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    टी टाइम 150310 (अनिल और ललिता)
    2015-03-10 12:57:19 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ...... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थल पर तंबाकू खाने के बाद थूकते हुए पाया गया, तो उसे सजा के तौर पर "सफाई कर्मचारी" के रूप में एक दिन सरकारी कार्यालय में सफाई करनी होगी।

    महाराष्ट्र सरकार जल्द ही सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू खाने पर रोक लगाने की तैयारी कर रही है। सरकार ने यह प्रस्ताव कानून और न्यायपालिका के पास कानूनी राय लेने के लिए भेज दिया है।

    एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दीपक सावंत ने कहा कि थूकना या तंबाकू चबाने और तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर मौजूदा कानूनों में संशोधन की जरूरत है। इसके बाद ही होने वाली गंदगी से निजात पाई जा सकती है।

    उन्होंने कहा कि मैंने इसके लिए कड़े कानून बनाने का प्रस्ताव दिया है। अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थल पर थूकता पाया जाता है या तंबाकू चबाकर उसे फेंकता है तो उसे दो हजार रूपए का जुर्माना भरना होगा।

    उन्होंने कहा कि एक महंगी गाड़ी के मालिक के लिए यह जुर्माना कम है। इसलिए हम चाहते हैं कि ऎसे व्यक्ति को एक दिन सरकारी सफाई कर्मचारी की तरह काम करने की सजा दी जाए। वहीं कोई ड्राइवर गाड़ी से थूकता है तो एक महीने के लिए उसका लाइसेंस सस्पेंड कर देना चाहिए।

    ललिताः रायपुरदुर्ग के रहने वाले होरीलाल सोनकर ने आरंग के शिवम एग्रो फार्म से एक लाख तीस हजार रुपये में खरगोश के 50 बच्चे खरीदे थे। वो खरगोश पालकर अधिक पैसा कमाना चाहते थे। फार्म ने दावा किया था कि एक साल में एक खरगोश 6 से 8 बच्चे देंगे। लेकिन एक साल बाद भी खरगोशों ने एक भी बच्चा नहीं दिया तो होरीलाल ने कंपनी से कई बार शिकायत की, लेकिन कंपनी संचालक ने उसकी एक नहीं सुनी। परेशान होकर होरीलाल ने कंपनी के खिलाफ उपभोक्ता फोरम में मामला दर्ज करवा दिया।

    फोरम की सदस्य अंजू अग्रवाल और प्रिया अग्रवाल ने सुनवाई के बाद कंपनी को पूरा मूलधन वापस करने और उस पर 16 फीसदी ब्याज देने का फैसला सुनाया।

    इस तरह कंपनी को अब 13,0000 रुपये 16 फीसदी ब्याज के साथ होरीलाल को देना होगा। साथ ही मामले में मानसिक क्षति होने पर 50 हजार रुपये जुर्माने भी देना होगा।

    अनिलः हर्जेगोविना के सेब्रेनिक शहर के रहने वाले मुहिबिजा बुलजुबेसिक को मैग्नेट मैन के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल इसके पीछे वजह है एक स्पेशल पॉवर (एनर्जी) जो उन्हें किसी भी चीज को शरीर से चीपकाए रखने में मदद करती है।

    एक साधारण इंसान के लिए एक फोक, स्पून और किचन सेट्स की चीजें चीपका लेना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन इनके लिए यह एक स्पेशल पॉवर है।

    बुलजुबेसिक का मानना है कि उनके शरीर में एक विशेष प्रकार की ऊर्जा है, जिसकी वजह से न केवल मेटल, नॉनमेटल वस्तुएं भी चिपक जाती हैं। इन्हें अपनी इस पॉवर का पता 5 साल पहले ही चला।

    शुरू में मुहिबिजा को लगता था कि वह सिर्फ मेटल की चीजों को ही शरीर में चिपका सकते हैं लेकिन बाद में पता चला कि वो नॉन-मेटल चीजों को भी आसानी से चिपका सकते हैं।

    वहीं भारत सरकार ने महिला सशक्तीकरण की ओर एक और कदम उठाते हुए भारत चीन सीमा पुलिस (आईटीबीपी) में महिला अफ़सरों की भर्ती का फ़ैसला किया है।

