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टी-टाइम--- 15 January
अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ..चाय की आवाज .........आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।
अनिलः
सऊदी अरब को कड़े कानून-कायदों के बतौर जाना जाता है। यहां एक शख्स को ऎसी वजह के चलते 1000 कोड़े मारे गए जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
सऊदी अरब में एक ब्लॉगर को इस्लाम का अपमान करने के आरोप में 1000 कोड़े की सजा सुनाई गई है। घटना सऊदी के शहर जेद्दाह की है जहां एक ब्लॉगर रैफ बाद्दावी को एक ऑनलाइन फोरम पर इस्लाम का अपमान करने के मामले में सजा सुनाई गई है।
रैफ को इस्लाम का अपमान करने के आरोप में 10 साल की जेल और 1000 कोड़े की सजा सुनाई गई है। इस ब्लागर को मस्जिद के बाहर सबके सामने कोड़े लगाए जाएंगे।
केवल इतना ही नहीं जेद्दाह क्रि मिनल कोर्ट ने रैफ पर दल लाख सऊदी रियाल जुर्माना भी लगाया है। बाद्दावी को ये सजा 20 हफ्तों तक हर हफ्ते 50 कोड़े लगाकर दी जाएगी।
बाद्दावी को सजा मिलने के बाद से उनकी पत्नी और बच्चे देश छोड़कर कनाडा जा चुके है।
वेइतुंगः आम तौर पर तलाक किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत नुकसानदेह होता है लेकिन हद तो तब हो जाती है जब तलाक के वक्त सेटलमेंट के लिए दी गई अरबों की भारी-भरकम रकम भी कम लगने लगे।
अमेरिका के एक ऑयल टाइकून ने तलाक के लिए सेटलमेंट राशि में इतने करोड़ों रूपए दिए है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे और फिर भी उसकी पूर्व बीवी ने इन अरबों रूपयों को नाकाफी बताया है।
जी हां, अमेरिका के ऑयल टाइकून और बिजनेसमैन हेरॉल्ड हैम की पूर्व पत्नी सुई एन हैम ने 975 मिलियन डॉलर यानी करीब 61.6 अरब रूपए का सेटलमेंट चेक यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि उन्हें सेटलमेंट के लिए और पैसे मिलने चाहिए क्योंकि उन्होंने हैम को इस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की है।
ओक्लाहोमा काउंटी जज ने 10 हफ्तों तक चली सुनवाई के बाद ऑयल टाइकून 68 वर्षीय हैम को पूर्व पत्नी को करीब 1 बिलियन डॉलर गुजारा भत्ता भुगतान करने का आदेश दिया था। हैम को तलाक के लिए इतना बड़ा चेक साइन करने के लिए पैसे उधार लेने पड़े।
हैम और आर्नेल ने साल 1988 में शादी की थी और इनके दो बच्चे भी हैं। दोनों के बीच तलाक के लिए समझौते की शर्तो पर सहमति नहीं बन पाई, जिस वजह से पिछले ढाई साल ये मामला कोर्ट में है।
दरअसल, 19 बिलियन डॉलर (1200 अरब रूपए) संपत्ति के मालिक हैम को तेल की कम होती कीमतों की वजह से नुकसान उठाना पड़ा है। .
