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    टी टाइम 141125 (अनिल और ललिता)
    2014-11-25 14:13:01 cri

    अनिलः टी-टाइम के नए अंक के साथ हम फिर आ गए हैं, आपका मनोरंजन करने। जी हां .....आपके साथ चटपटी बातें करेंगे और चाय की चुस्कियों के साथ लेंगे गानों का मजा, 35 मिनट के इस प्रोग्राम में। इसके साथ ही प्रोग्राम में श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं भी होंगी शामिल। हां भूलिएगा नहीं, पूछे जाएंगे सवाल भी, तो जल्दी से हो जाइए तैयार।.....

    अनिलः तेंदुए के गुर्राने से ही लोगों के हाथ-पैर कांप उठते है लेकिन एक शख्स ने इस खूंखार शिकारी को गर्दन से पकड़ कर सारी हेकड़ी निकाल दी।

    मध्यप्रदेश में मंडला जिले के सरही गांव का एक किसान जान की परवाह न कर आधी रात को अपनी बकरियों का शिकार करने आए तेंदुए से भिड़ गया। किसान ने तेंदुए को गर्दन से पकड़कर कमरे में बंद कर दिया। बाद में वन विभाग के अमला ने तेंदुए को पिंजरे में कैद कर जंगल में छोड़ा।

    अंजनिया से ढाई किमी दूर स्थित सरही का 50 वर्षीय शारदा मरकाम खेत में अपना घर बनाकर रहता है। मंगलवार रात एक बजे उसे बकरियो की आवाज सुनाई दी। मौके पर जाकर देखा तो वहां तेंदुआ खड़ा था।

    शारदा ने पहले तो दो कदम पीछे किए लेकिन मवेशियों की जान की खातिर वह खुद को रोक नहीं सका और पूरी ताकत से तेंदुए पर टूट पड़ा। करीब 20 मिनट संघर्ष के बाद उसने तेंदुए की गर्दन पकड़कर उसे कमरे में धकेल कर उसका दरवाजा बंद कर दिया।

    ललिताः संघर्ष में किसान शारदा को हाथ, पैर और पेट में चोटे आई हैं।

    बाद में पुलिस बल, कान्हा नेशनल पार्क और स्थानीय वन विभाग के अमले ने आठ घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को पिंजरे में कैद किया। तेंदुए को कान्हा पार्क में छोड़ दिया गया है।

    अनिलः स्पेन की सबसे अमीर महिला और प्रमुख व्यक्तियों में से एक डचेज़ ऑफ़ अल्बा की 88 साल की उम्र में सेविल में मृत्यु हो गई है। मारिया देल रोसारियो कायटाना फ़िट्स-जेम्स स्टुअर्ट के पास अन्य किसी भी अभिजात व्यक्ति से ज़्यादा पदवियां, महल और काफ़ी जायदाद थी. इसके अलावा उनके पास गोया और व्लासकेस की पेंटिंग्स भी थीं।

    गुरुवार को संक्षिप्त बीमारी के बाद उनकी मृत्यु अपने घर में हुई। डचेज़ के परिवार में उनके पति अल्फ़ांसो दियाज़ हैं, जो उनसे 24 साल छोटे हैं. उनकी शादी तीन साल पहले ही हुई थी। डचेज़ ऑफ़ अल्बा स्पेन के सबसे पुराने आभिजात्य परिवारों में से एक की मुखिया थीं।

    गिनिज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार वह दुनिया की सबसे ज़्यादा पदवियों वाली व्यक्ति थीं। वह पांच बार डचेज़ थीं, 18 बार मार्शनेस, 18 बार काउंटेस, 14 बार स्पेनिश ग्रैंडी और एक बार विसकाउंटेस थीं। डचेज़ स्पेन की गॉसिप मैग्ज़ीन में नियमित रूप से नज़र आती थीं और इसलिए भी प्रसिद्ध थीं कि जैकी कैनेडी और ऑड्रे हेपबर्न जब भी फ्रांस आते थे तो उनके मेहमान होते थे।

    साल 1959 में उन्होंने मैड्रिड में अपने महल को फ्रांसीसी डिज़ाइनर ईव सेंट लॉराँ को एक फ़ैशन शो के लिए सौंप दिया था। उनके बाद के सालों की ज़्यादा यादगार तस्वीर वह है जिसमें 2011 में अपनी तीसरी शादी के मेहमानों और फ़ोटोग्राफ़रों की भीड़ के सामने वह फ्लेमेंको डांस करने के लिए तैयार नज़र आती हैं।

    उनके पति अल्फ़ांसो दियाज़ ने वैनिटी फ़ेयर मैग्ज़ीन को एक इंटरव्यू में कहा, "एक दूसरे के साथ हम दोनों का वक़्त बहुत शानदार रहा"। उन्होंने कहा, "अक्सर ऐसा लगता था कि हम दोनों में से मेरी उम्र ज़्यादा है"। उनकी 46.64 अरब रुपये से ज़्यादा की जायदाद उनके छह बच्चों में बांटे जाने की उम्मीद है।

    ललिताः क्या आपने फुटबॉल के आकार की ट्यूमर देखी है?

