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नमस्कार श्रोता मित्रों मैं पंकज श्रीवास्तव आपकी पसंद कार्यक्रम में आप सभी का स्वागत करता हूं। हर सप्ताह की तरह हम आज भी आपको देंगे कुछ रोचक,ज्ञानवर्धक और आश्चर्यजनक जानकारियां और साथ में सुनवाएँगे आपकी पसंद के कुछ फिल्मी गाने।
दिनेश:श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपको ढेर सारी दिलचस्प जानकारियां देते हैं साथ ही आपको सुनवाते हैं आपकी पसंद के फिल्मी गीत। आज हम जिस फिल्म का गाना आपको सुनवाने जा रहे हैं उसे हमने लिया है फिल्म .... सोहनी महिवाल से, इसे गाया है आशा भोंसले और शब्बीर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है अन्नू मलिक ने गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 1. बोल तो मीठे बोल सोनिये .....
पंकज – मित्रों आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपने बढ़ते बिजली के बिल पर नियंत्रण रख सकते हैं और फिजूल में खर्च होने वाली बिजली को भी बचा सकते हैं। बिजली के बिल के झटके चाहे जितने लगें हम इसके इस्तेमाल को एक सीमा से ज्यादा तो कंट्रोल कर ही नहीं सकते। ऐसे में नेचरल पावर हाउस यानी सूरज हमारा साथी बन सकता है। सोलर एनर्जी कैसे आपके पॉकेट पर बिना जोर डाले घर को जगमग बनाए रख सकती है एक्सपर्ट्स की मदद से बता रहे हैं एक सज्जन
छोटे से घर का बड़ा बिल
ये साहब जब इस बार जब पंजाब गये तो जरूरी काम जल्द ही निपटने की वजह से अनचाही फुरसत मिल गई। बातों-बातों में चचेरे भाई से कई मुद्दों पर चर्चा हुई। वह एक बात से खासे परेशान दिखे कि बिजली का बिल बहुत ज़्यादा आता है। इस बार उसे 2 महीने में करीब साढ़े चार हजार के बिल का भुगतान करना पड़ा था। हालांकि वह अकेला ही है बड़े से घर में और घर में रहते हुए चंद कमरों की एकाध सीएफएल ही जलती है। हां, टंकी में पानी चढ़ाने के लिए ज़रूर पंप चलाना पड़ता है और इतने भर से भी तो 4-4 हजार रूपये का बिल आना माथे पर बल डालने के लिए काफी है।
उसकी बात भी सही है पिछले 10 सालों में वहां बिजली की दरें तीन गुनी हो चुकी हैं। 2014-15 में जहां हर यूनिट रेट औसतन 6 रुपये है। ऐसे में 5 हॉर्स पावर का पंप एक घंटा भी चले तो 25 रुपये का खर्च पक्का। 30-35 वॉट की एक सीएफएल 24 घंटे जल कर 6 रुपये खर्च करवा ही देगी और फ्रिज तो रात दिन चलता है। वह भी 24 घंटे में 24 रुपये तो खा ही जाएगा और अगर ऊपर बर्फ जमी हो तो इससे भी ज़्यादा की ज़रूरत होगी।
इस गुणा भाग का रिजल्ट तो कुछ नहीं निकला लेकिन हम इस नतीजे पर जरूर पहुंच गए कि सोलर एनर्जी का भरपूर इस्तेमाल करके ही हम बिजली के बिल पर नकेल कस सकेंगे। हम इन ऑप्शंस को आजमा सकते हैं।
सोलर एनर्जी है सुपरहिट
दिनेश – आने वाला समय ऐसा होगा जिसमें आप बिना कुछ खर्च किये आसानी से बिजली का इस्तेमाल कर सकेंगे, अब बिजली बनाने के लिये गैर पारंपरिक स्रोत का इस्तेमाल किया जाने लगेगा, इससे एक फायदा ये होगा कि हमारा पर्यावरण स्वच्छ होगा क्योंकि जब हम पेट्रोल या कोयले को जलाए बगैर बिजली बनाएंगे तो वायु प्रदूषण नहीं होगा और दूसरा इसमें बिजली का खर्च बहुत कम आएगा। इसी के साथ मैं उठाने जा रहा हूं कार्यक्रम का पहला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है मोजाहिदपुर पूरबटोला, भागलपुर बिहार से मोहम्मद खालिद अंसारी, मोहम्म्द ताहिर अंसारी, कादिर, मुन्ना खान मुन्ना, नुरूलहोदा, शब्बीर जफ़र, एम के नाज़, इनके साथ नवगछिया मुमताज मोहल्ला से ज़फ़र अंसारी, शौकत अंसारी, मास्टर अतहर अंसारी और इनके ढेर सारे मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है अंदर बाहर फिल्म का गाना जिसे गाया है शैलेन्द्र सिंह और सुरेश वाडेकर ने संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 2. हमको तो यारी से मतलब है ....
