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    टी टाइम 150324 (अनिल और ललिता)
    2015-03-24 19:31:10 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ..... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः नारियल तेल बालों के लिए फायदेमंद है और दक्षिण भारतीय इसका इस्तेमाल खाना बनाने में भी होता है। लेकिन, क्या हम कुछ दिनों में डीजल से चलने वाली गाडिय़ों में नारियल तेल डलवाने लगेंगे? केरल के वैज्ञानिकों की मानें तो ऐसा हो भी सकता है।

    कोच्चि के एससीएमएस इंस्टीट्यूट ऑफ बायोसाइंस एंड बायो टेक्नोलॉजी रिसर्च एंड डेवलपमेंट और एससीएमएस स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से जुड़े वैज्ञानिकों ने जैव ईंधन नारियल तेल को व्यावसायिक करने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति मांगी है।

    सी. मोहनकुमार के नेतृत्व में वैज्ञानिकों ने डीजल इंजन वाले छोटे ट्रक को पिछले एक साल तक नारियल तेल से चलाया तो चौंकाने वाले, लेकिन अच्छे रिजल्ट सामने आए। एक साल तक 20 हजार किलोमीटर चलाए गए ट्रक ने प्रति लीटर 22.5 किलोमीटर का माइलेज दिया, जबकि टाटा एसीई ट्रक बनाने वाली कंपनी के मुताबिक उनका ट्रक एक लीटर डीजल में 16 किलोमीटर का माइलेज दे सकता है।

    सी. मोहनकुमार की मानें तो अन्य जैव डीजल की तुलना में नारियल तेल से बनने वाले जैव डीजल से उत्सर्जन काफी कम होता है और यह प्रकृति के अनुकूल भी है। उन्होंने कहा कि 10 हजार लीटर नारियल तेल से 760 लीटर जैव ईंधन तैयार किया जा सकता है। नारियल तेल से जैव ईंधन बनाने के दौरान में 3 ऐसे उत्पाद भी बनते हैं, जिनकी बाजार में काफी कीमत है।

    ललिताः 760 लीटर जैव ईंधन बनाने में 5 हजार किलोग्राम भूसी, 2500 किलोग्राम नारियल का छिलका, 1250 किलोग्राम नारियल पानी और लगभग 1200 किलोग्राम केक और 70 लीटर ग्लिसरॉल बनता है। बाजार में इन उत्पादों की अच्छी कीमत मिल जाती है और इस तरह जैव ईंधन की लागत मूल्य बेहद कम हो जाती है और इसे 40 रुपए प्रति लीटर बेचा जा सकता है।

    मोहनकुमार के मुताबिक अमेरिकी पेटेंट के लिए आवेदन कर दिया गया है और केंद्र सरकार से भी अनुमति मांगी गई है। वहीं, नारियल विकास समिति (सीडीबी) के अध्यक्ष टी. के. जोस का कहना है कि इस नई खोज को आगे ले जाने के लिए सीडीबी के पास फंड की कमी है।

    अनिलः अब दूसरी जानकारी से रूबरू कराते हैं। जब एक महिला को पता चला कि प्रैग्नेंट है तो काफी खुश हुई, लेकिन जब उसने अपने होने वाले बच्चे के पिता का नाम याद करने की कोशिश की तो उसके माथे पर चिंता की लकीरें उभर आईं। वो बच्चे के पिता का नाम पूरी तरह से भूल चुकी थी। ऐसा ऑस्ट्रेलिया में हुआ।

    दरअसल, अन्य पश्चिमी देशों की तरह ऑस्ट्रेलिया में भी एक पुरुष और महिला के रिश्ते में वन नाइट स्टैंड का कांसेप्ट है। 25 साल की बायनका की जिंदगी में भी वन नाइट स्टैंड आम बात थी। लेकिन पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से पीड़ित बायनका को डॉक्टर्स ने साल 2011 में कह दिया था कि वो कभी मां नहीं बन सकती। पहले बायनका को दुख तो हुआ, लेकिन बाद में वो अपनी जिंदगी सामान्य तौर पर जीने लगी।