    इन महिला अधिकारियों को भारत-चीन सीमा पर नाथुला पास जैसी चुनिंदा जगहों पर तैनात किया जाएगा।

    आईटीबीपी पर चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा के 3,488 किलोमीटर लंबे इलाक़े की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है।

    ललिताः 1962 में स्थापना के बाद से अब तक आईटीबीपी ने महिला अफ़सरों की नियुक्ति नहीं की गई है। सरकार ने दो अलग सुरक्षा बेड़ों, सीमा सुरक्षा बल में साल 2013 और सशस्त्र सीमा बल में साल 2014 में महिलाओं की नियुक्ति शुरू की थी।

    संघ लोक सेवा आयोग अगले साल की शुरुआत में महिला अफ़सरों की भर्ती का काम पूरा कर लेगा। इस भर्ती में लिखित परीक्षा होगी और इंटरव्यू भी लिया जाएगा।

    अनिलः अब दोस्तो, हेल्थ टिप्स से रूबरू कराते हैं। अगर आप गाने सुनने के शौकीन हैं तो जरा संभल जाइए! कहीं ऎसा न हो कि गाना सुनने की आपकी आदत आपके सुनने की क्षमता को हमेशा के लिए प्रभावित कर दे। डब्ल्यूएचओ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार एक घंटे से अधिक देर तक और तेज आवाज में गाने सुनना हमारी सुनने की क्षमता पर बुरा असर डालता है।

    डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया भर के लगभग 10 अरब युवा और किशोर तेज आवाज में और बहुत देर तक गाने सुनने की आदत के कारण अपनी सुनने की क्षमता को हमेशा के लिए प्रभावित करने की कगार पर हैं।

    ललिताः रिपोर्ट के मुताबिक 12 से 35 उम्र के बीच के लगभग चार करोड़ 30 लोगों की श्रवण क्षमता प्रभावित हो चुकी है और यह संख्या लगातार बढ़ ही रही है। संगठन के मुताबिक हमारे सुनने की क्षमता प्रभावित न हो इसके लिए हमें कुछ तरीके अपनाने होंगे।

    स्वास्थ्य संगठन ने किसी भी गाने या तेज आवाज को सुनने के लिए सुरक्षित समय सीमा की सूची बनाई है जिसके अनुसार एमपी3 प्लेयर को अगर सबसे तेज आवाज में बजाया जाए तो उसे चार मिनट से अधिक देर तक सुनना घातक है।

    इसी तरह कार के अंदर की आवाजों को आठ घंटे, घास काटने की मशीन की आवाज को 30 मिनट, औसत मोटरसाइकिल की आवाज को 47 मिनट, कार के हॉर्न की आवाज या मेट्रो की आवाज 15 मिनट, संगीत समारोह को 28 सेकंड और सायरन की आवाज को नौ सेकंड से अधिक देर तक सुनना घातक है।

    अनिलः वैसे आज के दौर में मोबाइल फोन व इंटरनेट आम आदमी के बेहद करीब है। लेकिन इनसे निकलने वाली किरणें सेहत के लिए घातक हैं। मोबाइल फोन एवं उनके टावरों से उत्सर्जित इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण के दुष्प्रभाव से डीएनए क्षतिग्रस्त होता है जिससे फर्टिलिटी प्रभावित हो रही है।

    कॉर्डलैस फोन भी वही विकिरण उत्सर्जित करते हैं जो मोबाइल फोन करते हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि वे मोबाइल फोन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं। कॉर्डलैस फोन का बेस स्टेशन भी उसी किस्म का विकिरण छोड़ता है जो मोबाइल फोन के टावरों से निकलता है और मॉडल के मुताबिक कभी-कभी तो ये टावर के मुकाबले दोगुना विकिरण उत्सर्जित करते हैं।

    कॉर्डलैस फोन के बेस स्टेशन से विकिरण उत्सर्जन 6 वोल्ट प्रति मीटर जितना ऊंचे स्तर का भी हो सकता है जो कि मोबाइल फोन स्टेशन टावर के 100 मीटर के दायरे में फैले विकिरण से दोगुना ज्यादा मजबूत है।

    अध्ययन बताते हैं कि मोबाइल फोन एवं उनके टावरों से उत्सर्जित इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण के असर से डीएनए क्षतिग्रस्त होता है और वह स्वयं अपनी मरम्मत नहीं कर पाता।

