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    टी टाइम 150407 (अनिल और ललिता)
    2015-04-07 14:05:34 cri

    अनिल- टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः इटली में बर्फ का सितम जारी है। हिमपात का नौ दशक पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया है।

    मध्य स्थित गांव कैपराकोटा में 18 घंटे के अंदर 8 फीट (करीब 100 इंच) बर्फ गिर चुकी है। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। क्या घर, क्या गली, सब जगह बस बर्फ।

    कई मकानों की तो पहली मंजिल तक बर्फ तले दब गई है और लोगों ने दूसरे माले पर शरण ली है। घरों के दरवाजे-खिड़कियां तक बर्फ के कारण खुल नहीं पा रहे हैं। घर से बाहर निकलने के लिए लोगों को पहले रास्ता साफ करना पड़ रहा है।

    बहुत से लोग तो अपना घर छोडऩे पर मजबूर हो गए हैं। कैपराकोटा पिछले हफ्ते 5 मार्च को शक्तिशाली बर्फीले तूफान (पोलर ब्लास्ट) की चपेट में आया, जिसके बाद से यहां के हालात बदतर हो गए हैं। इस बर्फबारी ने 1921 का वो रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जब कोलोराडो में 76 इंच तक बर्फ गिरी थी।

    गांव में घरों की दीवार के साथ बर्फ की सफेद दीवार जैसी खड़ी हो गई है। 1,421 मीटर ऊंचाई पर बसा दक्षिणी इटली का दूसरा ऊंचा इलाका है। ये समुद्र के पास है। उत्तर-पूर्व के ठंडे इलाके के सामने मौजूद है, जो इसे विश्व का सबसे बर्फीला हिस्सा बनाते हैं।

    ललिताः वहीं 1898 में जन्म हुआ और विश्व रिकॉर्ड बनाकर ये महिला 117 साल बाद दुनिया को अलविदा कह गई। दुनिया की सबसे वृद्ध महिला अब इस दुनिया में नहीं रही।

    विश्व की सबसे वृद्ध महिला मिसाओ ओकावा का बुधवार को जापान में निधन हो गया। ओकावा ने पिछले महीने ही अपना 117वां जन्मदिन मनाया था।

    जापान के ओसाका शहर में एक नर्सिंग होम में रहने वाली ओकावा का निधन हो गया। ओकावा के परिवार में 3 बेटे-बेटियां और चार पोते-पोतियां है। ओकावा 6 बच्चों की परदादी भी थी।

    ओकावा का जन्म 5 मार्च 1898 को हुआ था। गिनीज वल्र्ड रिकार्ड ने 114 साल की उम्र होने पर ओकावा को दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला का खिताब दिया था। गौरतलब है कि ओकावा ने पिछले माह ही अपना 117वां जन्मदिन मनाया था।

    अनिलः मिसाओ ओकावा की निधन संबंधी समाचार के बाद दूसरी जानकारी से रूबरू कराते हैं। 1 अप्रैल को अप्रैल फूल बनने से बचने के लिए कई बार लोग किसी बड़ी हकीकत को भी नकार देते हैं और बाद में उन्हें पछताना पड़ता है। इसका एक बड़ा उदाहरण बीते दिनों देखने को मिला।

    बुधवार यानी 1 अप्रैल को यूपी के कानपुर शहर के गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन पर युवक की लाश मिलने से अचानक सनसनी फैल गई थी। शहर के बाहरी के रेलवे स्टेशन पर मिली लाश को जीआरपी ने अपने कब्जे में लिया तो युवक के पास उसका मोबाइल भी मिला। मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर उसकी शिनाख्त यूपी के ही जालौन जिले के रहने वाले 24 साल के अंकित के रूप में हुई।

    जीआरआपी ने इसे खुदकुशी का मामला मानते हुए अंकित के मोबाइल से ही मिले नंबर के आधार पर उसके परिजनों को फोन किया। लेकिन फोन पर अंकित की लाश मिलने की खबर को परिजनों ने समझा कि कोई उन्हें अप्रैल फूल बना रहा है और उन्होंने ये कहकर फोन काट दिया कि अप्रैल फूल मत बनाओ।

    बाद में जालौन जीआरपी की मदद से अंकित के परिजनों को सूचना दी गई। 4 घंटे के इंतजार के बाद जब शाम तक परिजन नहीं पहुंचे तो जीआरपी ने अंकित की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। अंकित के परिजन पोस्टमॉर्टम के बाद जालौन से कानपुर आए।

