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    टी टाइम 150217 (अनिल और ललिता)
    2015-02-17 10:23:56 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ..... आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः सबसे पहले आप सभी चीनी वसंत त्योहार की हार्दिक शुभकामनाएं। चलिए प्रोग्राम की शुरुआत करते हैं।

    बिहार में एक व्यक्ति ने अपना सारा जीवन भीख मांगकर गुजार दिया, लेकिन मौत के बाद उसके पासबुक की जांच हुई तो सभी चौक गए। उसके बैंक खाते में साढ़े आठ लाख रुपये पड़े थे। इसका खुलासा तब हुआ जब समस्तीपुर जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर एक अधेड़ भिखारी की मौत के बाद रेल पुलिस ने उसके पास से बरामद पासबुक की जांच की।

    भिखारी की पहचान मुजफ्फरपुर जिला के कुढऩी थाना क्षेत्र के आनंद कमतौल गांव निवासी कामेश्वर शाही के रूप में की गई है। पासबुक समस्तीपुर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा की है। भिखारी के बैंक खाते में 8 लाख 23 हजार 244 रुपये जमा हैं। पासबुक का अंतिम अपडेशन 13 जून, 2013 को हुआ है।

    उसके बाद जमा पूंजी का ब्योरा नहीं। वह जंक्शन पर भीख मांगने के अलावा फुटकर दुकानदारों को सूद पर कर्ज भी दिया करता था। रेल थाना अध्यक्ष संजय ङ्क्षसह ने बताया कि उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है।

    ललिताः हिमाचल प्रदेश की वादियां जितनी सुंदर हैं, उतनी खतरनाक भी कही जाती हैं।

    हम आपको बता रहे हैं यहां की एक ऐसे दुर्गम स्थान के बारे में जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां भूत रहता है।

    एक रिपोर्ट के अनुसार लोग इस भूत के स्थान पर मिनरल वाटर और सिगरेट रखकर ही आगे जाते हैं। इस जगह का नाम है गाटा लूप्स जो कि हिमाचल के मनाली लेह मार्ग पर है।

    21 चक्कर वाला गाटा लूप दुनिया के सबसे खतरनाक हेयर पिन बेंड में आता है। इसका घुमावदार रास्ता ही इसकी पहचान नहीं है। एक अन्य कारण से भी इसे लोग जानते हैं। हिमाचल में ऐसा माना जाता है कि एक लड़के की आत्मा इस स्थान पर रहती है।

    पहले आत्मा ने यहां के लोगों को थोड़ा परेशान किया। फिर यहां से निकलने वाले लोगों ने उसके रहने के लिए छोटे से घर का निर्माण करा दिया। इसी मंदिर में भूत का घर कहा जाता है। इसमें चढ़ावे के रूप में मिनरल वाटर और सिगरेट और शराब भेंट की जाती है।

    अनिलः इस इलाके में ऐसा कहा जाता है कि करीब डेढ़ दशक पहले इस स्थान पर एक ट्रक खराब हो गया था। सर्दी की शुरूआती दौर था हल्की बर्फबारी हो रही थी। ट्रक ड्राइवर, क्लीनर को ट्रक में ही छोड़ मदद के लिए गांव पैदल चला गया। इस स्थान से उस गांव की दूरी करीब चालीस किलोमीटर के आसपास थी।

    इस दौरान मौसम और खराब हो गया तथा भारी बर्फबारी के कारण रास्ता बंद हो गया। एक सप्ताह बाद बर्फीला तूफान थमा। ड्राइवर जब मदद लेकर लौटा, तब तक क्लीनर की भूख-प्यास और मौसम की वजह से मौत हो गई। उसकी लाश ट्रक के अंदर मिली थी।

    अपने सहायक की मौत से दुखी ड्राइवर ने जिस स्थान पर ट्रक खड़ा किया गया था उसी स्थान पर क्लीनर को दफना दिया। इस घटना के कुछ ही दिन बाद इस स्थान पर यहां से निकलने वाले लोगों के साथ अजीव एवं डरावनी घटनाएं होने लगीं।

    ललिताः इस जगह पर एक लड़का लोगों को दिखने लगा, जो उनसे कुछ खाने और पीने को पानी मांगता। जो लोग उसे यह नहीं देते थे वह किसी न किसी हादसे का शिकार होने लगे। ऐसा कहा जाता है कि बाहर से आने वाले लोगों को इतनी ऊंचाई पर सांस लेने में दिक्कत के कारण मौत भी हो जाया करती थी।