    ललिताः लेकिन कुछ महीनों पहले उसे अचानक अपनी प्रेग्नेंसी का पता चला तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। उसकी खुशी धीरे-धीरे चिंता में तब बदलती चली गई, जब उसने बच्चे के पिता का नाम याद करने के लिए अपने दिमाग पर जोर दिया। बड़ी मुश्किल से बायनका ने याद किया कि उसने पिछले साल अप्रैल महीने में पर्थ के मॉर्ले में जेरेमी नाम के एक अंजान व्यक्ति के साथ वन-नाइट स्टैंड में संबंध बनाया था, वही उस बच्चे का पिता है।

    हालांकि उस वक्त बायनका ने नहीं सोचा था कि वो मां सकती है, इसलिए उसने जेरेमी के बारे में ज्यादा कुछ जानकारी लिए बिना ही संबंध बना लिया था। काफी कोशिशों के बाद याद आए अपने बच्चे के पिता की खोज के लिए बायनका ने ऑनलाइन विज्ञापन दिया, लेकिन उसे अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

    अनिलः आजकल लोगों को मोबाइल से सेल्फी लेना यानी खुद की फोटो लेने का बड़ा शौक है। एक युवक के कंधे पर गोली लग गई थी, खून निकल रहा था और दर्द भी काफी था। लेकिन ऐसे हालात में भी उस 20 साल के युवक ने चेहरे पर हल्की मुस्कान लाते हुए अपने स्मार्टफोन से सेल्फी ली और फौरन स्नैपचैट एप के जरिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट कर दी। घटना अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की है।

    सेल्फी के ऐसे क्रेजी युवक का नाम इजाक मार्टीनेज है। वो एरिजोना के एक रेस्तरां में काम करता है और साथ ही एक कॉलेज में पढ़ाई भी करता है। पिछले हफ्ते रेस्तरां में गोलीबारी हुई तो उसके कंधे पर गोली लग गई। तकलीफदेह हालात में सेल्फी पोस्ट करते हुए उसने लिखा- देखो मुझे बस अभी गोली लगी है।

    ललिताः घायल इजाक मार्टीनेज को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसने सेल्फी पोस्ट करने का सिलसिला लगातार जारी रखा। वो अपने हालात और इलाज से जुड़ी सारी जानकारी फोटो के साथ ऑनलाइन अपडेट करता रहा।

    अस्पताल से छुट्टी मिलने पर डाली गई पोस्ट में इजाक मार्टीनेज ने बताया कि गोली उसके कॉलर के पीछे से लगी थी और वहां मौजूद लोगों में बस वही घायल हुआ। पुलिस ने फायरिंग करने के आरोप में 41 साल के रायन गिराक्स को गिरफ्तार कर लिया है।

    सेल्फी का क्रेज इजाक मार्टीनेज के दोस्तों में भी खूब है। एक लड़की ने इजाक मार्टीनेज की अस्पताल में ली गई एक फोटो को ऑनलाइन स्टीकर से सजा दिया और उसके चेहरे पर सनग्लासेज पहनाकर उसके हाथ में सिगरेट पकड़ा दी। साथ ही फोटो पर कैप्शन लगाया- ठग लाइफ।

    अनिलः दोस्तो वैसे कोई भी नौकरी या काम छोटा या बड़ा नहीं होता। वैसे अपने देश में नेताओं के बच्चों को किसी छोटे काम या नौकरी करते हुए कम ही देखा जाता है। लेकिन अजमेर भाजपा के एक विधायक के पुत्र ने कृषि विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती में साक्षात्कार दिया है। अजमेर की कृषि उपज मंडी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 17 पदों के लिए प्रदेश के 8 हजार बेरोजगारों ने आवेदन किया है। भर्ती के लिए प्रतिदिन सौ से अधिक अभ्यर्थियों के साक्षात्कार लिए जा रहे हैं।

