sundaykimasti141214
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हैलो दोस्तों... नमस्कार...नीहाओ...। आपका स्वागत है इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर।
आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की....इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड गानों का भी।
दोस्तों, आज कार्यक्रम को होस्ट करने में मेंरा साथ दे रही है मीनू जी...।
मीनू- हैलो दोस्तों, आप सभी को लिली का प्यार भरा नमस्कार.....।
अखिल- चलिए दोस्तों, अब हम आरंभ करते हैं हमारी मस्ती की पाठशाला पर उससे पहले पढ़ें जाएंगे आपके प्यारे खत और लेटर्स। हम सबसे अपने उन श्रोताओं व पाठकों को हार्दिक धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने ई-मेल और लेटर लिखकर हमें संदेश भेजे हैं।
अखिल- सऊदी अरब से भाई सादिक आजमी जी ने। भाई सादिक जी लिखते हैं... नमस्कार। आज दिनांक 7 दिसम्बर की सभा में अपना पसंदीदा कार्यक्रम सण्डे की मस्ती का जी भरके आनंद लिया। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां मेरे साथ बांग्लादेश के कुछ लोग इकट्ठा होकर इस रोचक कार्यक्रम का आनंद लिया। हालांकि बाहर काफी ठंड थी पर कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक रोचक विषय ने इस कदर मोहित किया कि समय कब समाप्त हुआ पता ही नही चला। मनोरंजन के साथ उपदेशात्मक बातें सबको अच्छी लगीं। यह सच है कि हंसी मज़ाक़ के बीच अखिल जी उन तत्थों को ऊजागर करते हैं जो समय की माँग एवं अत्यन्त आवश्यक होती हैं। आधुनिक युग की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में हम नैतिक ज़िम्मेदारी को भूलते जा रहे हैं, जिसकी ओर सदैव ध्यान केन्द्रित करवाने की अखिल जी की कोशिश रहती हैं, जिसका मैं सदैव प्रशंसक रहा हूं।
मीनू- सादिक जी आगे लिखते हैं.... आजकी पहली रिपोर्ट की से ज्ञात हुआ कि यूक्रेन की राजधानी में एक भिखारी लोगों की रूचि का केन्द्र बना हुआ है। वह दिन में दो बार कपड़े बदलता है, यह जानकर हैरानी हुई पर मुझे कहीं न कहीं यह नाम कमाने की रणनीति का एक हिस्सा लगता है। अगर इस अद्धभुत फकीर की तस्वीर आपको मिल जाए तो अपनी वेबसाइट पर जरूर प्रकाशित कीजियेगा। CIA द्वारा तैयार करवाए ओसामा बिन लादेन के पुतले को 7 लाख से अधिक में बेचा जाना हैरतंगेज़ लगा पर उससे भी चौंकाने वाली खबर यह लगी कि लोगों ने मानवता का परिचय देते हुए पेरिस के एक दम्पति के 30 वर्षीय बेटे को 30000 बधाई संदेशों से नवाज़ा।
अखिल- आगे लिखते हैं... ब्रिटेन के एक शहर मे 100 साल बाद लौटायी गई किताब का किस्सा सचमुच रोचक लगा। उस पर लाइबरेरियन द्वारा फीस माफ किये जाने का कदम सराहनीय लगा। रोचक एवं ज्ञानवर्धक बातों की कड़ी में अखिल जी द्वारा 10 महत्वपूर्ण बातें सुनावे जाने से मेरा दिल बाग बाग हो उठा। Alfred Bernhard Nobel जी की कहानी हमें कई सीख दे गई। हंसगुल्लों की बारिश भी लाजवाब रही। इस बार आडियो के साथ अखिल जी के मोहक अंदाज़ मे जोक्स सुनने को भी मिले। कुल मिलाकर लाजवाब पेशकश रही। जिसके लिये अखिल जी एवं लिली जी बधाई के पात्र हैं।
