बात का संकेत दे रहा था कि इन अंगों में खून की आपूर्ति बहाल हो गई थी.

    उनके सिर दाढ़ी के बालों में तुरंत वृद्धि होनी शुरू हो गई.

    सर्जरी के तीसरे दिन, जब सूजन कम होना शुरू हो गई तो वो पलकें झपका सकते थे.

    एक सप्ताह में ही वो व्हील चेयर पर बैठने लायक हो गए थे.

    और अब इस सर्जरी के तीन महीने बाद वो अब अपनी ज़िंदगी जी रहे हैं.

    इस तरह के अन्य मरीज़ों की तरह ही हार्डिसन को पूरी ज़िंदगी एंटी रिजेक्शन दवा पर निर्भर रहना होगा ताकि उनके शरीर का प्रतिरोधी तंत्र उनके नए चेहरे को नुकसान न पहुंचाए.

    जिस एनवाईयू लैंगोन मेडिकल सेंटर में यह अभूतपूर्व सर्जरी हुई, वहां हार्डिसन को नियमित चेकअप के लिए जाना होगा.

    कुछ महीने बाद, जब उनके चेहरे की सूजन पूरी तरह ख़त्म हो जाएगी तो सर्जन एक और ऑपरेशन की योजना बना रहे हैं ताकि हार्डिसन की आंखों और मुंह से अतिरिक्त त्वचा को हटाया जा सके.

    रॉडरिगेस आगे एक ऐसे मरीज़ की तलाश में है, जिसे वो एक नया चेहरा दे सकें.

    चंद्रिमा – मित्रों हमारे पास कार्यक्रम का अगला पत्र आया है आदर्श श्रीवास रेडियो श्रोता संघ ग्राम लहंगाबाथा, पोस्ट बेलगहना, ज़िला बिलासपुर, छत्तीसगढ़ से क्लब के अध्यक्ष पारस राम श्रीवास और इनके सभी मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है ज़ंजीर (1973) फिल्म का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले ने गीतकार हैं गुलशन बावरा और संगीत दिया है कल्याण जी आनंद जी ने गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 6 – चक्कू छुरियां तेज़ करा लो....

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    चंद्रिमा – नमस्कार।

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