    क्लीनिकल आंकड़े बताते हैं कि लगभग 15 प्रतिशत भारतीय दम्पति किसी न किसी किस्म की इनफर्टिलिटी से जूझते हैं।

    ललिताः गर्भावस्था के अंतिम दिनों में विकिरण का संपर्क गर्भस्थ शिशु की रीढ़ पर बुरा असर कर सकता है। मोबाइल फोन के विकिरण से डीएनए के गुणसूत्र क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, कुछ खास जीन्स की गतिविधि में बदलाव आ जाता है।

    रेडियो तरंगों के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक क्षेत्र द्वारा उत्पन्न थर्मल प्रभाव शरीर के पोलर मॉलिक्यूल्स पर ऐसा असर डालता है कि वे डायइलेक्ट्रिक गर्मी पैदा करते हैं और यह गर्मी ऊतकों की मौत की वजह बन सकती है। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक जो महिलाएं सेल फोन टावर से 100 मीटर के दायरे में रहती हैं उन्हें तनाव ज्यादा होता है और उन्हें इनफर्टिलिटी का जोखिम दोगुना होता है।

    जो महिलाएं गर्भाधान की कोशिश कर रही हैं उनमें तनाव मापने के लिए उनकी लार में मौजूद प्रोटीन (अल्फा-अमायलेज) की जांच की जाती है। इस स्टडी के अनुसार जिन महिलाओं में इस प्रोटीन का स्तर उच्चतम होता है उनके गर्भाधान कर पाने की संभावना 29 प्रतिशत कम होती है उन महिलाओं से जिन महिलाओं के निम्नतम स्तर होता है।

    अनिलः दुष्प्रभाव लैपटॉप का भी शायद आपको यह जानकर भी हैरत हो कि लैपटॉप भी आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। ज्यादा देर गोद में रखकर लैपटॉप का इस्तेमाल शुक्राणुओं की क्वालिटी और संख्या पर दुष्प्रभाव डाल सकता है। क्योंकि लैपटॉप से विकिरण युक्तगर्मी निकलती है। अंडाशय के मुकाबले वीर्य कोष पर इस गर्मी का ज्यादा बुरा असर होता है, इसलिए महिलाओं पर लैपटॉप का उतना असर नहीं पड़ता। चूंकि अंडे अंडाशय में बनते हैं जो कि स्त्री शरीर के भीतर होता है तथा लैपटॉप या अन्य किसी बाहरी स्रोत से निकली गर्मी इतनी तीव्र नहीं होती की वह शरीर का तापमान इतना बढ़ा दे कि अंडों का उत्पादन प्रभावित हो।

    ललिताः सामान्य बोलचाल में कई बार कमजोरी व थकान होने पर, घबराहट बेचैनी होने पर आंखो के आगे अन्धेरी आने या कभी कभी तो सिर दर्द होने को भी चक्कर आने के रूप में प्रकट किया जाता है। चक्कर आना सुनने में जितना सामान्य है उतना ही इसका निदान जटिल है क्योंकि यह महज एक रोग न होकर कई रोगों का एक लक्षण है। जहां यह कई बार बिना किसी गम्भीर कारण के मामूली तौर पर आ सकते हैं, तो कुछेक बार ब्रेन ट्रयूमर की निशानी भी हो सकते हैं।

    ये भी हो सकते हैं लक्षण- उल्टी होना, जी मचलना। सुनाई कम होना, कान में भारीपन रहना। कान में सीटी की आवाज बने रहना।

    गंभीर लक्षण- एक वस्तु का दो दिखाई देना, चाल में परिवर्तन आना, तेज सिरदर्द बने रहना, शरीर के कुछ भागों में कमजोरी आना। बोलने में परेशानी, सतर्कता व एकाग्रता में कमी आना। वैसे ज्यादातर मामलों में चक्कर आना घातक नहीं होता है व सामान्यत: कुछ विशेष प्रकार के व्यायाम, दवाओं व शरीर की स्वत: संतुलन प्रकिया से ठीक हो जाते हैं किन्तु कुछेक बार गंभीर कारण भी हो सकते हैं।