अनिलः वो जब मिले थे तो मर्द थे। एक साथ काम करते हुए उन्हें एक-दूसरे से मोहब्बत हो गई। अब सालों बाद जाकर वो शादी कर हमेशा के लिए एक-दूसरे के होने जा रहे हैं।
डेली मेल के अनुसार, 43 साल की स्टेफनी और 59 साल की पर्मा बरटोली अब मर्द से औरत बन चुकी है। दोनों ही इंग्लैंड के वॉरडन में रहते है ।
स्टेफनी ने साल 2006 में नौकरी के दौरान ही अपना सेक्स चेंज करवा लिया था। स्टेफनी ने सेक्स चेंज करवाकर मर्द से औरत बन गई। वहीं पर्मा ने साल 2008 में ऑपरेशन के जरिए पुरूष से स्त्री बन गई।
इतने साल तक साथ रहने के दौरान दोनों ने अब शादी करने का फैसला किया है। एक-दूसरे को बेहद प्यार करने वाले इस जोड़े में पर्मा को पिछले साल टर्मिनल ब्रेन ट्यूमर की शिकायत हो गई।
डॉक्टरों ने बताया कि अब उसके पास जीने को सिर्फ एक ही साल बचे है। ऎसे में स्टेफनी और पर्मा ने जल्द से जल्द शादी कर सेटल होने का मूड पक्का कर लिया है।
स्टेफनी कहती हैं कि उनको नहीं पता कि उनका आने वाला जीवन कैसा होगा, पर पर्मा के साथ बिताए गए पलों को अब वो कभी भूल नहीं सकती।
वेइतुंगः दोस्तो दुनिया में वो इंसान बहुत खुशनसीब है जिसे मां का प्यार मिला, मां की ममता के आगे दुनिया की सारी दौलत छोटी पड़ जाती है। चाहे इंसान हो या जानवर ममता रूपी सागर हर मां में होता है।
ऎसा ही एक नजारा देखने को मिला यमुनानगर में जहां एक बंदर ने मासूम बच्चे को मां का प्यार दिया। मादा बंदर ने डेढ़ साल की बच्ची को इस तरह प्यार करती है जैसे वो ही उसकी असली मां हो।
दरअसल, सुलतान सिंह का परिवार अब बेखौफ होकर अपनी बच्ची को इस बंदरिया के पास छोड़कर अपने काम में मस्त हो जाता है। परिवार का कहना है कि पहले तो वह भी इस बंदरिया से डरते थे, लेकिन अपने बच्चे के प्रति इसका असीम प्यार देखकर उनका मन भी बदल गया।
अब वह इस बंदरिया को अपने परिवार का एक सदस्य ही मानते है। यह बंदरिया इस बच्ची के साथ सारा दिन खेलती है और बच्ची भी उससे नहीं डरती। वह बच्ची को प्यार से सहलाती है, उसे किस भी करती है और बच्ची का परिवार भी उसे ऎसा करने से नहीं रोकता। इन दोनों के असीम प्यार का यह रिश्ता लोगों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। -
अनिलः सुनने में थोड़ा अटपटा लग सकता है लेकिन यह सच है कि एक नेता ने दो गधों को सम्मानित किया है।
जी हां, कर्नाटक के एक नेता ने दो गधों को उनके मेहनत, लगन, अनुशासन और ईमानदारी के लिए सम्मानित किया है। नेताजी ने कहा, "मैंने फैसला किया है कि कुत्तों, गधों, भैंस, गाय सभी घरेलू जानवरों को सम्मानित करूंगा। ये सभी जानवर हम सब से ज्यादा ईमानदार, मेहनती और आज्ञाकारी है।"
यह बातें कन्नड़ चलूवली वतल पक्षा के अध्यक्ष नागराज ने कही। नागराज कर्नाटक के लोकल नेता हैं। नागराज ने राज्योत्सव पुरस्कार देते समय दो गधों को सम्मानित किया। दोनों गधों को नहलाने और सजाने के बाद सम्मानित किया गया।
आपको बता दें कि पहले दोनों गधों को माला पहनायी गयी, इसके बाद दोनों को चादर ओढ़ाया गया फिर दोनों पर गुलाब की पत्तियों की बारिश की गई। वहां पर मौजूद नागराज के समर्थकों ने गधों को सम्मानित किए जाने के वक्त खूब तालियां भी बजाई।
वेइतुंगः वहीं अब चीन से जुड़ी खबर की बात करते हैं।