    जीआरपी इस मामले को खुदकुशी का मामला मानकर जांच कर रही है। लेकिन इस घटना से ये सबक मिलता है कि किसी बड़ी बात को बिना सोचे-समझे नहीं नकार देना चाहिए, जांच-पड़ताल के बाद ही उस पर कोई फैसला लेना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर ठीक उसी तरह से पछताना पड़ सकता है, जिस तरह से अंकित के परिजनों को पछताना पड़ा।

    ललिताः तेहरान के एक स्टेडियम में जाकर पुरुषों का खेल देखने की वजह से सुर्खियों में आई ब्रिटिश मूल की ईरानी महिला को माफ कर दिया गया है। इस खबर की पुष्टि विदेश मंत्रालय ने की है।

    आपको बता दें कि गौनचेह गवामी नाम की महिला को पिछले साल जून में उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वे तेहरान के आजादी स्टेडियम में ईरान और इटली के बीच खेले जा रहे पुरुष वॉलीबॉल मैच देखने पहुंच गई थीं।

    उस वक्त तेहरान की अदालत ने पिछले साल नवंबर में उन्हें राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के तहत एक साल की सजा सुनाई थी हालाकि तीन सप्ताह के बाद ही उन्हें जमानत मिल गई थी।

    लेकिन अब उन्हें माफ कर दिया गया है। इस बाबत ब्रिटिश विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गौनचेह गवामी के ईरान के अपीलीय न्यायालय की ओर से माफ किए जाने का स्वागत किया है।

    अनिलः अब तकनीक संबंधी ख़बरों की बात करते हैं। आज यूजर्स अपने स्मार्टफोन पर गूगल प्ले या फिर किसी दूसरे आनलाइन स्टोर से कोई न कोई एप डाउनलोड करते रहते हैं ताकि रोजमर्रा के काम करने में आसानी रहे। शॉपिंग से लेकर तकनीक पर बेस्ड इन एप की लिस्ट काफी लंबी है।

    इनमें से ज्यादातर एप फ्री होते हैं और बिना पैसे दिए फायदा उठाने का लालच यूजर को भर्मा देता है और वह इनको डाउनलोड करता रहता है।

    लेकिन शायद आपको नहीं पता होगा कि पफ्री मिलने की आड़ में यह एप आपके स्मार्टफोन की बैटरी को जल्दी कंज्यूम करते हैं। और तो और इनसे आपके स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस में भी कमी आ जाती है जिससे वह अपनी क्षमता से कम काम कर पाता है।

    इनमें से खासकर ऐसे एप जिनमें एडवर्टाइजमेंट काफी अधिक होते हैं, तो फोन की बैटरी को लगभग चूस ही जाते हैं।

    नतीजतन आपके स्मार्टफोन की बैटरी जल्द खाली हो जाती है और आपको उसे बार बार चार्ज करना पड़ता है। एक स्टडी में गूगल प्लेस्टोर पर उपलब्ध टॉप एप को कंपेयर किया गया तो यह पता चला कि एड वाले एप ज्यादा बैटरी खपत करते हैं। लिहाजा एप डेवलेपर्स को चाहिए कि कम से कम एड वाले एप बनाएं।

    ललिताः गूगल प्लेस्टोर पर उपलब्ध 10750 एप की लिस्ट में से टॉप 400 में से 21 एप को कंपेयर किया गया तो काफी चौंकने वाले नतीजे सामने आए।

    यह देखा गया कि एडवर्टाइजमेंट वाले एप 48 परसेंट ज्यदा सीपीयू टाइम, 22 परसेंट ज्यादा मेमोरी यूज और 56 परसेंट ज्यादा सीपीयू यूज करते हैं।

    कारण यह कि एप पर जारी किए जाने वाले एडवर्टाइजमेंट अपने आप में ही कंटेंट होते हैं जिनको डाउनलोड करना जरूरी होता है। इसलिए ऐसे एप फोन पर दुगुना डाटा का भार डालते हैं जिसे फोन को डाउनलोड कर पचाना होता है।

    अनिलः वैसे दोस्तो, प्राइवेट नौकरी करने वालों को हमेशा ही यह चिंता सताती रहती है कि बेरोजगार होने की सूरत में उनके फोन बिल कौन भरेगा।