    राजस्थान के टोंक जिले की निवाई विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक हीरालाल वर्मा के पुत्र हंसराज वर्मा ने भी साक्षात्कार दिया है। हंसराज फिलहाल एक चकित्सालय में नौकरी कर रहे हैं। हंसराज ने बताया कि उनका साक्षात्कार अच्छा हुआ है। वे अल्प शिक्षित होने के कारण चपरासी बनना चाहते हैं।

    ललिताः अल्पशिक्षित अभ्यर्थियों के लिए नौकरी पहले ही कम है। चपरासी के पद पर सरकारी नौकरी लग जाती है, तो भविष्य सुरक्षित हो जाएगा। साथ ही स्थाई नौकरी भी हाथ में होगी।

    बताया जाता है कि चपरासी बनने के लिए अभ्यर्थी अपनी शैक्षणिक योग्यता भी छपा रहे हैं। आवेदन करने वालों में से सैकड़ों अभ्यर्थी स्नातक, स्नातकोत्तर, बीएड, बीबीए और एमबीए की डिग्री प्राप्त हैं।

    लेकिन उन्हें भय है कि भर्ती में केवल आठवीं पास अभ्यर्थियों को ही प्राथमिकता दी जा रही है। ऐसे में अपनी उच्च शैक्षणिक योग्यता या डिग्री बताने के चक्कर में वे भर्ती से वंचित हो सकते हैं। साक्षात्कार के दौरान कुछ अभ्यर्थी इसका खुलासा भी स्वयं कर रहे हैं।

    अनिलः वहीं गुजरात के मेहसाणा जिले में एक ऐसा वाक्या हुआ जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। यहां बकरियां ने शराब पी ली और नशे में धुत हो गईं। उनका नशा कम करने के लिए उन्हें दूध-मक्खन खिलाया गया। मेहसाणा जिले के खेरालू शहर में पुलिस ने छापेमारी में जब्त शराब की बोतलों को एक खुले मैदान में नष्ट किया, जिससे वहां कुछ गड्ढ़ों में शराब भर गई। जिसे घास चर रही बकरियों ने पी ली और नशे में धुत हो गई।

    प्रशासन ने जब्त की गई शराब को रोड रोलर से तोड़ दिया था। जिससे शराब मैदान में बने छोटे-छोटे गड्ढ़ों में भर गई। उसके बाद बकरियों ने इसे पी लिया। कुछ बकरियां पीने के बाद नशे में होगी और कुछ पीकर बेहोश हो गई। बकरियों को नशे में देखकर सभी लोग हैरान रह गए और उनके नशे को कम करने के लिए कई प्रयास किए गए।

    बकरियों के मालिक पाटनी ने बताया कि घटना के कई घंटे बाद बकरियों को होश आया। पाटनी ने शराब का प्रभाव कम करने के लिए बकरियों को मक्खन-दूध खिलाया और उन्हें बांध दिया ताकि वे हंगामा नहीं करें।

    ललिताः बात अजीब है, लेकिन पिछले दिनों नेपाल में इस बात की खूब चर्चा रही कि एक महिला ने मेढक जैसे इंसानी बच्चे को जन्म दिया है। कहा जा रहा है कि बच्चे को जन्म देने वाली महिला के शरीर में मेढक के शुक्राणु पहुंच गए थे।

    दरअसल, नेपाल के चारकोट शहर के गौरीशंकर अस्पताल में जब नीर बहादुर कार्की और सुन्ताली कार्की के बच्चे का जन्म हुआ। लेकिन बच्चे की शक्ल देख सभी हैरान थे। वो दिखने में थोड़ा अजीबोगरीब था. उसकी गर्द नहीं थी, जबकि आखें बड़ी आंखें थी।

    यह खबर आग की तरह आस-पास के सभी इलाकों तक पहुंच गई। मेढक जैसी शक्ल के इंसानी बच्चे को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अस्पताल प्रबंधन को पुलिस की सहायता लेनी पड़ी। इस घटना ने लोगों के साथ-साथ बड़े-बड़े विशेषज्ञों को भी हैरान कर दिया, हालांकि जल्द ही इस बच्चे की मौत हो गई।

