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    टी टाइम 150825 (अनिल और ललिता)
    2015-08-25 19:41:26 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः लीजिए दोस्तो, इसी के साथ प्रोग्राम का आगाज़ करते हैं। दोस्तो, जैसा कि आप जानते हैं कि इन दिनों भारतीय युवाओं का एक दल चीन के दौरे पर हैं, इस दल में 200 युवा शामिल हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह दल चीन की राजधानी पेइचिंग के अलावा शांगहाई, क्वांगचो, शीआन व हांगचो जाएगा। वैसे चीन और भारत के बीच युवाओं के आदान-प्रदान का सिलसिला कई वर्षों से चला रहा है, हर वर्ष भारत के युवा चीन दौरे पर आते हैं, जबकि चीनी युवा भी इसी क्रम में भारत पहुंचते हैं। इस तरह दोनों देशों के युवाओं को एक-दूसरे के बारे में जानने और समझने का मौका मिलता है।

    पिछले शुक्रवार को दल के कुछ सदस्य सीआरआई के दफ्तर पहुंचे, जिनमें भारतीय नेहरू युवा केंद्र संगठन के महानिदेशक मे.जनरल दिलावर सिंह भी शामिल थे।

    मुझे दिलावर सिंह के साथ इंटरव्यू करने का मौका मिला। हम आज के प्रोग्राम में उनके साथ ही हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश कर रहे हैं।

    लीजिए पेश है, दिलावर सिंह के साथ बातचीत।

    .....बातचीत के बीच में एक गाना.....

    आप सुन रहे हैं, मे.जनरल दिलावर सिंह के साथ चर्चा।

    .......इंटरव्यू समाप्त......

    दोस्तो, आपको यह बातचीत कैसी लगी, हमें जरूर बताइगा। हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा। धन्यवाद।

    लीजिए अब प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हुए जानकारी पेश करते हैं।

    अनिलः दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल को युवा भारतीय मूल के लड़के अनमोल ने चुनौती दी है। असल में यह 16 साल का लड़का गूगल की स्पीड को चुनौती देने जा रहा है।

    भारतीय मूल के कनाडा निवासी अनमोल टुकरेल का दावा है कि उन्होंने एक ऐसा सर्च इंजन डिजाइन किया है, जो गूगल से 47 परसेंट ज्यादा एक्यूरेट है, जबकि सामान्य तौर पर देखा जाए, तो यह 21 प्रतिशत तक सटीक है। कनाडा के टोरंटो के होली ट्रिनिटी स्कूल के छात्र अनमोल का कहना है कि वह तीसरी क्लास में ही कोड करना सीख गए थे और उन्होंने गणित और कोडिंग साथ-साथ सीखी। उन्होंने कहा, 'मेरी कप्यूटर टीचर प्रोजेक्ट से काफी खुश थीं। मैंने कप्यूटर साइंस में एक साल स्किप किया है, इसलिए उन्हें मालूम है कि मैं अच्छा हूं, लेकिन यह कर पाऊंगा, उन्हें अंदाजा नहीं था। उनके दावे पर यकीन करने के लिए उन्होंने टेस्ट केसेज का एक लिंक भी ऑनलाइन कर दिया है।

    उनका दावा है कि यह खोज एलगोरिद्म के दूसरे हिस्से को पूरा करता है यानी यह समझता है कि यूजर की पसंद क्या होगी और फिर टेक्स्ट के कंटेंट में जाकर उसका मतलब समझकर फिर उसे यूजर की पर्सनैलिटी से मैच करता है, तब रिजल्ट दिखाता है।

    आपको कैसा लगा, इस बारे में जानकर हमें बताइएगा।

    दोस्तो आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि आपकी चेयर आपकी सबसे बड़ी दुश्मन हो सकती है। रिसर्चर सिटिंग या बैठे रहने को न्यू स्मोकिंग बता रहे हैं। यानी कि लगातार बैठे रहना स्मोकिंग से भी ज्यादा खतरनाक है। घंटों सोफे या चेयर पर बैठे रहने से डायबिटीज, हार्ट डिजीज और अर्ली डेथ का खतरा बढ़ जाता है। अगर हम रोजाना 11 घंटे या उससे अधिक समय तक बैठे रहते हैं, तो अगले तीन वर्षों में हमारी मौत की सम्भावना बढ़ जाती है। ऑस्ट्रेलिया में शोधकर्ताओं द्वारा हाल में किए गए एक अध्ययन से यह जानकारी सामने आई।