पंकज - सोलर एनर्जी पर आधारित प्रॉडक्ट्स सूरज के होने पर बिजली पैदा करते हैं। कड़ी धूप में ये तेजी से काम करते हैं, जबकि कम धूप होने पर इनकी कार्य क्षमता कुछ कम हो जाती है। बारिश के दिनों में ये काम नहीं करते, लेकिन उस स्थिति से निपटने के लिए ज्यादातर प्रॉडक्ट्स में ग्रिड से बिजली प्राप्त करने का विकल्प भी होता है यानी इन्हें बिजली से चलाया जा सकता है। यहां हम आपको सोलर एनर्जी से चलने वाले ऐसे ही कुछ प्रॉडक्ट्स की जानकारी दे रहे हैं। इनका इस्तेमाल करने से आप अपने बिजली बिल को कम करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं।
सोलर गेट लाइट्स
सबसे पहले ज़रूरी है गेट की दोनों और लगी लाइट्स। आप छोटे घर के गेट पर भी इन्हें लगा सकते हैं। इस जगह पर तेज रोशनी की जरूरत नहीं होती है, बस एक सजावट-दिखावट ही है। सोलर लाइट्स वाली यह गेट लाइट्स, दिन भर सूर्य देवता से एनर्जी ले कर बैटरी में स्टोर करती हैं। यह सूरज ढलते ही जल जाती हैं और सूरज उगते ही बुझ जाती हैं। दिन भर सूरज अपनी कृपा ना भी करे तब भी पूरी तरह चार्ज होने में के लिए चार घंटे की रोशनी काफी है।
कीमत
ईबे, फ्लिपकार्ट जैसी ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर 2 वॉट से 20 वॉट की क्षमता वाली यह लाइट्स प्लास्टिक/ एल्युमीनियम/ कास्ट आयरन/ स्टेनलेस स्टील से बनी अलग अलग आकारों में 500 से 6000 रुपये में मिल जाएंगी।
साइंस फिक्शन जैसी सोलर लाइट्स
कई सालों पहले हॉलीवुड की किसी साइंस फिक्शन मूवी में मैंने देखा था कि एक इंसान दौड़ता हुआ किसी सुरंग से गुजरता है, जहां-जहां उस इंसान के कदम पड़ते हैं उसके आगे की चंद लाइट्स जलती जाती है और जैसे जैसे वह इंसान लाइट्स को क्रॉस करता जाता है वैसे-वैसे उसके पीछे की लाइट्स बंद होती जाती हैं। भले ही उस सुरंग में सैकड़ों लाइट्स रही होंगीं लेकिन एक बार में उस इंसान के आगे पीछे की दो चार लाइटें ही जलती थीं।
दिनेश – हालांकि हम बात कर रहे हैं सौर ऊर्जा की लेकिन पहाड़ी जगहों पर हम पवन ऊर्जा का भी भरपूर इस्तेमाल कर सकते हैं और तटीय क्षेत्रों में समुद्र की लहरों से टरबाइन चलाकर उससे चौबीसों घंटे बिजली बना सकते हैं, जैसे जैसे विज्ञान तरक्की कर रहा है वैसे ही हम नई तकनीक खोजते जा रहे हैं, हमारे अगले श्रोता हैं धनौली तेलीवाला, हरिद्वार उत्तराखंड से निसार सलमानी, समीना नाज़, सुहैल बाबू और इनके ढेर सारे परिजन, जिन्होंने हमें ये पत्र लिखा है और आप सभी ने सुनना चाहा है आनंद और आनंद फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार, आशा भोंसले, और अभिजीत भट्टाचार्या ने गीतकार हैं अंजान औऱ संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 3. वादों की शाम आई ....