    अगर आप भी इनमें से एक हैं तो चिंता छोड़ दीजिए क्योंकि एक देसी IT कंपनी ने यह जिम्मेदारी उठाने का बीड़ा लिया है।

    इनाग्राम माइक्रो नामक एक देसी कंपनी केवल 499 की फीस पर अपने ग्राहकों को यह सुविधा मुहैया करवाने जा रही है। इनाग्राम ने कवर प्लस नामक वेल्यू एडेड पैक आफर किया है जो नया स्मार्टपफोन या पीसी खरीदने वाले ग्राहक ऑप्ट कर सकते हैं। इसे लेने वाले ग्राहक को इंशयोरेंस, हंगामा कंटेंट और एक सिक्योरिटी सूट उपलब्ध करवाया जाता है।

    कंपनी के डायरेक्टर अनिल कौशिक के अनुसार कंपनी का कवर प्लस पैक एक तरह से मुफ्त ही आता है क्योंकि इस पर खर्च किया गया सारा पैसा ग्राहक को वापस कर दिया जाता है। ग्राहक को इसी रकम का हंगामा से डाउनलोड और ट्रैंड माइक्रो सिकयोरिटी सूट उपलब्ध करवा दिया जाता है।

    -इंश्योरेंस का फायदा उठाने के लिए ग्राहक को फोन या पीसी खरीदने के 15 दिनों के भीतर खरीद बिल के साथ यहां रजिस्टर करना होगा।

    -डिवाइस के चोरी होने या खो जाने की सूरत में depreciation amount पहले छह माह तक 10 परसेंट होगा और इसके बाद छह से बारह महीनों के लिए 25 परसेंट रहेगा।

    ललिताः जॉबलैस होने पर तीन महीनों तक 3000 रुपए प्रति माह मिलेंगे।

    -ग्राहक को क्लेम तभी मिलेगा जब किसी कारणवश उसे नौकरी से फायर कर दिया जाएगा। इस्तीफा देने या छोड़ देने की सूरज में यह क्लेम नहीं मिलेगा।

    -केवल रजिस्टर्ड कंपनियों के कर्मचारियों पर ही लागू होगी।

    फोन चोरी होने की सूरत में सिम का गलत इस्तेमाल हुआ तो कंपनी हर्जाने के तौर पर 1000 रुपए देगी।

    इसके लिए आपको नीचे दिए लिंक पर जाकर खुद को रजिस्टर करना होगा।

    अनिलः अब दोस्तो, हैल्थ संबंधी जानकारी। जो लोग बिना ब्रश किए बेड टी लेते हैं, उनके लिए यह जान लेना जरूरी है कि वे अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज्यादा चाय-कॉफी लेना सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। खाली पेट तो और भी नुकसानदेह है।

    बेड टी से कब्ज होना आम बात है। खाली पेट चाय पीने से गर्भवती महिलाओं को गर्भपात भी हो सकता है। यह पाचन क्रिया को कमजोर करती है। भूख न लगना, खाने के प्रति अरुचि आदि अनेक समस्याएं बेड टी से ही पैदा होती है। रात भर सोने से शरीर में जो गर्मी बनती है वह चाय पीने से और भी अधिक बढ़ जाती है, जिससे एसिडिटी होती है। दिन भर में तीन कप से ज्यादा पीने से एसिडिटी हो सकती है।

    बेड टी तो हर हाल में बन्द कर दीजिए, क्योंकि यह पेट के लिए बहुत हानिकारक है। बिना कुल्ला किए चाय पीते हैं, तो बैक्टीरिया चाय के साथ हमारे पेट में चले जाते हैं, जो कई रोगों को पैदा करते हैं। रातभर मुंह में जमा हुई गंदगी जब सुबह बेड टी के साथ पेट में पहुंचती है तो यह पेट संबंधी कई बीमारियां पैदा करती है। इससे पेट में घाव हो जाते हैं।

