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    टी टाइम 141230 (अनिल और वेइतुंग)
    2014-12-29 17:50:13 cri

    टी-टाइम--- 30 दिसंबर

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां ..चाय की आवाज .........आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।

    अनिलः दोस्तो, अभी-अभी क्रिसमस बीता है और अब नया साल 2015 आने वाला है। हम नए साल के मौके पर सभी लिस्नर्स को ढेरों शुभकामनाएं देना चाहते हैं। वैसे समय किस तेजी से बीतता है, इसका अंदाजा साल खत्म होने पर लगता है, आपके साथ बातें करते-करते, प्रोग्राम तैयार करते-करते 2014 पूरा होने वाला है। उम्मीद करते हैं नया साल आपके जीवन में खुशी और उमंग लेकर आए, बीते हुए साल में जो भी कमियां या मुश्किलें पैदा हुई थी, नव वर्ष के आगमन के साथ ही वे दूर होंगी ऐसी आशा करते हैं। साथ ही 31 की रात को दोस्तों और परिजनों के साथ पार्टी मनाना भी न भूलिएगा।

    हां हम सभी को नए साल में कुछ न कुछ रिजोल्यूशन तो तैयार करना चाहिए। .....वेइतुंग जी आपने क्या सोचा है।.....

    ख़बर है कि क्रिसमस के मौके पर सांता क्लॉज ने नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है।

    केरल के त्रिशूर में एक आर्कबिशप ने शनिवार को एक सड़क पर 18,112 सांता क्लॉज संकलित कर एक नया गिनीज वल्र्ड रिकार्ड कायम किया है।

    इससे पहले उत्तरी आयरलैंड में डेरी ने 13,000 सांता क्लॉज के साथ यह रिकार्ड बनाया था। त्रिशूर में एक जगह पर जुटाए गए इस सांता क्लॉज के समारोह को बाउन नताले 2014 नाम दिया गया और इसके पीछे आर्कबिशप एंड्रज थजत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

    पिछले साल उन्होंने एक स्थान पर पांच हजार सांता क्लॉज इकटा किया था। गिनीज वल्र्ड के अधिकारी शनिवार को इस समारोह के अवसर पर मौजूद थे।

    ब्रिटेन से आए गिनीज की प्रतिनिधि लूसिया ने इस अवसर पर घोषणा की कि एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में सांता क्लॉज के जुटाने का कीर्तिमान गिनीज वल्र्ड रिकाड्र्स में दर्ज किया जाएगा।

    गिनीज की टीम ने नई तकनीकों के जरिए सांता क्लाज की गिनती की जिसके चलते हर सांता पर बारकोड का इस्तेमाल किया गया था। -

    वेइतुंगः

    आजकल अजीबोगरीब वजहों के चलते तलाक के मामले सामने आ रहे है। लेकिन क्या कोई शख्स अपनी बीवी को सिर्फ इसलिए तलाक दे सकता है क्योंकि उसने उसके तीन कम सुंदर बच्चों को जन्म दिया।

    जी हां, ऎसा ही मामला सामने आया है चीन में जहां एक शख्स ने अपनी बीवी को तलाक दे दिया। क्योंकि उसने तीसरे बच्चे को जन्म दिया जो कि पहले की दो बच्चों की तरह ही कम सुंदर था।

    चीन के उत्तरी हिस्से में रहने वाले च्यांग फंग ने अपनी प्रेमिका से शादी की थी। शादी के बाद फेंग एक लड़का और एक लड़की का बाप बना। फेंग अपने इन दोनों बच्चों को कुरूप मानता।

    जब उसकी बीवी ने तीसरे बच्चे को जन्म दिया तो वो उसकेबड़ें होने का इंतजार करने लगा। जब तीसरा बच्चा भी बड़ा हुआ तो फेंग को निराशा हाथ लगी। दरअसल, उसके तीनों ही बच्चे थे तो सु ंदर लेकिन वो उन्हें कुरूप मानने लगा।

    शादी के इतने साल बीत जाने और तीन बच्चों को कुरूप मानने के चलते फेंग ने अपनी बीवी को तलाक दे दिया। उसने तीनों बच्चों के कुरूप होने की वजह से कोर्ट में पत्नी से तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी।

