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    टी टाइम 150707 (अनिल और वेइतुंग)
    2015-07-07 10:55:20 cri

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः वो साल 1940 का था, जब बचपन से बेइंतहा प्‍यार करने और हमेशा से एक-दूजे का होने के लिए बेताब एक जोड़ा शादी के बंधन में बंधा था। दंपति अमेरिका के रहने वाले थे, लेकिन अब इस दुनिया में नहीं।

    दोनों ने एक साथ दुनिया को अलविदा कहा और 75 साल साथ गुजारने के बाद एक दूसरे की बांहों में दम तोड़ा दिया।

    कई जोड़े साथ जीने और मरने की कसमें खाते हैं, लेकिन प्राकृतिक तौर पर ऐसा होना हमेशा संभव नहीं हो पाता, लेकिन अमेरिका में रहने वाले टॉज्‍को दंपति के नसीब में ऐसा था। दोनों ने मरते वक्‍त भी साथ नहीं छोड़ा और एक-दूसरे की बाहों में ही दम तोड़ा।

    जिंदगी के अंत के वक्त जीनेट टॉज्‍को की उम्र 96 साल और उनके पति अलेक्‍जेंडर की उम्र 95 साल हो चुकी थी। एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक टॉज्‍को दंपति तब से डेट कर रहे थे, जब उनकी उम्र महज 8 साल थी। 1 971 में यह दंपति सेन डियागो आकर रहने लगे। अब दंपति के 5 बच्‍चे हैं।

    कुछ हफ्ते पहले अलेक्‍जेंडर गिरने से घायल हो गए थे और उनके हिप्‍स की हड्डी टूट गई थी। इस बीच उनकी पत्‍नी जीनेट भी बीमार हो गई। अस्‍पताल प्रबंधन ने दोनों के पलंग आस-पास लगा दिए।

    इलाज के दौरान दोनों की हालत बिगड़ने लगी तो दोनों ने अपने बच्‍चों के सामने आखिरी इच्‍छा जताई की वो एक दूसरे की बाहों में मरना चाहते हैं। बाद में उनकी इच्‍छा अनुसार उनके बच्‍चे उन्‍हें घर ले आए, जहां एक ही पलंग पर उन्‍हें रख गया। इस दौरान अलेक्‍जेंडर ने दम तोड़ दिया।

    इसकी जानकरी जब उनकी पत्नी जीनेट को हुई तो उन्होंने अपने मृत पति के सामने बोला- 'देखा तुम्‍हारी इच्‍छा पूरी हो गई। मेरा इंतजार करना मैं भी तुम्‍हारे पास आ रही हूं।'

    इसके कुछ ही वक्त के अंतराल पर जीनेट की भी मौत हो गई। इस दंपति को दफनाया भी साथ में ही गया। उनकी बेटी एमी ने कहा कि दोनों के सीने में एक ही दिल धड़कता था।

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    वेइतुंगः अब आप सभी को दूसरी जानकारी से रूबरू करवाते हैं।

    वैज्ञानिकों के आविष्कार रोबोट की भी अब शादी हो रही है। ऐसा पहली बार हो रहा है, लेकिन शादी सफल रही तो हो सकता है और भी कई रोबोट की शादी की खबरें हमें सुनने को मिले।

    सूत्रों की मानें तो जापान की राजधानी टोक्यो में पहली बार एक रोबोट जोड़ा शादी के बंधन में बंध गया है। शादी करने वाले रोबोट दूल्हे का नाम फ्रायोस और रोबोट दुल्हन का नाम युक्रिन है। दोनों ने शादी में पारंपरिक परिधान पहने थे।

    शादी का आयोजन मावा डेंकी नाम की एक कंपनी ने करवाया। इलेक्ट्रॉनिक एक्सेसरीज बनाने वाली इस कंपनी ने फ्रायोस को डिजाइन किया है। वहीं, युक्रिन की शक्ल काफी कुछ जापान की पॉप स्टार युकी काशीवागी से मिलती है।

    शादी में शामिल हुए लोगों के मुताबिक इस कार्यक्रम के लिए शादी के कार्ड भी छपवाए गए थे। इसमें एक दिल में दोनों रोबोट की फोटो एक साथ छापी गई थी।