    आयरन एब्जॉर्ब करने की शरीर की क्षमता को कम कर देती है। ज्यादा पीने से खुश्की आ सकती है। चाय-कॉफी में टेनिन नाम का 18 प्रतिशत पॉइजन रूपी तत्व होता है, जो पेट में छाले पैदा करता है। चाय-कॉफी में 3 प्रतिशत थिन होता है, जिससे गले और मुंह में खुश्की चढ़ती है तथा यह फेफड़ों और सिर में भारीपन पैदा करता है। यह तो सब जानते हैं कि चाय-कॉफी में कैफीन होता है। इसकी मात्रा 2.75 प्रतिशत होती है, जो शरीर में एसिड बनाने का काम करती है। इससे किडनी पर असर होता है।

    ललिताः चाय से आंतों पर भी प्रभाव पड़ता है। यह भी एक मिथ है कि खाने के बाद एक कप चाय-कॉफी पीने से खाना पच जाता है। बल्कि चाय-कॉफी में पैमिन नामक अम्ल पाया जाता है और इससे पाचनशक्ति कमजोर होती है।

    चाय-कॉफी में सबसे ज्यादा मात्रा में साइनोजन होता है और नींद न आने की बीमारी का यह अम्ल एक बड़ा कारण माना गया है। और तो और चाय-कॉफी में ऑक्सेलिक अम्ल होता है, जो शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक है। एक शोध में पाया गया है कि ज्यादा चाय कॉफी पीने वालों में नपुंसकता आने का खतरा तेज होता है। इसका कारण है इनमें पाया जाने वाला स्टिनॉयल। ये रक्तविहार तथा नपुंसकता पैदा करता है।

    अनिलः खेल की बारी। भारत सरकार अब 2024 ओलपिंक की मेजबानी करने का दावा ठोकने की तैयारी कर रहा है। मेजबान शहर के तौर पर सबसे आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात का अहमदाबाद है।

    2016 में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो और 2020 में जापान की राजधानी टोक्यो में ओपंपिक खेलों का आयोजन होना है। भारत ने अभी तक कभी ओलंपिक खेलों की मेजबानी नहीं की है।

    भारत सरकार के खेल सचिव अजीत मोहन शरण पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (आईसीसी) के अधिकारियों से मिलने लुसाने गए थे और आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाख अप्रैल में भारत आ रहे हैं।

    केंद्रीय खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि आईओसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने भारत आ रहे है और निश्चित ही दोनों की मुलाकात में इस मुद्दे पर बातचीत होगी।

    भारत सरकार 2024 ओलंपिक को हर कीमत पर अहमदाबाद में आयोजित करवाना चाहती है। इस साल 15 जनवरी को मेजबानी के लिए दावेदारी करने की शुरुआत हुई थी।

    ललिताः अभी तक इटली ने रोम में, जर्मनी ने हैम्बर्ग में और अमरीका ने बोस्टन में 2024 ओलंपिक खेलों को आयोजित करवाने के लिए आईओसी को पेशकश भेजी है।

    2024 ओलंपिक के लिए 15 सितंबर से पहले आवेदन करने वाले शहर को आईओसी को अनापत्ति प्रमाण पत्र भेजने हैं। इसी साल से नौ अक्टूबर को लुसान में आवेदन शहरों का सेमीनार होगा।

    अगले साल आठ जनवरी को आवेदन को गारंटी पत्र और एप्लीकेशन जमा करनी होगी। जून 2017 में आवेदन शहर आईओसी सदस्यों को ब्रीफ करेंगे।

    इसके बाद आवेदन आईओसी को अपना प्रेजेटेशन देंगे। 15 सितंबर 2017 को पेरु के शहर लीमा में आईओसी के 130वे सत्र में मेजबान शहर की घोषणा की जाएगी।

    अनिलः अब प्रोग्राम में वक्त हो गया है, श्रोताओं के कमेंट शामिल करने का। सबसे पहला ई-मेल हमें भेजा है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि हमने आज के "टी टाइम" का भी पूरा लुत्फ़ उठाया। कार्यक्रम की शुरुआत में क्रिकेट विश्व कप की समीक्षा और बैडमिन्टन में साइना नेहवाल और के.श्रीकान्त का विश्व में नम्बर वन होना सुखद कराने वाला था। तमिलनाडु में खेलते समय एक बच्ची के शरीर का पतीले में फंसना का समाचार मन में सिहरन पैदा कर गया। हाँ, सीआरआई द्वारा भारत द्वारा अपनी नौवहन प्रणाली विकसित किये के समाचार को प्रमुखता दिया जाना मित्रवत लगा। फेसबुक के मार्क ज़ुकरबर्ग द्वारा एयरक्राफ्ट के ज़रिये सीधे आसमान से इण्टरनेट प्रदान किये जाने की नई इबारत माहौल को ख़ुशी से भर देने वाली लगी। ब्रिटिश लेखक ज्यॉफ्री आर्चर द्वारा भड़काऊ लेख न लिखने और भारत में उन्हें कोई ख़तरा न होने की पुष्टि किया जाना सर्वथा उचित जान पड़ा।