    एक बच्चे को ऎसी गंभीर बीमारी है जिसके चलते उसका गला फुटबॉल की तरह हो गया। मैक्सिको के सियुदाद जुआरेज निवासी 11 वर्षीय जॉस एंटोनियो रामीरेज के गले से डॉक्टरों ने फुटबॉल के आकार की ट्यूमर निकाली है।

    एक वेबसाइट के अनुसार जॉस को किसी बीमारी के चलते गले में गांठ बन गई। देखते ही देखते ये गांठ फैलती चली गई और फुटबॉल के आकार की हो गई।

    जॉस को न्यू मैक्सिको के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया। डॉक्टरों ने जॉस के गले का दो घंटे तक ऑपरेशन किया। दो घंटे के इस पेचीदा ऑपरेशन के बाद बच्चे के गले से ट्यूमर निकाली गई।

    ये ट्यूमर फुटबॉल के आकार से भी बड़ी थी। बहरहाल, डॉक्टरों के प्रयास ने बच्चे को इस गंभीर और भारी-भरकम गांठ से निजात तो दिला दी।

    वेबसाइट के अनुसार बच्चे के मां-बाप इतना सक्षम नहीं थे कि इलाज का भारी-भरकम खर्च वहन कर सकें। रिओ रांचो चर्च के पादरी ने जुआरेज की तकलीफ को देखते हुए इलाज में आर्थिक मदद की।

    अनिलः शौक पूरा करने के लिए कोई इंसान किसी की जिंदगी खतरे में भी डाल सकता है ऎसा कभी सोचा नहीं होगा आपने।

    एक शख्स ने शराब पीने के लिए हेलीकॉप्टर को सड़क पर ही चला दिया।

    जी हां, घटना है ऑस्ट्रेलिया की, जहां एंटनी नाम के युवक ने शराब पीने के लिए हेलीकॉप्टर को सड़क पर दौड़ाकर लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी।

    हालांकि पुलिस ने एंटनी को गिरफ्तार कर लिया और उस पर 2.64 लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया।

    एक वेबसाइट के अनुसार, एंटनी को शराब पीने का मन किया। शराब का शौक पूरा करने के लिए एंटनी ने पब जाने के लिए हेलीकॉप्टर को अपनी सवारी चुना। एंटनी हेलीकॉप्टर को सड़क पर चलाते हुए पब पहुंच गया और वहां पार्किग में इसे खड़ा कर दिया। पब की पार्किग में हेलीकॉप्टर को खड़ा देख लोगों ने पुलिस में शिकायत दी।

    मौके पर पहुंची पुलिस ने हेलीकॉप्टर के मालिक के बारे में जानकारी जुटाई तो पब से शराब के नशे में एंटनी बाहर आया। उसने पुलिस को बताया कि शराब पीने के लिए वो हेलीकॉप्टर को सड़क पर चलाकर पब आया है। पुलिस ने एंटनी को गिरफ् तार कर लिया और उस पर 2 लाख 64 हजार रूपए का जुर्माना भी ठोक दिया। वेबसाइट के अनुसार एंटनी के पास पायलट का लाइसेंस भी नहीं था।

    ललिताः जन्म से पहले गर्भ में भी शिशु खिलखिलाते हैं? ज्यादातर का मानना है कि ऎसा नहीं होता है। पर ऎसा हुआ है।

    इस दुर्लभ पल के गवाह बने ब्रिटेन के जॉन लैटन और उनकी पत्नी एमी क्रैग। उनके लिए इस पल को संभव बनाया 4 डी स्कैन ने। यह स्कैन पारंपरिक अल्ट्रासाउंड तकनीक से कई गुना ज्यादा विकसित तो है ही, साथ ही यह उच्च ध्वनि तरंगों से शरीर के अंदर की आकृति का निर्माण करती है।