    शादी के इस समारोह में कुल 100 अलग-अलग तरह के रोबोट्स परंपरागत परिधान पहनकर दोनों ओर से शामिल हुए । इनमें साफ्टबैंक का प्रसिद्ध रोबोट पेपर भी था। शादी की रस्मों के बाद फ्रायोस और युक्रिन ने केक काटा और फिर एक-दूसरे को किस भी किया।

    अनिलः वहीं 8 माह की बच्‍ची और उसके फेसबुक पर 1 लाख फॉलोअर्स। खबर चौंकाने वाली है, लेकिन ऑस्‍ट्रेलिया के रहने वाले रैपर फोर्टेफी (असली नाम-सैम रतुमैतावुकी) की 8 माह बेटी इजिप्‍ट की यही सच्चाई है।

    एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक इजिप्‍ट की खूबसूरत नीली आखों के सभी दीवाने हैं, तभी तो उसके फेसबुक पर 1 लाख से ज्‍यादा फॉलोअर्स हैं।

    फेसबुक पर शेयर की गई इजिप्‍ट की तस्‍वीरों को लेकर लोगों में खासा आकर्षण है। इसे लाइक करने वालों को सबसे ज्‍यादा बच्‍ची की आखें और उसका चेहरा पसंद आ रहा है। इस बच्‍ची की खूबसूरती से प्रभावित होकर हॉलीवुड स्‍टार किम करदाशियां ने भी उसके लिए गिफ्ट भेजा है।

    फेसबुक पर लगी तस्वीर मेें इजिप्‍ट ने की करदाशियां के दिए गए गिफ्ट किड्स ब्रांड की बैनी को पहन रखा है। उसकी तस्‍वीर जब करदाशियां बहनों (कर्टनी किम और क्‍लोई) के सामने आई तो उन्‍होंने इसे रिपोस्‍ट कर दिया।

    करदाशियां बहनों ने गिफ्ट के साथ ये संदेश भी लिखा था- प्रिय शाना, फोर्टेफी और अपकी खूबसूरत बेटी। उम्‍मीद है कि आपको हमारी करदाशियां किड्स कलेक्‍शन की ये कुछ नई चीजें पसंद आएंगी।

    वहीं, रैपर फोर्टेफी के कहा कि वो और उनकी पत्‍नी बेटी को मिले इस रिस्‍पोन्‍स से रोमांचित हैं। फोर्टेफी ने करदाशियां बहनों के गिफ्ट को भी शानदार बताया।

    वेइतुंगः ....अमेरिका के अरकांसस के क्रेटर ऑफ डायमंड स्टेट पार्क 24 जून को बॉबी ऑस्कार्सन नाम की युवती अपने बायफ्रैंड के साथ घूमने पहुंची, लेकिन जब पार्क से लौटी तो 8.52 कैरेट के सफेद हीरे के साथ। अभी इस हीरे की कीमत नहीं लगाई गई है, लेकिन जानकारों के मुताबिक इस तरह के हीरे की कीमत कई लाख डॉलर हो सकती है।

    दरअसल, अरकांसस घूमते हुए बॉबी ऑस्कार्सन को नक्शे पर क्रेटर ऑफ डायमंड स्टेट पार्क का पता चला। साथ ही इस पार्क के बारे में उसे ये भी पता चला कि ये पार्क दुनिया का एकमात्र ऐसा हीरा उत्पादन केंद्र है, जहां हीरा खोजने के लिए लोगों को खनन का अधिकार है। मतलब ये कि पार्क की नीति है कि अगर किसी ने वहां हीरा खोज लिया तो हीरा उसी का हो जाएगा।

    24 जून को पार्क में पहुंचकर बॉबी ऑस्कार्सन ने जब पार्क के दक्षिण पश्चिम कोने में कीचड़ वाले क्षेत्र में तलाशी शुरू की तो महज 20 मिनट में ही उसे 8.52 कैरेट के सफेद हीरा मिल गया। इस साल अब तक यहां 30 हीरे मिल चुके हैं।

