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नमस्कार श्रोता मित्रों मैं पंकज श्रीवास्तव आपकी पसंद कार्यक्रम में आप सभी का स्वागत करता हूं। हर सप्ताह की तरह हम आज भी आपको देंगे कुछ रोचक,ज्ञानवर्धक और आश्चर्यजनक जानकारियां और साथ में सुनवाएँगे आपकी पसंद के कुछ फिल्मी गाने।
अंजली:श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपको ढेर सारी दिलचस्प जानकारियां देते हैं साथ ही आपको सुनवाते हैं आपकी पसंद के फिल्मी गीत। आज हम जिस फिल्म का गाना आपको सुनवाने जा रहे हैं उसे हमने लिया है फिल्म .... दिल एक मंदिर से लिया है जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं शैलेन्द्र संगीतकार हैं शंकर जयकिशन और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 1. – रुक जा रात ....
पंकज - जयपुर. मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं ये देखना और जानना बेहद रोमांचित कर देने वाला अनुभव रहा। ये कहना है इसरो में मंगलयान प्रोजेक्ट पर काम कर रहे वैज्ञानिक अशोक कुमार शर्मा का। जयपुर के अशोक मंगलयान (मॉम) के योगदान से बड़ी सफलता में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं। वे दिवाली परिवार के साथ मनाने सोमवार को जयपुर पहुंचे। इस मौके पर अशोक ने मंगलयान के अनुभवों को सिटी रिपोर्टर के साथ भी साझा किया।
मूलतः दौसा निवासी अशोक ने जब बीटेक और एमटेक की डिग्री हासिल की तब शायद उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वैज्ञानिक के तौर पर उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। अशोक ने कहा कि इसरो में एंट्रेंस के लिए ऑल इंडिया लेवल के कॉम्पीटीशन के लिए रिटन एग्जाम पास किया। इंटरव्यू में पास होने के बाद नए सपने और बुलंद उड़ान के लिए पूरी तरह तैयार हो गया। मेरी सफलता के पीछे मेरा परिवार, खासकर मां और मौसी का बड़ा हाथ है, जो मुझे पढ़ाने के लिए कई रातें जागी हैं।
जहां तक स्पेस रिसर्च प्रोजेक्ट्स की बात है तो ओशन सैटेलाइट 2 पर काम करने के बाद मंगलयान से जुड़ने की खुशी दोगुनी हो गई। 2013 में लॉन्च हुआ मंगलयान 24 सितम्बर को मंगल के ऑरबिट (कक्ष) में स्थापित हुआ। ऐसे में टीम मेंबर्स के साथ चुनौतीपूर्ण परियोजना पर काम करना किसी रोमांच से कम नहीं था। पृथ्वी से 250 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर कमांड देना भी अच्छा लगा। इस कमांड के कंफर्मेशन और एग्जीक्यूशन में 28 मिनट का समय लगता है। मंगल पर मौजूद मीथेन गैस की स्टडी करना और उस डाटा की पृथ्वी से तुलना करने पर बहुत सारे तथ्य सामने आए। मंगल ग्रह पर जिंदगी की संभावना है या नहीं, इसका अध्ययन किया जा रहा है ।
अंजली – आप अगली जानकारी हमारे श्रोताओं को दें इससे पहले मैं उनका पत्र उठा रही हूं, और उनकी पसंद के गीत सुनवाने जा रही हूं। ये पत्र हमें लिखा है मोजाहिदपुर पूरबटोला भागलपुर बिहार से मोहम्मद खालिद अंसारी, मोहम्मद ताहिर अंसारी, कादिर, मुन्ना खान मुन्ना, नुरूलहोदा, शब्बीर ज़फ़र, एम के नाज़ इनके साथ ही नवगछिया मोमताज मुहल्ला से ज़फ़र अंसारी, शौकत अंसारी और मास्टर अतहर अंसारी ने आप सभी ने सुनना चाहा है
सच्चा झूठा फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने और संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 2. कह दो कह दो ....