    अध्ययन के परिणाम दर्शाते हैं कि शारीरिक क्रियाएं बहुत लाभदायक हैं। कम समय तक बैठने वाले सक्रिय लोगों के समूह की तुलना में अधिकतर वक्त बैठे रहने वाले निष्क्रिय लोगों के समूह में तीन वर्षों के भीतर मरने का खतरा दोगुना पाया गया। निष्क्रिय लोगों में भी अधिक बैठने वालों में कम बैठने वालों की तुलना में मौत का खतरा एक तिहाई अधिक पाया गया। यह शोध कार्डियोवस्कुलर रिसर्च नेटवर्क द्वारा कराया गया। निष्क्रियता हृदय रोगों का सबसे बड़ा कारण है। इसकी वजह से दुनियाभर में एक वर्ष में 1 करोड़ 70 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवाते हैं।

    लीजिए अब रोजगार संबंधी बात सूचना से आपको रूबरू करवाते हैं। शायद आप में से कुछ ऐसे लोग भी होंगे जो रेलवे में काम करना चाहते हैं। जी हां रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से ली जाने वाली भर्ती परीक्षाओं में अब व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा। परीक्षार्थियों की सहूलियत के लिए आरआरबी ने तय किया है कि अब जिस प्रदेश या शहर से परीक्षार्थियों के ज्यादा आवेदन आएंगे, उसी राज्य में भर्ती परीक्षा का केंद्र बना दिया जाएगा।

    इस व्यवस्था से परीक्षार्थियों को दूर दराज वाले शहरों में जाने से निजात मिलेगी और वहां होने वाली परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा। आरआरबी सिकंदराबाद हो या फिर इलाहाबाद, चेन्नई भर्ती बोर्ड हो या चंडीगढ़।

    अभी तक देश के सभी भर्ती बोर्ड अपने-अपने राज्यों में ही तमाम भर्ती परीक्षाएं आयोजित कराते आए हैं। इस वजह से उन परीक्षार्थियों को खासी दिक्कत होती थी जिनके परीक्षा केंद्र उनके शहर के सैकड़ों किलोमीटर दूर बनाये जाते थे।

    है ना वाकई बड़ी खुशखबरी।

    ललिताः अब वक्त हो गया है, श्रोताओं की टिप्पणी का, हमेशा की तरह हमें आज भी कई लिस्नर्स के लैटर और ई-मेल प्राप्त हुए हैं, लीजिए पेश हैं...सबसे पहला ई-मेल आया है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का।

    लिखते हैं कि "टी टाइम" की शुरुआत में भारत के 69 वें स्वतंत्रता दिवस की चर्चा के साथ किया जाना काफी अच्छा लगा। तत्पश्चात वियतनाम के एक शख़्स को विगत 42 वर्षों से नींद न आने तथा चीन में एक प्रेमी द्वारा उसकी प्रेमिका से कोई और प्यार न करने लगे, इस भय से खिला-खिला कर दो साल में उसका वज़न 45 किलोग्राम से नब्बे किलोग्राम किया जाना, वास्तव में अचम्भित कर गया। खेल समाचारों में आज विश्व बैडमिंटन में सायना नेहवाल को रजत तथा क्रिकेट में श्रीलंका के हाथों भारत की शर्मनाक पराजय का समाचार देने हेतु धन्यवाद। हेल्थटिप्स में, यद्यपि ताली बजाने का स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ने सम्बन्धी जानकारी आप पहले भी दे चुके थे, फिर भी उक्त जानकारी काफी महत्वपूर्ण लगी। एक्यूप्रेशर का ज़िक्र किया जाना भी सर्वथा उचित जान पड़ा। मनोरंजन सेगमेण्ट में कालजेयी फ़िल्म "शोले" के चालीस वर्ष पूरे होने के अवसर पर उसकी चर्चा किया जाना लाज़िमी था, जो कि आपने किया। हंसगुल्लों में भाईचारे के प्रयोग वाला जोक बहुत पसन्द आया। धन्यवाद।

    धन्यवाद सुरेश अग्रवाल जी, हमें ई-मेल भेजने के लिए।

    अनिलः दूसरा पत्र भेजा है, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु ने। उन्होंने लिखा है कि 18 अगस्त का "टी टाइम" प्रोग्राम बहुत अच्छा लगा। आपने स्वतंत्रता दिवस पर निबंध सुनाया। साथ ही यह भी जानने को मिला कि दुनियाभर में 15 अगस्त को भारतीय मिशनों में राजदूतों ने तिरंगा झंडा फहराया।

    पता चला कि वियतनाम के नॉन सोंग जिले में रहने वाला नगोक नाम का एक शख्स 42 वर्षो से 'इनसोम्निया' बीमारी के कारण नही सोया है, जो आश्चर्यजनक लेकिन दुखद लगा। वहीं दक्षिणी चीन के क्वांगतोंग प्रांत के एक रोमांटिक प्रेमी यू पान ने अपनी प्रेमिका येन ताइ को हमेशा अपने साथ रखने के लिए जो अनोखे उपाय का सहारा लिया वह मुझे दिलचस्प लगा। मुझे इस पर अंग्रेजी की एक कहावत याद आई- "all's fair in love and war"।

    वहीं सायना नेहवाल ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचकर पहली भारतीय खिलाड़ी होने का इतिहास तो रच दिया लेकिन उनका विश्व चैंपियन बनने का सपना विश्व की नंबर एक खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मारिन के हाथों पराजय के साथ टूट गया। फिर भी रजत पदक जीतने पर सायना नेहवाल को बधाई!