    अनिलः अस्पताल का कहना था कि ये अंदाजा लगाया गया है कि जब महिला तालाब में नहाने गई थी, तभी वो किसी मेढक के संपर्क में आ गई होगी और उसके शुक्राणु महिला के शरीर में पहुंच गए।

    अब बात बिहार की करते हैं, बिहार में तो हद हो गई नकल की। 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को पास होना है, लेकिन इसके लिए उन्हें अकल की जरूरत बिल्कुल नहीं है। उन्हें पास कराने की सारी टेंशन परिजनों, रिश्तेदारों और दोस्तों की है।

    यहां नकल का तरीका इतना नायाब है कि सोशल मीडिया पर खासा चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर नकल की तस्वीरों पर कोई तीखी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहा है तो कोई माजाकिया अंदाज में सबसे पूछ रहा है कि बताओ ये तस्वीर कहां की हो सकती है?

    यहां दीवारों और खिड़कियों से लटके लोग बड़ी ही मुस्तैदी से अपनों को नकल करा रहे हैं। हद तो तब और भी हो जाती है कि एक स्टूडेंट को नकल कराने के लिए एक या दो लोग नहीं बल्कि 5 से 10 लोग तैनात होते हैं। खिड़की से नकल सामग्री दी जाती है। अपनों को नकल कराने के लिए ये लोग जान जोखिम में डालने से पीछे नहीं हट रहे हैं। नजारा कुछ ऐसा हो जाता है कि अंदर परीक्षा चलती है तो बाहर सर्कस।

    यहां तो ये खबर भी नहीं दी जा सकती है किसी शहर के इस केंद्र या इन केंद्रों पर नकल हो रही है। नकल का जुनुन ऐसा कि पूरे बिहार के सभी केंद्रों पर ही मंगलवार से शुरू हुई 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में नकल हो रही है। लगता है यहां लोगों में आम राय बन चुकी लगती है कि जो नकल नहीं किया या नहीं कराया तो समझो सब कुछ बरबाद हो जाएगा।

    ऐसा भी नहीं है कि नकल इसी साल हो रही है। चोरी से नहीं, सीनाजोरी से नकल की ये तस्वीरें पहले भी आती रहीं हैं, लेकिन प्रशासन कहां है? पता नहीं। शायद वो भी इन नकलचियों के आगे अपनी हार मान चुका है।

    ललिताः अब तकनीक की बात करते हैं, जापानी स्मार्टफोन मेकर सोनी ने पहली बार अनलॉक फोन उतारने की घोषणा की है। सोनी का यह फोन बिना सिम के उपलब्ध करवाया जाएगा।

    जे1 कंपैक्ट (डी5788) खरीददारों को उनकी इच्छानुसार सर्विस चुनने की आजादी देता है। जे1 कंपैक्ट फोन में एक्सपीरिया ए2 स्मार्टफोन वाले स्पेक्स ही हैं। एक्सपीरिया ए2 देश में लांच होने वाला सोनी का पहला अनलॉक मॉडल था।

    एनटीटी डोकोमो के साथ कंपनी इसे 20 अप्रैल को लांच कर देगी। इसके लिए 27 मार्च को प्रीआर्डर शुरू कर दी जाएगी। इसकी कीमत 54,800 येन के साथ टैक्स यानि 30,000 रुपये रखी गयी है।

    अनिलः दुनिया की सबसे महंगी घड़ी 18 कैरेट खालिस सोने से बनी है। इसके चारों ओर बेशकीमती हीरे जड़े हैं।

    जी हां हम बात कर रहे हैं एपल की स्मार्टवॉच का कस्टमाइज्ड एडिशन लक्स वॉच ओमनी की जो 38 एमएम और 42 एमएम साइज में उपलब्ध है। ब्रिक नामक एक कंपनी ने इस वॉच का पिंक गोल्ड और प्लेटिनम वर्जन बाजार में उपलब्ध करवाया गया है।