    अनिलः स्कैन से एमी को पता चला उनका 31 हफ्ते का शिशु किस प्रकार खिलखिलाकर हंस रहा है। यह तस्वीर खुद दंपती ने साझा की। 24 वर्षीय एमी ने अपने गर्भस्थ शिशु को ब्रिटेन का सबसे ज्यादा खुश बच्चा बताया।

    साथ ही कहा कि कई मॉडलिंग कंपनियां भी उनसे संपर्क साध रही है। गर्भ को लियो हरग्रीव्स नाम दिया है। पिछले हफ्ते ब्रिटेन में कोख में मुस्कुराते हुए शिशु की तस्वीर सामने आई थी। दुनिया में पहली बार ऎसा दृश्य सामने आया है।

    वहीं अब फिल्म जगत की बात करते हैं।

    वहीं इन दिनों में भारत के गोवा में फिल्म फेस्टिवल चल रहा है। समारोह की शुरुआत के साथ ही 11 दिन का महोत्सव शुरू हो गया जिसमें सिनेमा दर्शकों के लिए 170 देशों की फ़िल्में रखी गई हैं। भारतीय पैनोरमा सेक्शन में लोगों को देश के कोने-कोने से फ़िल्मकारों के काम को देखने का मौक़ा मिलेगा. उत्तर पूर्व के डायरेक्टरों जैसे प्रदीप कुरबाह और अरिबान स्याम सर्मा की फ़िल्में भी दिखाई जाएंगी।

    अमिताभ ने सिनेमा के योगदान पर बात की और बताया कि कैसे सिनेमा बदलते वक़्त को दर्ज कर रहा है बल्कि ख़ुद भी इसमें अपनी भूमिका निभा रहा है।

    अभिनेता रजनीकांत ने अमिताभ के पैर छूकर उन्हें अपना बड़ा भाई बताया। रजनीकांत को फ़िल्म शख़्सियत के रूप में सेंटेनरी अवॉर्ड दिया गया. इस दौरान उनके करियर की कुछ अहम फ़िल्मों के अंश दिखाए गए।

    ललिताः दिवंगत फिल्मकार यश चोपड़ा की पत्नी पामेला चोपड़ा अपने पति के ऊपर फिल्म बनाना चाहती हैं। ऎसे में उनका कहना है कि वह भविष्य में पति के जीवन पर आधारित एक फिल्म बनाएंगी।

    मिल्खा सिंह, एम.सी. मेरी कॉम, किशोर कुमार और दारा सिंह जैसी हस्तियों के जीवन पर फिल्में बन चुकी हैं या बन रही हैं। पामेला से जब पति के जीवन पर फिल्म बनाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, यश चोपड़ा के जीवन पर एक फिल्म बननी चाहिए? तो उन्होंने कहा हां, हम इस बारे में सोच रहे हैं।

    अनिलः पामेला गुरूवार को द्वितीय यश चोपड़ा मेमोरियल अवाड्र्स की घोषणा के लिए बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थीं।

    इस मौके पर उन्होंने कहा, फिलहाल यह तय नहीं है, लेकिन मुझे यकीन है कि हम एक बायोपिक बनाएंगे। यश चोपड़ा को "काला पत्थर", "दीवार", "कभी कभी", "डर", "दिल तो पागल है" और "जब तक है जान" सरीखी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है।

    अब कुछ हेल्थ टिप्स पर नजर डालते हैं.....

    कुछ देर धूप सेंक ली जाए तो सेहत खिली-खिली रहेगी। यह बात कई शोधों में भी साबित हुई है कि सुबह 20 मिनट सूरज की किरणों में बैठने से कई बीमारियों से निजात पाई जा सकती है। किरणों में विटामिन-डी होता है जो मानव शरीर की हडि्डयों को मजबूत बनाने में सहायक होता है।

    आयरन की कमी दूर

    अमरीकी डॉक्टर हानेश के मुताबिक शरीर में आयरन की कमी, चर्मरोग, कमजोरी, थकान, कैंसर, टीबी और मांसपेशियों की बीमारी का इलाज सूर्य की किरणों के प्रयोग से किया जा सकता है। फ्रांस के ह्वदय रोग विशेषज्ञ मार्सेल पोगोलो का तो यहां तक मानना था कि सूर्य की किरणों से ह्वदय भी तंदुरूस्त रहता है।

    ध्यान रखें

    पसीना आने के बाद धूप में नहीं बैठना चाहिए।

    दोपहर बाद धूप में बैठने का उतना महत्व नहीं है।

    वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च से यह भी सिद्ध किया है कि सूर्य की किरणें बाहरी त्वचा पर ही अपना प्रभाव नहीं डालती हैं बल्कि शरीर के अंदरूनी अंगों में जाकर उन्हें स्वस्थ बनाने में अपनी कारगर भूमिका निभाती हैं।.....