    1972 में अरकांसस स्टेट पार्क खुलने के बाद इसमें तलाशी के दौरान मिले हीरे में आकार के लिहाज से यह पांचवां सबसे बड़ा हीरा है। इस क्षेत्र को अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़े हीरे की तलाश के लिए जाना जाता है। अंकल सैम नाम का ये 40 कैरेट का हीरा 1924 में मिला था।

    पार्क के जिस दक्षिण पश्चिम कोने की 37 एकड़ जमीन के कीचड़ में बॉबी ऑस्कार्सन को हीरा मिला वो क्षेत्र पार्क में पिग पेन के नाम से जाना जाता है। अच्छी बारिश की वजह से ये हिस्सा हमेशा कीचड़ से भरा होता है। महिला को जब हीरा मिला उसने सोचा कि वो कोई साधारण पत्थर है, लेकिन बाद में पार्क के कर्मचारियों ने हीरा मिलने की पुष्टि की।

    बॉबी ऑस्कार्सन ने हीरे को इस्पेरांजा डायमंड नाम दिया है। इस्पेरांजा उसकी भतीजी का नाम है।

    हीरा मिलने के मामले में बॉबी ऑस्कार्सन भाग्यशाली रही। अब वो लाखों डॉलर के हीरे की मालकिन है। इसलिए कहा है कि ऊपर वाला जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है।

    अनिलः दोस्तो अब वक्त हो गया है. हेल्थ टिप्स का।

    किसी भी कारण से अगर आप रात में ठीक से नींद नहीं ले पा रहे हैं या फिर नींद पूरी नहीं हो रही है, तो सावधान हो जाएं। इससे आपकी सेहत बिगड़ सकती है।

    रातों की नींद उडऩा न सिर्फ मोटापे, बल्कि उच्च रक्तचाप को बुलावा देना है। एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक नींद की कमी का असर कामकाज और स्वास्थ्य पर पड़ता है और इससे आत्मनियंत्रण कम होता जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार नींद की कमी की वजह से व्यक्ति की निर्णय क्षमता प्रभावित होती है जिसके कारण वह ज्यादा प्रतिक्रियावादी होता है और एकाग्रता भी कम जाती है।

    अगर हमारे सामने परस्पर विरोधी इच्छाएं और अवसर आते हैं तो आत्मनियंत्रण के जरिए ही हम उन पर काबू पाकर उचित निर्णय लेते हैं। अगर नींद कम ली जाये या हर दिन सोने के घंटे घटते-बढ़ते रहे या सोने का समय निर्धारित न हो तो वैसे लोग आत्मनियंत्रण खोने लगते हैं। आत्मनियंत्रण की कमी से व्यक्ति के अंदर गुस्सा जल्दी पनपने लगता है जिससे ऑफिस और घर दोनों जगहों पर मुसीबतें पैदा होती हैं। अच्छी नींद लेने पर व्यक्ति के अंदर ऊर्जा का स्तर बना रहता है और ऊर्जावान व्यक्ति कठिन निर्णय लेने की क्षमता रखता है। वह आसान रास्तों को नहीं तलाशता या हल्के काम नहीं लेता।

    वहीं पेट में गैस बनने से आप परेशान रहते हैं.. गैस्ट्रिक है ही ऐसी समस्या..ऐसे में इन घरेलु नुस्खों से दिलाए पेट को गैस से छुटकारा...

    पेट में गैस होने के लक्षणों में सांस मे दुर्गंध, भूख न लगना, जीभ पर एक परत सा जमा महसूस होना, पेट में सूजन महसूस होना, मरोड़ और दर्द आदि होना है। इन उपायों से इन सभी समस्याओं को काबू में करें कुछ इस तरह...