पंकज – मित्रों क्या आपको मालूम है कि विटामिन बी1 की कमी मस्तिष्क को कर देती है फेल
एक नई खोज से पता चला है कि विटामिन बी1 की कमी से मस्तिष्क की घातक बीमारी वैनिक इंसेफैलॉपथी हो सकती है। ऐल्कॉहॉल और एड्स के 75-80 पर्सेंट केसों में इस बीमारी के होने की आशंका रहती है। यह मस्तिष्क की ऐसी बीमारी है, जिसमें समय पर इलाज नहीं होने पर मरीज इंसेफैलॉपथी का शिकार हो जाता है।
मेटाबॉलिक संतुलन बिगड़ने और नशीले पदार्थ का सेवन करने से यह बीमारी होती है। लायोला यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के न्यूरॉलजिस्ट के मुताबिक, वैनिक इंसेफैलॉपथी से पीड़ित में कन्फ्यूजन, भ्रम, कोमा, मांसपेशियों की कमजोरी और दृष्टि दोष जैसी दिक्कतें होती हैं। यही बाद में स्थायी तौर पर ब्रेन डैमेज का कारण बनती हैं और मरीज की मौत भी हो जाती है। साइंस अमेरिकन मेडिसिन जर्नल में इस नई खोज को प्रकाशित किया गया है।
इंडोनेशिया में एक ऐसी मंडी है जहां पर बिकते हैं बंदर, कुत्ते और बिल्ली के मांस
क्या कभी आपने इंसानों द्वारा कुत्तों और अजगर के मांस को खाने की बातें सुनी है? शायद नहीं सुनी होगी, लेकिन आपको बता दें कि दुनिया में कई ऐसी जगहें हैं, जहां के लोग इन जानवरों के मांस को भी बड़े चाव से खाते हैं।
ऐसा ही एक शहर इंडोनेशिया का टोमोहोन है। इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी प्रांत में स्थित इस शहर के लोग अजीबोगरीब खाने के मामले में चीन को टक्कर देते हैं। यहां की ट्रेडिशनल मार्केट में आपको बंदर, चमगादड़, बिल्ली, कुत्ते, सूअर, चूहे, स्लोथ और अजगर तक मिल जाएंगे।
अंजली - मैंने भी सुना है कि दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां पर रेस्त्रां में खाने के लिये ऐसे अजीबो गरीब व्यंजन परोसे जाते हैं, लेकिन इसके साथ ही दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीकी महाद्वीप और एशिया – ओशेनिया के कई देशों में वहां पर रहने वाले आदिवासी जनजाति के लोग सदियों से इस तरह के अजीबो गरीब मांस खाते आ रहे हैं। खैर अब मैं उठाने जा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है धनौरी तेलीवाला, हरिद्वार उत्तराखंड से निसार सलमानी, समीना नाज़, सुहैल बाबू और इनके ढेर सारे मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है चलते चलते फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने संगीत दिया है बप्पी लहिरी ने और गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 3. दूर दूर तुम रहे ...