    वजन घटाने में आपकी खाने की अच्छी आदतें मदद करती हैं और खाने की अच्छी आदतों के लिए आप अपनी भावनात्मक जागरूकता पर ध्यान रखें।

    अमरीका की ओहाइयो विश्व-विद्यालय में हुए एक अध्ययन में सामने आया है कि इमोशनल अवेयरनेस, खाने की हैल्दी आदतों को बेहतर बनाती है।

    शोधकर्ताओं ने एक स्टडी में पाया है कि भावनात्मक दक्षता का अभ्यास आपके भोजन लेने की पसंदों को बेहतर बनाता है। इसके लिए भले ही आप भोजन के पोषण तत्वों के बारे में एक शब्द भी न जानते हों।

    जर्नल ऑफ मार्केटिंग रिसर्च में प्रकाशित इस शोध में बताया गया है कि अपने इमोशंस पर ध्यान देने से ही आप हैल्दी फूड का चुनाव कर लेते हैं और वजन का प्रबंधन हो जाता है। यह अध्ययन ओहाइयो स्टेट विश्वविद्यालय की ओर से कराया गया था जिसमें प्रतिभागियों को खुद में तथा अन्य लोगों में मौलिक भावों को पहचानने की सामान्य ट्रेनिक दी गई थी। ट्रेनिंग के बाद ट्रेंड प्रतिभागियों और बिना ट्रेनिंग वाले लोगों को हैल्दी आइटम या चॉकलेट-बार से चुनने का अवसर दिया गया।

    तीन माह बाद दोनों दलों के लोगों का वजन लिया गया। ट्रेंड प्रतिभागियों का वजन औसत या कम निकला, जबकि बिना ट्रेंड लोगों का वजन बढ़ा हुआ पाया गया। शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि कंज्यूमर एजुकेशनल प्रोग्राम्स में न्यूट्रिशनल लेबल को पढ़ने का लक्ष्य कम रखा जाना चाहिए, बदले में इमोशनल अवेयरनेस बढ़ाने वाले एक्सरसाइज के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

    ललिताः आज के टी-टाइम प्रोग्राम में वक्त हो गया है, लिस्नर्स के कमेंट शामिल करने का।

    पहला खत भेजा है, जमदेशदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा ने। लिखते हैं कि टी टाइम में वेइतुंग जी और अनिल ने एक बार फिर कमाल की जानकारियां उपलब्ध कराई। इसके लिए आपका धन्यवाद। हर बार के प्रोग्राम में आप लोग हमें सूचनाप्रद जानकारी देते हैं। वहीं मनोरंजन भी होता है। गत 18 नवंबर का कार्यक्रम उन्हीं श्रेष्ठ प्रसारणों में से एक था। श्रोताओं को सर्दी से बचने के लिए आपके टिप्स बहुत उपयोगी लगे। जाड़े के मौसम में त्वचा को नरम रखने के लिए मॉइस्चॉराइजर लगाना जरुरी है। पर नारियल का तेल लगाने से भी त्वचा मुलायम बनी रहती है। सर्दी में तरोताजा रहने के लिए वॉक करने का नुस्खा लाजवाब है पर जाड़े के दिनों में घर से बाहर निकलने पर आलस्य होता है। वहीं चालीस हजार साल पूर्व का हाथी आज के हाथी से चार पांच गुना बड़ा होता था। यह जानकारी स्तब्धरने वाली लगी। जबकि अमेरिका में 57 स्काई वॉकर्स का आसमान में उड़ना एक अद्भुत रिकॉर्ड है। इसके साथ ही व्यक्ति के चेहरे से उस व्यक्ति के व्यक्तित्व को जानना या पढ़ना एक कला है उसका उपयोग जानकार करते हैं। सुंदर जानकारियों से सुसज्जित टी टाइम की इस कड़ी के प्रसारण के लिए आपका एक बार फिर से धन्यवाद।

    धन्यवाद शर्मा जी, आपने टी-टाइम प्रोग्राम को इतने ध्यान से सुना और टिप्पणी की। हम उम्मीद करते हैं कि आगे भी आप टी-टाइम प्रोग्राम पर अपनी बहुमूल्य टिप्पणी हम तक पहुंचाते रहेंगे। शुक्रिया। हां, अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हमारा प्रोग्राम सुनना न भूलें। धन्यवाद।

