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    टी टाइम 150803 (अनिल और वेइतुंग)
    2015-08-18 09:54:02 cri

    टी-टाइम 18 अगस्त

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः सबसे पहले आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। दोस्तो, देश 15 अगस्त 1947 को अंगरेजों की गुलामी से मुक्त हुआ। आज़ादी की 69 वीं वर्षगांठ पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 86 मिनट लंबा भाषण दिया। साथ ही उन्होंने भारत की तिरंगा झंडा भी फहराया। जबकि भारत के हर राज्य में भी झंडा फहराया गया।

    दोस्तो, इस मौके पर हम आपके लिए पेश है यह जानकारी, जो किसी ने निबंध के रूप में लिखा था।

    आजादी यह एक ऐसा शब्द है जो प्रत्येक भारतवासी की रगों में खून बनकर दौड़ता है। स्वतंत्रता हर मनुष्य का जन्मसिद्ध अधिकार है। तुलसीदास जी ने कहा है 'पराधीन सपनेहुं सुखनाहीं' अर्थात्‌ पराधीनता में तो स्वप्न में भी सुख नहीं है। पराधीनता तो किसी के लिए भी अभिशाप है।

    जब हमारा देश परतंत्र था उस समय विश्व में हमारी किसी प्रकार की कोई इज्जत नहीं थी। न हमारा राष्ट्रीय ध्वज था, न हमारा कोई संविधान था।

    आज हम स्वतंत्र हैं तथा पूरे विश्व में भारत की एक पहचान हैं। हमारा संविधान आज पूरे विश्व में एक मिसाल है। जिसमें समस्त देशवासियों को समानता का अधिकार है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज भी प्रेम, भाईचारे व एकता का प्रतीक है। हालांकि इस दौरान कुछ विवाद भी पैदा हुआ।

    पंजाब के कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने उल्टा झंडा फहराया। जब मजीठिया भाषण दे रहे थे उस समय भी झंडा उल्टा ही रहा और जब समारोह समाप्त होने जा रहा था तब इसे सीधा फहराया गया। बाद में मीडिया ने जब गड़बड़ी करने के बारे में सवाल किया तो मजीठिया ने बताया कि इसके बारे में जिला प्रशासन को जवाब देना चाहिए कि ऐसा कैसे हो गया।...

    वेइतुंगः वैसे इस मौके पर भारत सहित दुनियाभर में शनिवार को भारतीय मिशनों में राजदूतों ने तिरंगा फहराया। ऑस्ट्रेलिया में सैकड़ों भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाने तथा ध्वजारोहण में शामिल होने के लिए मेलबर्न के ऐतिहासिक फेडरेशन स्क्वायर भवन में पहुंचे।

    उच्चायुक्त नवदीप सूरी ने बॉलीवुड स्टार अनिल कपूर समेत कई गणमान्य व्यक्तियों एवं अन्य व्यक्तियों की उपस्थिति में तिरंगा फहराया। इस मौके पर सूरी ने कहा कि ऐतिहासिक फेडरेशन स्क्वायर पर झंडा फहराना ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीयों के लिए बड़े गर्व की बात है।

    कपूर ने कहा कि फेडरेशन स्क्वायर पर भारतीय ध्वज फहराना हमारे लिए बहुत भावनात्मक पल है। बैंकाक में थाइलैंड में भारत के राजदूत हर्षवर्द्धन श्रीसंगला ने भारतीय मिशन में तिरंगा फहराया। इस मौके पर 750 भारतीय और भारतीय मूल के थाई नागरिक मौजूद थे। श्रंगला ने राष्ट्रपति का भाषण पढ़कर सुनाया और उसके बाद स्कूली बच्चों ने देशभक्ति के गाने गाए।

    भारतीय राजदूतों ने आसियान देशों में तिरंगा फहराया। म्यांमार, सिंगापुर, मलेशिया, वियतनाम, फिलीपीन, लाओस, कंबोडिया और इंडोनेशिया में भारतीय मिशनों में स्वतंत्रता दिवस समारोह में बड़ी संख्या में भारतीय शामिल हुए।

    अनिलः

    आप सभी को एक बार स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। आपने 15 अगस्त का खास दिन कैसे बिताया, हमें जरूर बताइएगा। वैसे आज के प्रोग्राम में हम आपके लिए देशभक्ति से जुड़े गीत पेश कर रहे हैं।