    उसने दलील दी कि वो तो काफी स्मार्ट है, ऎसे में तीन बदसूरत बच्चे होने की वजह उसकी पत्नी है क्योंकि उसका किसी दूसरे मर्द से चक्कर चल रहा था।

    उसने ये भी कहा कि तीन कुरूप बच्चों को पैदा करने और उन्हें पालने-पोसने में उसे काफी बड़ा आर्थिक रूप से झटका लगा है। इसलिए उसे अपनी हानि का मुआवजा चाहिए।

    मामले को जब देखा गया तो पाया गया कि पत्नी प्राकृतिक रूप से बदसूरत ही थी। उसे अपने लुक्स बिल्कुल पसंद नहीं थे। जेंग को अपने जाल में फंसाने और खुद को बेहतर महसूस करने के लिए उसने प्लास्टिक सर्जरी करवाई थी।

    कोर्ट ने जेंग और उसकी पत्नी का तलाक मंजूर कर लिया और पत्नी पर सात लाख तक का जुर्माना भी लगाया।

    अनिलः कुदरत भी अनोखे खेल खेलती है। आपने कभी ऎसे बच्चे को देखा है जिसका दिल ही उसकी छाती पर हो, शायद नहीं देखा होगा।

    उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक ऎसा बच्चा पैदा हुआ है जिसका दिल उसके शरीर से बाहर है। डॉक्टरों के अनुसार ये बच्चा एक्टोपिया कॉर्डिस नाम की दुर्लभ बीमारी से पीडित है।

    एक वेबसाइट के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया कि उसके तीन दिन से ज्यादा जि ंदा रहने की उम्मीद न के बराबर थी लेकिन छह दिन बाद भी वो बच्चा है जो कि किसी करिश्में से कम नहीं है।

    डॉक्टरों के अनुसार बच्चे को एक ऑपरेशन की जरूरत है जो बेहद खर्चीला होगा। वहीं बच्चे के परिवार की हालत ऎसी नहीं है कि वे बच्चे के ऑपरेशन का खर्च उठा सके।

    बच्चे के परिवार की दिन की कमाई ही 300 रूपए है जिसमें पूरे परिवार को गुजारा करना पड़ता है। ऎसी हालत में बच्चे के पिता ने लोगों से मदद की गुहार लगाई है।

    बच्चे का दिल उसके सीने से बाहर छाती पर है। ये दुर्लभ बीमारी दस लाख लोगों में से सिर्फ 8 लोगों में पाई गई जाती है। इससे पीडित 90 फीसदी बच्चे जन्म के तीन दिन के अंदर ही दम तोड़ देते हैं।

    वेइतुंगः

    आपने शशि कपूर और अमिताभ बच्चन की दीवार फिल्म का डायलॉग तो सुना ही होगा जिसमें अमिताभ बोलते है, "मेरे पास गाड़ी है, बंगला है तेरे पास क्या है।"

    इससे थोड़ा सा अलग मामला सामने आया है सऊदी अरब में, जब पुलिस ने एक भिखारी को गिरफ्तार कर लिया। सऊदी में भिखारी की गिरफ्तारी कोई बड़ी बात नहीं लेकिन पुलिस के होश तब उड़ गए जब उन्हें ये पता चला कि वो भिखारी एक रईस है।

    दरअसल, सऊदी अरब में पुलिस ने एक भिखारी को गिरफ्तार किया, जो बाद में करोड़पति निकला। सऊदी गजेट की रपट के मुताबिक, पुलिस ने पश्चिमी सऊदी अरब के यान्बू से अरब मूल के उस व्यक्ति से 1.92 करोड़ रूपये की नगद और कीमती वस्तुएं बरामद की।

    मदीना पुलिस के अनुसार, संदिग्ध परिस्थितियों में भीख मांगते हुए उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब में भीख मांगने पर प्रतिबंध है।

    पुलिस ने कहा कि संदिग्ध लग्जरी अपार्टमेंट में रह रहा था और दूसरे शहरों में जाने के लिए अपनी कार का इस्तेमाल करता था। जांच में खुलासा हुआ कि भीख मांगने में उसकी पत्नी और तीनों बच्चे उसकी मदद करते थे।