    दालचीनी

    यह पेट के लिए किसी औषधि से कम नहीं। इसके लिए पानी या दूध के साथ आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीएं। एक कप पानी में दालचीनी का एक स्टिक उबालकर छानकर पी सकती हैं। सिरका अपच और गैस के इलाज में बेस्ट रहता है। एक गिलास हल्के गरम पानी में दो चम्मच विनेगर पीने से भी राहत मिलती है।

    हींग-सौंफ

    एक कप पानी में अदरक, सौंफ और इलायची व एक चुटकी हींग अच्छी तरह से मिक्स करें। पेट में गैस बनने से रोकने के लिए हर बार खाना खाने के बाद एक टुकड़ा अदरक चबाना न भूलें।

    वेइतुंगः छाछ में काला नमक और भुना हुआ अजवाइन या जीरा पाउडर मिलाकर पीने से भी पेट में गैस नहीं बनती। यह खाना खाने के बाद पीएं। काला जीरा भी गैस से राहत दिलाता है। एक कप पानी में एक चम्मच काला जीरा उबालकर पानी को छान कर रख लें। ठंडा होने पर खाने से पहले पीएं। थोड़ा सा भुना काला जीरा चबाने से भी फायदा मिलता है।

    एक गिलास पानी में थोड़ा नींबू निचोड़ कर उसमें बेकिंग सोडा मिलाकर पीएं। पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर खाली पेट भी पीया जा सकता है।

    गैस से राहत के लिए आप लहसुन का सूप पी सकते हैं। इसे बनाने के लिए लहसुन पानी में उबाल लें। इसमें थोड़ा जीरा और काली मिर्च मिला लें। इस पानी को छानकर दिन में दो-तीन बार पीएं। इसके अलावा हल्दी के पत्तों का उपयोग करें। यह गैस से राहत के लिए बेहतरीन नुस्खा है। हल्दी के पत्तों को एक कप दूध में मिलाकर पीएं। इसी तरह अमरूद के पत्ते भी फायदा करते हैं। इन पत्तों को पानी में उबाल कर छानकर पीएं। आलू का जूस भी फायदा करता है। खाना खाने से पहले आधा कप जूस पी लें।

    अनिलः प्रोग्राम में तमाम जानकारी के बाद समय हो गया है, श्रोताओं के कमेंट यानी ई-मेल और पत्र पढ़ने का।

    पहला ई-मेल आज के प्रोग्राम में सबसे पहले भेजा है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने । लिखते हैं आदरणीय मीनूजी एवं अनिलजी, नमस्कार।

    अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों का ज़ायज़ा लेने के बाद चटपटा साप्ताहिक "टी टाइम" भी पूरी तन्मयता से सुना। शुरुआत आगामी पाँच जुलाई से एकदिवसीय क्रिकेट के नियमों में परिवर्तन हेतु बारबाडोस में आयोजित आईआईसी की अहम बैठक की चर्चा से की गई। हमें इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी, क्यों कि क्रिकेट अब खेल नहीं, पूरी तरह एक व्यवसाय बन गया है। ब्रिटेन में शोधकर्ताओं का यह कहना कि तेज़ याददाश्त वाले बच्चे झूठ बोलने में भी माहिर होते हैं, जान कर काफी विस्मय हुआ। इण्टरनेट की तेज़ होती रफ़्तार के साथ अब दिमाग़ में उठने वाले विचारों को सीधे सम्प्रेषित कर सकने की बात काफी चकित करने वाली लगी। इसके अलावा चीन के एक चिड़ियाघर में कुत्ते की तरह भौंकने वाले शेर की कहानी भी काफी अज़ब लगी। इसे चिकित्सा विज्ञान का क़माल ही कहा जायेगा कि रोमानिया में एक गुर्दे को नब्बे दिनों के भीतर तीन मरीजों में प्रत्यारोपित किया गया। तकनीकी यंत्रों की भरमार का खामियाज़ा ऑस्ट्रेलिया के डाकघर ही नहीं, पूरी दुनिया इससे प्रभावित है। वैसे डाकघरों के वज़ूद पर निकट भविष्य में इससे कोई ख़तरा नज़र नहीं आता। भारत में तो आज भी डाकघरों का महत्व बना हुआ है। तमाम रोचक जानकारियों के बाद सुनाये गये आज के तीनों जोक्स भी गुदगुदाने में कामयाब रहे। रही बात "सवाल-ज़वाब" की, तो श्रोता इस पर कुछ पारिश्रमिक चाहते हैं। आशा है कि इस पर गौर फ़रमाएंगे। धन्यवाद।

    इसके साथ ही सुरेश जी ने कुछ जोक्स भी हमें भेजे हैं, जिनमें से एक शामिल कर रहे हैं। एक आदमी ने कंडक्टर से पूछा- आप कितने घंटे बस में रहते हो ...