खबर है कि चीन स्टेपल फूड बनाने की नीति लागू करेगा ताकि अधिक आलू मोमो व नूडल आदि को सबसे आम खाने के रूप में प्रोसेस किया जा सके। इस तरह आलू धान,गेहूं और मकई के बाद चौथा स्टेपल फूड बन जाएगा। अनुमान है कि वर्ष 2020 तक आधे से अधिक आलू स्टेपल फूड के रूप में प्रयुक्त किया जाएगा।
आलू को भोजन एक पौष्टिक खाना माना जाता है ,जिसमें डायटरी फाइबर ज्यादा होते हैं और वसा बहुत कम। आलू उच्च रक्तचाप ,डायबिटीज और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए मददगार भी होता है। वैसे विश्व में कई देशों में आलू स्टेपल फू़ड है ।यूरोप में हर साल प्रति व्यक्ति आलू का औसत उपभोग 50 से 60 किलो है ,जबकि रूस में एक व्य्कित औसतन 170 से अधिक किलो खाता है ।
वैसे चीनी लोग आम तौर पर आलू को सब्जी के रूप में देखते हैं ।चीनी कृषि मंत्रालय के रोपण उद्योग विभाग के उप निदेशक पान वेन पो ने कहा कि भविष्य में आलू सब्जी से मुख्य खाने की ओर परिवर्तित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उसका मुख्य उपाय आलू रोटी ,मोमो और नूडल के रूप में प्रोसेसिंग करना है।
अनुमान है कि वर्ष 2020 तक चीन में खाद्यान्न की मांग 1 खरब किलो तक जा पहुंचेगी ।खाद्य सुरक्षा की गारंटी के लिए आलू बडी भूमिका निभा सकता है ,क्योंकि गेहूं व धान की तुलना में आलू रोपना अधिक आसान है ।आलू उगाने में पानी और खाद का प्रयोग भी कम होता है।
वहीं अमेरिकी रोग नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) ने रिपोर्ट जारी कर कहा कि अमेरिका में रोज 6 व्यक्ति शराब पीने से मर जाते हैं ।
इस रिपोर्ट में कहा गया कि 2010 से 2012 तक अमेरिका में हर साल 2200 लोगों की अल्कोहॉल पाइजिनिंग से मौत हुई। हैरानी की बात है कि उन मृतकों में से अधिकांश युवा होने के बजाय 35 वर्ष से 64 वर्ष की उम्र के व्यक्ति थे।
दरअसल, अल्कोहॉल पाइजिनिंग कम समय में अधिक शराब पीने से होता है। शरीर में अल्कोहॉल की मात्रा ज्यादा होने से दिमाग में सांस ,धड़कन और बॉडी टेंपरेचर नियंत्रित करने वाले क्षेत्रों की फंक्शन बंद हो जाता है, जिससे मौत हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार अल्कोहॉल के सेवन से मरने वाले मामलों की संख्या अलास्का में सबसे ज्यादा है,इसके बाद न्यू मैक्सिको और एरिजोना हैं।
अनिलः आमिर खान की फिल्म 'पीके' का नए-नए रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला जारी है। पीके भारत के साथ दुनियाभर में भी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है। 'पीके' ने दुनियाभर में 620 करोड़ रुपए का बिजनेस कर लिया है। 600 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली यह बॉलीवुड की पहली फिल्म है।
पहले दिन 'तेवर' ने कमाए सिर्फ साढ़े सात करोड़
पीके से पहले दुनियाभर में सबसे ज्यादा बिजनेस करने का रिकॉर्ड भी आमिर की ही फिल्म धूम 3 के नाम था। धूम 3 ने दुनियाभर में 542 करोड़ रुपए का कुल बिजनेस किया था। धूम 3 का यह रिकॉर्ड तो पीके कई दिन पहले ही तोड़ चुकी है।
पढ़ें: आमिर ने रणबीर कपूर से छीनी थी पीके
वैसे विदेशों में कलेक्शन की बात की जाए तो पीके अब तक 153 करोड़ बटोर चुकी है। पीके भारत में अब तक 324.25 करोड़ रुपए कमा चुकी है।