    अनिलः सांप से अक्सर लोगों को डर लगता है लेकिन जरा सोचिए मरा हुआ सांप भी आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

    जिंदा सांप के खतरनाक होने के बारे में तो सब जानते हैं, लेकिन मजे की बात ये है कि मरा हुआ सांप भी कई बार खतरनाक हो सक ता है। सांपों में मरने के कई घंटों बाद भी चेतना रहती है।

    एक वेबसाइट के अनुसार, अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ अरकांसास के प्रोफेसर स्टीवन बीऑपर ने बताया कि सांपों में मरने के बाद भी उनके शरीर में मौजूद आयन सक्रिय रहते हैं जो सांपों की नर्व कोशिकाओं में होते हैं।

    जब तुरंत मरे हुए सांप के साथ छेड़छाड़ की जाती है, तो नर्व कोशिका वाहिकाएं सक्रिय हो उठती हैं और उससे आयनों में गति आ जाती है।

    यह गतिविधि मासंपेशियों में गति उत्पन्न करती है और काटने या डसने जैसी क्रिया को प्रेरित करती है।

    कोबरा और रैटलस्नेक जैसे विषैले सांपों में मरने के कई घंटों बाद तक काटने या डसने वाली चेतना दिमाग में सक्रिय रहती है।

    वेइतुंगः अब खेल से जुड़ी ख़बर पेश है।

    अखिल भारतीय फुटबाल संघ (एआईएफएफ) ने भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री को शनिवार को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया।

    पिछले चार वर्षों में छेत्री तीसरी बार इस पुरस्कार के लिए चुने गए हैं। महिलाओं में बाला देवी को भारत की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।

    इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में केरला ब्लास्टर्स एफसी के लिए खेलने वाले संदेश झिंगन को साल के सबसे अच्छे उभरते हुए खिलाड़ी के तौर पर चुना गया है।

    एआईएफएफ की विज्ञप्ति के अनुसार छेत्री को आई-लीग क्लब के प्रशिक्षकों द्वारा दिए मत के आधार पर पुरस्कार का विजेता चुना गया.

    दूसरी ओर, दक्षिण एशियाई फुटबाल महासंघ (एसएएफएफ) महिला टूर्नामेंट में कुल 16 गोल कर खिताब बचाने में अहम भूमिका निभाने वाली 24 वर्षीय बाला देवी को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया. उन्हें पुरस्कार के तौर पर एक लाख रूपये और एक ट्रॉफी प्रदान की जाएगी.

    छेत्री को दो लाख रूपये की पुरस्कार राशि और ट्रॉफी दी जाएगी. छेत्री ने अपने करियर में कुल चौथी बार यह पुरस्कार जीता है.

    पुरस्कार की घोषणा के बाद छेत्री ने खुशी जताते हुए कहा, "इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को चौथी बार जीतना सम्मान की बात है. यह मुझे और अच्छा खेलने और उम्मीदों पर खरा उतरने की प्रेरणा देगा."

    अनिलः स्पोर्ट संबंधी जानकारी के बाद पेश है, हेल्थ टिप्स

    दोस्तो, सर्दियों के मौसम में अमरूद को तमाम गुणों का खजाना माना जाता है। इसे खाने से रक्त में शुगर का स्तर कम होता है।

    अमरूद का अर्क रोजाना सुबह-शाम लेने से पाचन संबंधी विकार दूर होते हैं।

    भोजन के साथ अमरूद की चटनी और भोजन के बाद इसका मुरब्बा तीन महीने तक खाने से ह्वदय रोग में लाभ होता है। इससे रक्त संबंधी विकार दूर होते हैं।

    इसके पत्तों को पानी में उबालकर पत्ते अलग कर लें और इस पानी को ठंडा करके इसमें फिटकरी मिला लें, इससे कुल्ला करने पर दांतों का दर्द कम होता है।

    अमरूद को पत्थर पर घिसकर इस पेस्ट को एक सप्ताह तक माथे पर लगाने से माइग्रेन में लाभ होता है। प्रयोग सुबह करें।

    अमरूद के ताजे पत्तों का रस 10 ग्राम और पिसी मिश्री 10 ग्राम मिलाकर 21 दिन तक सुबह खाली पेट लेने से भूख खुलकर लगती है।