    अनिलः हवन व पूजा-पाठ आदि में इस्तेमाल होने वाले पान के पत्तों में प्रोटीन, कार्बाहाइड्रेट, टैनिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयोडीन व पोटेशियम जैसे मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं।

    सर्दी-जुकाम में इनका उपयोग आयुर्वेदिक इलाज के रूप में किया जा सकता है।

    हल्दी का टुकड़ा सेंककर पान पत्ते में डालकर खाने से लाभ होगा।

    रात में तेज खांसी चलती हो तो पान के पत्ते में अजवाइन व मुलैठी का टुकड़ा डालकर खा सकते हैं।

    बच्चों को सर्दी-जुकाम हो तो एक पत्ते पर हल्का गर्म सरसों का तेल लगाकर बच्चों के सीने पर रखने से आराम मिलता है।

    2-3 पत्तों के रस में शहद मिलाकर दिन में दो बार लेने से लाभ होगा। बच्चों को आधा चम्मच रस ही दें।

    ये न करें उपयोग हालांकि चरक संहिता में बतौर माउथ फ्रेशनर इलायची, लौंग, जावित्री के साथ पान पत्ता खाना बताया गया है। लेकिन जिन्हें टीबी, पित्त संबंधी रोग, नकसीर, त्वचा व गले में रूखापन, आंखों से जुड़ी समस्या या बेहोशी जैसी बीमारियां हों तो वे पान के पत्तों का उपयोग न करें।

    चलिए अब तकनीक की बात करते हैं।

    ललिताः जानी मानी सोशल वेबसाइट फेसबुक अब सौर उर्जा से इंटरनेट कनेक्शन मुहैया करवाने की तकनीक पर काम कर रही है।

    इसके लिए कंपनी फेसबुक डॉट ओआरजी प्रोग्राम के तहत सूरज की गर्मी से चलने वाले हवाई जहाज और सैटेलाइट के विकास में लगी है।

    भारत में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी इसके लिए फेसबुक की प्राथमिकता पर है। यह तकनीक फाइबर ऑप्टिक्स से काफी कम लागत वाली होगी जिसे लागू करना भी अपेक्षाकृत आसान होगा।

    गौरतलब रहे कि पीएम मोदी ने देश में डिजिटल इंडिया प्रोग्राम पहले ही लॉन्च कर दिया था। हाल ही मीडिया में यह खबरें भी आई थी कि भारत सरकार ड्रोन और अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स को भारतीय आकाश में उडऩे की अनुमति देने पर विचार कर रही है।

    फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग इस प्रोग्राम के बारे में खास तौर पर बात करने के लिए भारत आकर पीएम मोदी से मुलाकात कर चुके हैं।

    पिछले महीने फेसबुक और रिलायंस कम्यूनिकेशन ने मिलकर फेसबुक डॉट ओआरजी को भारत के छह राज्यों में लॉन्च किया था। इन राज्यों जिनमें तमिलनाडू, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, गुजरात, केरल, तेलांगना शामिल हैं के बाशिंदे अब तीन दर्जन से भी ज्यादा जरूरी सेवाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे।

    अनिलः अगर आपके पास पीएम मोदी के लिए देश को चलाने से संबंधित कोई जबरदस्त आइडिया है तो आपके लिए एक खुशखबरी है। अब आप अपना यह आइडिया पीएम मोदी तक पहुंचा सकते हैं और इसके लिए आपको बाकायदा इनाम भी दिया जाएगा।

    भारतीय सरकार का सबसे महत्वपूर्ण विभाग पीएमओ एक मोबाइल एप बनाने जा रहा है। पीएमओ ने इस एप के लिए देश के नागरिकों से सुझाव मांगे हैं।

    इस मोबाइल एप को बनाने में पीएमओ की मदद और कोई नहीं बल्कि दुनिया का जाना माना सर्च इंजन गूगल करेगा। इसके लिए मायगॉव डॉट इन पर बुधवार शाम 5 बजे से एक कॉन्टेस्ट भी शुरू किया जा रहा है।

    कॉन्टेस्ट देश भर के कॉलेज और संस्थानों में चलाया जाएगा और इसमें भारत का कोई भी नागरिक भाग ले सकेगा।