    चलिए दोस्तो, प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हैं और सुनते हैं ये जानकारी। वैसे डॉक्टर्स लोगों को हमेशा अच्छी नींद लेने की सलाह देते हैं। स्वस्थ रहने के लिए एक व्यक्ति को कम से कम 7 घंटे जरूर सोना चाहिए। पर्याप्त नींद लेने से शरीर और मस्तिष्क दोनों ही स्वस्थ रहते हैं। लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो पिछले 42 वर्षों से सोया ही नहीं है।

    हम बात कर रहे हैं वियतनाम के नॉन सोंग जिले में रहने वाले नगोक नाम के इस शख्स की जो पिछले 42 वर्षों से लगातार जाग रहा है। नगोक ने बताया कि 1973 में उसे एक बार बुखार हो गया था, जिसके बाद से उसे कभी नींद ही नहीं आई। नगोक ने जब अपनी परेशानी को लेकर डॉक्टर्स से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि इस बीमारी को 'इनसोम्निया' कहते हैं।

    नगोक ने बताया, 'शुरू में नींद नहीं आने से बहुत परेशानी होती थी लेकिन अब आदत पड़ गयी है, समय बिताने के लिए कभी कोई काम करने लगता हूं या फिर चाय के सहारे टाइम पास करता हूं।'

    डॉक्टरों का कहना है कि 'इनसोम्निया' बीमारी के कारण लोगों को रात को नींद नहीं आती यह बीमारी दुनिया में बहुत ही कम लोगों को होती है।

    वेइतुंगः दक्षिणी चीन के ग्वांगदोंग प्रांत में मोहब्बत करने वाले एक व्यक्ति ने गजब कारनामा कर दिखाया है। मोहब्बत में पूरी तरह से डूब चुके एक व्यक्ति के जहन में जब प्रेमिका को खोने का डर सताया तो उसने वो किया, जो शायद ही कोई सोचे। उसने अपनी खूबसूरत प्रेमिका को इतना मोटा कर दिया कि कोई युवक उसे पसंद ही ना करे।

    दरअसल, अपनी गर्लफ्रेंड यान ताई से बेइंतहा प्यार करने वाले यू पान को बेहद डर था कि कोई और उसका आशिक ना बन जाए और वो भी उसे छोड़कर किसी दूसरे से आकर्षित होकर उसकी ना हो जाए। इसी मनोदशा के चलते उसने अपनी प्रेमिका को इतना खिलाया कि महज 2 साल में उसका वजन 45 किलो से बढ़कर 90 किलो यानी दोगुना हो गया।

    यु पान की इस हरकत की कुछ लोगों ने आलोचना की तो कुछ ने इसे सच्चा प्यार कहा। फिलहाल ये मामला सुर्खियो में तब आया जब प्रेमी ने प्रेमिका की एक तस्वीर को सोशल साइट पर डाला।

    अनिलः अब लीजिए पेश है, खेल की खबरें। भारतीय बैडमिंटन प्लेयर सायना नेहवाल वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप खिताब जीतने से चूक गई।

    उन्हें वर्ल्ड की नंबर वन बैडमिंटन प्लेयर कैरोलिन मॉरिन ने फाइनल में 21-16, 21-19 से शिकस्त देकर गोल्ड मेडल जीता। सायना इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी है।

    बता दें कि इससे पहले सायना नेहवाल और कैरोलिन मॉरिन के बीच चार बार आमना-सामना हुआ था, जिसमें से तीन बार सायना को जबकि मॉरिन को एक बार जीत नसीब हुई हैं।

    लेकिन वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिन में सानिया की हार से दूनिया की नंबर दो बैडमिंटन प्लेयर और कैरोलिन के बीच जीत हार का आंकड़ा 3-2 का रह गया है।

    फाइनल में कैरोलिन मॉरिस से हारने के साथ ही सायना को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वैसे वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का यह 5वां पदक है।

    आपको बता दें कि पीवी सिंधु ने 2013 और 2014 में इस टूर्नामेंट का कांस्य पदक जबकि 2011 में ज्वाला गट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने डबल्स का कांस्य पदक जीता था। वहीं 1983 में प्रकाश पादुकोण वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे।

    वहीं..