    कई लोगों ने उस लड़के को पानी भी दिया, पर पानी की बोतल उसके हाथ से नीचे गिर जाती थी और वह बड़ी ही लाचार स्थित में वैसे ही आंखों में आंसू लिए लोगों से पानी और खाना मांगता रहता था।

    उस दौरान इस दुर्गम स्थान पर इतने हादसे होने लगे कि लोग यहां जाने से मना करने लगे। पूरे हिमाचल में इस जगह के बारे में चर्चा शुरू हो गई। इस भूत को शांत करने के लिए पंडित बुलाए गए जिन्होंने कर्मकाण्ड के बाद यहां उसका एक स्थान बनवा दिया।

    यहां से गुजरने वाले ड्राइवर इस स्थान पर मिनरल वाटर और कोल्ड ड्रिंक की भरी बोतलें चढ़ाने लगे। कई लोग शराब और सिगरेट भी इस स्थान में चढ़ावे के तौर पर भेंट देने लगे। गांव के लोगों का कहना है कि भूत का स्थान बनने के बाद लोगों को उस युवक का भूत दिखना बंद हो गया।

    अनिलः दोस्तो, हम कहना चाहेंगे कि हमारा मकसद किसी तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा देना नहीं है। हम तो सिर्फ यह बताना चाहते थे कि लोग आस्था और विश्वास के नाम पर क्या-क्या नहीं करते।

    अब हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ तकनीक से जुड़ी जानकारियां।

    गूगल कंपनी से तो आप परिचित होंगे ही। दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी 'गूगल' भारत में इंटरनेट टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में क्रांति लाने वाली है।

    गूगल 'बैलून बेस्ड इंटरनेट सेवा' जल्द ही भारत में भी आने वाली है। इसी के साथ भारत उन देशों में शामिल हो जाएगा जहां गूगल बैलून बेस्ड इंटरनेट और काइट बेस्ड एनर्जी पहुंचाने के लिए इंफ्रास्ट्रकचर तैयार कर रहा है।

    गूगल के ये दोनो प्रोजेक्ट 2016 तक शुरू हो जाएंगे। गूगल के इस हाई-फ्लाइंग बैलून का उद्देश्य 5 बिलियन लोगों तक आसानी से इंटरनेट को पहुंचाना है। गूगल के इस प्रोजेक्ट का नाम 'लून' है।

    गूगल प्रोजेक्ट 'लून' के बैलून हवा में 20 किमी तक जाकर यूजर्स के एक छोटे से ग्रुप को इंटरनेट उपलब्ध कराएंगे। एलगोरिथ्म साफ्टवेयर के माध्यम से इस बैलून को तूफानी स्थिति में भी एक स्थान पर रोका जा सकता है।

    कंपनी 'गूगल बैलून' के साथ ही भारत में काइट (पतंग) बेस्ड विंड पॉवर प्रोजेक्ट भी ला रही है। इसमें प्लेन की तरह दिखने वाली काइट हवा में 300 मीटर ऊपर रहेगी और पॉवर जेनरेट करेगी। जो कि पॉवर का एक सस्ता और डिपेंडेबल सोर्स है।

    ललिताः चलिए गूगल पर दी गई जानकारी के बाद बात करते हैं फ़ेसबुक की। सोशल नेटवर्क फेसबुक ने एक भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर लक्ष्मण मुथय्या को एक खतरनाक बग ढूंढ़ निकालने के लिए पुरस्कृत किया है। बताया जा रहा है कि यह ईनाम फेसबुक के इतिहास का सबसे बड़ा ईनाम है।

    मुथय्या ने एक ऐसा बग ढूंढऩे में सफलता प्राप्त की है जो यूजर की किसी भी फोटो को डिलीट कर सकता था। मौके की नजाकत को समझकर तुरंत कार्यवाही करते हुए फेसबुक ने इस सफलता मिलने के केवल दो घंटे के अंदर ही इस बग को दूर कर लिया।

    मुथय्या ने बाकायदा सबूत के तौर पर इस बग का वीडियो भी अपलोड किया जिसे इंडस्ट्री में काफी सराहा जा रहा है।

    फेसबुक ने उसके सॉफ्टवेयर में बग ढूंढ़ने वाले सभी हंटर्स को धन्यवाद दिया। 2013 से लेकर अब तक मुथय्या तीसरे बग हंटर हैं।

