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पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं और ढेर सारी बातें करते हैं साथ में हम आपको देते हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।
अंजली– श्रोताओं को दिनेश का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसे हमने लिया है फिल्म लगान से इसे गाया है उदित नारायण, सुखविन्दर, अल्का याग्निक और श्रीनिवास ने गीतकार हैं जावेद अख्तर और संगीत दिया है ए आर रहमान ने और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 1. मितवा .....
पंकज - आज हम आपको बताने जा रहे हैं उन लोगों के बारे में जो शराब पीने के आदी होते हैं और इलाज के दौरान उन्हें अगर डॉक्टर ने शराब न पीने की सलाह दी है तो उसके पीछे कारण क्या हो सकते हैं। आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाईयां लेने वाले शराब के आदी लोगों को डॉक्टर की सलाह ये होती है कि आप इलाज के दौरान या दवाईयां लेने के दौरान शराब से दूर रहें। इस बारे में फैली भ्रांतियों को आज हम दूर करेंगे और क्या वाकई शराब पीने से एंटीबायोटिक दवाओं का असर शरीर पर होता है या नहीं इसपर हम बात करेंगे।
अध्ययनों में पाया गया है कि शराब पीने से अधिकांश इलाज में कोई खलल नहीं पड़ता और न ही इससे शरीर पर कोई साइड-इफ़ेक्ट होता है, हालांकि ये थ्योरी इतनी भी सरल नहीं है जितनी सुनाई दे रही है।
ऐसी महिलाएं जो अपनी गर्भावस्था की प्रारम्भिक अवस्था में हैं और जो यह खुशखबरी अभी किसी को भी बताना नहीं चाहती हैं वो ये मानती हैं कि पार्टी के दौरान शराब को ना कहने का मतलब लोगों को अपनी गर्भावस्था के बारे में सीधा संकेत देना है। इसके बदले अपने मित्रों और सहयोगियों से वो ये बहाना बना सकती हैं कि वो इन दिनों एंटीबायोटिक दवाईयां ले रही हैं इसलिये शराब नहीं पी सकतीं यह कहना एक सटीक बहाना हो सकता है। क्योंकि, एंटीबायोटिक लेना आम बात है और ज़्यादातर लोग शायद यह न पूछे कि एंटीबायोटिक क्यों ले रही हो।
पर क्या सचमुच जब आप एंटीबायोटिक ले रहे हैं तो शराब से दूर रहना ज़रूरी है ?
अंजली - इस बारे में हम आगे विस्तार से बातें करेंगे लेकिन इससे पहले अपने श्रोताओं को हम उनकी पसंद के गीत भी सुनवा दें जिससे जानकारी के साथ साथ उनका मनोरंजन भी होगा। तो अब मैं उठा रहा हूं कार्यक्रम का पहला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है परमवीर हाऊस, आदर्श नगर बठिंडा पंजाब से अशोक ग्रोवर, परवीन ग्रोवर, नीती ग्रोवर, पवनीत ग्रोवर और विक्रमजीत ग्रोवर आप सभी ने सुनना चाहा है स्वदेस फिल्म का गाना जिसे गाया है उदित नारायण, मास्टर विग्नेश और बेबी पूजा ने गीतकार हैं जावेद अख्तर और संगीत दिया है ए आर रहमान ने, और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 2. ये तारा वो तारा हर तारा .....
पढ़ें विशेष रिपोर्ट
पंकज - कुछ लोग यह समझते हैं कि शराब एंटीबायोटिक को शरीर में ठीक से अपना काम करने से रोकती है, जबकि कुछ अन्य लोगों का मानना है इसके कारण साइड-इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं.
जब लंदन स्थित जेनिटोयूरिनरी क्लीनिक ने 300 से ज़्यादा लोगों का एक सर्वे किया तो पाया कि 81 फ़ीसदी लोगों का मानना था कि शराब, एंटीबायोटिक को ठीक से अपना काम नहीं करने देती, जबकि 71 प्रतिशत का मानना यह था कि इससे साइड-इफ़ेक्ट्स होते हैं.
अधिकांश एंटीबायोटिक के मामले में इनमें से कोई भी धारणा सच नहीं है.
डॉक्टरों को आशंका है कि ये ग़लत धारणाएं मरीज़ को एक गिलास शराब की खातिर दवा छुड़वा सकती हैं.
दरअसल, एंटीबायोटिक का डोज़ लेना आप बीच में छोडते हैं तो इससे आपके शरीर में इसका प्रतिरोधक उत्पन्न होने का खतरा बढ़ जाता है. यानी, एंटीपायोटिक रज़िसटेंस पैदा हो सकती है जिससे कई तरह के एंटीबायोटिक शरीर पर काम करना बंद कर देते हैं.