    वेइतुंगः लाल-लाल टमाटर खाने का जायका तो बढ़ाता ही है साथ ही हमारे शरीर को कई तरह से लाभ भी पहुंचाता है। औषधीय रूप से टमाटर बहुत लाभकारी माना गया है।

    फाइबर, पोटेशियम और विटामिन-सी जैसे गुणो से भरपूर टमाटर डायबिटीज, दिल से जुड़ी बीमारियों, कैंसर और पेट संबंधी परेशानियों में लाभकारी होता है।

    लाल टमाटर खाने से हडि्डयों में ताकत आती है, खून की कमी दूर होती है और पेट साफ होता है।

    गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बच्चे के शारीरिक पोषण के लिए टमाटर खाने चाहिए।

    टमाटर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है क्योंकि इसमें विटामिन "ए" होता है जो रतौंधी रोग में फायदेमंद होता है।

    टमाटर में काला नमक लगाकर खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है और पेट साफ होता है।

    अनिलः यह तो सभी जानते है कि मिस्र की महारानी क्लियोपेट्रा अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए गधी के दूध से स्नान करती थीं लेकिन एक ताजा शोध में खुलासा हुआ है कि इस दूध में मौजूद एंटी एलर्जिक तत्व अस्थमा तथा सर्दी, जुकाम से पीडित बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद है।

    साइप्रस के लिमासोल स्थित साइप्रस यूनीवर्सिटी आफ टेक्नालाजी में डेयरी साइंस विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक प्रोफेसर फोटिस पैपडिनास ने हाल ही में प्रकाशित अपने एक नए शोध में कहा कि कुछ पीढियों पहले तक कुछ देशों में छोटे बच्चों को सर्दी जुकाम होने पर गधी का दूध ही देते थे लेकिन धीरे धीरे लोगों ने इसे छोड़ गाय के दूध को तरजीह देना शरू कर दिया। वैज्ञानिकों का मानना है कि गधी के

    दूध में औषधीय गुण होते हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में विटमिन पाया जाता है साथ में बैक्टीरिया रोधी प्रोटीन तथा एंटी एलर्जिक पदार्थ पाया है जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ा देता है।

    पैपडिमास कहते हैं कि यह कहना गलत नहीं होगा कि गधी के दूध के गुण मां के दूध से काफी मिलते जुलते हैं क्योंकि इंसान की ही तरह गधों में भी "सिंगल चेम्बर्स स्टमक" होता है जबकि गाय और बकरी का पेट "फोर चेम्बर्ड" होता है और कई तरह के वैक्टीरिया इनके खाने को पचाने में सहायक होते हैं....

    तमाम जानकारी के बाद पेश हैं, लिस्नर्स के कमेंट.....

    सबसे पहला ई-मेल आया है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का। लिखते हैं कि हमने "टी टाइम" का भी खूब मज़ा लिया। भई, मानना पड़ेगा अमेरिका वालों को कि वहां भैंस के गोबर को भी हाथों-हाथ ले लिया जाता है । यदि भारतीय ऐसा करते तो हम कह सकते थे कि-उनके दिमाग में गोबर भरा है ! इराक़ में एक 92 वर्षीय दादा मूसली द्वारा अपने दो पोतों की शादी के समय स्वयं अपनी भी शादी एक 22 वर्षीय युवती के साथ रचाने का किस्सा उनकी आशिक़ी को कम, अमीरी को दर्शाता है। निश्चित तौर पर ऐसी शादियाँ लड़की की रज़ामन्दी से नहीं, उसकी मज़बूरी से होती हैं। पूर्वी भारत के क़लीम नामक एक बच्चे के दोनों हाथ आठ-आठ किलो वज़नी होने का समाचार मन को द्रवित कर गया। उसके उपचार हेतु सभी को सामने आना चाहिये। मोमबती बेच कर अपने परिवार की आजीविका चलाने में मदद करने वाली मिशिगन की ग्यारह वर्षीया आशिया को हमारी हार्दिक बधाई कि वह विश्व की सब से कम उम्र कम्पनी सीईओ बनीं हैं। अपने पसन्दीदा एक्टर जैसा दिखने हेतु ब्रिटेन के जॉर्डन नामक एक 23 वर्षीय युवक द्वारा अपने चेहरे की सर्जरी पर कोई डेढ़ लाख डॉलर ख़र्च कर स्वयं को कुरूप बना लेना पागलपन ही कहा जायेगा। कार्यक्रम में हमेशा गैजेट्स और डिज़िटल डिवाइसेस से खेलने वाले बच्चों की मानसिक एवं बौध्दिक स्थिति पर लन्दन में आयोजित लैंग्वेज थैरेपिस्ट्स की मीटिंग; ऑस्कर के लिये भारतीय फ़िल्मों के मनोनयन की सम्भावना तथा अच्छी नींद लेने के कुछ सरल उपायों की चर्चा किया जाना भी अत्यन्त सूचनाप्रद लगा। अठारह साल के 292 विद्यार्थियों पर किये गये इस शोध की जानकारी कि-सोशल साइट्स का अधिक इस्तेमाल करने वाले नशे के लती हो सकते हैं, काफी महत्वपूर्ण लगी। आज के हंसगुल्लों में "सॉरी की स्पेलिंग ग़लत है क्या","पोलियो की ड्रॉप" तथा "पुजारी और नाविक" शीर्षक तीनों जोक्स उम्दा लगे। धन्यवाद इस विशेष प्रस्तुति के लिये।