    रंगना हेराथ की करिश्माई गेंदबाजी (48/7) की बदौलत श्रीलंकाई टीम ने पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया को 64 रनों से शिकस्त देकर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है।

    पहले तीन दिन भारतीय टीम ने जहां श्रीलंकाई टीम पर दबदबा बनाया था, वहीं चौथे दिन श्रीलंकाई गेंदबाज लय में लौटते हुए भारतीय बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली और टीम इंडिया की दूसरी पारी को 112 रनो पर समेट दिया।

    टीम इंडिया शुक्रवार के स्कोर 23/1 से आगे खेलने चौथे दिन यानि शनिवार को जब खेलने उतरी तो किसी भारतीय फैंस को उम्मीद नहीं थी कि भारतीय बल्लेबाज इस तरह श्रीलंकाई गेंदबाजों के आगे घुटने टेक देंगे।

    इससे पहले टीम श्रीलंका ने टॉस जीतकर बैटिंग करते हुए पहली पारी में 183 रन बनाए जवाब में टीम इंडिया ने पहली पारी में 375 रन बनाकर 192 रनों की ली़ड ली।

    वेइतुंगः लीजिए समय हो गया है हेल्थ टिप्स का।

    किसी भी मौके पर ताली बजाना हम सब की जिंदगी का हिस्सा है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ताली बजाने से शरीर के रोगों को भी दूर भगाया जा सकता है। दिन में सिर्फ 15 सेकंड ताली बजाने व तलवों को नियमित रूप से पत्थर से रगडऩे सेे व्यक्ति खुद को रोगमुक्त रख सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में...

    व्यक्ति की हथेलियों व तलवों में शरीर के सभी अंगों के बिंदु होते हैं, जिन्हेंं दबाकर कई तरह के रोगों को दूर किया जा सकता है। जब हम ताली बजाते हैं तो हमारे शरीर का तापमान बढऩे लगता है जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। इसके अलावा अंगूठे के नीचे का स्थान दबने से रक्त की थैलियां खून को विपरीत दिशा में संचारित करती हैं जिससे धमनियों में किसी भी प्रकार की रुकावट दूर होती हैै। हृदय संबंधी परेशानियों में लाभ मिलता है।

    इससे पूरे शरीर में कंपन होता है व वात, पित्त और कफ का संतुलन बना रहता है। इसी तरह पैर के तलवों को पत्थर से थोड़ी देर रगडऩे पर एक्यूप्रेशर पॉइंट्स में दबाव बनता है जो कई रोगों से मुक्ति दिलाता है। इस उपचार में किसी प्रकार का कोई खर्च भी नहीं होता।

    सी धे हाथ की पहली अंगुली यानी तर्जनी को दूसरे हाथ की हथेली पर चार बार जोर-जोर से चोट करें। उसके बाद तर्जनी व मध्यमा दोनों को साथ में लेकर चार बार ऐसा करें। इसी प्रकार तीन अंगुलियों को साथ में लेकर फिर चारों अंगुलियों को मिलाकर ऐसा करें, अंत में दोनों हाथों से ताली बजाएं। इस दौरान आंखों को बंद रखें।

    ताली बजाने के बाद दोनों हाथ गर्म व ऊर्जावान हो जाते हैं। ऐसे में ताली बजाने के बाद गहरी सांस भरते हुए मध्यमा अंगुली से आंखों को छूते हुए हाथ धीरे-धीरे नीचे की ओर ले जाएं। ऐसा करने से आंखों व चेहरे पर चमक बढ़ती है।

    15 सेकंड की ताली की ऊर्जा रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत कर देती है जिससे शरीर को तमाम रोगों से लडऩे में मदद मिलती है।

    ताली बजाने के भी कुछ नियम होते हैं। हमेशा आसन पर खड़े होकर या पैरों में जूते पहनकर ही ताली बजाएं। जमीन पर नंगे पैर ऐसा करने से शरीर में उत्पन्न ऊर्जा जमीन में समाकर नष्ट हो जाती है। कई बार ताली बजाने से हाथों के फटने की समस्या होने लगती है इससे बचने के लिए हाथों में सरसों, नारियल या कोई अन्य तेल लगा सकते हैं।

    अनिलः फिल्म की बात करते हैं....दोस्तो आप शोले फिल्म के बारे में तो जानते होंगे....चलिए

    सलीम ख़ान कहते हैं कि सब मुझसे कहते हैं सलीम साब क्या डायलॉग लिखा है आपने- 'होली कब है?' या फिर- 'कितने आदमी थे?' 'शोले' में हमने और बहुत शानदार डायलॉ़ग लिखे थे जैसे- 'जानते हो दुनिया का सबसे बड़ा बोझ क्या होता है...बूढ़े बाप के कंधे पर जवान बेटे का जनाज़ा।' लेकिन, लोग तारीफ करते हैं- 'कितने आदमी थे?'