हक़ीक़त यह है कि आम तौर पर दिए जाने वाले एंटीबायोटिक्स पर शराब का असर नहीं होता है. लेकिन कई अपवाद भी हैं.
शराब का असर
सिफेलोस्पोरिन सिफोटिटैन शरीर में शराब के पाचन के दौरान विघटन (ब्रेकडाउन) को धीमा करता है और इससे शरीर में एसिटलडिहाइड का स्तर बढ़ जाता है.
इससे कई तरह के बुरे लक्षण प्रकट होते हैं जैसे उल्टी, चेहरे का पीला पड़ना, सिरदर्द, सांस में रुकावट और छाती में दर्द. इसी तरह के लक्षण डाइसल्फिरम के कारण भी पैदा होते हैं, जिसका प्रयोग कई बार शराब की लत छुड़ाने के लिए होने वाले इलाज में होता है।
अंजली - आप हमारे श्रोताओं को आगे की जानकारी दें उससे पहले मैं उन्हें उनकी पसंद का अगला गाना सुनवा देता हूं, इसके लिये हमारे पास पत्र आया है धनौरी तेलीवाला, हरिद्वार, उत्तराखंड से निसार सलमानी, समीना नाज़, सुहैल बाबू और इनके सभी परिजनों की तऱफ से, आप सभी ने सुनना चाहा है फरेब (1996) फिल्म का गाना जिसे गाया है उदित नारायण और अल्का याग्निक ने गीतकार हैं नीरज और संगीत दिया है जतिन ललित ने गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 3. ओ हमसफर दिल के नगर ....
पंकज - मामला यह है कि शराब पीते ही व्यक्ति को इस तरह के लक्षण महसूस होने लगते हैं और इसकी वजह से वह शराब पीने से बचता है.
चूंकि इस तरह के लक्षण सुखद नहीं होते, इसलिए यह जरूरी है कि लोग जब इस तरह के एंटीबायोटिक ले रहे हों, तो तब और उसके कुछ दिन बाद तक भी शराब का सेवन न करें.
कुछ एंटीबायोटिक अपवाद
एक अन्य तरह का एंटीबायोटिक है जो कि इस चेतावनी के साथ आता है कि उसके साथ आप शराब का सेवन न करें और वह है मेट्रोनिडाज़ोल.
इसका प्रयोग दांत में होने वाले संक्रमण, टांग के घाव के संक्रमण के इलाज में होता है, और यह भी शरीर में सिफेलोस्पोरिन की तरह ही लक्षण पैदा करता है.
मेट्रोनिडाज़ोल के साथ शराब पीने के बीच किसी तरह के संबंधों को 2003 से ही नकारा जा रहा है.
इसको साबित करने के लिए एक छोटा सा नियंत्रित अध्ययन किया गया जिसमें फ़िनलैंड के एक व्यक्ति को पाँच दिनों तक मेट्रोनिडाज़ोल दिया गया पर इस दौरान शराब पीने का उस पर कोई साइड-इफ़ेक्ट नहीं हुआ.
इस अध्ययन के लेखक ने हालाँकि माना कि कुछ लोगों पर इसका असर होने से इनकार नहीं किया जा सकता और इसीलिए सलाह यही दी जाती है कि जब आप यह दवा ले रहे हों तो शराब का सेवन न करें.
अंजली – इसी के साथ मैं अपने अगले श्रोता का पत्र उठाता हूं, ये पत्र हमारे पास आया है हमारे पुराने और चिर परिचित श्रोता मेहर रेडियो श्रोता संघ सगोरिया, ज़िला मंदसौर, मध्यप्रदेश से इसे हमें लिख भेजा है, श्याम मेहर, निकिता मेहर, आयुष, संगीता, ललिता, दुर्गाबाई, और पूरे मेहर परिवार ने, आप सभी ने सुनना चाहा है संघर्ष फिल्म का गाना जिसे गाया है सोनू निगम ने, संगीत दिया है जतिन ललिल ने और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 4. मुझे रात दिन .....
रिसाइकिलिंग की कहानी
पंकज - ऐसे एंटीबायोटिक्स की एक लंबी सूची है जिसे शराब के साथ मिलाया जा सकता है.
अगर आप बीमार हैं तो निश्चित रूप से शराब पीकर निढाल होने से आप जल्दी ठीक नहीं होंगे.
उल्टे यह आपको थका देगी और आपका पेट खराब हो जाएगा.