पंकज - भारत में जिस तरह से मुर्गों को पिंजरे के अंदर रखा जाता है। इसी प्रकार इंडोनेशिया के इस शहर में कुत्ते, बिल्ली, बंदर जैसे जानवरों को पिंजरे में कैद करके रखा जाता है और ग्राहक द्वारा इसकी मांग करने पर उनके मीट को बेचा जाता है। इस मंडी को अगर दुनिया के सबसे घिनौने मांस की मंडी कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
पंकज – मित्रों इस जानकारी के बाद जो अगली जानकारी हम आपको देने जा रहे हैं वो भी इंडोनेशिया से ही है जहां पर कब्र से निकालकर शव को पहनाया जाता है सूट-बूट
क्या कभी आपने कब्र से शव को निकालकर उसे सूट-बूट पहनाने के बारे में सुना है? शायद नहीं सुना होगा, लेकिन ऐसा इंडोनेशिया के दक्षिणी सुलेवासी प्रांत के तोराजा जिले में होता है। इस प्रथा को मा-नेने नाम से जाना जाता है। इस प्रथा में लोग अपने पूर्वजों की कब्र को खोदकर उनके शव निकालते हैं और फिर उन्हें नए कपड़े पहनाकर तैयार करते हैं।
इस प्रथा का आयोजन हर तीसरे साल होता है, जिसके तहत लोग अपने पूर्वजों की सड़ी-गली लाश को कब्र से बाहर निकालते हैं और उन्हें कपड़े पहनाते हैं। कपड़े पहनाने के बाद शव को पूरे गांव में घुमाया जाता है। इस प्रथा को मनाए जाने के बारे में लोग कहते हैं कि इससे बरसों पहले मर चुके परिजनों के साथ होने का अहसास होता है।
पंकज – मित्रों क्या कभी आपने वेम्पायरों के बारे में सुना है, आपने अक्सर फिल्मों में किस्से कहानियों में जरूर पढ़ा होगा जो लोग इंसानों के खून पर जिंदा रहते हैं, लेकिन ऐसे लोग आज भी हमारे बीच में रहते हैं, आप घबराईये नहीं ये लोग, इंसानी खून ज़रूर पीते हैं लेकिन ये हमारे आपके लिये बिल्कुल भी खतरनाक नहीं है, ऐसा ही एक वेम्पायरों का जोड़ा रहता है ब्रिटेन में
ये रियल लाइफ में वैम्पायर की तरह एक-दूसरे का खून पीता है। इस प्रेमी जोड़े में लड़की का नाम लिया बेनिनगॉफ और लडके का नाम आरो ड्रवेन है।
अंजली – मैंने भी खबरों में पढ़ा था कि वेम्पायर लोग सही में अस्तित्व में होते हैं और इनका एक बड़ा समूह भी है जो एक दूसरे का खून पीता है, इनकी अपनी दुनिया और अपना समाज होता है, ये लोग दिखने में भी अजीब से होते हैं, अपने दांतों को ये नुकीला करवा लेते हैं, अपने शरीर पर खास तरह के टैटू यानी गुदने गुदवाते हैं जो इनकी पहचान होती है। अब मैं उठा रही हूं अपने श्रोताओं का पत्र जो हमें लिखा है परमवीर हाऊस आदर्श नगर, बठिंडा से अशोक ग्रोवर, परवीन ग्रोवर, नीती ग्रोवर, पवनीत ग्रोवर, विक्रमजीत ग्रोवर और समस्त ग्रोवर परिवार ने, आप सभी ने सुनना चाहा है डांस डांस फिल्म का गाना जिसे गाया है अलिशा चिनाई ने, गीतकार हैं अंजान, संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने और गीत के बोल हैं ....
सांग नंबर 4. दिल मेरा तोड़ो ना ....
पंकज - बताया जाता है कि ये दोनों अन्य प्रेमी जोड़ों से अलग अपना प्यार ज्यादा मजबूत और विश्वसनीय बनाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने एक-दूसरे का खून पीने की योजना बनाई। हालांकि, पहले यह विचार आरो ड्रवेन का था, लेकिन बाद में बेनिनगॉफ भी इसके लिए मान गई। इस तरह पहली बार आरो ने रेजर से अपना शरीर काट कर बेनिनगॉफ को अपना खून पीने के लिए दिया।
इसके बाद बेनिनगॉफ ने भी इसी तरह अपना खून निकालकर आरो को पीने के लिए दिया, तब से अब तक यह जोड़ा हर सप्ताह एक-दूसरे का खून पीता है। ये इसे इनके मजबूत रिश्ते की बड़ी वजह बताते हैं।
पंकज - बुढ़ापा और अवसाद एक ही जीन से संबंधित
लंदन। जर्मनी और अमेरिका के शोधकर्ताओं के एक समूह ने पाया है कि बुढ़ापा और अवसाद एक ही जीन में बदलाव से जुड़े हुए हैं। एफकेबीपी5 नाम के जीन के एक हिस्से से मिथाइल (सीएच3) समूहों को जोड़ने या हटाने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि बुढ़ापा मिथाइलेशन प्रक्रिया को घटा सकता है, जो एफकेबीपी5 जीन को अतिरिक्त मुखर करती।
उन्होंने यह भी पाया कि जब कोई अवसादग्रस्त होता है, तो डीमिथाइलेशन प्रक्रिया तेज होती है। मुख्य लेखक, जर्मनी के म्यूनिख स्थित मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट ऑफ साइकेट्री के एंथनी जेनास ने बताया कि हमने पाया कि बुढ़ापा और अवसाद डीएनए की प्रक्रिया में बदलाव से जुड़े हैं और यह जीनों के प्रकटन को नियंत्रित करता है जो इस बात का निर्धारण करता है कि हम तनाव पर कैसी प्रतिक्रिया करें।
अंजली – कार्यक्रम का अगला पत्र हमारे पास आया है मेहर रेडियो श्रोता संघ सगोरिया, मंदसौर, मध्यप्रदेश से जिसे लिखा है श्याम मेहर, निकिता मेहर, आयुष, संगीता, ललिता, दुर्गाबाई, और पूरे मेहर परिवार ने आप सभी ने सुनना चाहा है वारदात फिल्म का गाना जिसे गाया है बप्पी लाहिरी और उषा उत्थुप ने गीतकार हैं रमेश पंत और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 5. तू मुझे जान से भी प्यारा है ....