    कस्टमाइज्ड एपल वॉच की कीमत एपल वॉच की कीमत लगभग 1 हजार डॉलर के आसपास है लेकिन कस्टमाइजेशन के बाद यही वॉच लाखों की हो जाती है।

    लक्स वॉच ओमनी की कीमत 114995 डॉलर यानि कि तकरीबन 70 लाख रुपए है। हालांकि बताया गया है कि बजट कॉन्शियस ग्राहकों के लिए इसी वॉच का एक और वर्जन 50 हजार डॉलर में भी उपलब्ध करवाया गया है।

    ललिताः अब वक्त हो गया है, हेल्थ टिप्स का। भारत सरकार ने कहा कि योग, खेल और सांस्कृति कार्यक्रमों के माध्यम से केन्द्रीय कर्मचारियों को तनाव मुक्त रखने का प्रयास किया जाता है और इसीक्रम मोरारजी देसाई योग संस्थान की अप्रेल से देश में 40 शाखाएं शुरू करने की जाएगी।

    कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने राज्यसभा में बताया कि राष्ट्रीय प्रशिक्षण एवं सामाजिक अनुसंधान परिषद के माध्यम से तनाव नियंत्रण एवं दक्षता सुधार के संबंध में कार्यक्रम आयोजित करने को प्रस्ताव नहीं है।

    उन्होंने कहा कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने नौ से ग्यारह अप्रेल तक तनाव और तनाव नियंत्रण तथा दक्षता एवं व्यवहारिक कौशल सुधार के संबंध में कर्मचारियों का विकास विषय पर आयोजित की जाने वाली तीन दिवसीय तकनीकी कार्यशाला के लिए श्रम कल्याण निदेशक सहित अपने पदाधिकारियों से नामांकन मांगे हैं लेकिन अब तक कोई नामांकन प्राप्त नहीं हुआ है।

    अनिलः उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रशिक्षण एवं सामाजिक अनुसांधन परिषद के अनुसार यह कार्यक्रम सरकारी विभागों, सार्वजिनक उपक्रमों के प्रशासन, कार्मिक प्रबंधन में कार्यरत कर्मचारियों के लिए तैयार किया गया है और इसके लिए वह प्रत्येक अभ्यर्थी 19600 से लेकर 39600 रूपए व्यय होने का अनुमान है।

    ललिताः अगर आप तीन दिनों तक लगातार अपनी नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं, तो इसका मतलब अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।

    नए शोध ने जाहिर कर दिया है कि कई दिनों तक नींद में कमी होने से सेहत पर जोखिम बढ़ सकता है और इससे मधुमेह तथा ओबेसिटी से पीडि़त रोगियों को अधिक नुकसान हो सकता है। पहले के एक अध्ययन ने शिफ्ट में काम करने वालों की अपर्याप्त नींद और उसके स्वास्थ्य पर असर को देखते हुए कहा था कि अपर्याप्त नींद ऐसे लोगों में टाइप-2 डायबिटीज को बढ़ावा देती है।

    अनिलः अमेरिका के शिकागो विश्वविद्यालय की ओर से एक अध्ययन में बाधित निद्रा या अपर्याप्त नींद का संबंध वजन बढऩे तथा टाइप-2 डायबिटीज के साथ पुन: परखा गया है।

    कम समय तक नींद आना भी स्वास्थ्य के हित में नहीं है। इसपर शिकागो विश्वविद्यालय ने हाल ही में एक स्टडी कराई है, जिसमें सामने आया है कि तीन दिनों तक अपर्याप्त नींद, रक्त शर्करा को व्यवस्थित करने वाले इंसुलिन की क्षमता कम कर देती है।

    अमरीकी शोधार्थियों ने अपर्याप्त नींद के बारे में कहा है कि यह वर्तमान दौर में मोटापा तथा टाइप-2 डायबिटीज को महामारी के रूप में लाने में कारगर भूमिका निभा सकती है, लेकिन नींद की पूरी खुराक मधुमेह तथा मोटे लोगों के स्वास्थ्य पर आए रोगगत लक्षणों को उलट सकती है।