    कंडक्टर- 24 घंटे

    आदमी—वो कैसे

    कंडक्टर- देखिए, 8 घंटे तो सिटी बस में रहता हूं, और बाकी के 16 घंटे बीवी के बस में रहता हूं।

    वेइतुंगः अब पेश है, दूसरा पत्र, जो हमें भेजा है, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु ने। लिखते हैं कि साप्ताहिक "टी टाइम" प्रोग्राम का ताज़ा अंक सुना और आज के प्रोग्राम में दी गई सारी जानकारी मुझे महत्वपूर्ण लगी। प्रोग्राम की शुरुआत में आपने बारबडोस में आईसीसी की वार्षिक बैठक में वनडे क्रिकेट में कुछ बदलावों को लेकर एक खास चर्चा की। सुना है कि आईसीसी ने सबसे अहम फैसला किया कि वनडे क्रिकेट मैचों में अब बल्लेबाज को हर तरह की नो बॉल पर फ्री हिट मिलेगी। मुझे लगता है दूसरे नए नियमों से गेंदबाजों को मदद मिलेगी और वनडे क्रिकेट आकर्षक हो उठेगा । इसके अलावा आज अंक में तेज दिमाग वाले बच्चे होते हैं झूठ बोलने में माहिर - इस चौंकाने वाले शोध के बारे में हमे आगाह करने के लिए शुक्रिया। दुनिया के पहले ब्रेन टू ब्रेन मैसेज को लेकर आपके द्वारा पेश रिपोर्ट काफी आश्चर्यजनक लगी। इसके बाद चीन के एक चिड़ियाघर में कुत्ता बना शेर- यह खबर सुनने के बाद मुझे काफी देर तक हंसी आती रही। फिर अपने बताया कि रोमानिया में एक ही किडनी को 90 दिनों के अंदर तीसरे मरीज में प्रत्यारोपण कर दी गई । यह सुनकर मुझे लगता है कि मेडिकल सर्जरी में कितनी अविश्वसनीय उन्नति हो चुकी है! आज के तीनों जोक्स मजेदार लगे।

    अनिलः वहीं अगला ई-मेल भी पश्चिम बंगाल से ही आया है, जिसे भेजा है, देवशंकर चक्रवर्ती ने। जबकि सुलतानपुर यूपी के नरहरपुर गांव से हमें ई-मेल आया है, इसे भेजने वाले हैं। राजेश कुमार मिश्रा, राकेश कुमार मिश्रा, अनुराग, अंशुल, आंचल, अंजली और श्रीमती केशरी मिश्रा आदि।

    वे लिखते हैं कि हम सभी आपका प्रोग्राम सुन रहे हैं, ये बहुत ही रुचिकर लगता है। आपके द्वारा दी जाने वाली जानकारी हमें अच्छी लगती है। शुक्रिया।

    वहीं विराटनगर नेपाल से उमेश रेगमी ने भी हमें ई-मेल भेजा है। लिखते हैं कि टी-टाइम का पिछला अंक आपकी वेबसाइट पर पढ़ा और सुना। अच्छा लगा, अब सवालों के जवाब भेज रहा हूं। धन्यवाद। भागलपुर, गोराडीह से डॉ. हेमंत कुमार ने भी हमें ई-मेल भेजा है। जबकि दरभंगा, बाजिदपुर छंगवारा से शंकर प्रसाद शंभू ने भी पत्र भेजा है। वे लिखते हैं कि 30 जून को समाचारों के बाद टी-टाइम प्रोग्राम सुना। इसमें आईसीसी की सालाना बैठक में वनडे क्रिकेट में हुए बदलावों पर जानकारी अच्छी लगी। वनडे में पावर प्ले खत्म करना गेंदबाजों के हित में है। वहीं प्रत्येक नो बाल पर फ्री हिट देने का फैसला भी सही है, क्योंकि बैट्समेन के चोटिल होने की संभावना कम होगी और बॉलर ध्यान से बॉलिंग करेंगे। वहीं बच्चों की याददाश्त तेज होने और झूठ बोलने की बात भी रुचिकर लगी। प्रोग्राम में पेश अन्य जानकारियां भी अच्छी थी। धन्यवाद।