वहीं स्पोर्ट्स पर नज़र डालते हैं।
इंग्लैंड फुटबॉल टीम के कप्तान वेन रूनी को वर्ष 2014 का 'प्लेयर ऑफ द ईयर' चुना गया है। बेशक उनकी कप्तानी में इंग्लैंड की टीम का वर्ल्ड कप में प्रदर्शन खास नहीं रहा मगर वो अब भी सबके पसंदीदा फुटबॉलर हैं।
प्लेयर ऑफ द इयर बनने के बाद रूनी ने कहा कि उन्हें इस उपलब्धि पर गर्व है। स्टीवन गेरार्ड के संन्यास के बाद इंग्लैंड के कप्तान बने रूनी ने 13 मैचों में 8 गोल दागे। रूनी ने कहा कि प्रशंसकों ने उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना इसके लिए वो सबको धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि अपने साथियों के बिना यह संभव नहीं हो पाता इसलिए मैं इंग्लिश टीम के जुड़े हर व्यक्ति का शुक्रगुजार हूं।
रूनी के अलावा आर्सेनल के डैनी वेल्बेक दूसरे और लिवरपूल के रहीम स्टर्लिंग तीसरे स्थान पर रहे। रूनी को 27 फीसदी, वेल्बेक को 11 फीसदी और स्टर्लिंग को सात फीसदी वोट मिले।
वेइतुंगः पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो को यूरोपीय पत्रकारों द्वारा लगातार दूसरे वर्ष यूरोप का सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ी चुना गया है। यह सर्वेक्षण उरग्वे के समाचार पत्र 'एल पेस' द्वारा कराया गया। इसमें 144 पत्रकारों में से 89 ने स्पेनिश क्लब रियल मैड्रिड के लिए खेलने वाले रोनाल्डो को सर्वश्रेष्ठ बताया। जर्मनी के गोलकीपर मैनुएल नूएर (बैयर्न म्यूनिख) 19 मतों के साथ दूसरे तथा
अर्जेंटीना के लियोनेल मैसी (बार्सिलोना) 16 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। रोनाल्डो इस सत्र (2014-15) के स्पेनिश लीग में अब तक 25 गोल कर चुके हैं।
डिएगो पहले गैर यूरोपीय कोच : यूरोप का सर्वश्रेष्ठ कोच अर्जेंटीना के वर्तमान कोच डिएगो सिमेओन को चुना गया। डिएगो ने 2013-14 सत्र में स्पेनिश लीग की चैंपियन टीम एटलेटिको मैड्रिड का कोच पद संभाला था। एटलेटिको मैड्रिड यूईएफए चैंपियंस लीग के फाइनल में भी पहुंचने में कामयाब रहा। डिएगो ने 68 मत प्राप्त किए। इस सर्वेक्षण के 1991 में शुरू होने के बाद डिएगो इस पुरस्कार को जीतने वाले
पहले गैर यूरोपीय कोच हैं।
अनिलः हेल्थ टिप्स
लगातार रात्रि पाली में बदल-बदल कर काम करना स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है और इसके कारण फेफड़े का कैंसर और ह्वदयरोग से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जो आपकी जल्द मौत का भी कारण बन सकती है।
एक ताजा शोध में बताया गया है कि पांच या इससे अधिक वर्षो तक बदल-बदल कर रात्रि पाली में काम करने वाली महिलाओं में ह्वदयरोग से जुड़ी समस्याओं के कारण मृत्युदर बढ़ा पाया। गया, जबकि 15 साल से अधिक समय तक काम करने वाली महिलाओं में फेफड़े के कैंसर से मृत्यु होने की दर में इजाफा देखा गया।
अध्ययन में महीने में कम से कम तीन पालियां रात में करने वालों को शामिल किया गया। हार्रवर्ड मेडिकल स्कूल की सहायक प्राध्यापिका इवा शेर्नहैमर ने बताया है कि इस शोध के परिणाम रात्रि पाली में काम करने और स्वास्थ्य या लंबी आयु के बीच संभावित हानिकारक संबंधों के पूर्व सबूतों को प्रमाणित करते हैं। नींद और हमारी दैनिक जैविक çRयाएं ह्वदय सर्केडियन सिस्टम दिल के स्वास्थ्य और
