Web  hindi.cri.cn
    टी टाइम 150908 (अनिल और ललिता)
    2015-09-08 20:30:17 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः लीजिए दोस्तो, इसी के साथ प्रोग्राम का आगाज़ करते हैं। दोस्तो आज के प्रोग्राम में हम आपको अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के प्रो. चितरंजन मिश्र के साथ हुई बातचीत सुनवाएंगे।

    .....इंटरव्यू.....

    आप सुन रहे हैं, वर्धा विश्वविद्यालय के प्रो. चितरंजन मिश्र के साथ हुई बातचीत।

    दोस्तो, आपको इंटरव्यू कैसा लगा, हमें जरूर बताईएगा।

    अनिलः लीजिए दोस्तो, प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला शुरू करते हैं। ब्रिटेन में एक महिला ने अपने बदबूदार पति से परेशान होने के कारण उससे तलाक ले लिया। दोनों की शादी को सिर्फ 18 महीने ही हुए हैं लेकिन वह इस रिश्ते को बरकरार नहीं रख सकी।

    महिला ने दावा किया कि जब भी वह अपने पति के साथ जब बिस्तर में सोती थी तो उसे उल्टी जैसा महसूस होने लगता। इस बदबू की वजह से इस महिला को उससे बात करने में भी परेशानी होती थी।

    जब मामला कोर्ट में गया तो कोर्ट के डॉक्युमेंट्स भी इसी बात की पुष्टि करते दिखाई दिए। महिला के माता-पिता ने भी समस्या को सुलझाने की भरपूर कोशिश की लेकिन नाकाम रहे।

    महिला ने बताया कि जब उसके पति को मालूम हुआ कि उसने तलाक की अर्जी डाल रखी है, उसने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। वहीं उसके पति ने कहा है कि बदबू तो एक बहाना है वह किसी और के साथ रिलेशन में है जिसकी वजह से वह मेरे साथ रहना ही नहीं चाहती।

    इस खबर के साथ ही एक और रोचक खबर आई है नाइजीरिया के लागोस में ओलूफेड ऐडिकोया नाम के एक शख्स ने पिछले महीने अपनी पत्नी को देर से भोजन परोसने के कारण तलाक दे दिया है।

    ओलूफेड ऐडिकोया ने बताया कि वह 25 साल की अपनी पार्टनर से पूरी तरह तंग आ चुका था। 57 साल के पति ने आगे कहा कि मेरे पास ऐसी पत्नी को साथ रखने का कोई कारण ही नहीं जो मुझे भूखा रखे।

    ललिताः वहीं आस्ट्रेलिया में भेड़ से 40 किलो से भी ज्यादा ऊन निकाला गया। कैनबरा के बाहरी जंगलों में यह भेड़ सालों से भटक रही थी। इस भेड़ के शरीर पर बढ़ी ऊन निकालने में कही उसकी जान न चली जाए इसलिए कोई भेड़ से उन निकालने को तैयार नहीं हुआ।

    इसके बाद इयान इल्किंस ने इस काम को एक चैलेंज की तरह लिया। इयान इस काम में माहिर हैं और वे चार बार राष्ट्रीय चैम्पियन भी रह चुके हैं। अधिकारियों की माने तो यह भेड़ सामान्य भेड़ की अपेक्षा आकार में पांच गुणा बड़ा था।

    कैनबरा निवासियों ने इस झाड़ियों में घुमते हुए देखा और इसकी सूचना एनिमल वेलफेयर एजेंसी को दी।

    अनिलः अब तकनीक की बात करते हैं। कितना गुस्सा आता है न जब किसी मैच या भीड़भाड़ वाली जगह पर आप बहुत पीछे खड़े तो हैं और आगे का कुछ नहीं दिख रहा होता। आप बार बार उचकने की कोशिश करते हैं, कभी इधर कूदते हैं कभी उधर लेकिन बस एख झलक भर दिख पाती है। लेकिन अब इस परेशानी को दूर करने की एक उपकरण बन गया है।

    यह है आई टेलीपोर्टर यानि आंखों का टेलीपोर्टर। एक ऐसी मशीन जो आपकी आंखों को बिना अपनी जगह से हटाए ऐसे स्थानों तक पहुंचा देगा जहां साधारण तरीके से नहीं पहुंच पातीं।

    ललिताः टेलीपोर्टर वह मशीन होती है जो किसी चीज को वास्तविक रूप में एक जगह से हटाए बिना उसके गुण, ऊर्जा को दूसरे स्थान तक पहुंचा दे। यह मशीन आंखों के साथ भी ऐसा ही कुछ करती है।

