Web  hindi.cri.cn
    संडे की मस्ती 2015-02-08
    2015-02-11 16:24:14 cri

    हैलो दोस्तों...नमस्कार...नीहाओ...। आपको और आपके पूरे परिवार को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएँ!

    स्वागत है आपका हमारे इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर।

    हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की....इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड गानों का भी।

    दोस्तों, आज कार्यक्रम को होस्ट करने में मेरा साथ दे रही है लिली जी...।

    लिली- आप सभी को लिली का प्यार भरा नमस्कार

    अखिल- चलिए, अब हम आरंभ करते हैं हमारी मस्ती की पाठशाला पर उससे पहले पढ़ें जाएंगे आपके प्यारे खत और लेटर्स।

    अखिल- दोस्तों, हमें पहला पत्र मिला हैं हमारे प्यारे दोस्त सादिक आजमी जी का। भाई सादिक जी लिखते हैं.... नमस्कार। फरवरी महीने का आरम्भ साप्ताहिक कार्यक्रम सण्डे की मस्ती से हुआ जिसे हर बार की भाँति प्रस्तुत किया अखिल जी एवं वनीता जी ने। कार्यक्रम के आरम्भ मे कौओं की बुद्धि एवं अकलमंदी पर किये जाने वाले प्रयोग और निष्कर्ष के बारे में जानकर पता कि कौओं में 5 से 10 साल के बच्चे जैसी समझ होती है। यह जानकारी बहुत अच्छी लगी। वर्तमान समय मे सोशल मीडिया का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके लाभकारी होने के प्रमाण भी लगातार मिलते रहते हैं। विगत कुछ महीनों की बात करें तो आपके ही माध्यम से लगातार कई ऐसी घटनाओं का ज़िक्र हुआ है जिसमे अपनो को मिलाने में फेसबुक या वाट्सअप जैसी सोशल साइट ने अहम भूमिका निभाई है और सारा को अपनी बेटी को ढूंढ निकालने की का यह नया वाकया इसका जीता जागता प्रमाण है।

    लिली- आगे सादिक लिखते हैं... विगत वर्ष 2014 मे आपके कार्यक्रम मे सुनचुके थे कि चीन मे एक जगह ऐसी है जहां लोग पेशाब मे अंडे उबाल कर खाते हैं, समझ मे नहीं आता इंसान क्या-क्या खा सकता है, पर रोचकता की दृष्टि से इसे बतलाया जाना उम्दा लगा, और 10 महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे बताया जाना दिल खुश कर देता है। यह हमारे सामान्य ज्ञान मे इजाफा करने जैसा है। अखिल जी की प्रेरित कहानी हमें मानव सेवा करने की सच्ची सीख दे गई, गमों मे भी मुस्कुराहट कायम रखने हेतु अखिल जी की कविता का क्या कहना, वाकई वह रोचक लगी, और जोक्स की तो बात ही निराली होती है। यह कार्यक्रम के साथ हममें भी नई ऊर्जा का संचार करते हैं। एक बार फिर अच्छी पेशकश पर बधाई। कार्यक्रम के लिये एक जोक्स भेज रहा हूं अगर अच्छा लगे तो कार्यक्रम मे शामिल कीजियेगा। धन्यवाद।

    1 2 3 4 5
    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040