    अनिलः दोस्तों तकनीक के इस दौर में हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसके पास अत्याधुनिक गैजेट हों। हालांकि इसके कई नुकसान भी हैं। दक्षिण कोरिया में ऐसे ही एक मामले में एक महिला के रोबोटिक वैक्यूम क्लीनर ने उसके बालों की सफाई का इंतजाम कर दिया।

    उसने हाल ही में इसे खरीदा था जो खुद ब खुद धूल और गंदगी को पहचान कर इसे साफ कर देता। एक दिन वह जमीन पर सो रही थी। अचानक ही उसे अपने बालों में हलचल महसूस हुई जिससे उसकी नींद खुल गई।

    उसने देखा कि रोबोटिक वैक्यूम क्लीनर उसके बाल खींच रहा है। महिला ने वैक्यूम क्लीनर बंद करने की कोशिश की पर वह नहीं रुका। किसी तरह महिला ने मदद के लिए अग्निशमन विभाग को फोन मिलाया और बचाव दल ने उसे वैक्यूम क्लीनर से छुड़ाया।

    आप क्या सोचते हैं तकनीक के अत्यधिक इस्तेमाल के बारे में, हमें जरूर लिखिएगा।

    अब खेलों से जुड़ी खबरों से रूबरू कराते हैं।

    वर्ल्ड कप 2015 में फैंस को पहली ही दिन एक हैट्रिक देखने का मौका मिल गया। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुए इस टूर्नामेंट के दूसरे मुकाबले में प्रतिष्ठित मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड के स्टीवन फिन ने ये कारनामा कर दिखाया। स्टीवन फिन ने ये कमाल ऑस्ट्रेलियाई पारी के आखिरी ओवर की अंतिम तीन गेंदों पर किया।

    उन्होंने 49.4 ओवर पर ब्रैड हैडिन (31) को स्टुअर्ट ब्रॉड के हाथों कैच कराया। इसके बाद अगली ही गेंद पर (49.5) फिन ने धुआंधार बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल (66) को जोइ रूट के हाथों कैच कराया।

    वहीं पारी की अंतिम गेंद पर फिन ने मिचेल जॉनसन (0) को जेम्स एंडरसन के हाथों कैच कराया। फिन ने इसके साथ ही मैच में अपने पांच विकेट भी पूरे किए, उन्होंने 10 ओवर में 71 रन देकर 5 विकेट लिए।

    हालांकि इस हैट्रिक का जश्न उस अंदाज में नहीं बना जैसा कि उम्मीद की जाती है क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम उनकी हैट्रिक से पहले ही 9 विकेट के नुकसान पर 342 रन का विशाल स्कोर खड़ा चुकी थी।

    वहीं भारत ने पाकिस्तान को बड़े अंतर से हराकर विश्व कप में उसके खिलाफ छठी जीत दर्ज की। इसके साथ भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में न हारने का रिकार्ड भी बरकरार रखा है।

    पिछले विश्व कप तक हर बार सचिन पर निगाहें रहती थी, लेकिन इस विश्व कप में विराट कोहली ने सचिन की जगह जिम्मा संभाला। उन्होंने विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ इंडिया की ओर से पहला शतक भी जड़ा।

    इस जीत के साथ ही पूरे देश भर में खुशी की माहौल देखा गया, जबकि पाकिस्तानी प्रशंसक हार से बेहद मायूस नजर आए। कुछ ख़बरों के मुताबिक लोगों ने गुस्से में आकर अपने टीवी सेट भी तोड़ डाले।

    ललिताः चलिए दोस्तो, अब वक्त हो गया है हेल्थ संबंधी जानकारी का।

    ताजा अध्ययन बताता है कि तंबाकू उत्पादों को रिप्लेस करने वाली ई-सिगरेट भी जहरीली हो सकती है। इसका खुलासा यूनिवर्सिटी ऑफ रॉकेस्टर की ओर से कराए गए नए अध्ययन में सामने आया है। अध्ययन कहता है कि ई-सिगरेट्स के धुएं में मिलेन वाली एयरोसोल्स तथा प्लेवरिंग एजेंट्स फेफड़ों की ऊतकों को खराब करते हैं।

    ई-सिगरेट पीना भी स्वास्थ्य को कई जोखिमों में ले जा सकता है। ई-सिगरेट के हीटिंग एलिमेंट के एक्टिव होने से फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है।