पंकज - सूरज देवता की मेहरबानी से अब आंगन-चारदीवारी या लॉबी के लिए ऐसे अनोखे सोलर चार्जिंग वाले साधन आ गए हैं जो अंधेरा होने पर खुद ब खुद रोशन हो जाते हैं और सुबह की पहली किरण पड़ने तक रोशनी बिखेरते हैं। इस तरह की लाइट्स में आप ऐसा ऑप्शन भी चुन सकते हैं कि वे तभी जलें जब उसके आसपास कोई इंसान आ खड़ा हो और खुद ही एकाध मिनट में बंद हो जाएंगे। इस तरह से बेवजह बिजली की बर्बादी से बचा जा सकता है।
कीमत
इन लाइट्स को आप चाहें तो चारदीवारी के अंदरूनी हिस्से में एक कतार में लगा लें, छत पर नीचे आती रोशनी के लिए लगा लें या फिर सजावटी तौर पर कहीं और भी लगा सकते हैं। अलग-अलग तरह के मैटीरियल, आकार, रोशनी की तेजी के हिसाब से इनकी कीमत 500 से 2000 रुपये के बीच है। इन्हें भी आप ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से आसानी से खरीद सकते हैं। कुछ बरस पहले मुझे अपने घर की सीएफएल वाली गेट लाइट्स का ढांचा लगवाने में तकरीबन 1500 रुपये खर्च करने पड़े थे और इसकी वायरिंग ने दीवारों का शो खराब कर दिया था वह अलग। इतना ही नहीं इन्हें सुबह-शाम ऑन-ऑफ करने का टेंशन अलग। इस लिहाज से यह ऑप्शन काफी बेफिक्री देने वाला है।
घर के सोलर लाइट्स और पंखे
घर के भीतर कम से कम बिजली का खर्च करने पर भी लाइट, पंखे और मोबाइल चार्जर बिजली की खपत तो करते ही हैं। लाइट्स के लिए तो बाजार में बहुत से ऑप्शन मौजूद हैं। टेबल लैंप से लेकर छत में फिट होने वाली कई तरह के ऑप्शन मिल जाएंगे। नाइट बल्ब हो या चकाचौंध कर देने वाली रोशनी, सभी तरह की लाइट्स बाज़ार में उपलब्ध हैं। छत में लगने वाले पंखे हों, टेबल फैन या बड़े पेडस्टल पंखे सभी को सोलर पावर से बड़े आराम से चलाया जा सकता है। एक सोलर सीलिंग फैन वैसा ही काम करता है जैसा कि आम फैन करता है। मित्रों अब हम बात करेंगे कीमत की।
दिनेश – कीमत की बात आप ज़रूर करें लेकिन उससे पहले मैं अपने श्रोताओं को कार्यक्रम का अगला गाना सुनवा दूं, जिससे आपकी बातों में उन्हें भी दिलचस्पी होगी, वैसे गाना सुनकर अपनी बात कहने में ज्यादा मज़ा आता है और सुनने वाले को बातें याद भी रह जाती हैं। इसी के साथ मैं उठा रहा हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है मेहर रेडियो श्रोता संघ सगोरिया, ज़िला मंदसौर, मध्यप्रदेश से श्याम मेहर, निकिता मेहर, आयुष, संगीता, ललिता, दुर्गाबाई, और पूरा मेहर परिवार, आप सभी ने सुनना चाहा है आवाज़ (1984) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 4. आंखों की ज़ुबान ने ....
पंकज - कीमत
सोलर पैनल सहित कीमत 100 से 10,000 रुपये तक। 3 वाट, 60 एलईडी वाली 2 फुट वाली ट्यूबलाइट, बैटरी और सोलर पैनल के सेटअप सहित तकरीबन 2000 रुपये में आ जाती है। साइज और पावर के हिसाब से सोलर पैनल सहित यह पंखे 2000 से 5000 रुपये के मिल जाते हैं।
सोलर मोबाइल चार्जर
आजकल कुछ हो न हो मोबाइल में तो पावर होनी ही चाहिए। ऐसे में सोलर मोबाइल चार्जर वक्त की जरूरत है। सूरज की रोशनी से चलने वाले मोबाइल चार्जर भी कई तरह के आते हैं। 800 रुपये वाला सोलर मोबाइल चार्जर ज़रूरत पड़ने पर यूएसबी से भी चलता है।
कीमत और इंस्टॉलेशन
860 रुपये वाला पोर्टेबल मोबाइल चार्जर बरसात के दिनों में घर की बिजली से भी पावर ले सकता है। 2000 रुपये वाले चार्जर में टॉर्च और स्पीकर सहित एफएम रेडियो भी है। मूल रूप से तो इन सभी उपकरणों में बैटरी ही लगी होती है जो सूरज की रोशनी से चार्ज होती है लेकिन अब ऐसे भी उपकरण आ गए हैं जिनसे घर में लगे सामान्य बिजली के पंखे और लाइट्स भी चलाई जा सकती हैं।
दिनेश – मुझे लगता है कि अगर इतनी कम कीमत में आपकी बिजली की समस्या का हल हो जाए तो इससे बढ़िया बात नहीं हो सकती, बस आपको ये देखना है कि आपके घऱ में कितनी धूप आती है। कार्यक्रम का अगला पत्र हमें लिखा है हमारे चिर परिचित और पुराने श्रोता ने परमवीर हाऊस, आदर्श नगर, बठिंडा, पंजाब से अशोर ग्रोवर, परवीन ग्रोवर, नीती ग्रोवर, पवनीत ग्रोवर, विक्रमजीत ग्रोवर और समस्त ग्रोवर परिवार ने आपने सुनना चाहा है इंकलाब फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 5. आज अभी यहीं....