    धन्यवाद---सुरेश जी.....

    वहीं, जमशेदपुर, झारखंड से एस.बी.शर्मा ने भी हमें ई-मेल भेजा है।

    लिखते हैं कि जैसे-जैसे साल का अंत हो रहा है, टी टाइम प्रोग्राम जवान होते जा रहा है। इस प्रोग्राम में परिपक्वता आ रही है, इसमें शामिल की जाने वाली सामग्री भी बहुत अच्छी होती है। गत 23 दिसम्बर के टी टाइम प्रोग्राम को ही लीजिये, इसमें दी गई सभी जानकारी उम्दा दर्जे की लगी।

    एक अमेरिकी वेबसाइट ने भैंस के गोबर के हजारों पैकेट ऑनलाइन बेच डाले। आजकल आनलाइन में पलक झपकते ही सभी चीजें बिक रही हैं। नीदरलैंड के एक प्रेमी द्वारा अपनी प्रेमिका को प्रपोज करने के तरोके से पड़ोसियों को भले ही तकलीफ हुई, पर प्रेमिका ने प्रेमी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। वहीं

    छोटी सी कारोबारी बच्ची की कहानी तो बहुत ही प्रेरक लगी। बच्ची ने अपने प्रयास से मोमबती का कारोबार करने और बेचने का जो प्रयास किया वह कबीले तारीफ है । भरपूर नीद के लिए आपके द्वारा बताये गए सभी दस टिप्स काफी उपयोगी लगे। जाड़े के दिनों में फिट रहने के नुस्खे भी लाजबाब थे। धन्यवाद