    ललिताः हेल्थटिप्स में ताली बजाने के फ़ायदे तथा पत्तागोभी में रोगप्रतिरोधी क्षमता होने की जानकारी, यद्यपि आप पहले भी दे चुके थे, फिर भी अच्छी लगी। फूडमूड की बातें भी काफी महत्वपूर्ण लगीं। क़्वींस विश्वविद्यालय की भारतीय मूल की वैज्ञानिक माधुरी कोटी द्वारा कैंसर पर किये गये नये अध्ययन की जानकारी भी उत्साहवर्धक लगी। आज के हंसगुल्ले भी मज़ेदार थे। धन्यवाद।

    अनिलः अगला मेल मेरे हाथ में है, उसे भेजा है, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु ने। लिखते हैं कि अनिल जी एवं वेइ तुंग जी द्वारा पेश "टी टाइम" प्रोग्राम बहुत ध्यान से सुना। आज के प्रोग्राम के शुरुआत में आपने विश्व कप क्रिकेट को लेकर एक विशेष चर्चा की जो मुझे बहुत अच्छी लगी। खासकर क्रिकेट विश्व कप के सेमीफ़ाइनल तक भारत के परफॉरमेंस को लेकर आपने सही विश्लेषण किया है। यह सच है कि अब विश्व कप खत्म हो गया है और ऑस्ट्रेलिया ने न्यूज़ीलैंड को सात विकेट से हराकर रिकॉर्ड पाँचवीं बार ट्राफ़ी पर अपना क़ब्ज़ा कर लिया। ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफ़ाइनल में भारत के विजय रथ को रोक दिया। फिर भी मैं भारत के परफॉरमेंस से खुश हुआ हूं। इस विश्व कप में सेमीफाइनल को छोड़कर हमने छह मैचों में सभी 60 विकेट लिए है और सभी मुक़ाबलों में विपक्षी टीमों को ऑल आउट किया है जो एक रिकॉर्ड है।

    ललिताः खेल में तो हार जीत होती रहती है। हम इंतज़ार में हैं 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप के! टी टाइम में पेश ढेर सारी जानकारियॉ में जिस खबर ने मुझे सबसे अधिक प्रभावित और चकित किया वह है कि हम आसमान से इंटरनेट एक्सेस पाएंगे। मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरा गांव इंटरनेट की रोशनी से दूर है। आपको मेल भेजने के लिए मुझे हर दिन 22 किलोमीटर जाना पड़ता है। सुना है कि फेसबुक के जनक मार्क जुकरबर्ग ने ब्रिटेन में एक ऐसा एयरक्राफ्ट बनाया जिसके जरिए जहां अभी इंटरनेट मौजूद नहीं है वहां पर रहने वाले लोगों को भी सूर्य की रोशनी और बारिश की तरह इंटरनेट से जोड़ा जा सकता है। इससे बड़ी खबर और क्या हो सकती है? टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में यह एक नई सौगात है।

    भारत की सहनशीलता के बारे में ब्रिटिश लेखक जेफरी आर्चर ने जो बताया उससे साबित होता है कि "अतिथि देव: भव" जो भारत की परम्परा है।

    आज के बदले परिवेश में, भाग-दौड़ भरी लाइफ में हमारे लिए ताली बजाना कितना लाभकारी है - इस साधारण विषय पर आपने एक असाधारण चर्चा की। हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए ताली बजाना कितना जरुरी है,यह आपने अच्छी तरह से आज हम लोगों को वाकिफ करवाया। ताली बजाने से शरीर स्वस्थ और निरोग बनता है। हम लोग यह जानकर भी इस बारे में ध्यान नहीं देते हैं। पत्तागोभी रोज खाने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