पंकज - सोलर इनवर्टर
इनवर्टर का ख्याल आते ही हमेशा घर जगमग दिखाई देता है। लेकिन इसके लिए भी पावर सप्लाई की जरूरत होती है और इसकी चार्जिंग में भी बिजली की खपत होती है। सोलर इनवर्टर दिन भर सूरज की रोशनी से बैटरी को चार्ज करता है रात में ज़रूरत पड़ने पर अपना दिमाग लगा कर घर की बिजली का इस्तेमाल करता है। वैसे ज्यादातर इसे सोलर एनर्जी ही भाती है बिजली तो बस इमरजेंसी के लिए ही है। इस तरह से हम बिजली की भरपूर सप्लाई तो पाते हैं और वह भी कम से कम एनर्जी की खपत करके।
कीमत
850 VA वाला एक्साईड का यह सोलर इन्वर्टर/ यूपीएस 9,900 रुपये का है। ऐसा ही काम 8,200 रुपये में मिलने वाला सु-काम का हाइब्रिड इन्वर्टर/ यूपीएस करता है।
चलेगा एसी भी
हालांकि अब गर्मी का मौसम अलविदा कह रहा है लेकिन इसे फिर लौट कर आना है। ऐसे में यह सवाल पूछना तो बनता ही है कि क्या घरेलू बिजली से चलने वाले एयरकंडिशनर सोलर एनर्जी से भी चल सकते हैं? हां, इस तरह एसी बाजार में मौजूद हैं लेकिन उनकी कीमत नॉर्मल एसी से 4 गुना तक ज्यादा है। सोलर एनर्जी की सीमाओं के बारे में बात करें तो अगर इससे पेट्रोल पंप चल सकते हैं एसी क्या चीज है। जहां लगातार बिजली की सप्लाई सुनिश्चित नहीं की जा सकती वहां कई तेल कंपनियां के ऐसे पेट्रोल पंप हैं जो सोलर एनर्जी के दम पर चल रहे हैं।
वॉटर हीटर
उत्तर भारत के राज्यों में 100 लीटर वाले सोलर वॉटर हीटर की कीमत 18000 रुपये है। 4500 की सब्सिडी केंद्र सरकार देती है और 6000 की एक्सट्रा सब्सिडी कई राज्य की सरकारें दे रही हैं।
दिनेश – सरकार से मिलने वाली सब्सिडी ने तो मेरा उत्साह और बढ़ा दिया है, अगर मैं भारत में होता तो अभी तक सौर ऊर्जा से अपने पूरे घर को जगमगा देता, वैसे चीन के भी ग्रामीण इलाकों में लोगों की घरों पर आप सौर पैनल लगे हुए देखेंगे, बिजली के अलावा वो लोग अपने घरों में इस्तेमाल होने वाले पानी को भी सौर पैनल से ही गर्म करते हैं। कार्यक्रम का अगला पत्र हमारे पास आया है सत्य सेवा श्रोता संघ से हाउस नंबर 116, मलथोने, जिला सागर, मध्यप्रदेश से इसे लिखा है धर्मेन्द्र सिंह, कंचन लोधी, कुमारी निरुपमा लोधी और इनके ढेर सारे परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है मकसद फिल्म का गाना ... जिसे गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने संगीतकार हैं बप्पी लाहिरी ..और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 6. आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ....
पंकज: तो मित्रों इस गाने के साथ ही हमें आपकी पसंद कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दें, अगले सप्ताह हम आज के दिन और आज ही के समय पर फिर आपके सामने आएंगे कुछ रोचक, ज्ञानवर्धक और आश्चर्यजनक जानकारी के साथ और आपको सुनवाएंगे आपकी पसंद के कुछ मधुर फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।
दिनेश : नमस्कार।