    ऐसा नहीं है कि आपकी आंखों को कोई नुकसान होगा। दरअसल यह कार्डबोर्ड औऱ कुछ शीशों से बना यंत्र है जो आपको बिना झुके या उचके अलग अलग कोण यानि एंगल पर रखी चीजें दिखा देगा।

    अगर आप किसी ऊंची दीवार के पार देखना चाहते हैं तो बस इसे अपने सिर पर पहनिए और बिना उचके दीवार के उस पार की चीजें दिख जाएंगी।

    अनिलः अब प्रोग्राम में वक्त हो गया है, हेल्थ टिप्स का।

    दोस्तो, हमारे शरीर की तरह ही हमारे दिमाग में भी 75% पानी होता है। इसीलिए, जब शरीर में पानी की कमी होती है तो हमें धुंधला सा दिखने लगता है।

    जब भी हमारे दिमाग में कोई विचार आता है तो दिमाग के अंदर एक एक खास नेटवर्क सा बनने लगता है। एक जैसे विचार या घटनाएं उसी खास नेटवर्क को सक्रिय करते हैं।

    आपने भी कभी खुद को गुदगुदी करने की कोशिश की होगी लेकिन कोई असर नहीं हुआ होगा न! वह इसीलिए क्योंकि हमारा दिमाग हमारे स्पर्श को पहचानता है जबकि कोई दूसरा अगर अचानक गुदगुदी कर दे तो उसका असर होता है।

    कई बार होता है कि किसी को उबासी लेते देख हमें भी उबासी आ जाती है। वह इसीलिए क्योंकि दिमाग में कुछ शीशे की तरह काम करने वाले सेल होते हैं जो हमें दूसरों से जोड़ते हैं। यह वे सेल हैं जो हमें लोगों से मेल जोल बढ़ाने में मदद करते हैं।

    ललिताः आप लोग नीबू का इस्तेमाल तो करते होंगे, चलिए नीबू के बारे में ही बताते हैं।

    हर रोज सुबह-सुबह गुनगुना नींबू पानी पीने से आपका चेहरा और त्वचा दमकने लगेंगे। विटामिन सी से स्किन सॉफ्ट और हेल्दी बनती है। टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। इससे पाचन में मदद मिलती है। नींबू में मिनरल्स और विटामिन पाए जाते हैं, जो पाचन शक्ति बढ़ाते हैं।

    नींबू में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो सर्दी-जुकाम से लडऩे में मदद करता है। इसमें पाया जाने वाला पौटेशियम दिमाग और नर्वस सिस्टम को दुरुस्त रखता है। साथ ही इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल होता है।

    कई शोध में यह साबित हुआ है कि सुबह-सुबह नींबू पानी पीने से वजन कम होता है। इससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।

    हेल्थ टिप्स यही तक... दोस्तो, इसी के साथ प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यही संपन्न होता है। शुक्रिया।

    अनिलः दोस्तो, अब प्रोग्राम में समय हो गया है, श्रोताओं की टिप्पणी शामिल करने का। हमेशा की तरह आज के प्रोग्राम में भी हमें कई श्रोताओं ने ई-मेल और पत्र भेजे हैं।

    चलिए अब शुरू करते हैं, पत्र पढ़ने का सिलसिला।

    सबसे पहला ई-मेल हमें भेजा है अल्मोड़ा, उत्तराखंड से वीरेंद्र सिंह मेहता ने, लिखते हैं कि मैंने पिछला अंक इंटरनेट पर सुना। अनिल जी और वेइतुंग जी द्वारा प्रस्तुत प्रोग्राम जानकारियों से भरा था। साथ ही प्रो. चिन तिंग हान के साथ इंटरव्यू बहुत अच्छा लगा। इससे जाहिर होता है कि चीन के लोग कितनी मेहनत करते हैं। आगे लिखते हैं कि आजकल मेरे पेपर चल रहे हैं, इसलिए ज्याद लेटर नहीं लिख पा रहा हूं। मैं ई-मेल के साथ सवाल जवाब भी भेज रहा हूं। धन्यवाद।

    धन्यवाद वीरेंद्र जी, हमें ई-मेल भेजने के लिए। उम्मीद करते हैं कि आप एग्ज़ाम में बहुत अच्छे मार्क्स लेकर पास हों। शुक्रिया।