    रवि शंकर जी आपका भी शुक्रिया।

    ललिताः वहीं दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू ने भी हमें मेल भेजा है। लिखते हैं कि स्वतंत्रता दिवस पर दी गई जानकारी अच्छी लगी। जबकि दक्षिणी चीन के ग्वांगतोंग प्रांत में मोहब्बत करने वाले एक व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका को इतना खिलाया कि महज 2 साल में उसका वजन 45 किलो से बढ़कर 90 किलो यानी दोगुना हो गया। साथ ही प्रोग्राम में पेश दूसरी जानकारी भी अच्छी लगी।

    भागलपुर बिहार से डॉ. हेमंत कुमार ने भी हमें ई-मेल भेजा है।

    सुलतानपुर यूपी से राजेश कुमार मिश्रा ने ई-मेल भेजकर टी-टाइम प्रोग्राम की तारीफ की है। लिखते हैं कि मुझे आपका प्रोग्राम अच्छा लगता है।

    विराटनगर नेपाल से उमेश रेग्मी ने भी लैटर लिखा है।

    आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया।

    अनिलः अगला मेल आया है, भावनगर गुजरात से मकावाना विशाल धीरूभाई का। लिखते हैं कि हर बार की तरह इस बार का टी-टायम प्रोग्राम सुना। प्रोग्राम की शुरुआत में आपने जो जानकारी दी, अच्छी लगी, देशभक्तों को याद करने का अंदाज कोई आपसे सीखे। वहीं खेल की खबरों की सायना नेहवाल की उपलब्धि पर चर्चा अच्छी लगी। हेल्थ टिप्स में दी गई जानकारी को फॉलो करने से हमारा शरीर स्वस्थ रह सकता है। प्रोग्राम में पेश हंसगुल्ले को चार चांद लगा गए।

    वहीं पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप ने भी हमें पत्र भेजा है।

    आप सभी श्रोताओं का धन्यवाद, उम्मीद करते हैं कि आगे भी आप इसी तरह हमारे प्रोग्राम के बारे में टिप्पणी भेजते रहेंगे।

    दोस्तो, अब टायम हो गया है, जोक्स यानी हंसुगल्लों का। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव से छुटकारा पाने के लिए हंसगुल्ले बड़े काम के काम के हो सकते हैं। लीजिए पेश हैं, तीन हंसगुल्ले

    1.

    पत्नी- मैं तुम्हें कितनी अच्छी लगती हूं?

    पति- बहुत ही ज्यादा।

    पत्नी- कितनी?

    पति- इतनी कि दिल करता है तुम जैसी दो-तीन और ले आऊं।

    2.

    गर्लफ्रेंड- मैं अपना पर्स घर पर भूल आई, मुझे 1000 रुपये की जरूरत है।

    बॉयफ्रेंड - कर दी न छोटी बात, पगली यह ले... 10 रुपये। अभी रिक्शा करके घर जा और पर्स ले आ।

    गर्लफ्रेंड बेहोश

    3.

    भिखारी (पिंकी से)- मैडम एक रुपया दे दो।

    पिंकी- शर्म नहीं आती, इतने स्मार्ट, खूबसूरत, हैंडसम जवान लड़के हो और भीख मांगते हो?

    भिखारी (खुश होकर)- ठीक है तो फिर एक झप्पी ही दे दो।

    आज के प्रोग्राम में हंसगुल्ले आपको कैसे लगे, हमें जरूर बताइएगा। धन्यवाद।

    अब सवाल जवाब की बारी है। पिछले हफ्ते हमने दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवाल था- कितने घंटे की नींद स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी होती है।

    सही जवाब है- सात घंटे की।

    दूसरा सवाल था- सायना नेहवाल हाल में किस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची।

    सही जवाब है- वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी सायना नेहवाल।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, भावनगर गुजरात से विशाल कुमार धीरूभाई, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, भागलपुर बिहार से डॉ. हेमंत कुमार, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल , विराट नगर नेपाल से उमेश रेग्मी, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु, विधान चंद्र सान्याल, उदित शंकर और देवाशीष गोप, सुलतानपुर यूपी से, राजेश कुमार मिश्रा आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अब आज के सवालों का वक्त हो गया है।

    पहला सवाल है- गूगल को किसने चुनौती दी है, उसका क्या नाम है।

    दूसरा सवाल है- चेयर यानी कुर्सी पर देर तक बैठने के घातक परिणाम का खुलासा किस देश के शोधकर्ताओं ने किया है।

    सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक आप चाय पीते रहिए, नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाई च्यान

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