    हिंदी सिनेमा की कालजयी फिल्म 'शोले' को रिलीज़ हुए 40 बरस हो चुके हैं। यूं तो इस फिल्म से जुड़ा शायद ऐसा कुछ भी नहीं रह गया है, जिसका ज़िक्र ना हुआ हो। लेकिन कहते हैं कि जेहन में सबसे आगे खड़ी मशहूर यादों के पीछे झांककर देखा जाए, तो कई छोटी दिलचस्प यादें उछलकर बाहर आ जाती हैं। मैं और जावेद अख्तर 'शोले' का महज चार लाइन का आइडिया लेकर निर्माता जीपी सिप्पी और उनके बेटे निर्देशक रमेश सिप्पी से मिलने गए थे।

    साथ में फिल्म 'मजबूर' की डायलॉग समेत पूरी स्क्रिप्ट थी। मगर जीपी सिप्पी और रमेश सिप्पी बड़ी फिल्म बनाना चाहते थे, इसलिए 'शोले' का आइडिया चुन लिया। स्क्रिप्ट के लिए हमें डेढ़ लाख रुपये दिए गए, जो उस समय बहुत बड़ी रकम थी। ये अलग बात है कि 'मजबूर' की स्क्रिप्ट के लिए मुझे और जावेद को 'शोले' से भी ज्यादा दो लाख रुपये मिले। शुरुआत में इस फिल्म का नाम 'अंगारे' रखने की भी बात हुई, लेकिन फिर सबको 'शोले' नाम ज्‍यादा पसंद आया।....

    वाकई क्या फिल्म है...शोले....

    वेइतुंगः लीजिए अब पेश हैं, श्रोताओं के कमेंट...पहला ई-मेल हमें भेजा है, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु ने। लिखते हैं कि "टी टाइम" प्रोग्राम का ताज़ा अंक सुना, जिसे प्रस्तुत किया हर बार की तरह हम सबके प्यारे होस्ट अनिल जी ने और उनका पूरा साथ दिया ललिता जी ने।

    इन्द्रधनुष में सिर्फ सात रंग होते हैं पर "टी टाइम" प्रोग्राम में इससे भी ज्यादा रंग है। इसमें किसी रंग में प्रेम कहानी, किसी में ज्ञानवर्धक कहानी और किसी रंग में सामाजिक कहानी होती है । जो रंग मुझे ज्यादा पसंद है वह है सामाजिक समस्या की कहानी। अब मैं आज के "टी टाइम" प्रोग्राम के बारे में बताता हूं । हम सब जानते हैं कि प्रेम में उम्र की कोई सीमा नहीं होती और इंसान इसे पाने के लिए किसी भी हद से गुजरने को तैयार रहता है। आज प्रोग्राम की शुरुआत में आपने इस बारे में एक रीयल लाईफ स्टोरी हमें बताई । सुना है कि प्रेमिका को पाने की चाह में नॉर्वे के 79 वर्षीय बुजुर्ग ट्रिग्वे बर्नहार्डसेन ने 69 वर्षीय एलेन हर्ट्जबर्ग को शादी के लिए नॉर्वे की नहरनुमा झील फ्योर्ड की करीब 2600 फीट की चौड़ाई को तैरकर पार किया जो वाकई सच्चे प्यार की एक मिसाल है। इस अनूठी लव स्टोरी को सुनने के बाद मुझे एक अंग्रेजी की एक कहावत याद आई- "all's fair in love and war" ।

    अल्जीरिया के एक पति -पत्नी को लेकर ललिता जी ने जो जानकारी दी वह काफी दुखद लगी । तिरुमाला तिरुपति मंदिर का 4.5 टन सोने को लेकर दी गयी जानकारी सूचनाप्रद लगी । मोबाइल फोन नेटवर्क प्रदाता कंपनी एयरटेल ने पूरे भारत में अपनी 4जी हाई स्पीड इंटरनेट डेटा सर्विस जारी किया है जो एयरटेल यूजर्स के लिए खुशखबरी है । आज G-mail का इस्तेमाल करके कैसे हम फिर डिलीट होने वाली ईमेल भेज सकते हैं,इसके बारे में आपकी विस्तृत जानकारी बहुत ही लाभदायक लगी । हेल्थ टिप्स में अपने हमें एक रोचक जानकारी दी गई। आपके जानकारी के अनुसार रिपोर्ट के अनुसार मच्छरों का काटना जींस यानी गुणसूत्र पर निर्भर करता है। खेल संबंधी जानकारी में सुना है कि एशेज सीरीज के चौथे मुकाबले में इंग्लैंड टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और 78 रन से हराकर सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली और मैच और सीरीज गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का क्रिकेट से संन्यास लेना ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बहुत ही बड़ा झटका है।