कैंसर के ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में बेहद अहम होती हैं।
इवा ने बताया है कि चूंकि दुनियाभर में रात्रि पाली में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, अत: यह अध्ययन संभवत: दुनिया में सबसे बड़े समूह से संबंधित अध्ययन है। अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने अमेरिका में नर्सो के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ा रखने वाली संस्था नर्सेज हेल्थ स्टडी द्वारा दर्ज 22 साल के आंकड़ों का विश्लेषण किया। इस अमेरिकी संस्था से लगभग
75,000 नर्से पंजीकृत हैं।
विश्लेषण में पाया गया कि छह से 15 सालों तक बदल-बदल कर रात्रि पाली में काम करने वाली नर्सो की मृत्यु दर 11 फीसदी अधिक रही। इनमें दिल की बीमारी से होने वाली मृत्यु की दर 19 फीसदी अधिक पाई गई। 15 या इससे भी अधिक सालों से रात्रि पाली में काम कर करने वाली महिलाओं में फेफड़े के कैंसर से मौत होने का खतरा 25 फीसदी अधिक पाया गया। यह अध्ययन अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रीवेंटिव मेडिसिन के ताजा अंक में प्रकाशित हुआ।
वेइतुंगः एक नए अध्ययन के अनुसार बैंगनी-लाल फल और सब्जियां जैसे जामुन, रसबेरी, ब्लूबेरी, चुकंदर, बैंगन ब्लडप्रेशर को कंट्रोल रखने में काफी मददगार होते हैं।
इनमें मौजूद एंथोसायनिस शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन बढाते हैं, जिससे रक्त धमनियां रिलेक्स होती हैं और रक्त के प्रवाह में सुधार होता है। खासकर चुकंदर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में काफी फायदेमंद होता है।
वहीं सर्दी के मौसम में हरी सब्जियों का इस्तेमाल गुणकारी बताया गया है। पालक, मैथी, बथुआ जैसी हरी सब्जियों में अनेक गुण पाए जाते हैं, जो अन्य सब्जियों में नहीं मिलते।
पालक में पाए जाने वाले विटामिन ए, के, सी और आयरन आपको सेहतमंद बनाए रखते हैं। पालक का रस आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है।
अगर त्वचा और बालों को सेहतमंद बनाना चाहते हैं तो पालक का सूप, सब्जी, परांठे, दाल या चावल में इसका प्रयोग कर सकते हैं। इसे ज्यादा देर तक पकाने से इसमे मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
अनिलः दोस्तो, अब लिस्नर्स के कमेंट की बारी है। आज भी हमें कई श्रोताओं ने ई-मेल भेजे हैं।
पहला ई-मेल शामिल कर रहे हैं, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का।
लिखते हैं कि साप्ताहिक "टी टाइम" के तहत आज भी काफी अज़ब-गज़ब और अहम जानकारी हासिल हुई। अमेरिका में महज़ चौदह माह की बच्ची अलायशा द्वारा तेरह फुट लम्बे नेने नामक पालतू अजगर से खेलने की दास्ताँ यह सिध्द करती है कि यदि अनुकूल माहौल मिले, तो हिंसक जानवर भी सामान्य बन सकता है। हमने तो यहाँ कई घरों में कुत्ते-बिल्ली को एकसाथ रहते देखा है। जन्म से कोई हिंसक नहीं होता, संगत के असर से वैसा होता है। लन्दन के एक परिवार में पांच पीढ़ियों और कोई 132 साल बाद बेटी के जन्म पर जश्न मना तो बात दुनियाभर में फ़ैल गई। बधाई का पात्र है वह परिवार, जिसने एनाबेल रोज़ की पैदाइश पर इतनी खुशियां मनायीं। आख़िर बेटी-बेटे में दोभांत क्यों ! हैरत हुई यह जान कर कि इंग्लैण्ड में एक चार साल की नन्हीं सी जान समर को तीन बार ह्रदय प्रत्यारोपण के दौर से गुजरना पड़ चुका है। हम दुआ करते हैं कि उसका तीसरा ऑपरेशन सफल साबित हो और वह बच्ची सामान्य जीवन बसर करे। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में लगने वाली भूतबाबा की अदालत पर कुछ भी टिप्पणी न करना ही उचित होगा। नौकरी से जुडी टिप्स में नौकरी छूट जाने की स्थिति में अवसादग्रस्त न होने की सलाह सर्वश्रेष्ठ लगी।