    एक ताजा अध्ययन बताता है कि ई-सिगरेट्स का सेवन भी फेफड़ों के लिए अहितकर है। अध्ययन के मुताबिक, इन सिगरेट्स के धुएं ही फेफड़ों की टिश्यू को नष्ट करते हैं। अध्ययन कराने वाली यूनिवर्सिटी ऑफ रॉकेस्टर में इंवायरमेंटल मेडिसिन के प्रोफेसर तथा इस शोध के लेखक इरफान रहमान का कहना है कि कई अग्रणी मेडिकल ग्रुप्स, संस्थाएं और विज्ञानी कारण परेशान हैं, क्योंकि इन ई-सिगरेट्स पर नियमों-कायदों की कमी है।

    अध्ययन के अनुसार, नुकसान तब होता है, जब ई-सिगरेट्स का गर्म होने वाला घटक क्रियाशील हो जाता है। यह हीटिंग एलिमेंट तरल सॉल्युशन को एयरोसोल में परिवर्तित करता है, जो ई-सिगरेट यूजर को पांरपरिक सिगरेट की तरह ही धुएं उड़ाने जैसा महूसस कराता है। असल में इस धुएं में उपस्थित एयरोसोल तथा फ्लेवर देने वाले घटक, पीने वाले के फेफड़ों की कोशिकाओं पर फ्री रेडिकल्स बनाते हैं तथा ऊतकों में सूजन लाते हैं।

    अनिलः बचपन में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा न मिलने से बड़े होकर दिल की बीमारियों का खतरा रहता है। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है।

    रिसर्च में पता चला है कि बचपन में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा नहीं मिलने से 25 साल बाद इसकी कमी सबक्लिनिकल एथेरोस्क्लेरोसिस के रूप में सामने आती है।

    फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ टुरकु के मारकुस जुओनाला ने कहा, 'रिसर्च के अनुसार, बचपन में विटामिन डी की कमी और युवा अवस्था में सबक्लिनिकल एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या के बीच संबंध पाया गया है।

    जिसमें बड़े होने के बाद एथेरोस्क्लेरोसिस के लिए जिम्मेदार कैरोटिड इंटीमा-थिकनेस यानी दिल की बीमारी का खतरा अपेक्षाकृत ज्यादा था।

    अब अखरोट के बारे में बताते हैं। दोस्तो, अखरोट एनर्जी का बेहतर स्रोत होने के साथ ही इसमें शरीर के लिए बेहतर पोषक तत्व, मिनरल्स, एंटीआक्सीडेंट और विटामिन प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। अखरोट का तेल कई रूपों में काम में लिया जाता है। इसका तेल खाना बनाने के अलावा दवाइयों और खुशबू के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

    अखरोट में मोनोसेचुरेटेड फैट जैसे ओलिस एसिड भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे सिनोलिक एसिड, अल्फा फिनोलिक एसिड और एराकिडोनिक एसिड भी काफी मात्रा में मिलते हैं। अखरोट का नियमित सेवन खून में बैड कोलेस्ट्राल को कम कर गुड कोलेस्ट्राल को बढ़ाता है।

    हर दिन 25 ग्राम अखरोट के सेवन से 90 फीसद ओमेगा-3 फैटी एसिड भी मिलता है। इससे रक्तचाप, कोरोनरी आर्टरी डिजिज और स्ट्रोक के रिस्क कम होते हैं।

    ललिताः वहीं अखरोट का सेवन ब्रेस्ट कैंसर, कोलोन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से बचाव करता है। अखरोट को ब्रेन फूड भी कहा जाता है। अखरोट में कई तरह के यौगिक मौजूद होते हैं जैसे मेलाटोनिन, विटामिन ई, कैरोटिनायड जो हमारे स्वास्थ्य को सही रखने में मदद करते हैं। यह यौगिक कैंसर, बुढ़ापा, सूजन और मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों से बचाता है।

    अखरोट में प्रचुर मात्रा में विटामिन ई मौजूद होता है। विटामिन ई शरीर को हानिकारक आक्सीजन से सुरक्षा देता है। विटामिन ई के अलावा इसमें और भी जरूरी विटामिन मौजूद होते हैं जैसे विटामिन बी कांप्लेक्स समूह के शइबोफ्लैविन, नियासिन, थाइमिन, पेंटोथेनिक एसिड और विटामिन बी 6 और फोलेट्स।