मीनू- सादिक भाई, हमें आपकी प्रतिक्रिया और हमारे कार्यक्रम पर आप द्वारा दिये कमेंट्स वाकई बेमिसाल होते हैं। हमें आपका पत्र पढ़ना बहुत अच्छा लगता हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
अखिल- जी हां, मीनू जी। आपने एकदम सही कहा। सादिक भाई, पत्र में अपनी सारी Feelings लिख देते हैं। हम उनके बहुत आभारी हैं। चलिए बढ़ते हैं हमारे अगले पत्र की तरफ जिसे भेजा हैं हम सभी के चहेते और हमारे सीआरआई के मोनिटर भाई सुरेश अग्रवाल जी। भाई सुरेश अग्रवाल जी के पत्र में एक ख़ास बात यह रहती है कि वे कम शब्द में बहुत कुछ लिख देते हैं। उनकी यह बात हमें बहुत प्रभावित करती हैं। भाई सुरेश जी लिखा हैं.... देश-दुनिया के ताज़ा समाचारों के बाद पेश साप्ताहिक "सण्डे की मस्ती' आज भी हमारी उम्मीदों पर खरा उतरा और बहुत सारी रोचक एवं अज़ब-गज़ब जानकारी से हमें रूबरू कराया। यूक्रेन की राजधानी कीव में नये अंदाज़ में फटे-पुराने कपड़े पहनने के साथ फ़ैशन आइकॉन बने भिकारी तथा अमेरिकी खुफ़िया एजेन्सी सीआईए द्वारा सन 2005 में तैयार कराया गया डेविल आई नामक बारह इंच लम्बे ओसामा बिन लादेन के पुतले का सात लाख में बिकने का किस्सा लाज़वाब लगा। पेरिस में असाध्य रोग से पीड़ित एक शख़्स के जन्मदिन पर बीस हज़ार बधाई-कार्ड्स के अलावा एक लाख ट्वीट्स करने वाले तमाम लोगों को मैं नमन करता हूँ। ब्रिटेन में इयान नामक सज्जन द्वारा सौ साल पूर्व अपने पूर्वज द्वारा ली गई पुस्तक स्कूल लाइब्रेरी को लौटाने और लाइब्रेरी द्वारा उस पर ज़ुर्माना माफ़ किया जाना, दोनों ही बातें उम्दा लगीं। दस रोचक किस्सों में नील आर्मस्ट्रॉन्ग द्वारा चन्द्रमा पर पहले अपना बायां कदम रखते समय उनके दिल की धड़कन 156 प्रतिमिनट होने का समाचार हमें फिर से इतिहास के पन्नों में ले गया। कार्यक्रम में अखिलजी द्वारा सुनायी गई डाइनामाइट के आविष्कारक अल्फ़्रेड नोबेल के जीवन पर आधारित अख़बार में प्रकाशित ग़लत विज्ञापन से उनके जीवन में आये परिवर्तन की कहानी, काफी प्रेरक लगी। इसके अलावा मोटिवेशनल ऑडियो, ज्वेलरी वाला ऑडियो जोक तथा पेश तमाम हंसगुल्ले भी गज़ब के लगे। आज की पूरी प्रस्तुति के लिये हार्दिक धन्यवाद।
मीनू- आपका बहुत-बहुत शुक्रिया सुरेश अग्रवाल जी। आपने हमारा उत्साहवर्धन किया, हम आपके बहुत आभारी है। दोस्तों, हमें अगला पत्र भेजा हैं ग्रेटर नोएडा से भाई विजय शर्मा जी ने। भाई विजय लिखते हैं... नमस्कार, संडे की मस्ती का अंक हर बार की तरह इस बार भी रोचक, ज्ञानवर्धक और मनोरंजक लगा। मैं सीआरआई की टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहूंगा, जो इतना मजेदार कार्यक्रम पेश करते हैं। धन्यवाद।
अखिल- आपका बहुत-बहुत धन्यवाद विजय शर्मा जी। हमें खुशी हैं कि आप हमारा प्रोग्राम सुनते हैं और अपनी प्रतिक्रिया हम तक पहुंचाते हैं। हमारा धन्यवाद स्वीकार कीजिए। दोस्तों, हम आप सभी के बहुत आभारी हैं और हम आशा करते हैं कि आप आगे भी हमारे कार्यक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया और कमेंट भेजते रहेंगे, चलिए..हम आपको ले चलते हैं अजब-गजब और रोमांचक बातों की दुनिया में..... पर उससे पहले सुनते हैं एक बढ़िया हिन्दी गाना
(गाना-1)