    अगला मेला आया, आजमगढ़ यूपी से सादिक आजमी का। लिखते हैं 23 दिसम्बर की सभा में विशेष कार्यक्रम टी टाईम पर अपनी प्रतिक्रिया प्रेषित करने से पूर्व समस्त cri परिवार को क्रिसमस एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई। नया वर्ष हम सबके लिये मंगलमय हो और अपार खुशियाँ हमारे जीवन का हिस्सा बनें यही कामना है। आपकी पहली रिपोर्ट से पता चला कि आनलाइन शापिंग का क्रेज़ इतना बढ़ गया है कि अब गोबर तक की बिक्री की जाने लगी है। सुनने में हास्यप्रद ज़रूर है, पर इन्टरनैट की बड़ती सुलभता से कुछ भी सम्भव है । बगदाद निवासी 92 साल के बुज़ुर्ग की 22 साला लड़की से विवाह रचाने की घटना एक मज़ाक सरीखा लगा। जो समाज में गलत सोच को बढ़ावा देने योग्य है। मगर इस प्रकार की शादी से पहले उन बुजुर्गो को सौ बार सोचना चाहिये, महज़ कुछ वर्षों बाद उनका देहान्त निश्चित है। फिर उस युवती का क्या होगा मेरे विचार से उम्र के इतने बड़े अंतर को स्वीकार नही करना चाहिए। सामाजिक स्तर पर इसका बहिष्कार होना चाहिए । जबकि एक लड़के के हाथ का वज़न 8 किलो का होना अचरज में डालने वाला है पर यह बीमारी के कारण है जिसके शीघ्र ठीक होने की हम प्रार्थना करते हैं। उधर अमरीका की आशिया की मोमबत्ती बनाने की कहानी प्रेरणादायी लगी। जो हमें सीख देती है कि सच्ची लगन और सच्ची निष्ठा से किया हर कार्य कामयाबी की मंज़िल तक ज़रूर पहुंचाता है ।अपने फेवरेट हीरो की तरह खुद को दिखाने की होड़ में अपने चेहरे को खराब करने की घटना पूर्णरूप से बुद्धिहीनता का परिणाम लगी। डिजिटिल उपकरणों के सेवन से बच्चों मे बोलने और सोचने की कमियों को दर्शाती रिपोर्ट रोचक लगी। साथ में सर्दियों के मौसम में कुछ सेहत सम्बंधी टिप्स सटीक और उपयोगी लगे जिसको अपनाकर कई तरह की बीमारी से बचा जा सकता है और भरपूर नीद न लेने के कई हानिकारक तथ्यों का ऊजागर किया जाना एवं लाभकारी बातों की तरफ प्रेरित किया जाना हम पर उपकार करने जैसा रहा । आज के जोक्स में नाव पर पुजारी वाला जोक अच्छा लगा और सवाल जवाब पर भाई सुरेश अग्रवाल जी के अनुरोध का मैं समर्थन करता हूं आपको अवश्य उसपर विचार करना चाहिये और विजेता को आकर्षक ईनाम से नवाजना चाहिये। धन्यवाद।

    वहीं पश्चिम बंगाल से देबाशीष गोप और विधान चंद्र सान्याल ने भी खत भेजे हैं। आप सभी का धन्यवाद।

    लिस्नर्स के कमेंट के बाद, अब बारी जोक्स की....

    लीजिए पेश है, प्रोग्राम का पहला जोक....

    पहले लोग पेट्रोल डलवाने में इसलिए डरते थे कि... बहुत महंगा है। अब इसलिये डरते हैं... कि कहीं रात को फिर से सस्ता ना हो जाए!

    दूसरा जोक...

    टीचर : एक ऐसा वाक्य बनाओ जिसमें उर्दू, हिंदी, पंजाबी और अंग्रेजी के शब्दों का सही-सही इस्तेमाल हुआ हो। संता : एक झटके में खड़े होकर - इश्क दी गली विच नो एंट्री।

    अब पेश है, तीसरा और अंतिम जोक....

    जब अमेरिका में लाइट जाती है तो वे पावर ऑफिस में फोन करते हैं।

    जब जापान में लाइट जाती है तो फ्यूज चेक करते हैं। और जब अपने भारत में लाइट जाती है तो सबसे पहले बाहर निकलकर देखते हैं कि सबकी गई है न... फिर राहत की सांस लेते हैं।

    。。。。

    हमने पिछले सप्ताह दो सवाल पूछे थे,

    पहला सवाल था, दुनिया की सबसे युवा उद्यमी का क्या नाम है। और वह किस देश की है।

    सही जवाब है.... अमेरिका की आशिया न्यूसन।

    दूसरा सवाल था—नेट पर सोशल नेटवर्किंग साइट के अधिक इस्तेमाल से क्या समस्या होती है।

    सही जवाब है, इससे व्यक्ति मादक पदार्थों के सेवन की ओर भी अग्रसर होता है।

    इन सवालों का जवाब हमें लिखकर भेजा है......

    उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, सऊदी अरब से सादिक आजमी, पश्चिम बंगाल से विधान चंद्र सान्याल, देवाशीष गोप और जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा आदि ने। आप सभी को बधाई । आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए।

    अब आज के सवालों की बारी है...

    पहला सवाल है, किस देश में एक भिखारी करोड़पति निकला...

    दूसरा सवाल है। हाल ही में भारत में किस फुटबाल खिलाड़ी को देश का सर्वश्रेष्ठ फुटबालर घोषित किया गया है।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.

    ...... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें। ........म्यूजिक........

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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