पंकज - उन्होंने कहा कि ये बदलाव सूजन में बढ़ोत्तरी से जुड़े हैं और हमारा मानना है कि इससे दिल और न्यूरोसाइकेट्रिक बीमारियों जैसी बुढ़ापे से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। एफकेबीपी5 जीन मनुष्यों के गुणसूत्र 6 में पाया जाता है।
पंकज - 20 वर्षो तक सुषुप्तावस्था में रह सकता है फेफडे का कैंसर
लंदन। हालिया अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि फेफड़े का कैंसर 20 वर्षो से अधिक समय तक सुषुप्त अवस्था में रहता है और जब इसका पता चलता है, तो वह अपनी अंतिम अवस्था में पहुंच चुका होता है। फेफड़े के कैंसर से बचने वालों की संख्या बेहद कम है और लक्षित इलाजों का इस बीमारी पर सीमित प्रभाव पड़ता है।
ब्रिटेन के लंदन रिसर्च इंस्टीट्यूट के कैंसर रिसर्च में प्रोफेसर चाल्र्स स्वांटन ने कहा, यह किस तरह होता है, इसपर हमने काफी अध्ययन किया और इसे समझने के बाद आशा है कि हम इसके इलाज के लिए आगे कदम बढ़ा सकते हैं।
अध्ययन के दौरान पता चला कि लक्षित उपचारों का असर इस बीमारी पर क्यों नहीं हो पाता है। अध्ययन में फेफड़े के कैंसर में धूम्रपान की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है। यह अध्ययन पत्रिका "साइंस" में प्रकाशित हुआ है।
अंजली – स्वास्थ्य से जुड़ी ये जानकारी वाकई बहुत काम की है, इसका मतलब ये है कि हमें अपने फेफड़ों को लेकर हर समय सजग रहना चाहिए और समय समय पर इसकी डाक्टरी जांच करवानी चाहिये क्योंकि कभी भी कोई भी छोटा सा रोग कैंसर कारण बन सकता है, हमें अगला पत्र लिखा है धर्मेन्द्र सिंह और इनके परिजनों ने हाउस नंबर 116, मल्थोने, जिला सागर, मध्यप्रदेश से आप सभी ने सुनना चाहा है अरमान फिल्म गाना जिसे गाया है शैरोन प्रभाकर, बप्पी लाहिरी और साथियों ने गीतकार हैं अंजान और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने गीत के बोल हैं ----
सांग नंबर 6 . मेरे जैसी हसीना
पंकज: तो मित्रों इस गाने के साथ ही हमें आपकी पसंद कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दें, अगले सप्ताह हम आज के दिन और आज ही के समय पर फिर आपके सामने आएंगे कुछ रोचक, ज्ञानवर्धक और आश्चर्यजनक जानकारी के साथ और आपको सुनवाएंगे आपकी पसंद के कुछ मधुर फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।
अंजली : नमस्कार।