    ललिताः नासकॉम के एक इवेंट में बोलते हुए पीएम मोदी ने बताया कि वे अपने ऑफिस हेतु बनाए जाने वाले इस मोबाइल एप के लिए नागरिकों से विचार आमंत्रित करना चाहते हैं। गूगल इंडिया और साउथ इस्ट एशिया के वाइस प्रेसीडेंट और एमडी राजन आनंदन ने नागरिकों से अपील की कि वे पीएम मोदी के इस सपने का हिस्सा बनकर देश में गवर्नेंस और निर्णय प्रक्रिया में भाग लें।

    माय गॉव के सीईओ गौरव द्विवेदी ने इस मौके पर कहा कि इस कॉन्टेस्ट से हम तकनीक की मदद से हर नागरिक को पीएमओ तक एक्सेस देना चाहते हैं ताकि कनेक्टिविटी और इनोवेशन को बढ़ावा दिया जा सके।

    अनिलः अब वक्त हो गया है स्पोर्ट्स न्यूज का। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वर्ल्ड कप के पूल बी के अहम मुकाबले में वेस्टइंडीज को हराने के साथ ही कप्तान के तौर पर एक और उपलब्धि हासिल कर ली है। जी हां। महेंद्र सिंह धोनी ने विदेश में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली के कप्तान के तौर पर वनडे मैचों में मिली जीत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।

    भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज पर 4 विकेट से जीत हासिल करने के साथ ही विदेशी सरजमीं पर कप्तान के तौर पर 59वीं जीत हासिल की, जबकि पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने 58 जीत हासिल की थी।

    बता दें कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ 56 गेंदों में 3 चौके और 1 छक्के की मदद से नाबाद 45 रन बनाए और रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर 7वें विकेट के लिए नाबाद 51 रनों की साझेदारी कर टीम इंडिया को 4 विकेट से जीत दिलाई। वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की लगातार यह चौथी जीत है।

    अब बारी है, लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने की।

    ललिताः पहला ई-मेल आया है, जमशेदपुर, झारखंड से एस.बी.शर्मा का। लिखते हैं कि वेइतुंग जी और अनिल जी ने टी टाइम का नया अंक प्रस्तुत किया। जिसमें कई जानकारियां सुनने को मिली। चीन की एक नदी के पानी का रंग बदल गया, साफ पानी पूरी तरह से गहरे लाल रंग में तब्दील हो गया। इस बदलाव का कोई विशेष कारण भी नहीं पता चला है। वैसे चीन में इससे पहले भी दो नदियों के पानी का रंग बदला था। जो कि फैक्ट्र्यों का रंगीन कचरा पानी था। इसके बाद एक रहस्यमयी महिला के बारे में बताया गया, जो यू ट्यूब के माध्यम से करोड़ों की कमाई कर चुकी है। सबसे मजेदार तो अर्जेंटीना के एलेक्सिस और केरेक्स दम्पति पर सूचना लगी, जिसमें एक पुरुष ने गर्भधारण किया है। वहीं रियाल मैड्रिड दुनिया का सबसे धनी क्रिकेट क्लब है। जबकि अमरुद के फायदे बताकर सेहत के प्रति सावधान किया। जबकि 5 मार्च से 12वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा का पूर्णाधिवेशन आदि पर भी विस्तार से बताया गया, अच्छी जानकारी के लिए शुक्रिया।

    अनिलः अब मेरे पास जो अगला मेल है, उसे भेजा है केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने। वे लिखते हैं कि तीन मार्च को साप्ताहिक "टी टाइम" के अन्तर्गत दी गई ज़्यादातर जानकारी पूर्वप्रसारित थी। यदि आप चाहते हैं कि कार्यक्रमों का आकर्षण बना रहे, तो कृपया इतनी ज़ल्द जानकारियां न दोहराया करें। पूर्वी चीन स्थित वंचो शहर के पास बहने वाली नदी के पानी का एकाएक सुर्ख होने सम्बन्धी जानकारी अभी कुछ समय पहले ही प्रसारित की गई थी। इसी प्रकार हेल्थटिप्स में सेहतमन्द नाश्ते और अमरूद के गुणों की चर्चा भी सीआरआई से कई बार की जा चुकी है। सम्भवतः अनियमित श्रोताओं को ध्यान में रखते हुये आप ऐसी पुनरावृत्ति करते होंगे ? वैसे आज के कार्यक्रम में यूट्यूब के ज़रिये तीस करोड़ कमाने वाली अज्ञात और रहस्यमयी बनी रहने वाली महिला के बारे में जान कर हमें भी हैरत हुई।