    इस अध्ययन में 24 घंटों में रक्त में फैटी एसिड के स्तर पर अपर्याप्त नींद के प्रभाव को देखा गया। नतीजों में पाया गया कि नींद की कमी, रक्त में मुक्त फैटी एसिड के स्तर को बढ़ा देती है, इससे हेल्दी युवकों में भी अस्थायी तौर पर प्री-डायबिटिक परिस्थितियां पैदा होती हैं।

    कई अध्ययनों ने पहले ही जाहिर कर दिया है कि बाधिक निद्रा का संबंध वजन बढऩे तथा टाइप-2 डायबिटीज से है।

    ललिताः दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने अलग-अलग शोध के नतीजों के आधार पर कहा है कि इश्क करने वालों की सेहत अच्छी रहती है। मनोवैज्ञानिक डॉ. जोसेफ हुलेट ने अपने शोध में पाया है कि दर्द के दौरान कोई महिला अपने पति का हाथ पकड़ती है, तो उसे दर्द से राहत मिलती है।

    एक आम अध्ययन में पाया गया है कि नियमित रूप से अंतरंग संबंध न बनाने वाले स्ट्रेस में रहते हैं जबकि ऐसा करने वाले ऑक्सीटोसिन के उत्सर्जन से खुशमिजाज और प्रसन्न रहते हैं और साथ ही इनकी रोग निवारक क्षमता भी बढ़ती है।

    एक अध्ययन से यह भी पता चलता है कि रोमांटिक फिल्म देखने के दौरान दंपत्ति एक दूसरे का आलिंगन करें और हाथ पकड़ें तो ब्लडप्रेशर नियंत्रित रहता है।

    जबकि एक शोध की रिपोर्ट दावा करती है कि शादीशुदा लोगों में एकाकी जीवन जीने वालों की तुलना में स्ट्रोक से मृत्यु होने की संभावना कम रहती है।

    अनिलः दोस्तो, अब वक्त हो गया है, श्रोताओं के कमेंट शामिल करने का।

    सबसे पहले शामिल करते हैं झालावाड़ राजस्थान से राजेश कुमार मेहरा का ई-मेल, वे लिखते हैं कि टी-टाइम का पिछला अंक बहुत अच्छा लगा, विशेषकर करियर गाइडेंस की जानकारी। साथ ही प्रोग्राम में गीत-संगीत का भी लुत्फ उठाने का मौका मिला। शानदार प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।

    अगला ई-मेल हमें भेजा है, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु ने। वे लिखते हैं कि, मैंने 17 मार्च, मंगलवार को रात साढ़े नौ बजे डिजिटल रेडियो पर आपका प्रोग्राम सुना। अनिल जी एवं वेइतुंग जी द्वारा पेश किया गया पसंदीदा साप्ताहिक "टी टाइम" प्रोग्राम बहुत ध्यान से सुना। और आज के प्रोग्राम से मुझे तमाम रोचक जानकारी मिली। सबसे पहले तो मैं यह उल्लेख करना चाहता हूं कि ब्रिटेन की राजधानी लंदन के संसद परिसर में बापू महात्मा गांधी की मूर्ति का अनावरण संबंधी समाचार हर भारतीय के लिये गर्व की बात है। क्योंकि अब ब्रिटेन ने महात्मा गांधी को ब्रिटेन के सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल पर जगह दी है। जिस देश के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने गांधी को 'अंधनंगा फकीर' की संज्ञा दी थी। आपके प्रोग्राम से पता चला कि गांधी जी की इस स्टेच्यू उनके दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के सौ साल पूरे होने के मौके पर बनायी गयी है। मैं आपको इसीलिए धन्यवाद देता हूं क्योंकि इस बारे में समाचार हमारे स्थानीय मीडिया में नहीं आया। अगर गांधी जी की इस स्टेच्यू की एक फोटो वेबसाइट पर लगाएंगे तो बहुत अच्छा रहेगा। मुझे यह सुनकर ताज्जुब हुआ कि चीन के हुनान प्रांत में एक 57 मंजिला इमारत को सिर्फ 19 दिन में बना दिया गया है।मुझे लगता है कि इस रिकॉर्ड को गिनीज़ बुक ऑफ रिकार्ड में स्थान मिलना चाहिए। यह खबर सुन कर बहुत ही अच्छा लगा कि आपदा की मदद के लिए नासा के जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी ने बंदर की तरह दिखने वाला एक रोबोट बनाया है। मुझे आशा है कि हमारा देश इस रोबोट टेक्नोलॉजी को आपदा की स्थिति में इस्तेमाल करेगा। हेल्थटिप्स में आप तो हर बार हमें नए-नए टिप्स देते रहते है। ब्लड प्रेशर कम रखने के लिए अपने जो परामर्श हमें दिया है,वह हमारे लिए बहुत ही लाभदायक है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