वेइतुंगः वे आगे लिखते हैं कि ज़रुरत से ज़्यादा सेल्फ़ी लेना सेल्फिश लोगों का काम होता है। आम तौर पर चॉकलेट दांतों लिये नुकसानदेह समझा जाता है, परन्तु आज आपने उसके ऐसे तमाम गुणों का बखान कर दिया कि जिसके चलते शायद मधुमेह के मरीज़ भी उसका ज़ायका लेने से गुरेज़ न करें। प्राचीनकाल में मिस्र की रानी क्लियोपैट्रा अपनी खूबसूरती बरक़रार रखने भले ही किसी भी दूध से नहाती हों, गधी का दूध भी गुणों के मामले में हरगिज किसी से पीछे नहीं है। अब से गधे को गधा नहीं समझना चाहिये ! इतनी लम्बी प्रतिक्रिया के बाद अब तो केवल चुटकुलों की बात शेष बची है है, जो कि बहुत अच्छे नहीं,तो औसत दर्ज़े के ज़रूर थे। धन्यवाद अपने एवं श्रोताओं लिये पेश इतनी श्रमसाध्य प्रस्तुति के लिये।
सुरेश जी आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद। आगे भी यूं ही प्रोग्राम के बारे में टिप्पणी भेजते रहिए।
अगला मेल हमें भेजा है, आजमगढ़ यूपी से सादिक आजमी ने।
वे लिखते हैं कि साल के पहले कार्यक्रम टी टाईम के नए अंक ने एक बार फिर हमारा खूब मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धन किया ।
अलाएसा नाम की 3 वर्षीय बच्ची का 14 फीट लम्बे अजगर के साथ खेलने की घटना हैरानी मे डालने वाली रही। हालांकि वह अजगर पालतू था पर फिर भी इस प्रकार का खेल जोखिम भरा हो सकता है। पूर्व की कई घटनाएँ जानलेवा साबित हुई हैं।
लंदन के एक परिवार में लंबे वक्त बाद लड़की के जन्म पर धूम धाम से खुशियाँ मनाने की खबर अति उत्साहित और प्रेरणा योग्य लगी। जिस प्रकार कई देशों मे लड़कियों के जन्म पर विशेषकर भारत में दुख का वातावरण देखने को मिलता है। उस पर यह समारोह एक प्रमाण है कि बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं और आज विश्व में जिस प्रकार लड़कियाँ जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी का झंडा गाड़ रही हैं, वह बड़े सम्मान की बात है।
इंगलैण्ड के नौथम आग्रैन मे 4 साल की बच्ची के दिल के 3 बार आपरेशन की खबर सुन आँखें नम हो गईं। भगवान उसे जीवन प्रदान करे यही दुआ है।
मध्यप्रदेश मे भूतों की अदालत लगने की खबर पूर्णरूप से व्यवसायिक और जालसाज़ी का रूप लगी। ढ़ोंगी बाबाओं ने कमाई के कारण ऐसी बहुत सी घटनाओं को अंजाम देने के नए नए तरीके विकसित किये हैं। निष्पक्ष जांच की जाए तो सारा खेल आइने की तरह साफ हो एगा । वर्तमान समय मे बढ़ते चलन सैल्फी के नकारात्मक पहलुओं को ऊजागर करने की चेष्टा को सलाम करता हूं। रिपोर्ट से लोगों मे जागरूकता आए यही कामना है ।
कोको चाकलेट के सेवन से लाभकारी बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित करवाया जाना रोचक लगा । और गधी के दूध मे लाभकारी विटिमेन्स का पाया जाना लाभकारी लगा पर वर्तमान मे इसके दूध का सेवन शायद ही कोई करता है आजके तीनों जोक्स अच्छे लगे और सवाल जवाब पर आधिकारिक फैसले का इन्तज़ार है आशा जल्द खुशखबरी सुनने को मिलेगी।