    ललिताः अगला पत्र भेजने वाले हैं, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल। लिखते हैं कि साप्ताहिक "टी टाइम" के आज के अंक में चीन में हिन्दी के चितेरे परमपूज्य प्रोफ़ेसर चिन तिंग हान को नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा उच्च साहित्यिक सम्मान से नवाज़े जाने का समाचार मन को उत्साह से भर गया। प्रेमचन्द के उपन्यास "निर्मला" और गोस्वामी तुलसीदास कृत "रामचरित मानस" को चीनी भाषा में अनूदित करने वाले प्रोफ़ेसर को ईश्वर और लम्बी उम्र बख्शें, यही प्रार्थना है। कार्यक्रम में चिन तिंग हान से बातचीत सुनवाने हेतु हार्दिक धन्यवाद, परन्तु इस संक्षिप्त बातचीत से मन नहीं भरा। यह जानकर प्रसन्नता हुई कि हिन्दी का अध्ययन करने वालों के सहायतार्थ प्रोफ़ेसर हान ने पेइचिंग विश्वविद्यालय में एक लाख युआन का अनुदान दिया है। कार्यक्रम में नेशनल बुक ट्रस्ट अध्यक्ष बलदेव शर्मा से ली गई महती भेंटवार्ता सुनवाने के लिये भी हार्दिक साधुवाद। मुझे हिन्दी को कठिन भाषा कहने वालों के लिये शर्माजी द्वारा दिया गया उत्तर काफी सटीक लगा। फ़ेसबुक पर विश्व के प्रत्येक सात व्यक्तियों में से एक के जुड़ने की जानकारी कितनी प्रामाणिक है, यह कहना कठिन है। सम्भव है कि श्री जुकरबर्ग का दावा सही हो। चियरलीडर्स का इस्तेमाल करती चीनी कम्पनियों सम्बन्धी जानकारी भी काफी सूचनाप्रद लगी। ऑस्ट्रिया में एक नन्हीं बच्ची को दुर्घटना के लिये ज़िम्मेदार ठहराते हुये उस पर मुक़दमा किये जाने की बात सुन कर हैरत हुई। भोपाल में दस सितम्बर से शुरू होने वाले दसवें विश्व हिन्दी सम्मलेन तथा हेल्थटिप्स में नारियल तेल की उपादेयता सम्बन्धी जानकारी भी अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी। आज पेश चुटकुले सामान्य स्तर के रहे। धन्यवाद एक संतुलित प्रस्तुति के लिये।

    धन्यवाद सुरेश जी।

    अनिलः श्रोताओं के पत्र पढ़ने का सिलसिला जारी है। लीजिए पेश है, भावनगर गुजरात से मकवाना विशाल कुमार धीरूभाई का पत्र। उन्होंने लिखा है, आपके प्रोग्राम में लगातार निखार आता जा रहा है। आज के टी-टाइम में प्रो. चिन तिंग हान के बारे में विशेष जानकारी दी गई। साथ ही डॉ. बलदेव शर्मा जी से बातचीत भी सुनवाई गई। काफी अच्छी लगी। वहीं फेसबुक और छह साल की मासूम बच्ची पर लगाए गए आरोप ने मुझे आश्चर्य में डाल दिया। हेल्थ टिप्स में नारियल के औषधीय गुणों के बारे में बताया गया। मैं आपको एक शानदार प्रोग्राम के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।

    ललिताः लीजिए अब पेश है, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु जी का पत्र। वे लिखते हैं कि प्रोग्राम की शुरुआत में हिंदी विद्वान तथा पेइचिंग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रह चुके चिन दिंग हान के साथ अनिल जी की बातचीत के मुख्य अंश हमें सुनने को मिले। हम सभी के लिए यह बहुत ही ख़ुशी और गर्व की बात है। गत 27 अगस्त को पेइचिंग में उन्हें भारतीय साहित्य अकादमी के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया था। एक साधारण आदमी होकर इतने महान व्यक्ति के बारे में कुछ बोलने का अधिकार मुझे नहीं है। मैं सिर्फ यह बोलना चाहता हूं कि प्रो. चिन दिंग हान भारतीय जनता और चीनी जनता के बीच मैत्री का एक महा पुल हैं। जिन्होंने भारतीय संस्कृति को हिंदी भाषा के माध्यम से चीनी जनमानस तक पहुंचाने का बेहतरीन काम किया है। मैं उन्हें नमन करता हूं। वहीं भारत और चीन के बीच साहित्यिक आदान-प्रदान विषय पर नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमेन डा. बलदेव शर्मा से ली गई इंटरव्यू सुनवाने हेतु हार्दिक धन्यवाद।

    आज सुना है कि एक अरब लोगों को जोड़कर फेसबुक ने इतिहास रचा दिया जो फेसबुक के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। चीनी टेक कंपनियों ने कर्मचारियों के मेंटल हेल्थ को तरोजाता बनाएं रखने के लिए चीयरलीडर्स हायर कर रही है। वहीं ऑस्ट्रिया में एक 6 वर्ष की बच्ची पर 38 हजार डॉलर का मुकदमा दायर किया जाना मेरे समझ के परे है।

    हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है। भारत के नवजागरण के अग्रदूत राजा राममोहन राय ने कहा था कि "इस समग्र देश की एकता के लिए हिंदी अनिवार्य है"। यह बहुत ही ख़ुशी की बात है कि मध्य प्रदेश सरकार की सहभागिता से 10-12 सितंबर, 2015 तक दसवां विश्व हिंदी सम्मेलन भोपाल शहर के लाल परेड मैदान में आयोजित किया जा रहा है। दुःख की बात यह है कि हमारे पश्चिम बंगाल के ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में हिंदी नहीं सिखायी जाती है। आज हेल्थ टिप्स में त्वचा के लिए जादूगर नारियल तेल का फ़ायदा बताने के लिए शुक्रिया।

    अनिलः अगला ई-मेल हमें भेजा है, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू ने।

    लिखते हैं कि प्रोग्राम में प्रो. चिन दिंग हान के बारे में बताया गया, साथ ही नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमेन और पत्रकारिता में तीन दशक से अधिक समय से सक्रिय डा. बलदेव भाई शर्मा के साथ साक्षात्कार भी सुनया जाना अच्छा लगा। यह कहना होगा कि 85 साल की उम्र में भी प्रो. चिन दिंग हान हिंदी के लिए समर्पित हैं!

    प्रोग्राम में दी गई जानकारी के अलावा श्रोताओं के कमेंट भी पसंद आए। शानदार प्रोग्राम पेश करने के लिए आपकी पूरी टीम को धन्यवाद! आज के तीनों जोक्स भी काफी उम्दा थे। धन्यवाद स्वीकार करें।

    इसी के साथ प्रोग्राम में श्रोताओं के कमेंट यही समाप्त होते हैं। उम्मीद करते हैं कि आप आने वाले समय में भी हमारा उत्साह यूं ही बढ़ाते रहेंगे। फिर से आप सभी का धन्यवाद।

    अब प्रोग्राम में समय हो गया है, हंसगुल्लों का।

    जोक्स...

    1.

    संता- बंता, मैं जो कविता अब सुनाने जा रहा हूं , उसका शीर्षक है 'आग, पानी और धुआँ।'

    बंता- तो एक शब्द में क्यों नहीं बोलता कि हुक्का है।

    2.

    पति (दर्द से कराहते हुए)- सुनो, मेरे सीने में बहुत तेज दर्द हो रहा है। दौरा पड़ा है शायद। डॉक्टर को जल्दी फोन करो।

    पत्नी- मोबाइल का पासवर्ड क्या है?

    पति- ऐसा करो, रहने दो। अब कुछ अच्छा फील हो रहा है। शाम को दिखा देंगे।

    3.

    टीचर- एक टोकरी में 10 आम थे, तीन सड़ गए तो कितने आम रहे।

    छात्र-10

    टीचर- वह कैसे

    छात्र- जो सड़ गए वो भी तो आम ही रहेंगे। सड़ने से केले थोड़ी बन जाएंगे।

    वह छात्र आज वकील है।

    आज के प्रोग्राम में हंसगुल्ले आपको कैसे लगे, हमें जरूर बताइएगा। धन्यवाद।

    अब सवाल जवाब की बारी है। पिछले हफ्ते हमने दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवाल था- विश्व हिंदी दिवस कब मनाया जाता है।

    सही जवाब है- दस जनवरी।

    दूसरा सवाल था- हाल में किस देश के विद्वान को साहित्य अकादमी ने मानद सदस्यता से सम्मानित किया। उनका क्या नाम है।

    सही जवाब है- प्रो. चिन तिंग हान, चीन में हिंदी के जाने माने प्रोफेसर रहे हैं।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, अल्मोड़ा, उत्तराखंड से वीरेंद्र सिंह मेहता, भावनगर गुजरात से विशाल कुमार धीरूभाई, भागलपुर बिहार से डॉ. हेमंत कुमार, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू,पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु, देवाशीष गोप और केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अब आज के सवालों का वक्त हो गया है।

    पहला सवाल है- किस देश में एक भेड़ के शरीर से 40 किलो. ऊन निकाला गया है।

    दूसरा सवाल है- हमारे दिमाग में कितना प्रतिशत पानी होता है।

    सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए। .....हमारा ईमेल है..... hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है.....hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक आप चाय पीते रहिए, नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाई च्यान।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040