    अखरोट मिनरल्स का भी बेहतरीन स्रोत माना जाता है। जैसे मैग्जीन, कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नेशियम, जिंक और सेलेनियम। प्रतिदिन एक मुट्ठी अखरोट आपके शरीर को मिनरल्स, विटामिन और प्रोटीन प्रदान करता है।

    अखरोट के तेल में बेहतरीन खुशबू होती है। यह तेल त्वचा में सूखेपन को दूर करता है।

    अनिलः प्रोग्राम में तमाम जानकारियां पेश करने के बाद वक्त हो गया है, लिस्नर्स यानी श्रोताओं के कमेंट शामिल करने का।

    सबसे पहला ईमेल हमें भेजा है केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "टी टाइम" के तहत हर बार की तरह इस बार दी गई तमाम जानकारी भी काफी दिलचस्प और ज्ञानवर्धक लगी। साक्षरता अभियान के लिये उत्तरप्रदेश के फतेहपुर में गधे को ब्राण्ड एम्बेसडर चुना जाना बिलकुल सही लगा, क्यों कि निरक्षर इन्सान को सभी गधा ही तो कहते हैं। गूगल द्वारा अपने मुख्यालय लोन की घास साफ़ कराने दो सौ बकरियों को तनख्वाह पर रखा जाना भी बिलकुल व्यावहारिक लगा, क्यों कि इसमें किसी जीव के भरण-पोषण के अलावा पर्यावरण की सुरक्षा भी निहित है। चीनी फ़ौज़ में लड़ाकू कुत्ते की बात तथा इण्टरनेट की लत से निजात पाने एक चीनी युवक द्वारा अपना हाथ कटवा लेने का किस्सा भी अचरजभरा है। हाँ, होशंगाबाद के 95 वर्षीय शंकरलाल पचौरी द्वारा अपनी 93 वर्षीय पत्नी मीराबाई के साथ शादी की पचहत्तरवीं वर्षगांठ पुनः शादी रचा कर मनाया जाना उनके लिये एक मिसाल है, जो पत्नी या पति बदलना पुराना कपड़ा बदलने की तरह समझते हैं। मैं इन उम्रदराज़ दादा-दादी जी की उम्र और लम्बी होने एवं उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करता हूँ।

    ललिताः वहीं दुबई स्थित सेराफेना दुबई नामक एक इटालियन रेस्तरां द्वारा ग्राहक को अपने खाने का बिल उसकी सुविधानुसार पटाये जाने की छूट दिये जाने की बात भी हमें ठीक लगी। लॉस वेगास में अच्छा दिखने के लिये एक दंपत्ति द्वारा लाखों डॉलर का ख़र्च किया जाना, हमारे लिये महज़ कल्पना की बात है। कॉफी में गणेश तथा स्वाइन फ़्लू पर दी गई विस्तृत जानकारी भी काफी सूचनाप्रद रही। कॉफी में त्वचा कैंसर से लड़ने की अद्भुत क्षमता सम्बन्धी जानकारी तो सभी के लिये उपादेय है। आज पेश तीन चुटकुलों में मुझे गर्लफ्रैण्ड और कंजूस ब्वॉयफ्रैण्ड वाला चुटकुला बहुत भाया। धन्यवाद।

    अगला पत्र पेश करते हैं, हालांकि इसमें श्रोता ने अपना नाम तो नहीं लिखा है फिर भी हम शामिल कर रहे हैं। वे लिखते हैं कि अपनी विशेषता की भाँति इस बार का अंक भी मज़ेदार एवं ज्ञानवर्धक था, हां पिछले दिनों के कार्यक्रम में यह बताया था कि चीन में एक व्यक्ति ने इंटरनेट की लत छोड़ने हेतु खुद के हाथ काट डाले, इतनी जल्दी किसी रिपोर्ट का पुनरप्रसारण किया गया। कृपया इस तरह की पुनरावृति न हो इसका ध्यान दें।