    अनिलः विश्व कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर की 74वीं बरसी पर आज प्रोग्राम में हिंदी रवीन्द्र संगीत सुनाने के लिए आपको धन्यवाद। अंत में मैं आशा करता हूं कि आगामी 18 अगस्त को टी-टाइम प्रोग्राम के नए अंक में देश के 69 वें स्वतंत्रता दिवस पर कुछ रोचक जानकारियां अगर आप हमें देंगे तो मैं बहुत ही खुशी होगी, साथ ही आपसे अनुरोध है कि उस दिन देशभक्ति हिंदी गीत सुनाएंगे तो अच्छा रहेगा। आप सभी को 69 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई।

    बसु जी आपको भी स्वाधीनता दिवस की ढेरों शुभकामनाएं।

    लीजिए अब पेश है, अगला पत्र, जिसे भेजा है, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू ने। उन्होंने लिखा है, 11 अगस्त के "टी टाइम" प्रोग्राम में नॉर्वे के 79 वर्षीय ट्रिग्वे बर्नहार्डसेन ने 69 वर्षीय एलेन हर्ट्जबर्ग से शादी के लिए खुद के सामने एक कठिन चुनौती रखी दी। उन्होंने अपनी होने वाली पत्नी एलेन से वादा किया कि वो तब तक उसने शादी नहीं करेंगे, जब तक उन्हें नॉर्वे की विशेष फ्योर्ड झील को तैरकर पार करने की अनुमति न मिल जाए। वाकई में प्यार करने का जज्बा दिखाया उन्होंने।

    आज एक बेहतरीन प्रोग्राम पेश करने के लिए फिर से धन्यवाद।

    वहीं विराटनगर नेपाल से उमेश रेगमी तथा पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप ने हमें पत्र भेजे हैं। देबाशीष लिखते हैं कि आपको प्रोग्राम बहुत अच्छा लगता है।

    धन्यवाद आपका हमें पत्र भेजने के लिए।

    अगला मेल आया है, हुगली पश्चिम बंगाल से मनीषा चक्रवर्ती का। लिखती हैं कि बहुत दिन के बाद आपको पत्र भेज रही हूं । अभी मैं मेरी M.A.ENGLISH Admission के लिए बहुत ही व्यस्त हूं। इसीलिए प्रोग्राम ठीक से नहीं सुन पायी । बहुत मन करता है पर प्रोग्राम सुनने के लिए टाइम निकलना मुश्किल हो जाता है। आज 11 अगस्त प्रोग्राम में विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर की 74वीं बरसी पर उनके गानाे सी आर आई से सुनकर बहुत अच्छा लगा। हिंदी में रवीन्द्र संगीत "वो दिन सुहाना फूल डोर बंधे" सुनाने के लिए आपको बहुत धन्यवाद ।

    धन्यवाद आपका भी।

    वेइतुंगः अगला ई-मेल आया है, भावनगर, गुजरात से मकवाना विशाल कुमार धीरूभाई का। वे लिखते हैं कि रोज की तरह आज भी मैंने आपके प्रोग्राम का मजा लिया, नार्वे की प्रेम कहानी बहुत दिलचस्प लगी। तिरुमाला मंदिर के बारे में भी जानकारी मिली। जबकि एयरटेल 4जी इंटरनेट दे रहा है, यह वाकई खुशी की बात है। इससे नेट की स्पीड तेज होगी, जिससे फेसबुक, ट्विटर और फिल्में भी जल्दी डाउनलोड होंगी। आपके प्रोग्राम में खेल व हेल्थ संबंधी टिप्स भी उपयोगी लगेे। वहीं पश्चिम बंगाल के उदित शंकर ने जो सवाल पूछा, वह काबिलेतारीफ था। साथ ही 15 अगस्त के मौके पर आप सभी को शुभकामनाएं। आप इसी तरह प्रोग्राम पेश करते रहें, यही कामना करता हूं।