ऐसा हो सकता है की इक्की-दुक्की घटनाओं के कारण इस तरह का मिथ बन गया हो कि किसी भी एंटीबायोटिक को शराब के साथ मिलाया नहीं जा सकता.
पर इस बारे में दो और धारणाएँ हैं. एक यह है कि क्योंकि एंटीबायोटिक का प्रयोग आम यौन संक्रमित बीमारियों के इलाज में भी होता है, इसलिए विगत में डॉक्टर इस तरह के संक्रमण के शिकार लोगों को शराब न पीने की हिदायत देकर उनकों एक तरह से सज़ा देते थे.
कुछ और भ्रांतियां
इस बारे में लंदन के जेनिटोयूरिनरी क्लीनिक के सर्वेक्षण के एक लेखक को दी गई सफाई को भी जरा देख लें।
जेम्स बिंघम ब्रिगेडियर दिवंगत सर इयान फ्रेज़र से मिले जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में उत्तरी अफ्रीका में घायल सैनिकों के इलाज में पेनिसिलिन एंटीबायोटिक का प्रयोग किया था।
उस समय पेनिसिलिन की आपूर्ति इतनी कम थी कि जब किसी सैनिक को यह दवा दी जाती थी तो बाद में उसके पेशाब से इसे वापस प्राप्त कर रिसाइकिल कर लिया जाता था।
स्वास्थ्य लाभ कर रहे सैनिकों को बीयर पीने की इजाजत थी पर दुर्भाग्य से इससे सैनिकों के शरीर से ज्यादा मात्रा में पेशाब निकलता था जिसकी वजह से उससे पेनिसिलिन निकलना मुश्किल हो जाता था।
इस वजह से कमांडिंग अफ़सर को बीयर पीने पर प्रतिबंध लगाना पड़ा।
भले ही यह लोकप्रिय भ्रांतियों को समझने का विश्वसनीय स्रोत न हो पर इसके बावजूद यह एक अच्छी कहानी है।
अंजली– अब वक्त हो चला है एक और गाना सुनने का तो हम उठाते हैं हमारे एक और पुराने श्रोता का पत्र और आपसभी को सुनवाते हैं इनकी पसंद का एक गीत, ये पत्र हमारे पास आया है मल्थोने, जिला सागर, मध्यप्रदेश से धर्मेन्द्र सिंह और इनके सभी परिजनों का आप सभी ने सुनना चाहा है सीता और गीता फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने, गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 5. ओ साथी चल .....
किसी भ्रांति को दूर करना दोधारी तलवार की तरह होता है. एक ओर ऐसे लोग जो एंटीबायोटिक लेते समय भी एक-दो गिलास शराब पिए बिना नहीं रह सकते हों, उन्हें एंटीबायोटिक लेते रहने के लिए प्रोत्साहित करना ताकि वे डोज़ बीच में छोड़ एटीबायोटिक रज़िसटेंट न हो जाएँ।
दूसरी ओर, भ्रांति दूर कर, सही तस्वीर के बारे में ज्यादा समझ बनाने का अर्थ यह भी होगा कि ऐसी महिलाएं जो अपने गर्भवती होने की बात को छिपाना चाहती हैं, उनको भविष्य में कुछ और बहाने तलाशने होंगें।
और श्रोता मित्रों हम आपको अंत में ये भी बताना चाहेंगे कि हम ये नहीं चाहते कि आप इस कार्यक्रम को सुनने के बाद शराब पीना शुरु कर दें, हम हमेशा ये चाहेंगे कि आप किसी भी तरह की बुरी लत से बचे रहें और एक स्वस्थ और बेहतर जीवन जीएं। हमारा उद्देश्य आपको एक रोचक और आश्चर्यजनक जानकारी देना है।
अंजली - इसी के साथ हम अपने श्रोताओं को सुनवाने जा रहे हैं कार्यक्रम का अगला गाना जिसके लिये हमें पत्र लिखा है मोजाहिदपुर, पूरबटोला, भागलपुर, बिहार से मोहम्मद खालिद अंसारी, मोहम्मद ताहिर अंसारी, कादिर, मुन्ना खान मुन्ना, नुरूलहोदा, शब्बीर ज़फ़र, एम के नाज़, नवगछिया, मोमताज मोहल्ला से ज़फ़र अंसारी, शौकत अंसारी, और मास्टर अतहर अंसारी ने आप सभी ने सुनना चाहा है दीवाने फिल्म का गाना जिसे गाया है जसपिन्दर नरूला ने गीतकार हैं समीर, संगीत दिया है संजीव दर्शन ने और गीत के बोल हैं -----
सांग नंबर 6. ऐ दिल इतना बता दे .....
पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।
अंजली – नमस्कार।