    अनिलः वहीं केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने भी हमें पत्र भेजा है, हालांकि उन्होंने सिर्फ सवालों के जवाब दिए हैं। सुरेश जी आपका भी शुक्रिया।

    अगला लैटर हमें भेजा है, पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप ने। मैं यहां कहना चाहूंगा कि देवाशीष की मातृ भाषा हिंदी न होने के बावजूद वे हमेशा पत्र भेजते हैं। यह बहुत बड़ी बात है। उन्होंने लिखा है कि, नी हाउ, मैं आपके द्वारा पेश किया जाने वाला टी-टाइम प्रोग्राम हमेशा सुनता हूं। यह कार्यक्रम चाय की तरह मिठास लेकर आता है। पिछले प्रोग्राम में चीन में एक व्यक्ति की छाती पर चेहरा ट्रांसप्लांट करने संबंधी समाचार बताता है कि आज विज्ञान ने कितनी तरक्की कर ली है। जबकि मोबाइल फोन पर अधिक बातचीत करने के खतरों से भी हमें रूबरू करवाया गया। जबकि सर्दियों में त्वचा को मुलायम करने के नुस्खे, प्राचीन काल में मैमथ हाथियों के बारे में जानकारी भी बहुत अच्छी लगी। शुक्रिया।

    अब प्रोग्राम में जोक्स की बारी है।

    ......पहला जोक....

    बीमा कंपनी के एजेंट से एक व्यक्ति ने पूछा: यदि मैं अपनी पत्नी का बीमा कराऊं और अगले ही दिन वह मर जाए तो मुझे क्लेम में क्या मिलेगा?

    बीमा एजेंट ने बड़े इत्मीनान से उत्तर दिया:

    जेल या फांसी।

    ...दूसरा जोक....

    प्रेमिका (प्रेमी से) : सामने खिड़की में जो तोता-मैना बैठे हैं, दोनों रोज यहां आते हैं। साथ-साथ बैठते हैं, चहचहाते हैं और एक हम हैं कि हमेशा लड़ते ही रहते हैं।

    प्रेमी: तुमने एक चीज पर ध्यान नहीं दिया। यहाँ बैठने वाले जोड़े में से तोता तो रोज वही होता है, पर मैना हमेशा नई होती है।

    अब बारी है आज के प्रोग्राम में अंतिम जोक की।

    संता : बंता, मैं जो कविता अब सुनाने जा रहा हूं ,

    उसका शीर्षक है आग, पानी और धुआं।

    बंता: तो एक शब्द में क्यों नहीं बोलता कि हुक्का है।

    ......दोस्तो आज के प्रोग्राम में जोक्स यही तक.....

    दोस्तो, हमने पिछले प्रोग्राम में दो सवाल पूछे थे। पहला सवाल था... मोबाइल पर अधिक बातचीत करने से हमें क्या नुकसान पहुंचता है। सही जवाब है...ब्रेन कैंसर।

    दूसरा सवाल था...

    किस देश के वैज्ञानिकों ने छाती यानी चेस्ट चेहरा उगाने में सफलता हासिल की है। सही जवाब है चीन

    दोस्तो इन सवालों का सही जवाब हमें भेजा है, उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल, पश्चिम बंगाल से देवाशीष गोप, और जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा आदि ने। आप सभी को बधाई । आगे भी हमारे सवाल सुनते रहिए।

    अब आज के सवालों की बारी है...पहला सवाल है..हाल में किस देश की सबसे अमीर महिला का देहांत हुआ।

    दूसरा सवाल है- शिशुओं के बारे में गर्भ में किस तरह की जानकारी पता चली है।

    अगर आपको इनका जवाब पता है तो जल्दी हमें ई-मेल कीजिए या खत लिखिए।.....हमारा ईमेल है.. hindi@cri.com.cn, हमारी वेबसाइट का पता है...hindi.cri.cn.

    ...... अपने जवाब के साथ, टी-टाइम लिखना न भूलें। .......

    अनिलः टी-टाइम में आज के लिए इतना ही ...अगले हफ्ते फिर मिलेंगे.....चाय के वक्त......तब तक आप चाय पीते रहिए और सीआरआई के साथ जुड़े रहिए। नमस्ते, बाय-बाय, शब्बा खैर,चाइ च्यान.....

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