    वहीं बालुरघाट, पश्चिम बंगाल से विधान चंद्र सान्याल ने भी ई-मेल भेजकर प्रोग्राम पर टिप्पणी की है। वे कहते हैं कि मुझे टी-टाइम में सभी चीजें अच्छी लगी, खासकर रवींद संगीत सुनवाने के लिए धन्यवाद।

    वहीं ओड़िसा से सुरेश अग्रवाल लिखते हैं कि प्रवास पर होने कारण शाम साढ़े छह बजे रेडियो सुनना सम्भव नहीं हुआ और जब घर लौटा, तो सीआरआई हिन्दी का अन्तिम प्रसारण भी आधा निकल चुका था। बहरहाल, मुझे जहाँ से कार्यक्रम हाथ लगा के आधार पर आपको अपनी प्रतिक्रिया प्रेषित कर रहा हूँ। आशा है कि आप मेरी विवशता अवश्य समझेंगे। घर पहुँचते ही मैंने जैसे ही रेडियो ऑन किया, तो साप्ताहिक "टी टाइम" का आधा भाग निकल चुका था और मुझे खेल की ख़बरों वाले स्तम्भ से ही कार्यक्रम सुनना नसीब हुआ। जिसमें आज एशेज श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया की बदहाल स्थिति और इंग्लैण्ड के बुलन्द हौसले का ज़िक्र किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं पेश की गईं और भाई रविशंकर बसु द्वारा प्रेषित रवीन्द्र संगीत का रसास्वादन कराया गया। उसके बाद तो कार्यक्रम में सुनने को बस, तीन हंसगुल्ले ही बचे थे, जो कि काफी रुचिकर लगे। वैसे पूरा कार्यक्रम न सुन पाने के कारण मुझे जिस सूनेपन की अनुभूति हो रही है, उसे शब्दों में वर्णन करना मेरे लिये नामुमकिन है।

    धन्यवाद सुरेश जी, हम समझ सकते हैं आपकी पीड़ा, क्योंकि आप हमेशा नियमित ढंग से सीआरआई के प्रोग्राम सुनते हैं।

    श्रोताओं के कमेंट यही तक....

    अनिलः

    अब प्रोग्राम में वक्त हो गया है, जोक्स यानी हंसगुल्लों का।

    ..

    जोक्स....

    जज- तुम्हारा जुर्म साबित हो चुका है। कल तुम्हें फांसी पर चढ़ाया जायेगा। पप्पू सुनार - वो तो ठीक है लेकिन उतारा कब जायेगा? दुकान भी तो खोलनी है, धंधा वैसे ही मंदा चल रहा है।

    दूसरा जोक..

    एक लड़की ज्योतिषी के पास गयी। लड़की- बाबा मेरे दो प्रेमी हैं। मेरी शादी किससे होगी? कौन होगा वो किस्मत वाला? ज्योतिषी- पहले वाले से तेरी शादी होगी और दूसरा किस्मत वाला कहलाएगा

    तीसरा और अंतिम जोक

    टीचर-भाईचारे का प्रयोग करते हुए कोई वाक्य बनाओ? छात्र- मैंने दूध वाले से पूछा तुम दूध इतना महंगा क्यो बेचते हो तो वह बोला- भाई चारा महंगा हो गया है।

    आज के प्रोग्राम में हंसगुल्ले आपको कैसे लगे, हमें जरूर बताइएगा। धन्यवाद।

    अब सवाल जवाब की बारी है।

    पिछले हफ्ते हमने दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवाल था। किस मंदिर में सोने के खजाने वाला राज़ खुल गया है।

    --- सही जवाब है-तिरुमाला मंदिर

    दूसरा सवाल था- एशेज सीरीज किस टीम ने जीत ली है।

    सही जवाब है- एशेज सीरीज पर इंग्लैंड ने कब्ज़ा जमा लिया है।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, भावनगर गुजरात से विशाल कुमार धीरूभाई, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, विराट नगर नेपाल से उमेश रेग्मी, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु, विधान चंद्र सान्याल उदित शंकर और देवाशीष गोप आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अब आज के सवालों का वक्त हो गया है.।

    पहला सवाल है- कितने घंटे की नींद स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी होती है।

    दूसरा सवाल है— सायना नेहवाल हाल में किस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची।

    सवाल एक बार फिर सुन लीजिए।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक आप चाय पीते रहिए, नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाई च्यान

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