    ललिताः अर्जेण्टीना के दो ट्रांसजेंडर लोगों द्वारा शादी रचाये जाने जैसा किस्सा भी अब कौतूहल पैदा नहीं करता। खेल की ख़बरों में क्रिकेट और महिला हॉकी की ख़बरें समाहित किया जाना ठीक लगा। स्पेन के रियाल मैड्रिड का सबसे अमीर फुटबॉल क्लब होना, जानकारी सामान्य-ज्ञान में वृध्दि करने वाली थी। आज के हंसगुल्लों की धार कुछ कम रही। बहरहाल, एक मिलीजुली प्रस्तुति के लिये भी हार्दिक धन्यवाद।

    कार्यक्रम की समाप्ति के बाद एनपीसी और सीपीपीसीसी पर कुछ ख़ास जानकारी साझा की गई, विशेषकर उक्त दोनों सभाओं को चीनी भाषा में "लियांग हुवे" कहा जाता है, यह जानकारी हमारे लिये बिलकुल नयी थी। इस प्रकार हमारा चीनी ज्ञान बढ़ाने हेतु हार्दिक धन्यवाद स्वीकार करें।

    वहीं पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु, मधुबनी बिहार से अवधेश कुमार, झालावाड़ राजस्थान से राजेश कुमार मेहरा आदि ने भी हमें ई-मेल भेजा है। आप सभी का शुक्रिया।

    लिस्नर्स के कमेंट यही तक.....लीजिए अब पेश हैं हंसगुल्ले।

    पहला जोक-

    मरीजः डॉक्टर साहब, मैं बहुत खुश रहता हूं। नींद भी सुकून से आती है। जिंदगी में शांति ही शांति है। हर काम में दिल भी लगता है। कोई भी परेशानी नहीं है। ऐसा क्यों है?

    डाक्टरः मैं आपकी बीमारी समझ गया हूं। आपकी जिंदगी में विटामिन She की कमी है।

    दूसरा जोक-

    संता (अपने दोस्त बंता से) - यार, मेरी बीवी भी इतनी मजाकिया है कि क्या बताऊं।

    बंता - क्या वो तुमसे बहुत मजाक करती है?

    संता - हां यार, कल मैं ऑफिस से जल्दी आ गया और पीछे से आकर उसकी आंखों पर हाथ रखा तो वो मजाक में बोली - दूधवाला!

    तीसरा जोक-

    गप्पू (अपने पड़ोसी पप्पू से) - मैंने जिंदगी में बहुत संघर्ष किया है। शादी से पहले मेरी बीवी अनपढ़ थी। मैंने उसे स्कूल भेजा, कॉलेज में दाखिला कराया और आज वो डॉक्टर बन गई। लेकिन समझ में नहीं आता कि अब उसके लिए और क्या करूं?

    पप्पू - ऐसी कंडीशन में तो तुम्हें एक काम करना चाहिए।

    गप्पू - क्या?

    पप्पू - कोई अच्छा-सा लड़का देखकर उसके हाथ पीले कर दो।

    दोस्तो, अब प्रोग्राम में वक्त हो गया सवाल जवाब का। हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे।

    पहला सवाल था- अमरूद से हमारे शरीर को क्या लाभ होता है।

    सही जवाब है- दन्तरोगों और मसूढ़ों की सड़न को रोकने में लाभदायक होता है।

    दूसरा सवाल था- दुनिया का सबसे अमीर फुटबाल क्लब कौन सा है।

    सही जवाब है- रियाल मैड्रिड, स्पेन।

    इन सवालों का सही जवाब भेजा है, झालावाड़, राजस्थान से राजेश कुमार मेहरा, जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से रवि शंकर बसु, मधुबनी बिहार से अवधेश कुमार आदि ने। आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।

    अब आज के सवालों की बारी है।

    पहला सवाल है- मैग्नेट मैन के नाम से विख्यात व्यक्ति किस देश का रहने वाला है।

    दूसरा सवाल- फ़ेसबुक इन दिनों किस नई तकनीक पर काम कर रही है।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn....... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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