    अनिलः महिलाओं को स्तन कैंसर की प्रतिरक्षा प्रक्रिया में मदद मिलती है। यह जानकारी हमारे लिए बहुत ही लाभदायक है। मस्तिष्क को ठीक रखने के लिए हम लोगों को आहार में कौन कौन सी सब्जियां और फल खाने चाहिए- इस बारे में आपने जो डाइट चार्ट दिया, मेरे विचार में वो सभी श्रोताओं के लिए बहुत फायदेमंद होगा। मुझे लगता है कि गर्भाशय कैंसर के इलाज में बायोमार्कर की खोज मेडिकल साइंस में एक बड़ी कामयाबी है।

    आज के प्रोग्राम में आपने मेरे बेटे उदित शंकर के जोक को शामिल किया। इसके लिए मैं और मेरा बेटा आपके आभारी हैं। कुल मिलाकर आपके प्रोग्राम से मुझे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। इसीलिए आपको धन्यवाद।

    वहीं पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप ने भी हमें खत भेजा है। आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया।

    प्रोग्राम में लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने के बाद समय हो गया है, हंसगुल्लों का। जी हां, हमें मालूम है कि आपको हंसगुल्लों का बड़ा इंतजार रहता है। तो लीजिए आज भी हम लेकर आए हैं, तीन जोक...

    पहला जोक...

    दो बचपन के दोस्त बहुत सालों बाद मिले मिले।

    पहला दोस्त- तुम्हारे कितने बच्चे हैं?

    दूसरा दोस्त- मेरे 4 लड़के हैं।

    पहला दोस्त- क्या करते हैं??

    दूसरा दोस्त- पहले नंबर वाला एमबीए है। दूसरे ने एमसीए किया है। तीसरा एमटेक है। और चौथा चोर है!

    पहला दोस्त- तो चोर को घर से निकालते क्यों नहीं?

    दूसरा दोस्त- वही तो कमाता है। बाकी सब तो बेरोजगार हैं!

    दूसरा जोक...

    संता- मेरे घर में सदा मेरा ही हुक्म चलता है।

    बंता- वो कैसे?

    संता- अगर मैं कहूं कि गर्म पानी लाओ तो तेरी भाभी गर्म पानी ले आती है और कहूं कि ठंडा लाओ तो तुरंत ठंडा ले आती है।

    बंता- गुड, फिर क्या होता है?

    संता- होना क्या है, मैं घर के सभी जूठे बर्तन धो देता हूं।

    तीसरा जोक...

    एक बाबा किसी महफिल में गए। वहां सब उनका मजाक उड़ाने लगे।

    बाबा ने कहा- देखो हम फकीर लोग हैं। हमारा मजाक न उड़ाओ।

    लोग खूब हंसे। अचानक उन सबको दिखना बंद हो गया। लोगों को लगा कि वे अंधे हो गए।

    वो सब बाबा के कदमों में गिर गए और बोले- बाबाजी, हमें माफ कर दीजिए। फिर आपका मजाक नहीं उड़ाएंगे।

    बाबाजी ने अपना जूता उतारा और जो जहां मिला, उसे एक-एक जूता लगा दिया। फिर बोले- भक्तों, मैंने सबको माफ कर दिया। लाइट चली गई है। जाओ, कोई जनरेटर ऑन करो। मुझे भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा।

    हंसगुल्ले यही तक...उम्मीद है आपको पसंद आए होंगे।

    अब सवाल-जवाब की बारी है, हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे,

    पहला सवाल था...किस देश के लेखक ने कहा कि वे उत्तेजना फैलाने वाले लेखक नहीं हैं। उनका क्या नाम है।

    सही जवाब है, ब्रिटेन, लेखक का नाम है, जैफ्री आर्चर

    दूसरा सवाल था....कैंसर के विषय में कौन सी खोज का पता चला है।

    सही जवाब है- एक ऐसे बायोमार्कर की खोज़ हुई है, जिसके ज़रिये गर्भाशय कैंसर का इलाज़ करना सम्भव होगा।

    इन सवालों का सही जवाब हमें भेजा है, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु, देवाशीष गोप और केसिंगा उडीसा से सुरेश अग्रवाल आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अब आज के सवालों का वक्त हो गया है...

    पहला सवाल है...हाल में किस महिला का निधन हुआ

    दूसरा सवाल है.....भारत सरकार 2024 ओलंपिक के लिए क्या तैयारी कर रही है, और क्यों

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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