वहीं अगला मेल आया है, जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा का।
लिखते हैं कि अमेरिका के मिशिगन इलाके के एक बच्ची को अपने पालतू अजगर के साथ खेलने वाला वीडियो आजकल जरूर सुर्ख़ियों में है I जिसका सन्देश आम लोगों के लिए नहीं है I
आपने एक परिवार में पांच पीढ़ियों के बाद लंबे समय बाद बेटी पैदा होने पर ख़ुशी मनाने की खबर सुनाई I मेरा तो मानना है की हर बेटी के जन्म पर हमेशा ख़ुशी मनानी चाहिए पर यह हर समाज का दुर्भाग्य है की बेटी के जन्म पर लोग उतने खुश नहीं होते जितने बेटे के जन्म पर होते है I हर देश का समाज बेटा बेटी में अंतर करता है कही थोड़ा कम है कही ज्यादा। बेटी तो शक्ति का प्रतीक है एक तरफ भारत में लड़कियों को माता शक्ति के विभिन्न रूप में पूजा किया जाता है दूसरे तरफ उनके साथ भेदभाव किया जाता है यह सर्वथा गलत है।
jokes
1...नेता की पत्नी: सुनो जी, मेरी चप्पल टूट गई है, शाम को मेरे लिए एक जोड़ी चप्पल लेकर आना।
नेता: शाम को एक जगह मेरा भाषण है, तुम भी मेरे साथ चलना और अपनी पसंद की जितनी मर्जी जोड़ियां उठा लाना।
अब लीजिए पेश है दूसरा जोक
सर: बेटा तुम्हारे सारे उत्तर गलत हैं मार्क्स दें तो कहां? बच्चा: कमाल करते हैं मास्टर जी मार्क्स ही तो मांग रहे हैं, चुपचाप दे दो वरना थप्पड़ मार के भी ले सकते हैं। सर: बदतमीज । बच्चा: बदतमीज़ से याद आया आप के पापा कैसे हैं? सर: निकल जा मेरी क्लास से। बच्चा: चुपचाप से मार्क्स दे दो वरना आंसर सीट में इतने छेद करेंगे कि कन्फ्यूज हो जाओगे कि मार्क्स कहां दें और जीरो कहां दें!
अब पेश है आज के प्रोग्राम का अंतिम जोक
अकबर : सेनापति... यह बताओ कि हम अनारकली को क्यों नहीं ढूंढ पा रहे हैं सेनापति : महाराज, क्योंकि हम मुगल हैं, गूगल नहीं...….
अब सवाल जवाब की बारी है।
हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे, पहला सवाल था, किस देश में बेटी के पैदा होने पर बहुत बड़ा जश्न हुआ।
सही जवाब है- इंग्लैंड
दूसरा सवाल था। चॉकलेट खाने से हमें क्या लाभ होता है।
सही जवाब है
सही जवाब है, यह हार्ट के लिए अच्छी होती है, और धमनियों में अकड़न दूर करती है।
इन सवालों का जवाब हमें लिखकर भेजा है......
उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, आजमगढ़ यूपी से सादिक आजमी, पश्चिम बंगाल से विधान चंद्र सान्याल, देवाशीष गोप और जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा आदि ने। आप सभी को बधाई । आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए।
अब आज के सवालों की बारी है...
पहला सवाल....
किस देश में तलाक के सैटलमेंट के लिए पति द्वारा दी जाने वाली करोड़ों की रकम भी पत्नी को कम लग रही है।
दूसरा सवाल है रात्रि पाली यानी नाइट शिफ्ट में काम करने से हमारे शरीर को क्या नुकसान पहुंचता है।
अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.
...... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें। ........म्यूजिक........
अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....