    जबकि बडगाम कश्मीर से मुंतजीर बशीर अहमद ख़ान लिखते हैं कि, मैं अक्सर शाम की मजलिस सुनता था। लेकिन आज मैं अपने घर पर इत्तेफाकन नमकीन चाय पी रहा था तो मेरा यह पसंदीदा प्रोग्राम भी शुरू हो गया। चाय पीने व साथ-साथ प्रोग्राम सुनने में बड़ा मजा आया।

    बडगाम कश्मीर के श्रोता, बशीर अहमद के ई-मेल के साथ ही लिस्नर्स के कमेंट समाप्त होते हैं। उम्मीद करते हैं कि आगे भी आप इसी तरह प्रोग्राम के बारे में अपनी राय, सुझाव व टिप्पणी हम तक पहुंचाते रहेंगे। धन्यवाद।

    श्रोताओं की टिप्पणी के बाद कार्यक्रम में अब कुछ हंसने और गुदगुदाने का समय हो गया है। जी हां, मैं बात कर रहा हूं, जोक्स यानी हंसगुल्लों की। तो लीजिए आज भी हम आपके लिए लेकर हाजिर हैं, तीन जोक्स।

    .जोक्स का वक्त हो गया है।

    पहला जोक..

    संता का नया कारनामा . .

    अपना संता रेडियो ठीक करवाने गया।

    मकैनिक ने देख कर कहा- ये ठीक है, मौसम खराब है, इसलिए नहीं चल रहा...।

    संताः ले 100 रुपए, मौसम नया डाल दे....

    दूसरा जोक....

    एक लड़के को बीड़ी पीने की लत लग गई थी...

    इलाज के लिए उसके पापा ने उसे योग क्लास में भेजा... और अब वो लड़का... . . . . . . अपने पैरों से भी बीड़ी पी सकता है..... ;) ;) ;)

    तीसरा और अंतिम जोक...

    संता की कोई संतान नहीं थी।

    उसने खूब मन्नतें मांगीं,

    तीर्थ यात्रा पर गया,

    देवी-देवताओं के दर्शन किए,

    बहुत दिनों तक उपवास किया . . .

    तब भगवान खुद प्रकट हुए और बोले, 'पहले शादी कर ले मेरे बाप।'

    जोक्स यही तक....

    अब सवाल-जवाब की बारी है।

    पिछले हफ्ते हमने दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवाल था। किस तरह के बच्चे झूठ बोलने में माहिर होते हैं।

    सही जवाब है, जिन बच्चों की याददाश्त बेहतर होती है।

    दूसरा सवाल था- किस देश में 90 दिनों के भीतर तीन किडनी ट्रांसप्लांट कर दी गई।

    सही जवाब है.... रोमानिया

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, बडगाम कश्मीर से मुंतजीर बशीर अहमद, दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, भागलपुर से डॉ. हेमंत कुमार, सुलतानपुर यूपी से,राजेश कुमार मिश्रा, राकेश कुमार मिश्रा, अनुराग, अंशुल, आंचल, अंजली और श्रीमती केशरी मिश्रा , पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु और देवशंकर चक्रवर्ती, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल और विराटनगर नेपाल से उमेश रेग्मी .......आदि ने। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अब आज के सवालों का वक्त हो गया है...

    पहला सवाल है---हाल के दिनों में किस देश में एक दंपत्ति का एक-दूसरे की बाहों में निधन हुआ।

    दूसरा सवाल... किस देश में दो रोबोट शादी के बंधन में बधे।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टायम प्रोग्राम में आज के लिए इतना ही नहीं, अगले हफ्ते फिर मिलेंगे चाय के वक्त, तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाइ च्यान।

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