    ललिताः अगला ई-मेल भी वेस्ट बंगाल से ही आया है, जिसे भेजा है, दक्षिण दिनाजपुर से देबाशीष गोप ने। उन्होंने लिखा है कि किसी कारणवश आपका टी-टाइम प्रोग्राम नहीं सुन पाया, इसलिए दुखी हूं। मुझे इस बार के लिए क्षमा कीजिए। जल्द ही वेबपेज पर जाकर सुनूंगा।

    वहीं मधुबनी बिहार से अवधेश कुमार ने भी ई-मेल भेजकर प्रोग्राम के बारे में लिखा है। आप सभी श्रोताओं का बहुत-बहुत शुक्रिया।

    अनिलः लिस्नर्स के कमेंट के बाद समय हो गया है, जोक्स यानी हंसगुल्लों का। हर बार की तरह आज भी हम लेकर आए हैं, तीन जोक।

    लीजिए पेश है, पहला जोक-

    अध्यापक- इतने दिन से कहां था?

    छात्र- बर्ड फ्लू हो गया था।

    अध्यापक- पर ये तो बर्ड में होता है इंसानों में नहीं।

    छात्र (गुस्से में)- इंसान समझा ही कहां आपने... रोज तो मुर्गा बना देते हो।

    दूसरा जोक-

    अध्यापक- हिंदी हमारी मातृभाषा है, इसे पितृ भाषा क्यों नही कहते?

    छात्र- क्योंकि माता जी ने कभी पिताजी को बोलने का मौका ही नही दिया।

    तीसरा जोक-

    संता- बंता आज के टेस्ट में तुम्हारे कितने नंबर आए हैं?

    बंता- भइया से बस बीस नंबर कम। संता- भइया के कितने नंबर आए हैं?

    बंता- बीस।

    हंसगुल्लों के बाद वक्त हो गया है, सवाल-जवाब का। पिछले सप्ताह हमने दो सवाल पूछे थे,

    पहला सवाल था... हाल में किस देश में बापू महात्मा गांधी की मूर्ति लगाई गई।

    सही जवाब है- ब्रिटेन में

    दूसरा सवाल था... आपदा की मदद के लिए किस एजेंसी ने एक रोबोट बनाया है, उसका क्या नाम है।

    सही जवाब है, नासा के शोधकर्ताओं ने "बंदर" की तरह दिखने वाला रोबोट बनाया है।

    इन सवालों का सही जवाब हमें लिखकर भेजा है, झालावाड़ राजस्थान से राजेश कुमार मेहरा, मधुबनी बिहार से अवधेश कुमार, पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु और देबाशीष गोप आदि ने। आप सभी को ढेर सारी बधाई।

    अब आज के सवालों का वक्त हो गया है।

    पहला सवाल है... हाल में नारियल के तेल के किस नए गुण का पता चला है।

    दूसरा सवाल है... जापानी कंपनी ने बाज़ार में कौन सा उत्पाद उतारने का ऐलान किया है।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए। ....हमारा ईमेल है... hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn..... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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