    अनिलः आज की पहली रिपोर्ट से अजीब व गरीब किस्से का खुलासा हुआ कि उत्तर प्रदेश में साक्षरता का संदेश एक गधे ने दिया। वाकई यह अचम्भित करने वाली घटना रही। पर सच्चाई यह भी है कि आदिमानव काल से ही गधे को इंसानों के सबसे लोकप्रिय यातायात संसाधन के रूप मे प्रयोग में लाया जाता रहा है। अब इस बार मामला शिक्षा से जुड़ा है तो क्या हुआ। वहीं गूगल द्वारा नए प्रयोग की खबर यानी बकरियों से घास कटवाने वाली घटना अत्यन्त रोचक लगी, और पर्यावरण की सुरक्षा की दृष्टि से सटीक भी, जीवन साथी की भूमिका और ज़िन्दगी मे समन्वय बनाने हेतु विवाहित जोड़े को एक दूसरे के प्रति विश्वास का दामन थामने काऔर हमारी सभ्यता और संस्कृति के महत्व का संदेश देते शंकर लाल जी की सोच को सलाम। वह न सिर्फ विश्वास का प्रणाम देते 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं अपितु दुबारा शादी भी कर रहे हैं। ये बात सत्य है कि हम पश्चिमी देशों की संस्कृति को अपनाकर अपनी प्रचीन सभ्यता का गला घोंटते जा रहे हैं। जिसके दुष्परिणाम भी देखने को मिलते है, हम कामना करते हैं उनकी सोच और संदेश जन जन तक पहुंचे, दुबई के रेस्त्रां में खाने के बाद मनचाहे ढंग से भुगतान की सेवा उत्साहित करने वाली लगी।

    ललिताः जबकि हेल्थ केयर में स्वाइन फ्लू जैसी घातक बीमारी से बचाव के उपायों का बताया जाना अत्यन्त लाभकारी एवं हम पर उपकारी लगा। कम से कम श्रोता मित्र आपकी रिपोर्ट सुनकर इसके लक्षण जान सकेंगे और सुरक्षा के प्रति तत्पर रहेंगे, और साथ में कॉफी के गुणकारी होने तथा इसके सेवन से प्राप्त लाभों के बारे में बताया जाना अच्छा लगा।

    आज के जोक्स ने हँसा हँसा कर हमारा बुरा हाल कर दिया, सच कहता हूं मज़ा आ गया, धन्यवाद सुंदर प्रस्तुति हेतु। (sfhz86@yahoo.com)

    अनिलः दोस्तो, इसी के साथ श्रोताओं के कमेंट खत्म होते हैं। आप सभी का धन्यवाद।

    अब लीजिए पेश हैं आज के प्रोग्राम के हंसगुल्ले

    पहला जोक...

    एक बादशाह ने ऐलान करवाया कि तमाम शादीशुदा मर्द 2 लाइन में खड़े होंगे। एक लाइन में वो जो बीवी से डरते हैं और दूसरी लाइन में वो जो बीवी से नहीं डरते।

    बीवी से डरने वालों की लाइन लंबी थी, जबकि बीवी न डरने वालों की लाइन में सिर्फ एक व्यक्ति खड़ा था।

    बादशाह उस व्यक्ति के पास गया और उसे शाब्बाशी देते हुए बोला, आप ये कैसे समझते हैं कि आप बीवी से नहीं डरते।

    इस पर आदमी ने जवाब दिया, मालूम नहीं जी, मुझे तो मेरी बीवी कहकर गई है कि इसी लाइन में खड़े रहना, बिल्कुल हिलना मत।

    दूसरा जोक...

    संता रोटी का एक निवाला खुद खा रहा था और एक पास बैठी मुर्गी को खिला रहा था।

    बंता- ये क्या कर रहा है।

    संता- चिकन के साथ रोटी खा रहा हूं।

    तीसरा और अंतिम जोक...

    पाप- आज तक तूने कोई ऐसा काम किया है जिससे मेरा सिर ऊंचा हुआ हो।

    बेटा- एक बार आपके सिर के नीचे तकिया लगाया था, भूल गये।

    हंसगुल्लों के बाद वक्त हो गया है, सवाल जवाब का। दोस्तो हमने पिछले हफ्ते दो सवाल पूछे थे,

    पहला सवाल था, किस देश में एक कपल अच्छा दिखने के लिए लाखों रुपए खर्च करता है। सही जवाब है अमेरिका

    दूसरा सवाल था, इंटरनेट की लत से बचने के लिए किस देश में एक बच्चे ने अपना हाथ काट लिया। सही जवाब है चीन

    इन सवालों का सही जवाब हमें भेजा है.....उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल और पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप आदि ने। आप सभी का शुक्रिया।

    अब आज के सवालों का वक्त हो गया है।

    पहला सवाल है- गूगल भारत के लिए क्या कदम उठाने जा रही है।

    दूसरा सवाल- इस बार के क्रिकेट विश्व कप में किस बॉलर ने पहली हैट्रिक लेने का कारनामा किया।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें।

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर, चाइ च्यान.....

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